Delhi Pollution: दिल्ली की हवा अब होगी साफ! जानें- क्या है सरकार की नई एंटी-प्रदूषण नीति?

Delhi Pollution: दिल्ली की हवा अब होगी साफ! जानें- क्या है सरकार की नई एंटी-प्रदूषण नीति?

<p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Pollution News: </strong>दिल्ली की बिगड़ती हवा पर लगाम लगाने के लिए अब तक कई बड़े प्रयास हुए हैं. इसमें सुधार के लिए दिल्ली सरकार अब छोटे स्तरों पर काम करने की योजना बना रही है. इसके तहत निर्माण स्थलों पर धूल नियंत्रण, संकरी गलियों की मशीनों से सफाई और नियमित रूप से पेड़ों की धुलाई जैसे उपाय शामिल हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>शनिवार (5 अप्रैल) को दिल्ली सचिवालय में पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा (Manjinder Singh Sirsa) की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय बैठक में इन योजनाओं पर विचार हुआ. ‘इंडियन एक्सप्रेस’ की रिपोर्ट के मुताबिक बैठक में IIT-दिल्ली, टेरी (TERI), और क्लीन एयर कलेक्टिव जैसे संस्थानों के प्रतिनिधि शामिल हुए.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पब्लिक ट्रांसपोर्ट में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ाने का प्रस्ताव</strong><br />बैठक में विशेषज्ञों ने सतत शहरी गतिशीलता (सस्टेनेबल अर्बन मोबिलिटी) पर जोर देते हुए सरकार से डेटा आधारित रणनीति अपनाने की अपील की. इसमें पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने और पुराने, प्रदूषणकारी वाहनों को चरणबद्ध तरीके से हटाने का एक सुझाव शामिल था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दिल्ली मेट्रो नेटवर्क के विस्तार की योजना</strong><br />बैठक में सिफारिश की गई कि नए वाहन पंजीकरण में EVs को प्राथमिकता दी जाए और गैर-अनुपालन करने वाले वाहनों पर सख्त कार्रवाई हो. इसके साथ ही दिल्ली मेट्रो नेटवर्क का विस्तार कर प्रत्येक नागरिक को 400 मीटर के दायरे में मेट्रो स्टेशन की सुविधा उपलब्ध कराने की बात कही गई, जिससे निजी वाहनों पर निर्भरता कम हो सके.</p>
<p style=”text-align: justify;”>विशेषज्ञों ने यह भी बताया कि निर्माण स्थलों से उड़ने वाली धूल दिल्ली के PM प्रदूषण का लगभग 30 प्रतिशत योगदान देती है. दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) पहले से ही इस दिशा में एक पोर्टल के माध्यम से काम कर रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>स्वच्छ हवा हमारी नैतिक जिम्मेदारी- सिरसा</strong><br />मंत्री सिरसा ने कहा कि कई सुझाव पहले से सरकार की कार्ययोजना में शामिल है और उन्हें जल्द लागू किया जाएगा. उन्होंने कहा, “हम अपने बच्चों के लिए स्वच्छ हवा सुनिश्चित करने के लिए प्रदूषण के खिलाफ युद्ध लड़ रहे हैं. यह सिर्फ पर्यावरण तक सीमित नहीं, हमारी नैतिक जिम्मेदारी भी है. हम इस लड़ाई को विज्ञान, तकनीक, नीति और जनभागीदारी से जीतेंगे.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>सरकार बॉर्डर पर ANPR सिस्टम लगाने और पार्किंग नीति में सुधार कर यातायात जाम को कम करने की भी योजना बना रही है.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Pollution News: </strong>दिल्ली की बिगड़ती हवा पर लगाम लगाने के लिए अब तक कई बड़े प्रयास हुए हैं. इसमें सुधार के लिए दिल्ली सरकार अब छोटे स्तरों पर काम करने की योजना बना रही है. इसके तहत निर्माण स्थलों पर धूल नियंत्रण, संकरी गलियों की मशीनों से सफाई और नियमित रूप से पेड़ों की धुलाई जैसे उपाय शामिल हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>शनिवार (5 अप्रैल) को दिल्ली सचिवालय में पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा (Manjinder Singh Sirsa) की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय बैठक में इन योजनाओं पर विचार हुआ. ‘इंडियन एक्सप्रेस’ की रिपोर्ट के मुताबिक बैठक में IIT-दिल्ली, टेरी (TERI), और क्लीन एयर कलेक्टिव जैसे संस्थानों के प्रतिनिधि शामिल हुए.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पब्लिक ट्रांसपोर्ट में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ाने का प्रस्ताव</strong><br />बैठक में विशेषज्ञों ने सतत शहरी गतिशीलता (सस्टेनेबल अर्बन मोबिलिटी) पर जोर देते हुए सरकार से डेटा आधारित रणनीति अपनाने की अपील की. इसमें पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने और पुराने, प्रदूषणकारी वाहनों को चरणबद्ध तरीके से हटाने का एक सुझाव शामिल था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दिल्ली मेट्रो नेटवर्क के विस्तार की योजना</strong><br />बैठक में सिफारिश की गई कि नए वाहन पंजीकरण में EVs को प्राथमिकता दी जाए और गैर-अनुपालन करने वाले वाहनों पर सख्त कार्रवाई हो. इसके साथ ही दिल्ली मेट्रो नेटवर्क का विस्तार कर प्रत्येक नागरिक को 400 मीटर के दायरे में मेट्रो स्टेशन की सुविधा उपलब्ध कराने की बात कही गई, जिससे निजी वाहनों पर निर्भरता कम हो सके.</p>
<p style=”text-align: justify;”>विशेषज्ञों ने यह भी बताया कि निर्माण स्थलों से उड़ने वाली धूल दिल्ली के PM प्रदूषण का लगभग 30 प्रतिशत योगदान देती है. दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) पहले से ही इस दिशा में एक पोर्टल के माध्यम से काम कर रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>स्वच्छ हवा हमारी नैतिक जिम्मेदारी- सिरसा</strong><br />मंत्री सिरसा ने कहा कि कई सुझाव पहले से सरकार की कार्ययोजना में शामिल है और उन्हें जल्द लागू किया जाएगा. उन्होंने कहा, “हम अपने बच्चों के लिए स्वच्छ हवा सुनिश्चित करने के लिए प्रदूषण के खिलाफ युद्ध लड़ रहे हैं. यह सिर्फ पर्यावरण तक सीमित नहीं, हमारी नैतिक जिम्मेदारी भी है. हम इस लड़ाई को विज्ञान, तकनीक, नीति और जनभागीदारी से जीतेंगे.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>सरकार बॉर्डर पर ANPR सिस्टम लगाने और पार्किंग नीति में सुधार कर यातायात जाम को कम करने की भी योजना बना रही है.</p>  दिल्ली NCR Delhi: दिल्ली में सीवर की होगी रोबोटिक सफाई, मुंबई से मंगवाई गई अत्याधुनिक मशीन