हिमाचल सरकार को गिराने के षड़यंत्र से जुड़े केस में आज हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रचार सलाहकार रहे तरुण भंडारी और उत्तराखंड भाजपा के एक बड़े नेता को शिमला पुलिस ने तलब किया है। इन दोनों को बालूगंज पुलिस के सामने पेश होने को कहा गया है। इस बीच खट्टर के प्रचार सलाहाकार तरुण भंडारी ने पिछले कल ही हिमाचल हाईकोर्ट (HC) ने अग्रिम जमानत ले ली है। भंडारी पर आरोप है कि उन्होंने हिमाचल के बागी विधायकों के खाने-पीने व ठहरने की पंचकूला में व्यवस्था की और बिल का भुगतान उनके कहने पर एक फॉर्मा कंपनी ने किया। इसका खुलासा फॉर्मा कंपनी ने पुलिस पूछताछ में किया है। हमीरपुर के पूर्व विधायक आशीष शर्मा और चैतन्य शर्मा के रिटायर IAS पिता राकेश शर्मा, इन दोनों के दो सहयोगियों को भी शिमला पुलिस ने आज ही थाने बुलाया है। इन चारों को बीते 13 जून को भी पुलिस बुला चुकी है। मगर तब चारों हाजिर नहीं हुए। इसलिए आज दोबारा से बुलाया गया है। इन्हें कल थाने में पेश होने के फरमान आशीष शर्मा और गगरेट के पूर्व विधायक चैतन्य शर्मा सहित एक अन्य को अगले कल बुलाया गया है। यानी आज और कल सरकार गिराने के षड़यंत्र से जुड़े केस में कुल सात लोगों से पूछताछ होगी। इस केस में पूर्व विधायक चैतन्य शर्मा पहली बार पुलिस के सामने पेश होंगे, जबकि इसी केस में उनके रिटायर IAS पिता के राकेश शर्मा खिलाफ पहले से मामला दर्ज है। वह कई बार बालूगंज थाना में पेश हो चुके हैं। इन्होंने दर्ज करा रखी FIR दरअसल, कांग्रेस के विधायक संजय अवस्थी और भुवनेश्वर गौड़ की शिकायत पर बालूगंज थाना में बीते 10 मार्च FIR कराई। इस केस में पुलिस जांच में जुटी हुई है और साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि राज्यसभा सांसद चुनाव के बाद कांग्रेस के छह बागी समेत तीन निर्दलीय विधायकों के चंडीगढ़ में होटल में ठहरने, खाने-पीने के बिलों का भुगतान एक फॉर्मा कंपनी ने किया है। इन बिलों के भुगतान में मनोहर लाल खट्टर के प्रचार सलाहकार तरुण भंडारी की भूमिका बताई जा रही है। उत्तराखंड में BJP नेता ने किया बिल का भुगतान चंडीगढ़ के बाद राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोट करने वाले विधायक कुछ दिन उत्तराखंड के ऋषिकेष में भी रुके। यहां पर होटल में ठहरने, खाने-पीने के बिलों के भुगतान में एक भाजपा नेता की भूमिका पुलिस जांच में सामने आ रही है। संबंधित भाजपा नेता के नाम के खुलासे को लेकर पुलिस बच रही है और कोई भी अधिकारी इस पर खुलकर बोलने को तैयार नहीं है। CM बार-बार बोले- सरकार गिराने को रचा षड़यंत्र मुख्यमंत्री सुक्खू 27 फरवरी से लेकर बार-बार कह रहे हैं कि हिमाचल सरकार को गिराने के लिए षड़यंत्र रचा गया है। धन बल का इस्तेमाल किया गया। विधायकों को करोड़ों रुपए दिए गए। पिछले कल भी मुख्यमंत्री सुक्खू ने सरकार गिराने के लिए षड़यंत्र रचने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात को दोहराया। फाइव- सेवन स्टार होटलों में ठहराया, हेलिकॉप्टर से बागियों को ले गए आशीष शर्मा और चैतन्य शर्मा के पिता राकेश शर्मा पर आरोप है कि इन्होंने सरकार को गिराने के लिए विधायकों के फाइव से सेवन स्टार होटलों में ठहराने की व्यवस्था की और हेलीकाप्टर से बागी विधायकों को ले जाने में मदद की। अब चैतन्य को भी इस केस में जांच के लिए तलब किया गया है। चैतन्य के रिटायर IAS पिता पर ये आरोप पुलिस को दी शिकायत आरोप लगाया गया कि गगरेट के विधायक चैतन्य शर्मा के पिता राकेश शर्मा उत्तराखंड में चीफ सेक्रेटरी के पद पर रहे हैं। उन्होंने सरकार गिराने के लिए षड़यंत्र रचा है। इसी मामले में आशीष और राकेश शर्मा केस को खत्म करने