DGP बोले- यूपी से सभी पाकिस्तानी वापस भेजे गए:एक नागरिक को 30 अप्रैल को भेजेंगे; ड्रोन से हो रही निगरानी

DGP बोले- यूपी से सभी पाकिस्तानी वापस भेजे गए:एक नागरिक को 30 अप्रैल को भेजेंगे; ड्रोन से हो रही निगरानी

यूपी के DGP प्रशांत कुमार ने कहा है कि पहलगाम हमले के कारण भारत का वीजा लेकर आए सभी पाकिस्तानियों को वापस भेजने की प्रक्रिया लगभग पूरी हो गई है। डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि निर्वासित किए जाने लायक सभी पाकिस्तानियों को वापस भेज दिया गया है। केवल एक नागरिक रह गया है, जिसे 30 अप्रैल को पाकिस्तान भेजा जाएगा। 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तानी नागरिकों को उनके वतन भेजने का आदेश जारी हुआ था। इसको लेकर शनिवार को प्रशांत कुमार ने सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के दिशा-निर्देश जारी किए। ये निर्देश सभी जोनल अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस आयुक्त, रेलवे, सुरक्षा, अभिसूचना, यूपी-112, एसएसएफ, एटीएस, परिक्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस उपमहानिरीक्षक, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और जनपदीय पुलिस अधीक्षकों को जारी किए गए हैं। सोशल मीडिया पर नजर
DGP ने सोशल मीडिया को लेकर विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा- भड़काऊ और भ्रामक पोस्ट पर तत्काल कार्रवाई करें। दोषियों के खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएं। अंतरराष्ट्रीय और अंतरराज्यीय सीमाओं पर प्रभावी चेकिंग करें। टोल प्लाजा पर निगरानी सुनिश्चित की जाए। नेपाल सीमा से सटे जनपदों (महराजगंज, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, खीरी, पीलीभीत, बहराइच, बलरामपुर) में एसएसबी के साथ समन्वय कर चेक पोस्टों पर चौकसी बढ़ाई जाए। सभी जिलों और कमिश्नरेट में वरिष्ठ अधिकारियों के पर्यवेक्षण में हाई अलर्ट लागू किया जाए। संवेदनशील क्षेत्रों में दंगा निरोधक उपकरणों के साथ अतिरिक्त पुलिस और पीएसी बल तैनात किए जाएं। राजपत्रित अधिकारियों के नेतृत्व में फ्लैग मार्च निकाले जाएं। संवेदनशील क्षेत्रों में ड्रोन निगरानी
DGP ने कहा- हॉटस्पॉट और संवेदनशील क्षेत्रों में ड्रोन कैमरों से निगरानी करें। सीसीटीवी फीड को सुरक्षित रखें। धार्मिक स्थलों पर आपत्तिजनक सामग्री, वॉल राइटिंग की रोकथाम के लिए रात में गश्त और सुबह पोस्टर चेकिंग पार्टियां गठित की जाएं। एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, मॉल, सिनेमाघर, और भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर सघन चेकिंग और सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। होटल, धर्मशाला, और गेस्टहाउस में किराएदारों का शत-प्रतिशत सत्यापन अनिवार्य किया गया है। कश्मीरी छात्रों, व्यापारियों और पर्यटकों की सुरक्षा की भी चिंता
प्रदेश में कश्मीरी छात्रों, पर्यटकों और व्यवसायियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के विशेष निर्देश दिए गए हैं। सरकारी संस्थानों, धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों की सुरक्षा का आकलन कर व्यवस्था को और मजबूत किया जाए। उत्तर प्रदेश से सभी श्रेणी के पाकिस्तानी नागरिकों का निर्वासन पूरा हो चुका है। एक शेष नागरिक 30 अप्रैल को पाकिस्तान लौटेगा। डीजीपी ने सभी अधिकारियों को स्थानीय खुफिया तंत्र को और सक्रिय करने तथा किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए रणनीतिक स्थानों पर पुलिस रिजर्व तैनात करने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए यह कदम उठाए जा रहे हैं। यूपी के DGP प्रशांत कुमार ने कहा है कि पहलगाम हमले के कारण भारत का वीजा लेकर आए सभी पाकिस्तानियों को वापस भेजने की प्रक्रिया लगभग पूरी हो गई है। डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि निर्वासित किए जाने लायक सभी पाकिस्तानियों को वापस भेज दिया गया है। केवल एक नागरिक रह गया है, जिसे 30 अप्रैल को पाकिस्तान भेजा जाएगा। 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तानी नागरिकों को उनके वतन भेजने का आदेश जारी हुआ था। इसको लेकर शनिवार को प्रशांत कुमार ने सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के दिशा-निर्देश जारी किए। ये निर्देश सभी जोनल अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस आयुक्त, रेलवे, सुरक्षा, अभिसूचना, यूपी-112, एसएसएफ, एटीएस, परिक्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस उपमहानिरीक्षक, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और जनपदीय पुलिस अधीक्षकों को जारी किए गए हैं। सोशल मीडिया पर नजर
DGP ने सोशल मीडिया को लेकर विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा- भड़काऊ और भ्रामक पोस्ट पर तत्काल कार्रवाई करें। दोषियों के खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएं। अंतरराष्ट्रीय और अंतरराज्यीय सीमाओं पर प्रभावी चेकिंग करें। टोल प्लाजा पर निगरानी सुनिश्चित की जाए। नेपाल सीमा से सटे जनपदों (महराजगंज, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, खीरी, पीलीभीत, बहराइच, बलरामपुर) में एसएसबी के साथ समन्वय कर चेक पोस्टों पर चौकसी बढ़ाई जाए। सभी जिलों और कमिश्नरेट में वरिष्ठ अधिकारियों के पर्यवेक्षण में हाई अलर्ट लागू किया जाए। संवेदनशील क्षेत्रों में दंगा निरोधक उपकरणों के साथ अतिरिक्त पुलिस और पीएसी बल तैनात किए जाएं। राजपत्रित अधिकारियों के नेतृत्व में फ्लैग मार्च निकाले जाएं। संवेदनशील क्षेत्रों में ड्रोन निगरानी
DGP ने कहा- हॉटस्पॉट और संवेदनशील क्षेत्रों में ड्रोन कैमरों से निगरानी करें। सीसीटीवी फीड को सुरक्षित रखें। धार्मिक स्थलों पर आपत्तिजनक सामग्री, वॉल राइटिंग की रोकथाम के लिए रात में गश्त और सुबह पोस्टर चेकिंग पार्टियां गठित की जाएं। एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, मॉल, सिनेमाघर, और भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर सघन चेकिंग और सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। होटल, धर्मशाला, और गेस्टहाउस में किराएदारों का शत-प्रतिशत सत्यापन अनिवार्य किया गया है। कश्मीरी छात्रों, व्यापारियों और पर्यटकों की सुरक्षा की भी चिंता
प्रदेश में कश्मीरी छात्रों, पर्यटकों और व्यवसायियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के विशेष निर्देश दिए गए हैं। सरकारी संस्थानों, धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों की सुरक्षा का आकलन कर व्यवस्था को और मजबूत किया जाए। उत्तर प्रदेश से सभी श्रेणी के पाकिस्तानी नागरिकों का निर्वासन पूरा हो चुका है। एक शेष नागरिक 30 अप्रैल को पाकिस्तान लौटेगा। डीजीपी ने सभी अधिकारियों को स्थानीय खुफिया तंत्र को और सक्रिय करने तथा किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए रणनीतिक स्थानों पर पुलिस रिजर्व तैनात करने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए यह कदम उठाए जा रहे हैं।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर