Gujarat: कच्छ में पाकिस्तान बॉर्डर के पास बनेगा ‘सिंदूर वन’ पार्क, जानें- क्या होगी खास बात?

Gujarat: कच्छ में पाकिस्तान बॉर्डर के पास बनेगा ‘सिंदूर वन’ पार्क, जानें- क्या होगी खास बात?

<p style=”text-align: justify;”><strong>Gujarat Sindoor Van News:</strong> गुजरात सरकार ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के सम्मान में बड़ा कदम उठाया है. पाकिस्तान में पल रहे आतंक पर करारा प्रहार करने वाले ऑपरेशन सिंदूर के नाम पर अब कच्छ जिले में एक विशेष स्मारक पार्क बनाया जाएगा. यह पार्क पाकिस्तान सीमा के समीप स्थित होगा और इसे &lsquo;सिंदूर वन&rsquo; नाम दिया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यह पार्क कच्छ जिले में भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर बनाया जाएगा, जहां से ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सबसे अधिक हमलों का सामना करना पड़ा था. इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य न केवल रक्षा बलों के बलिदान को सम्मान देना है, बल्कि उन आम नागरिकों की एकता को भी सलाम करना है, जिन्होंने कठिन समय में देश के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होने का परिचय दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ऑपरेशन सिंदूर के बाद पीएम मोदी ने यहीं की थी रैली- जिलाधिकारी</strong><br />कच्छ के जिलाधिकारी आनंद पटेल के अनुसार, सिंदूर वन 8 हेक्टेयर में फैले वन विभाग की भूमि पर बनाया जाएगा. यह भूमि मिर्जापार क्षेत्र में भुज-मांडवी सड़क के पास स्थित है, जहां पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद गुजरात दौरे के दौरान एक जनसभा को संबोधित किया था. उस कार्यक्रम में भुज एयरबेस की मरम्मत में योगदान देने वाली माधापुर की महिलाओं ने प्रधानमंत्री को एक ‘सिंदूर पौधा’ भेंट किया था, जिसे मोदी ने पीएम हाउस में “वटवृक्ष” के रूप में पल्लवित करने की बात कही थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>वन में सिंदूर पौधों के साथ लगाए जाएंगे कई पौधे</strong><br />वन विभाग के अनुसार, यह पार्क थीम-आधारित होगा और इसमें सिंदूर पौधों के साथ-साथ करीब 35 अन्य स्थानीय पौध प्रजातियों का घना वृक्षारोपण किया जाएगा. कच्छ सर्कल के मुख्य वन संरक्षक संदीप कुमार ने बताया कि इसे एक ‘वन कवच’ या ‘माइक्रो फॉरेस्ट’ के रूप में तैयार किया जा रहा है. पार्क में सेना, वायुसेना, नौसेना और बीएसएफ जैसे विभिन्न बलों को समर्पित म्यूरल्स और खंड होंगे. साथ ही इसमें ऑपरेशन सिंदूर में उपयोग की गई लड़ाकू सामग्री और विमानों के डायरामा भी लगाए जाएंगे, ताकि आगंतुक युद्ध के अनुभव को करीब से समझ सकें.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सिंदूर वन का एक भाग 22 अप्रैल को हुए <a title=”पहलगाम” href=”https://www.abplive.com/topic/pahalgam-terror-attack” data-type=”interlinkingkeywords”>पहलगाम</a> आतंकी हमले के पीड़ितों को समर्पित होगा, जिनमें से तीन गुजरात से थे. <a title=”ऑपरेशन सिंदूर” href=”https://www.abplive.com/topic/operation-sindoor” data-type=”interlinkingkeywords”>ऑपरेशन सिंदूर</a> के दौरान गुजरात के भुज और राजस्थान के बाड़मेर सेक्टर में 600 से अधिक मिसाइलें और ड्रोन दागे गए थे, जिनमें से 40 प्रतिशत हमले गुजरात क्षेत्र में हुए थे. BSF के गुजरात फ्रंटियर के IG अभिषेक पाठक ने बताया कि भारतीय सुरक्षा बलों ने अद्वितीय समर्पण से इन हमलों को नाकाम किया.