<p style=”text-align: justify;”><strong>Jharkhand News:</strong> झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण के बाद से अब कैबिनेट विस्तार पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं. सवाल उठ रहा है कि यह कब होगा? प्रचंड बहुमत होने के बावजूद अब तक मंत्रिमंडल विस्तार की डेट स्पष्ट न होने से सियासत भी जमकर हो रही है. इसको लेकर बीजेपी भी अब सवाल उठा रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>हालांकि, सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार एक हफ्ते के अंदर कैबिनेट का विस्तार हो सकता है. 9 दिसंबर से 12 दिसंबर तक विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया है, जिसमें हेमंत को बहुमत साबित करना है. सत्र से पहले ही मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है जिसमें सामाजिक और क्षेत्रीय संतुलन का आधार दिखेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>झारखंड में महागठबंधन ने 81 में से 56 सीटों पर जीत दर्ज की है, जिसमें झामुमो 34, कांग्रेस 16, आरजेडी 4 और सीपीआई (एमएल) ने दो सीटों पर जीत हासिल की है. मंत्रिमंडल में सीएम समेत अधिकतम 12 मंत्री रह सकते हैं. झामुमो से 6, कांग्रेस से 4, आरजेडी कोटे से एक मंत्री शपथ ले सकते हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इन लोगों को मिल सकता है मौका</strong><br />वहीं सीपीआई (एमएल) मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होता है, लेकिन अगर पार्टी की ओर मांग उठती है तो महागठबंधन उसपर विचार कर सकता है. जेएमएम कोटे से दीपक बीरुआ, रामदास सोरेन, हफीजुल हसन फिर से मंत्री बन सकते हैं. लुईस मरांडी या सविता महतो में से एक को मंत्री बनाया जा सकता है. सविता महतो नहीं बनती हैं तो मथुरा महतो को मौका मिल सकता है. अनंत प्रताप देव, सुदिव्य सोनू भी रेस में हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं कांग्रेस कोटे की बात करें तो जेल में बंद पूर्व मंत्री आलमगीर आलम की पत्नी निशात आलाम या इरफान अंसारी में से एक को मंत्री बनाया जा सकता है. निशात आलम ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी आजसू पार्टी के अजहर इस्लाम को 86029 मतों से हराया है. पाकुड़ में अब तक हुए चुनाव में किसी भी उम्मीदवार ने इतनी बड़ी जीत नहीं हासिल की है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इरफान अंसारी पिछली सरकार में भी मंत्री थे. आलमगीर के जेल जाने के बाद कांग्रेस कोटे से मंत्री बनाया गया था. रामेश्वर उरांव फिर से मंत्री बन सकते हैं. राजेश कश्यप, सुरेश बैठा, अनुप सिंह, दीपिका पांडे भी रेस में शामिल हैं. दीपिका पिछली सरकार में भी मंत्री थीं. वहीं आरजेडी से सुरेश पासवान (देवघर) या संजय यादव (गोड्डा) को मंत्री बनाया जा सकता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बीजेपी ने क्या कहा?</strong><br />मंत्रिमंडल विस्तार को बीजेपी के वरिष्ठ प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा, अब तक के इतिहास के सबसे बड़े मैंडेट से महागठबंधन की सरकार बनी है, लेकिन जब कैबिनेट का शपथ ग्रहण समारोह हुआ तो मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अकेले शपथ लिया. मंत्रिमंडल के बंटवारे को लेकर आपस में खींचतान शुरू हो गई है, जो अच्छा संदेश नहीं है. पांच विधायक पर एक मंत्री बनाने का फार्मूला बताया जा रहा है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>यह कांग्रेस और आरजेडी को मंजूर नहीं है. इस मसले पर जिस तरह की खींचतान चल रही है उससे अच्छा रहता ये लोग झारखंड के विकास के लिए अपनी एनर्जी लगाते. जिस सकारात्मक शुरुआत की हमने उम्मीद की थी वो दिख नहीं रही है. व्यक्तिगत महत्वकांक्षा और पार्टी के लिए ज्यादा पद लेना महागठबंधन के नेताओं के लिए महत्वपूर्ण हो गया है. यही दिख रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कांग्रेस -झामुमो नेताओं ने क्या कहा?