हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के कुलपति का अतिरिक्त कार्यभार देख रहे प्रो. सत प्रकाश बंसल ने अतिरिक्त कार्यभार से मुक्ति की मांग की है। उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए राज्य सरकार से इस अतिरिक्त जिम्मेदारी से मुक्त करने की मांग की है। प्रो. सत प्रकाश बंसल केंद्रीय विश्वविद्यालय में भी कुलपति है, HPU का वह अतिरिक्त भार महसूस कर रहे। बता दें कि वे पिछले तीन साल से एचपीयू के कुलपति का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे हैं। प्रो. बंसल ने अपने कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाईं शिमला में आयोजित प्रेस वार्ता में प्रो. बंसल ने अपने कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाईं। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। इन बदलावों के सकारात्मक परिणाम भी दिखने लगे हैं। प्रो. बंसल ने बताया कि एचपीयू का दूसरा कैंपस जल्द ही घनाहट्टी में तैयार हो जाएगा। विश्वविद्यालय नई शिक्षा नीति को लागू करने की दिशा में तेजी से काम कर रहा है। साथ ही छात्रों की सुविधाओं के लिए भी कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। तीन सालों से नहीं मिला अतिरिक्त कुलपति बता दें कि प्रो. बंसल केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति हैं। उसके साथ ही वह एचपीयू का अतिरिक्त प्रभार भी संभाल रहे हैं और अतिरिक्त भार देखते हुए उन्हें तीन सालों का समय हो गया है। इससे पहले भी वह सरकार से इस भार से मुक्त करने की मांग कर चुके है। ऐसे में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के पास बीते तीन सालों से अपना स्थाई कुलपति नहीं है। जिसके कारण समय समय पर सरकार की कार्य प्रणाली पर भी सवाल उठ रहे है। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के कुलपति का अतिरिक्त कार्यभार देख रहे प्रो. सत प्रकाश बंसल ने अतिरिक्त कार्यभार से मुक्ति की मांग की है। उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए राज्य सरकार से इस अतिरिक्त जिम्मेदारी से मुक्त करने की मांग की है। प्रो. सत प्रकाश बंसल केंद्रीय विश्वविद्यालय में भी कुलपति है, HPU का वह अतिरिक्त भार महसूस कर रहे। बता दें कि वे पिछले तीन साल से एचपीयू के कुलपति का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे हैं। प्रो. बंसल ने अपने कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाईं शिमला में आयोजित प्रेस वार्ता में प्रो. बंसल ने अपने कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाईं। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। इन बदलावों के सकारात्मक परिणाम भी दिखने लगे हैं। प्रो. बंसल ने बताया कि एचपीयू का दूसरा कैंपस जल्द ही घनाहट्टी में तैयार हो जाएगा। विश्वविद्यालय नई शिक्षा नीति को लागू करने की दिशा में तेजी से काम कर रहा है। साथ ही छात्रों की सुविधाओं के लिए भी कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। तीन सालों से नहीं मिला अतिरिक्त कुलपति बता दें कि प्रो. बंसल केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति हैं। उसके साथ ही वह एचपीयू का अतिरिक्त प्रभार भी संभाल रहे हैं और अतिरिक्त भार देखते हुए उन्हें तीन सालों का समय हो गया है। इससे पहले भी वह सरकार से इस भार से मुक्त करने की मांग कर चुके है। ऐसे में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के पास बीते तीन सालों से अपना स्थाई कुलपति नहीं है। जिसके कारण समय समय पर सरकार की कार्य प्रणाली पर भी सवाल उठ रहे है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
