In Pics: काशी में दिखी गंगा-जमुनी तहजीब, मुस्लिम महिलाओं ने मनाया गुरु पूर्णिमा का पर्व In Pics: काशी में दिखी गंगा-जमुनी तहजीब, मुस्लिम महिलाओं ने मनाया गुरु पूर्णिमा का पर्व उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड योगी आदित्यनाथ PM और अखिलेश यादव सीएम…, UP की सियासी हलचल के बीच ये भविष्यवाणी बढ़ाएगी टेंशन
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Nawada Fire: ‘ऐसी घटना करने की हिमाकत…’, नवादा अग्निकांड पर चिराग पासवान के दिखे कड़े तेवर
Nawada Fire: ‘ऐसी घटना करने की हिमाकत…’, नवादा अग्निकांड पर चिराग पासवान के दिखे कड़े तेवर <p style=”text-align: justify;”><strong>Nawada Fire:</strong> केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री चिराग पासवान ने बिहार के नवादा जिले में मकानों को जलाए जाने की घटना की निंदा करते हुए गुरुवार को कहा कि राज्य सरकार मामले की जांच कर रही है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. एनडीए सरकार का प्रमुख सहयोगी होने के नाते मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मांग करता हूं कि ऐसे दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कठोर से कठोर सजा दी जाए और पीड़ितों के लिए आर्थिक मदद का हर संभव प्रावधान करें. ऐसी घटना करने की हिमाकत भविष्य में कोई भी न कर सके इसके लिए न्यायिक जांच की मांग करता हूं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>घटनास्थल का दौरा करेंगे चिराग पासवान</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>चिराग पासवान ने कहा कि पीड़ित परिजनों के प्रति मेरी और मेरी पार्टी की तरफ से गहरी संवेदना है, मैं जल्द ही घटनास्थल का दौरा कर पीड़ित परिजनों से मुलाकात करूंगा. उन्होंने ‘वर्ल्ड फूड इंडिया 2024’ समारोह से इतर संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह दुखद घटना है. यह निंदनीय और शर्मनाक है. मैं राज्य सरकार के साथ संपर्क में हूं. सबसे पहले तो यह सुनिश्चित करना होगा कि पीड़ितों का पुनर्वास हो और घायलों का उपचार हो'</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>नवादा अग्निकांड को लेकर निशाने पर नीतीश सरकार</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि नवादा के महादलित टोला में बुधवार की शाम लगभग 70 से 80 मकानों को जलाए जाने की घटना को लेकर पूरे देश में सियासत गरमाई हुई है. इस मामले को लेकर नीतीश सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है. वहीं, एक दिन बाद पुलिस ने अब तक 15 लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के अनुसार प्रारंभिक जांच से संकेत मिलता है कि घटना का कारण भूमि विवाद है और इस संबंध में मामला दर्ज कर जांच की जा रही है. मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढे़ं: <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/tejashwi-yadav-attacks-rss-and-jitan-ram-manjhi-over-nawada-fire-ann-2786810″>Nawada Fire: जीतन राम मांझी के आरोप पर भड़के तेजस्वी यादव, RSS का नाम लेकर कह गए बहुत कुछ</a></strong></p>
सीतामढ़ी सांसद देवेश चंद्र ठाकुर का विवादित बयान, ‘यादव और मुसलमानों का नहीं करेंगे काम क्योंकि…’
सीतामढ़ी सांसद देवेश चंद्र ठाकुर का विवादित बयान, ‘यादव और मुसलमानों का नहीं करेंगे काम क्योंकि…’ <p style=”text-align: justify;”><strong>Bihar Politics:</strong> बिहार के सीतामढ़ी से नव निर्वाचित सांसद देवेश चंद्र ठाकुर का विवादित बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि वे पिछले 22 सालों से राजनीति में सक्रिय है इस दौरान उन्होंने यादव और मुसलमानों के लिए सबसे ज्यादा काम किया है लेकिन अब वे यादव और मुसलमान का काम नही करेंगे. कोई अगर इस जाति का है और उनके यहां काम करवाने आता है तो आए जरूर चाय नाश्ता करें और वापस जाए मैं उनका काम नहीं करूंगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>‘तीर के निशान में पीएम मोदी का चेहरा देखते हैं’</strong><br />सांसद देवेश चंद्र