के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा भी खटखटा चुके हैं। बता दें कि राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोट के बाद क्रॉस वोट देने वाले विधायक करीब एक महीने तक प्रदेश से बाहर चंडीगढ़, उत्तराखंड और गुड़गांव में रहे। एक जगह से दूसरे स्थान पर ये विधायक हेलिकॉप्टर से लाए व ले जाए गए। हिमाचल सरकार को गिराने के षड़यंत्र से जुड़े केस में आज हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रचार सलाहकार रहे तरुण भंडारी और उत्तराखंड भाजपा के एक बड़े नेता को शिमला पुलिस ने तलब किया है। इन दोनों को बालूगंज पुलिस के सामने पेश होने को कहा गया है। इस बीच खट्टर के प्रचार सलाहाकार तरुण भंडारी ने पिछले कल ही हिमाचल हाईकोर्ट (HC) ने अग्रिम जमानत ले ली है। भंडारी पर आरोप है कि उन्होंने हिमाचल के बागी विधायकों के खाने-पीने व ठहरने की पंचकूला में व्यवस्था की और बिल का भुगतान उनके कहने पर एक फॉर्मा कंपनी ने किया। इसका खुलासा फॉर्मा कंपनी ने पुलिस पूछताछ में किया है। हमीरपुर के पूर्व विधायक आशीष शर्मा और चैतन्य शर्मा के रिटायर IAS पिता राकेश शर्मा, इन दोनों के दो सहयोगियों को भी शिमला पुलिस ने आज ही थाने बुलाया है। इन चारों को बीते 13 जून को भी पुलिस बुला चुकी है। मगर तब चारों हाजिर नहीं हुए। इसलिए आज दोबारा से बुलाया गया है। इन्हें कल थाने में पेश होने के फरमान आशीष शर्मा और गगरेट के पूर्व विधायक चैतन्य शर्मा सहित एक अन्य को अगले कल बुलाया गया है। यानी आज और कल सरकार गिराने के षड़यंत्र से जुड़े केस में कुल सात लोगों से पूछताछ होगी। इस केस में पूर्व विधायक चैतन्य शर्मा पहली बार पुलिस के सामने पेश होंगे, जबकि इसी केस में उनके रिटायर IAS पिता के राकेश शर्मा खिलाफ पहले से मामला दर्ज है। वह कई बार बालूगंज थाना में पेश हो चुके हैं। इन्होंने दर्ज करा रखी FIR दरअसल, कांग्रेस के विधायक संजय अवस्थी और भुवनेश्वर गौड़ की शिकायत पर बालूगंज थाना में बीते 10 मार्च FIR कराई। इस केस में पुलिस जांच में जुटी हुई है और साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि राज्यसभा सांसद चुनाव के बाद कांग्रेस के छह बागी समेत तीन निर्दलीय विधायकों के चंडीगढ़ में होटल में ठहरने, खाने-पीने के बिलों का भुगतान एक फॉर्मा कंपनी ने किया है। इन बिलों के भुगतान में मनोहर लाल खट्टर के प्रचार सलाहकार तरुण भंडारी की भूमिका बताई जा रही है। उत्तराखंड में BJP नेता ने किया बिल का भुगतान चंडीगढ़ के बाद राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोट करने वाले विधायक कुछ दिन उत्तराखंड के ऋषिकेष में भी रुके। यहां पर होटल में ठहरने, खाने-पीने के बिलों के भुगतान में एक भाजपा नेता की भूमिका पुलिस जांच में सामने आ रही है। संबंधित भाजपा नेता के नाम के खुलासे को लेकर पुलिस बच रही है और कोई भी अधिकारी इस पर खुलकर बोलने को तैयार नहीं है। CM बार-बार बोले- सरकार गिराने को रचा षड़यंत्र मुख्यमंत्री सुक्खू 27 फरवरी से लेकर बार-बार कह रहे हैं कि हिमाचल सरकार को गिराने के लिए षड़यंत्र रचा गया है। धन बल का इस्तेमाल किया गया। विधायकों को करोड़ों रुपए दिए गए। पिछले कल भी मुख्यमंत्री सुक्खू ने सरकार गिराने के लिए षड़यंत्र रचने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात को दोहराया। फाइव- सेवन स्टार होटलों में ठहराया, हेलिकॉप्टर से बागियों को ले गए आशीष शर्मा और चैतन्य शर्मा के पिता राकेश शर्मा पर आरोप है कि इन्होंने सरकार को गिराने के लिए विधायकों के फाइव से सेवन स्टार होटलों में ठहराने की व्यवस्था की और हेलीकाप्टर से बागी विधायकों को ले जाने में मदद की। 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