&nbsp;</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Gujarat Sindoor Van News:</strong> गुजरात सरकार ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के सम्मान में बड़ा कदम उठाया है. पाकिस्तान में पल रहे आतंक पर करारा प्रहार करने वाले ऑपरेशन सिंदूर के नाम पर अब कच्छ जिले में एक विशेष स्मारक पार्क बनाया जाएगा. यह पार्क पाकिस्तान सीमा के समीप स्थित होगा और इसे &lsquo;सिंदूर वन&rsquo; नाम दिया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यह पार्क कच्छ जिले में भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर बनाया जाएगा, जहां से ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सबसे अधिक हमलों का सामना करना पड़ा था. इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य न केवल रक्षा बलों के बलिदान को सम्मान देना है, बल्कि उन आम नागरिकों की एकता को भी सलाम करना है, जिन्होंने कठिन समय में देश के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होने का परिचय दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ऑपरेशन सिंदूर के बाद पीएम मोदी ने यहीं की थी रैली- जिलाधिकारी</strong><br />कच्छ के जिलाधिकारी आनंद पटेल के अनुसार, सिंदूर वन 8 हेक्टेयर में फैले वन विभाग की भूमि पर बनाया जाएगा. यह भूमि मिर्जापार क्षेत्र में भुज-मांडवी सड़क के पास स्थित है, जहां पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद गुजरात दौरे के दौरान एक जनसभा को संबोधित किया था. उस कार्यक्रम में भुज एयरबेस की मरम्मत में योगदान देने वाली माधापुर की महिलाओं ने प्रधानमंत्री को एक ‘सिंदूर पौधा’ भेंट किया था, जिसे मोदी ने पीएम हाउस में “वटवृक्ष” के रूप में पल्लवित करने की बात कही थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>वन में सिंदूर पौधों के साथ लगाए जाएंगे कई पौधे</strong><br />वन विभाग के अनुसार, यह पार्क थीम-आधारित होगा और इसमें सिंदूर पौधों के साथ-साथ करीब 35 अन्य स्थानीय पौध प्रजातियों का घना वृक्षारोपण किया जाएगा. कच्छ सर्कल के मुख्य वन संरक्षक संदीप कुमार ने बताया कि इसे एक ‘वन कवच’ या ‘माइक्रो फॉरेस्ट’ के रूप में तैयार किया जा रहा है. पार्क में सेना, वायुसेना, नौसेना और बीएसएफ जैसे विभिन्न बलों को समर्पित म्यूरल्स और खंड होंगे. साथ ही इसमें ऑपरेशन सिंदूर में उपयोग की गई लड़ाकू सामग्री और विमानों के डायरामा भी लगाए जाएंगे, ताकि आगंतुक युद्ध के अनुभव को करीब से समझ सकें.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सिंदूर वन का एक भाग 22 अप्रैल को हुए <a title=”पहलगाम” href=”https://www.abplive.com/topic/pahalgam-terror-attack” data-type=”interlinkingkeywords”>पहलगाम</a> आतंकी हमले के पीड़ितों को समर्पित होगा, जिनमें से तीन गुजरात से थे. <a title=”ऑपरेशन सिंदूर” href=”https://www.abplive.com/topic/operation-sindoor” data-type=”interlinkingkeywords”>ऑपरेशन सिंदूर</a> के दौरान गुजरात के भुज और राजस्थान के बाड़मेर सेक्टर में 600 से अधिक मिसाइलें और ड्रोन दागे गए थे, जिनमें से 40 प्रतिशत हमले गुजरात क्षेत्र में हुए थे. BSF के गुजरात फ्रंटियर के IG अभिषेक पाठक ने बताया कि भारतीय सुरक्षा बलों ने अद्वितीय समर्पण से इन हमलों को नाकाम किया.&nbsp;</p>  गुजरात Bakrid: महंत राजू दास ने की कुर्बानी पर बैन की मांग, कहा- ‘बकरीद पर हमारी आस्था को…’