सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी बोलीं-भाजपा के खिलाफ नहीं बोलूंगी:ये मेरा नहीं, विधायक जी का चुनाव; हमारा फैसला सीसामऊ की जनता करेगी ‘हमने कोई काम विधायक जी (इरफान सोलंकी) के बिना नहीं किया। अब चुनाव की जिम्मेदारी आई है, ये विधायकजी का ही चुनाव है। हम बहुत मेहनत करेंगे।’ यह कहते हुए नसीम सोलंकी भावुक होने लगती हैं…। नसीम को समाजवादी पार्टी ने उनके पति इरफान की सीट सीसामऊ से उम्मीदवार घोषित किया है। आपकी टक्कर भाजपा के कैंडिडेट से होगी, क्या स्ट्रैटजी है? वह कहती हैं- भाजपा पर कुछ नहीं कहेंगे, आगे जो रणनीति होगी, उस पर काम करेंगे। ये चुनाव मेरे लिए खुशी का नहीं, जिम्मेदारी है। जो उनके लिए मुझे पूरी करनी है। इरफान को 1 मामले में जमानत मिलने पर वह कहती हैं- कोर्ट में पूरा प्रयास किया, अब ये आखिरी सीढ़ी है। कोशिश करेंगे कि जीत जाएं। उनके बिना हमारी कोई जिंदगी ही नहीं है। हम पर जुल्म बहुत हुए, मगर बिल्कुल भी कमजोर नहीं हुए हैं। जनता के हाथ में फैसला है। जनता को मेरे और विधायक के हालात पता हैं। जनता की अदालत में सही फैसला होगा। सीसामऊ विधानसभा सीट से उप-चुनाव में सपा ने नसीम सोलंकी को प्रत्याशी बनाया। दैनिक भास्कर ने चुनाव की रणनीति पर बातचीत की… सवाल- आपका राजनीतिक गुरु कौन होगा?
जवाब- मेरे शौहर ही मेरी जिंदगी और राजनीति के गुरु हैं। जैसा विधायक जी गाइड करते हैं, वैसा ही मैं करती हूं। सवाल- चुनाव में किस रणनीति के साथ उतरने जा रही हैं?
जवाब- वो (इरफान सोलंकी) कैसे बोलते हैं। चुनाव के दौरान उनकी क्या दिनचर्या होती थी, उसी को फॉलो करेंगे। उनसे जेल में मुलाकात भी करते रहेंगे, वो जैसा बताएंगे, वैसा करेंगे। पार्टी और संगठन के लोग भी साथ हैं। जनता अपना मन बना चुकी है। हमें बहुत तैयारी और मेहनत नहीं करनी पड़ेगी। सवाल- क्या चुनाव जीतने के लिए भाजपा ध्रुवीकरण करना चाहती है?
जवाब- हिंदू वोटर हमारे लिए बोनस हैं, इरफान हमेशा से कहते हैं। अभी बहुत ज्यादा रणनीति नहीं मालूम है, कैसे तैयारी होगी और अभी कुछ ज्यादा नहीं कह सकते हैं। मगर, लोग हमारा ही साथ देंगे। उन्हें हकीकत पता है। सवाल- आज आप भावुक बहुत हैं, क्या कारण है?
जवाब- विधायक जी को बहुत मिस कर रहे हैं। आम दिन होते तो विधायक जी भी खुश होते और हम भी बहुत खुश होते। उन्हीं की सीट पर दोबारा चुनाव हो रहा है। हम लड़ रहे हैं, इसलिए ज्यादा रो रहे हैं। उनकी कमी बहुत महसूस हो रही है। जनता का दिल भी जीतना है और चुनाव भी जीतना है। सवाल- सजा के खिलाफ हाईकोर्ट में क्या लड़ाई अब भी जारी रहेगी?
जवाब- हाईकोर्ट में 17 अक्टूबर को डेट लगी है। इलेक्शन कमीशन से अगर डेट नहीं आती है, तो हो सकता है कि कोर्ट में सुनवाई हो जाए और राहत मिल जाए। बाकी अल्लाह की जैसी मर्जी होगी, वो काम किया जाएगा। सवाल- चुनाव में प्रचार की शुरुआत कब से होने वाली है, संगठन से क्या बात हुई?
