Delhi Weather: आईएमडी अलर्ट के बाद भी नहीं हुई बारिश, जानें- दिल्ली में कब मेहरबान होगा मौसम? Delhi Weather: आईएमडी अलर्ट के बाद भी नहीं हुई बारिश, जानें- दिल्ली में कब मेहरबान होगा मौसम? दिल्ली NCR यूपी के 26 जिले बाढ़ से प्रभावित, 9 लाख से अधिक आपदा पीड़ितों तक पहुंचाई गई राहत
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जगराओं में बीच सड़कर पर दो पक्षों में मारपीट:जमकर हुई तलवारबाजी, ईंट-पत्थर भी चले; कई युवक घायल
जगराओं में बीच सड़कर पर दो पक्षों में मारपीट:जमकर हुई तलवारबाजी, ईंट-पत्थर भी चले; कई युवक घायल लुधियाना जिले में जगराओं क्षेत्र के रायकोट में दो पक्षों में विवाद हो गया। विवाद इतना गहरा हुआ कि दोनों पक्षों में जमकर मारपीट और तलवारबाजी हुई। दोनों पक्षों के युवकों ने एक दूसरे पर जानलेवा हमला किया। जिसमें कई युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। नूरा माही बस अड्डे के पास गुरुवार को गुंडागर्दी का खूनी खेल खेला गया। इस दौरान दो पक्षों के बीच सड़क पर जमकर तलवारें और ईंट पत्थर चले। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो मौके पर मौजूद लोगों ने इस घटना की वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। जानकारी के अनुसार रायकोट नूरा माही बस अड्डे के पास उस समय दहशत का माहौल बन गया जब दो पक्षों के युवक हाथों में हथियार लिये एक दूसरे के आमने-सामने खड़े हो गए। जिसके बाद बिना इधर उधर देखे एक दूसरे पर हमला करना शुरू कर दिया युवकों की लड़ाई देख कर वहां खड़े लोग अपनी जान बचाने के लिये इधर उधर भागने लगे। क्योंकि तलवारों के साथ साथ ईंट पत्थर भी जमकर चले। कई युवक पुलिस की हिरासत में मामले की सूचना मिलने पर मौके पर थाना सिटी की पुलिस ने कई युवकों को हिरासत में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। इस मामले सबंधी थाना सिटी के इंचार्ज दविंदर सिंह ने बताया कि पुलिस शहर में गुंडागर्दी बर्दाश्त नही करेगी। उन्होंने कहा कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।
दिल्ली चुनाव: झुग्गी बस्ती से निकलेगा सत्ता का रास्ता? AAP-BJP पर कितना प्रभाव डालेगा ‘जेजे’ फैक्टर
दिल्ली चुनाव: झुग्गी बस्ती से निकलेगा सत्ता का रास्ता? AAP-BJP पर कितना प्रभाव डालेगा ‘जेजे’ फैक्टर <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Jhuggi-Jhopri Vote Bank:</strong> दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में ‘जेजे फैक्टर’ यानी ‘झुग्गी-झोपड़ी’ वोटबैंक बेहद प्रभावी माना जा रहा है. दिल्ली में करीब 750 झुग्गी बस्तियां हैं, जहां की आबादी 30 लाख से भी ज्यादा है. इनमें 15 लाख मतदाता हैं जो इस बार सत्ता में जीत हार का फैसला लेने में निर्णायक भूमिका निभाएंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अगर बीते दो विधानसभा चुनाव की बात करें तो दोनों ही बार झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले मतदाताओं ने सत्ताधारी दल आम आदमी पार्टी का साथ दिया है. हालांकि, 2015 विधानसभा चुनाव की तुलना में 2020 में आम आदमी पार्टी का वोट शेयर कुछ घटा है. आंकड़ों बताते हैं कि साल 2015 के चुनाव में झुग्गी बस्ती वालों ने आप को 66 फीसदी वोट दिया था तो वहीं बीजेपी को केवल 21 फीसदी वोट मिले थे. </p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं, पिछले चुनाव यानी 2020 में झुग्गी बस्ती मतदाताओं की ओर से आप का वोट शेयर पांच फीसदी घट कर 61 प्रतिशत हो गया जबकि बीजेपी का वोट बढ़ कर 33 फीसदी हुआ.