</strong><br />झारखंड कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता राजेश ठाकुर ने कहा, मंत्रिमंडल विस्तार में देरी हो रही है इस तरह की कोई बात ही नहीं है. महाराष्ट्र में एनडीए को पूर्ण बहुमत है, लेकिन वहां अब तक कोई फैसला नहीं हो पाया है. झारखंड को लेकर लोगों को बहुत जल्दबाजी रहती है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शपथ ले चुके हैं. अब उन्हें तय करना है कि मंत्रिमंडल विस्तार कब होगा. वैसे बहुत जल्द मंत्रिमंडल का विस्तार होने जा रहा है और सभी दलों की भागीदारी उसमें होगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जेएमएम प्रवक्ता तनुज खत्री ने कहा, प्रचंड जनादेश के साथ झारखंड में जनता ने महागठबंधन की सरकार बनाई है. जनता ने 56 सीटों के साथ हेमंत सोरेन को फिर से मुख्यमंत्री बनाया है. हेमंत मुख्यमंत्री पद की शपथ ले लिए हैं, जल्द से जल्द मंत्रिमंडल का विस्तार होगा. सभी दलों की भागीदारी होगी. मंत्रिमंडल विस्तार मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार होता है. हेमंत ने कहा है कि जल्द होगा. जनता ने स्पष्ट जनादेश दिया है जिसमें बीजेपी के लिए झारखंड की राजनीति में अब कोई जगह नहीं बची है.</p>
<div id=”article-hstick-inner” class=”abp-story-detail “>
<p><strong>ये भी पढ़ें- <a title=”Jharkhand: सीएम पद की शपथ लेते ही एक्शन में दिखे हेमंत सोरेन, मंजूनाथ भजंत्री को रांची का बनाया DC” href=”https://www.abplive.com/states/jharkhand/jharkhand-cm-hemant-soren-make-ias-manjunath-bhajantri-dc-of-ranchi-again-2832987″ target=”_self”>Jharkhand: सीएम पद की शपथ लेते ही एक्शन में दिखे हेमंत सोरेन, मंजूनाथ भजंत्री को रांची का बनाया DC</a></strong></p>
</div> <p style=”text-align: justify;”><strong>Jharkhand News:</strong> झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण के बाद से अब कैबिनेट विस्तार पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं. सवाल उठ रहा है कि यह कब होगा? प्रचंड बहुमत होने के बावजूद अब तक मंत्रिमंडल विस्तार की डेट स्पष्ट न होने से सियासत भी जमकर हो रही है. इसको लेकर बीजेपी भी अब सवाल उठा रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>हालांकि, सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार एक हफ्ते के अंदर कैबिनेट का विस्तार हो सकता है. 9 दिसंबर से 12 दिसंबर तक विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया है, जिसमें हेमंत को बहुमत साबित करना है. सत्र से पहले ही मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है जिसमें सामाजिक और क्षेत्रीय संतुलन का आधार दिखेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>झारखंड में महागठबंधन ने 81 में से 56 सीटों पर जीत दर्ज की है, जिसमें झामुमो 34, कांग्रेस 16, आरजेडी 4 और सीपीआई (एमएल) ने दो सीटों पर जीत हासिल की है. मंत्रिमंडल में सीएम समेत अधिकतम 12 मंत्री रह सकते हैं. झामुमो से 6, कांग्रेस से 4, आरजेडी कोटे से एक मंत्री शपथ ले सकते हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इन लोगों को मिल सकता है मौका</strong><br />वहीं सीपीआई (एमएल) मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होता है, लेकिन अगर पार्टी की ओर मांग उठती है तो महागठबंधन उसपर विचार कर सकता है. जेएमएम कोटे से दीपक बीरुआ, रामदास सोरेन, हफीजुल हसन फिर से मंत्री बन सकते हैं. लुईस मरांडी या सविता महतो में से एक को मंत्री बनाया जा सकता है. सविता महतो नहीं बनती हैं तो मथुरा महतो को मौका मिल सकता है. अनंत प्रताप देव, सुदिव्य सोनू भी रेस में हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं कांग्रेस कोटे की बात करें तो