जवाब- अंदरखाने पार्टी के लोग पहले से तैयारी कर रहे थे। लोगों से संपर्क किया जा रहा था। अब हम लोग भी घर से निकलेंगे। पार्टी के लोगों को ही तैयारी करना है। संगठन भी मेहनत कर रहा है। चुनाव जीतेंगे और लड़ाई जारी रखेंगे। सवाल- क्या इरफान को प्रत्याशियों की लिस्ट के बारे में पहले से पता था?
जवाब- महाराजगंज जेल में मंगलवार को करीब 25 मिनट की मुलाकात के दौरान इरफान ने बता दिया था कि करहल सीट पर तेज प्रताप का नाम फाइनल हो गया है। तुम्हारे नाम की घोषणा भी जल्द हो जाएगी, तो अपनी पूरी तैयारी रखना। सवाल- क्षेत्र में 2 साल से विधायक नहीं हैं, अब चुनाव में विकास कार्य बड़ा मुद्दा है?
जवाब- क्षेत्र में विकास नहीं हुए हैं, ये बात सही है। हम कई बार अधिकारियों के पास गए, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। हम भी कोर्ट-कचहरी के कार्यों में बिजी हो गए। विकास अब बड़ा मुद्दा है। इसको भी देखा जाएगा। सवाल- चुनाव में उतरने जा रही हैं, विरोधियों पर सियासी वार कैसे करेंगी?
जवाब- हम भाजपा के खिलाफ नहीं बोलेंगे। अभी हम किसी पार्टी के खिलाफ भी नहीं बोलेंगे। पार्टी या संगठन जैसा निर्देश जारी करेगी, आगे उसी पर काम करेंगे। सवाल- सीसामऊ सीट से प्रत्याशी बनाए जाने पर क्या कहेंगी?
जवाब- विधायक जी नहीं हैं, इसलिए बहुत ज्यादा खुशी नहीं है। लेकिन अल्लाह का शुक्र है। अल्लाह ने जिम्मेदारी से नवाजा है। राष्ट्रीय अध्यक्ष का धन्यवाद है। सब है, पूरा परिवार है, लेकिन विधायक जी के न होने से खुशी नहीं है। सवाल- विधायक को जेल गए हुए 2 साल का समय बीत गया, कैसा रहा ये वक्त?
जवाब- बहुत तकलीफ़देह 2 साल बीते हैं। बस कोशिश करते हैं कि ये सीट जीत जाएं और विधायक जी घर आ जाएं। अब इरफान की मां की बात भी पढ़िए… खुर्शीदा बेगम बोलीं- हम हमेशा से जीतते आए हैं
खुर्शीदा बेगम ने कहा- चुनाव हम ही जीतेंगे। पब्लिक हमारे साथ है। हर बार जीतते आए हैं, इस बार भी चुनाव जीतेंगे। नजीर फातिमा (इरफान पर केस लिखाने वाली महिला) क्या कहती हैं, किसी के कहने से कुछ नहीं होता है। हमारे साथ ऊपर वाला है, वो हमें जितायेगा। हम किसी की बुराई नहीं करेंगे। हम हमेशा ही चुनाव प्रचार में उतरते हैं, इस बार भी चुनाव में उतरेंगे। इरफान जेल में क्यों हैं, ये सब कुछ पब्लिक को मालूम है। इरफान सोलंकी पर 19 मुकदमे यह भी पढ़ें : टिकट मिलते ही फूट-फूटकर रोईं नसीम सोलंकी:कानपुर में कहा- हम कमजोर होते तो बहुत पहले भाग जाते; ये खुशी नहीं…संघर्ष की लड़ाई कानपुर की सीसामऊ सीट से सपा से टिकट मिलते ही इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम फूट-फूट कर रोने लगीं। उन्होंने कहा- हम कमजोर नहीं हैं। कमजोर होते तो बहुत पहले भाग जाते। हम आज के लिए भी तैयार थे, आने वाले वक्त के लिए भी तैयार हैं। ये खुशी नहीं, संघर्ष की लड़ाई का है। पढ़िए पूरी कापी