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इन सीटों पर निर्णायक भूमिका निभाते हैं झुग्गी-बस्ती वोटर्स</strong><br />दिल्ली की 19 सीटें ऐसी हैं, जहां झु्ग्गी-झोपड़ी वाले मतदाता भारी संख्या में हैं और चुनाव में जीत-हार तय करने में मुख्य भूमिका निभाते हैं. इन 19 सीटों में नरेला, आदर्श नगर, वजीरपुर, मॉडल टाउन, राजेंद्र नगर, संगम विहार, बदरपुर, तुगलकाबाद, आंबेडकर नगर, सीमापुरी, बाबरपुर, त्रिलोकपुरी, कोंडली, ओखला, मोतीनगर, मादीपुर, शालीमार बाग, माटियाला, किराड़ी शामिल हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>झुग्गी वालों के लिए AAP का एजेंडा</strong><br />दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने झुग्गी-झोपड़ी वालों को रिझाने के लिए कई तरह की तरकीब निकाली हैं. आप नेता झुग्गी-बस्ती में पदयात्रा और नुक्कड़सभा कर रहे हैं. छोटी-छोटी मीटिंग के जरिए मतदाताओं से संवाद किया जा रहा है. पार्टी उम्मीदवार घर-घर जाकर लोगों से मिल रहे हैं और मनीष सिसोदिया झु्ग्गियों में समय बिता रहे हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>झुग्गी-बस्ती वालों को कैसे रिझा रही BJP?</strong><br />बीजेपी ने झुग्गी-बस्ती वालों को अपने पाले में लेने के लिए बीते शनिवार (11 जनवरी) को ‘झुग्गी बस्ती प्रधान सम्मेलन’ किया. केंद्रीय गृहमंत्री <a title=”अमित शाह” href=”https://www.abplive.com/topic/amit-shah” data-type=”interlinkingkeywords”>अमित शाह</a> ने इस सम्मेलन को संबोधित किया, जिसमें हर झुग्गीवासी को पक्का मकान देने का वादा किया था. वहीं, BJP के बड़े नेता झुग्गियों में रात्रि प्रवास कर रहे हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>आम आदमी पार्टी का क्या कहना है?</strong><br />एक ओर अरविंद केजरीवाल की आप यह दावा कर रही है कि बीजेपी की केंद्र सरकार को झु्ग्गी झोपड़ी वालों की कोई फिक्र नहीं है और जल्द ही किसी और प्रोजेक्ट के लिए दिल्ली की झुग्गियां तोड़ दी जाएंगी. जंगपुरा सीट से आप उम्मीदवार मनीष सिसोदिया ने हमला करते हुए कहा कि बीजेपपी जहां-जहां सरकार में आती है, वहां की झुग्गियां तोड़ देती है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं, आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दावा किया है कि कि शकूरबस्ती इलाके में झुग्गी का लैंड यूज बदला गया है. यहां रेलवे को टेंडर दिया गया है. चुनाव के बाद यहां की सभी झुग्गियां हटाई जाएंगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बीजेपी ने किया पलटवार</strong><br />अरविंद केजरीवाल के आरोपों पर एलजी विनय सक्सेना ने कहा कि DDA ने न तो लैंड यूज बदला है और न ही किसी तरह के तोड़फोड़ का नोटिस जारी किया है. एलजी ने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल जानबूझकर झूठ बोल रहे हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके अलावा, केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने कहा कि AAP झूठ बोलने की फैक्ट्री है. उन्होंने सवाल किया कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में PM आवास योजना को लागू क्यों नहीं होने दिया?</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/delhi-assembly-election-2025-somnath-bharti-satish-upadhyay-and-jitendra-kumar-kochar-in-malviya-nagar-ann-2862126″>दिल्ली चुनाव: मालवीय नगर में इस बार कैसा रहेगा मुकाबला? AAP, बीजेपी और कांग्रेस ने इन नेताओं पर लगाया दांव</a></strong></p>
शिमला में रामकृष्ण-मिशन आश्रम में हंगामे की जांच की मांग:स्वामी तन्मयमहिमानंद बोले- पुलिस जांच पर भरोसा नहीं, आधी रात को हुआ था पथराव