जेल में बंद पूर्व मंत्री आलमगीर आलम की पत्नी निशात आलाम या इरफान अंसारी में से एक को मंत्री बनाया जा सकता है. निशात आलम ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी आजसू पार्टी के अजहर इस्लाम को 86029 मतों से हराया है. पाकुड़ में अब तक हुए चुनाव में किसी भी उम्मीदवार ने इतनी बड़ी जीत नहीं हासिल की है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इरफान अंसारी पिछली सरकार में भी मंत्री थे. आलमगीर के जेल जाने के बाद कांग्रेस कोटे से मंत्री बनाया गया था. रामेश्वर उरांव फिर से मंत्री बन सकते हैं. राजेश कश्यप, सुरेश बैठा, अनुप सिंह, दीपिका पांडे भी रेस में शामिल हैं. दीपिका पिछली सरकार में भी मंत्री थीं. वहीं आरजेडी से सुरेश पासवान (देवघर) या संजय यादव (गोड्डा) को मंत्री बनाया जा सकता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बीजेपी ने क्या कहा?</strong><br />मंत्रिमंडल विस्तार को बीजेपी के वरिष्ठ प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा, अब तक के इतिहास के सबसे बड़े मैंडेट से महागठबंधन की सरकार बनी है, लेकिन जब कैबिनेट का शपथ ग्रहण समारोह हुआ तो मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अकेले शपथ लिया. मंत्रिमंडल के बंटवारे को लेकर आपस में खींचतान शुरू हो गई है, जो अच्छा संदेश नहीं है. पांच विधायक पर एक मंत्री बनाने का फार्मूला बताया जा रहा है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>यह कांग्रेस और आरजेडी को मंजूर नहीं है. इस मसले पर जिस तरह की खींचतान चल रही है उससे अच्छा रहता ये लोग झारखंड के विकास के लिए अपनी एनर्जी लगाते. जिस सकारात्मक शुरुआत की हमने उम्मीद की थी वो दिख नहीं रही है. व्यक्तिगत महत्वकांक्षा और पार्टी के लिए ज्यादा पद लेना महागठबंधन के नेताओं के लिए महत्वपूर्ण हो गया है. यही दिख रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कांग्रेस -झामुमो नेताओं ने क्या कहा?</strong><br />झारखंड कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता राजेश ठाकुर ने कहा, मंत्रिमंडल विस्तार में देरी हो रही है इस तरह की कोई बात ही नहीं है. महाराष्ट्र में एनडीए को पूर्ण बहुमत है, लेकिन वहां अब तक कोई फैसला नहीं हो पाया है. झारखंड को लेकर लोगों को बहुत जल्दबाजी रहती है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शपथ ले चुके हैं. अब उन्हें तय करना है कि मंत्रिमंडल विस्तार कब होगा. वैसे बहुत जल्द मंत्रिमंडल का विस्तार होने जा रहा है और सभी दलों की भागीदारी उसमें होगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जेएमएम प्रवक्ता तनुज खत्री ने कहा, प्रचंड जनादेश के साथ झारखंड में जनता ने महागठबंधन की सरकार बनाई है. जनता ने 56 सीटों के साथ हेमंत सोरेन को फिर से मुख्यमंत्री बनाया है. हेमंत मुख्यमंत्री पद की शपथ ले लिए हैं, जल्द से जल्द मंत्रिमंडल का विस्तार होगा. सभी दलों की भागीदारी होगी. मंत्रिमंडल विस्तार मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार होता है. हेमंत ने कहा है कि जल्द होगा. जनता ने स्पष्ट जनादेश दिया है जिसमें बीजेपी के लिए झारखंड की राजनीति में अब कोई जगह नहीं बची है.</p>
<div id=”article-hstick-inner” class=”abp-story-detail “>
<p><strong>ये भी पढ़ें- <a title=”Jharkhand: सीएम पद की शपथ लेते ही एक्शन में दिखे हेमंत सोरेन, मंजूनाथ भजंत्री को रांची का बनाया DC” href=”https://www.abplive.com/states/jharkhand/jharkhand-cm-hemant-soren-make-ias-manjunath-bhajantri-dc-of-ranchi-again-2832987″ target=”_self”>Jharkhand: सीएम पद की शपथ लेते ही एक्शन में दिखे हेमंत सोरेन, मंजूनाथ भजंत्री को रांची का बनाया DC</a></strong></p>
</div> झारखंड कोर्ट के आदेश की अवहेलना करना थानेदार को पड़ा महंगा, वेतन रोकने और खाता सीज करने के निर्देश