ठाकुर ने आगे कहा कि जब यादव और मुसलमान वोट डालते समय तीर के निशान में पीएम मोदी का चेहरा देखते हैं, तो मै आपके लिए काम करते हुए लालू और लालटेन का चेहरा क्यों न देखूं. मेरे यादव और मुसलमान भाई आइए जरूर आइए, चाय पीजिए, मिठाई खाइए, लेकिन काम की बात नहीं कीजिए, क्योंकि मैं आपका काम नहीं करूंगा. मैं पहली बार ये कह रहा हूं और अब मैं यही करूंगा. जेडीयू सांसद के बयान के बाद एक नया विवाद खड़ा हो गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बिहार विधान परिषद सभापति भी रह चुके है देवेश चंद्र ठाकुर</strong><br />बता दें कि सांसद बनने से पहले देवेश चंद्र ठाकुर बिहार विधान परषिद के सभापति थे. 25 अगस्त 2022 को उन्हें सभापति चुना गया था. 2024 के <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> में उन्होंने सीतामढ़ी से चुनाव लड़ा चुनाव जीतने के बाद अब देवेश चंद्र ठाकुर सभापति पद से इस्तीफा दे चुके हैं. उनके इस्तीफा देने से सभापति की कुर्सी भी खाली हो गई है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि सीतामढ़ी सीट से जेडीयू नेता देवेश चंद्र ठाकुर ने राष्ट्रीय जनता दल के अर्जुन राय को 51356 वोटों से मात दी थी. देवेश चंद्र ठाकुर को 515719 वोट मिले थे तो वहीं अर्जुन राय को 464363 वोट मिले थे. वहीं सैकुआ नवाज़ अज़मत तीसरे नंबर पर रही थी उन्हें 28912 वोट मिले थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें: <a title=”Bihar Thana Fire: कैमूर के मोहनिया थाना परिसर में लगी भीषण आग, धू-धू कर जलीं बाइकें, फायर बिग्रेड ने पाया काबू” href=”https://www.abplive.com/states/bihar/bikes-burnt-to-ashes-due-to-fire-in-mohania-police-station-kaimur-2716639″ target=”_blank” rel=”noopener”>Bihar Thana Fire: कैमूर के मोहनिया थाना परिसर में लगी भीषण आग, धू-धू कर जलीं बाइकें, फायर बिग्रेड ने पाया काबू</a></strong></p>
कुल्लू भूतनाथ पुल 6 साल में पूरी तरह बहाल नहीं:2018 में दरार पड़ने से किया बंद; 2023 में सिर्फ छोटे वाहनों की आवाजाही शुरू
कुल्लू भूतनाथ पुल 6 साल में पूरी तरह बहाल नहीं:2018 में दरार पड़ने से किया बंद; 2023 में सिर्फ छोटे वाहनों की आवाजाही शुरू कुल्लू में बहुचर्चित भूतनाथ पुल खराहल घाटी को जोड़ता है। कुल्लू बस अड्डा से जोड़ने के लिए इस पुल का शिलान्यास तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने किया और धूमल सरकार ने निर्माण पूरा कराया। जय राम सरकार के दौरान दिसंबर 2018 में पुल पर दरार पड़ने से असुरक्षित घोषित कर दिया। वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई। इसके बाद मिशन चंद्रमा भी पूर्ण हो गया। लेकिन इस पुल की मरम्मत नहीं हो सकी। विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने पुल के मुद्दे को जनता के बीच जमकर भुनाया। सत्ता में आने पर पुल के पास गेट भी बनाया और मरम्मत भी 2023 में पूर्ण की। लेकिन अब तक छोटे वाहन ही इस पुल से गुजरते हैं। बड़े वाहनों के लिए यह पुल 6 सालों से बहाल नहीं हो सका। 10 करोड़ की लागत से हुआ पुल का निर्माण कुल्लू जिले में ब्यास नदी पर 10 करोड़ रुपए की लागत से पुल का निर्माण किया है। पुल के झुके स्थान पर पिलर लगाकर मरम्मत का कार्य किया गया। इससे पहले पुल के साथ पुराना पुल खराहल को जोड़ता था। 96 मीटर लंबा डबल लेन नया भूतनाथ पुल बीच में झुक गया था। झुकी हुई जगह पर पिलर देकर ही इसकी मरम्मत की। फ्रांस की फ्रेशनेट मिनाट कंपनी ने यह हल निकाला था। 2.68 करोड़ रुपए से हुई मरम्मत डबल लेन भूतनाथ पुल की 2.68 करोड़ रुपए से मरम्मत कार्य फ्रांस की फ्रेशनेट मिनाट इंडिया इंटरनेशनल कंपनी ने की। मरम्मत के बाद इस पुल पर छोटे वाहन ही चल सके। बड़े वाहनों पर पूरी तरह से प्रतिबंध है। बाहर से वॉल्वो बसें गुजरने से यात्रियों को परेशानी पुल पर बड़े वाहनों की आवाजाही बन्द होने और आखाड़ा बाज़ार सड़क वन वे करने से मनाली चलने बाली वॉल्वो बसें लेफ्ट बैंक सड़क मार्ग से गुजरती हैं। यात्रियों को शनि मंदिर के पास अंधेरे में इंतजार करने से परेशानी झेलनी पड़ती है।