शिमला में रामकृष्ण-मिशन आश्रम में हंगामे की जांच की मांग:स्वामी तन्मयमहिमानंद बोले- पुलिस जांच पर भरोसा नहीं, आधी रात को हुआ था पथराव हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में स्थित रामकृष्ण मिशन आश्रम को लेकर टकराव जारी है। रामकृष्ण मिशन व हिमालयन ब्रह्म समाज ने सोमवार को इसको लेकर शिमला में पत्रकार वार्ता की। इस दौरान उन्होंने विरोधी खेमे पर गंभीर आरोप लगाए और पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किए हैं। स्वामी तन्मयमहिमानंद ने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि रामकृष्ण मिशन और हिमालयन ब्रह्म समाज में कोई मतभेद नही है ।उन्होंने कहा कि 16 नवम्बर को रामकृष्ण परिसर में हुई घटना की न्यायिक जांच होनी चाइए ।उन्होंने कहा कि पुलिस की जांच पे उन्हें भरोसा नही है। स्वामी ने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि जो लोग हिमालयन ब्रह्म समाज के पदाधिकारी होने का दावा कर रहे हैं वो भू माफिया है। राम कृष्ण मिशन यहां 2014 से नियमित रूप से कार्य कर रहे है। हिमालयन ब्रह्म समाज के 1966 से ट्रस्टी ललित वर्मा और शैल पंडित है। सोशल मीडिया में राम कृष्ण मिशन और हिमालयन ब्रह्म समाज में मतभेद की बात पूरी तरह गलत है।जो ब्रह्म समाज है उनमें कोई मतभेद नही है। न्यायिक जांच की मांग
वहीं रामकृष्ण मिशन समर्थक ब्रह्म समाज के पदाधिकारी ललित वर्मा ने पुलिस प्रशासन ने आरोप लगाया है कि पुलिस को पहले सूचना देने के बाद भी पुलिस ने क्यों कार्रवाही नही की। ललित वर्मा ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस के आला अधिकारी इस मामले को राजनीतिक रंग देने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है कि 16 नंवबर को हुई घटना की न्यायिक जांच करवाई जानी चाइए। 10-12 लोगों पर मामला दर्ज
बता दें कि हिमाचल की राजधानी शिमला स्थित रामकृष्ण आश्रम में शनिवार की आधी रात को पथराव हुआ था। जिसमें QRT के जवानों समेत 7 से 8 लोग घायल हो गए । जिसके बाद पुलिस ने इसमें 10 से 12 लोगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। FIR में इन लोगों के नाम
रामकृष्ण मिशन आश्रम में शनिवार रात को हुए विवाद के मामले में दर्ज एक एफआईआर में स्वामी तनमाहिमानन्दा, रामरुपानन्द, ललित वर्मा, संदीप, कर्ण नंदा, विनोद अग्रवाल, शीतल व्यास और नितिन व्यास के नाम का उल्लेख है। इसके अलावा कई अन्य लोग भी इसमें शामिल हो सकते हैं। क्या कहना है ब्रह्म समाज पक्ष का?
वहीं ब्रह्म समाज पक्ष के ट्रस्टी मोहिंदर कुमार ने बताया कि उन्होंने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि 16 नवंबर को 5:00 के आसपास ब्रह्म समाज के लोग ब्रह्म उपासना के लिए ब्रह्म समाज मंदिर परिसर (रामकृष्ण मंदिर मन्दिर आश्रम) में गए और वहां पर 5 से 6 बजे तक ब्रह्म समाज उपासना का शांतिपूर्ण कार्य चलता रहा ब्रह्म समाज के लोगों ने वहां पर आप पूर्ण कलश स्थापना भी की। महिलाओं के साथ हुआ अभद्र व्यवहार
कुछ समय बाद संत तन्मयमहिमानंद और रूपानंद मंदिर परिसर में प्रवेश किया और वहां पूजा अर्चना कर रही महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार किया और स्थापित कलश को खंडित किया जिससे ब्रह्म समाज की धार्मिक भावना आहत हुई है। उन्होंने पुलिस को बताया है कि उन्होंने स्वामी से कई बार प्रार्थना की लेकिन पार्थना करने के बाद भी उन्होंने कलश की स्थापना नही करने दिया। उसके बाद वह वहां शांति पूर्ण तरीके से उपासना कर रहे थे लेकिन फिर स्वामी ने अपने गुंडों को बुलाया और उन्होंने उपासना कर रहे ब्रह्म समाज के लोगो पर पत्थर, गमलों एंव डंडों से जानलेवा हमला करवाया। क्या है पूरा मामला?
दरअसल आपको बता दें कि राम कृष्ण मिशन व ब्रह्म समाज के एक धड़े की बीच यहां लगभग 30 बीघे के आस पास जमीन को लेकर विवाद चला हुआ है। इसको लेकर काफी समय से विवाद है यह मामला न्यायालय के विचाराधीन है। पहले भी कई बार यह मामला उठा है। लेकिन शनिवार की मध्यरात्रि हुए घटना क्रम के बाद यह एक बार फिर गरमा गया है।