<p style=”text-align: justify;”><strong>Jhansi Medical College Fire Live Updates: </strong>उत्तर प्रदेश के झांसी में महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के बच्चों के वार्ड में शुक्रवार (15 नवंबर) रात आग लगने से कम से कम 10 शिशुओं की मौत हो गई जबकि 16 बच्चे गंभीर रूप से झुलस गए. झांसी के जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने संवाददाताओं को बताया कि अस्पताल की नवजात शिशु देखभाल इकाई (एनआईसीयू) में दस बजकर 45 मिनट पर संभवत: शार्ट सर्किट से आग लग गई.</p>
<p>झांसी मेडिकल कॉलेज अग्निकांड पर योगी सरकार ने आर्थिक मदद का ऐलान किया है. मृतक बच्चों के परिजनों को 5-5 लाख और घायलों को 50 हजार की आर्थिक मदद करेगी सरकार.</p>
<p>वहीं डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने झांसी मेडिकल कॉलेज पहुंचकर घटना का निरीक्षण किया. डिप्टी सीएम ने कहा-“फरवरी में अग्नि सुरक्षा ऑडिट किया गया था। जून में मॉक ड्रिल भी की गई थी. यह घटना कैसे हुई और क्यों हुई, जांच रिपोर्ट आने के बाद ही हम इस बारे में कुछ कह सकते हैं.सात नवजात शिशुओं के शवों की पहचान कर ली गई है, तीन शवों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है. नवजात शिशुओं के परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>अस्पताल पहुंचे झांसी के मंडल आयुक्त विमल दुबे ने संवाददाताओं को बताया कि एनआईसीयू के भीतरी हिस्से में करीब 30 बच्चे थे और उनमें से अधिकतर को निकाल लिया गया था. झांसी की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) सुधा सिंह ने शनिवार को बताया कि इस हादसे में गंभीर रूप से झुलसे 16 बच्चों का इलाज जारी है। इस हादसे के समय एनआईसीयू में 50 से अधिक बच्चे भर्ती थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>झांसी के पास स्थित महोबा जिले के एक दंपति ने इस हादसे में अपने नवजात बच्चे को खो दिया है. बच्चे की मां ने संवाददाताओं को बताया कि उनके बच्चे का जन्म 13 नवंबर को सुबह आठ बजे हुआ था, उन्होंने रोते हुए कहा, ‘‘मेरा बच्चा आग में जलकर मर गया.’’</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Jhansi Medical College Fire Live Updates: </strong>उत्तर प्रदेश के झांसी में महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के बच्चों के वार्ड में शुक्रवार (15 नवंबर) रात आग लगने से कम से कम 10 शिशुओं की मौत हो गई जबकि 16 बच्चे गंभीर रूप से झुलस गए. झांसी के जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने संवाददाताओं को बताया कि अस्पताल की नवजात शिशु देखभाल इकाई (एनआईसीयू) में दस बजकर 45 मिनट पर संभवत: शार्ट सर्किट से आग लग गई.</p>
<p>झांसी मेडिकल कॉलेज अग्निकांड पर योगी सरकार ने आर्थिक मदद का ऐलान किया है. मृतक बच्चों के परिजनों को 5-5 लाख और घायलों को 50 हजार की आर्थिक मदद करेगी सरकार.</p>
<p>वहीं डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने झांसी मेडिकल कॉलेज पहुंचकर घटना का निरीक्षण किया. डिप्टी सीएम ने कहा-“फरवरी में अग्नि सुरक्षा ऑडिट किया गया था। जून में मॉक ड्रिल भी की गई थी. यह घटना कैसे हुई और क्यों हुई, जांच रिपोर्ट आने के बाद ही हम इस बारे में कुछ कह सकते हैं.सात नवजात शिशुओं के शवों की पहचान कर ली गई है, तीन शवों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है. नवजात शिशुओं के परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>अस्पताल पहुंचे झांसी के मंडल आयुक्त विमल दुबे ने संवाददाताओं को बताया कि एनआईसीयू के भीतरी हिस्से में करीब 30 बच्चे थे और उनमें से अधिकतर को निकाल लिया गया था. झांसी की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) सुधा सिंह ने शनिवार को बताया कि इस हादसे में गंभीर रूप से झुलसे 16 बच्चों का इलाज जारी है। इस हादसे के समय एनआईसीयू में 50 से अधिक बच्चे भर्ती थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>झांसी के पास स्थित महोबा जिले के एक दंपति ने इस हादसे में अपने नवजात बच्चे को खो दिया है. बच्चे की मां ने संवाददाताओं को बताया कि उनके बच्चे का जन्म 13 नवंबर को सुबह आठ बजे हुआ था, उन्होंने रोते हुए कहा, ‘‘मेरा बच्चा आग में जलकर मर गया.’’</p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड Maharashtra: दूल्हे की छूट जाती ट्रेन, X पर इंडियन रेलवे से मांगी मदद, फिर दुल्हन के घर ऐसे पहुंची बारात