<p style=”text-align: justify;”><strong>Haryana Jind Road Accident:</strong> हरियाणा के जींद में दर्दनाक सड़क हादसा हुआ है. इस हादसे में सात लोगों मौत हो गई है, जबकि आठ लोग घायल हैं. हिसार-चंडीगढ़ नेशनल हाइवे पर देर रात एक बजे के आस-पास यह हादसा हुआ. टाटा मैजिक को ट्रक ने पीछे से टक्कर मार दी. इसके बाद टाटा मैजिक खड्डे में जाकर पलट गई. सूचना के मुताबिक टाटा मैजिक में सवार लोग कुरुक्षेत्र से गोगामेड़ी जा रहे थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मिली जानकारी के अनुसार, हरियाणा के कुरुक्षेत्र के मर्चहेड़ी गांव के 15 लोग टाटा मैजिक गाड़ी से राजस्थान के गोगामेड़ी जा रहे थे. बताया जा रहा है कि सोमवार शाम को ये लोग घर से निकले थे. इस दौरान नरवाना के बिधराना गांव के पास जब टाटा मैजिक पहुंची तो हिसार-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर गांव बिधराना और शिमला के बीच लक्कड़ी से लदे ट्रक ने पीछे से टक्कर मार दी.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Haryana Jind Road Accident:</strong> हरियाणा के जींद में दर्दनाक सड़क हादसा हुआ है. इस हादसे में सात लोगों मौत हो गई है, जबकि आठ लोग घायल हैं. हिसार-चंडीगढ़ नेशनल हाइवे पर देर रात एक बजे के आस-पास यह हादसा हुआ. टाटा मैजिक को ट्रक ने पीछे से टक्कर मार दी. इसके बाद टाटा मैजिक खड्डे में जाकर पलट गई. सूचना के मुताबिक टाटा मैजिक में सवार लोग कुरुक्षेत्र से गोगामेड़ी जा रहे थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मिली जानकारी के अनुसार, हरियाणा के कुरुक्षेत्र के मर्चहेड़ी गांव के 15 लोग टाटा मैजिक गाड़ी से राजस्थान के गोगामेड़ी जा रहे थे. बताया जा रहा है कि सोमवार शाम को ये लोग घर से निकले थे. इस दौरान नरवाना के बिधराना गांव के पास जब टाटा मैजिक पहुंची तो हिसार-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर गांव बिधराना और शिमला के बीच लक्कड़ी से लदे ट्रक ने पीछे से टक्कर मार दी.</p> हरियाणा गोपाल राय ने घोंडा में लोगों से किया संवाद, कहा- ‘CM के आदेश पर AAP के विधायक देगें काम का हिसाब’
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मुरादाबाद में सगे चाचा ने किया 5 साल के मासूम का कत्ल, सामने आई हैरान करने वाली वजह
मुरादाबाद में सगे चाचा ने किया 5 साल के मासूम का कत्ल, सामने आई हैरान करने वाली वजह <p style=”text-align: justify;”><strong>Moradabad News:</strong> उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है जहां संपत्ति के लिए चाचा ने पांच साल के मासूम भतीजे को मौत के घाट उतार दिया और शव को गन्ने के खेत में फेंक दिया था. पुलिस ने जब मामले की जांच शुरू की तो वो भी परिजनों के साथ बच्चे की तलाश करने का नाटक करने लगा. लेकिन, पुलिस के स्निफर डॉग ने बच्चे के कपड़े सूंघकर उसे पहचान लिया. पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो आरोपी चाचा ने अपना गुनाह कबूर कर लिया. </p>
<p style=”text-align: justify;”>मुरादाबाद के कांठ थाना में मोहल्ला ईदगाह नई बस्ती में नसीमुद्दीन उर्फ भूरा अपने परिवार के साथ रहता हैं. वह मेडिकल उपयोग में आने वाली पटि्टयों आदि सामान की मैन्युफैक्चरिंग करता है. उनका 5 साल का बेटा अबुजर 25 जुलाई को घर के बाहर खेल रहा था, दोपहर करीब एक बजे खेलते-खेलते वह अचानक गायब हो गया था. परिजनों ने उसकी गुमशुदगी का केस दर्ज कराया. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>डॉग स्क्वायड ने की आरोपी की पहचान</strong><br />पुलिस ने जब तलाश शुरू की तो डॉग स्क्वायड की मदद से बच्चे की लाश को गांव महमूदपुर माफी के जंगल में गन्ने के खेत से बरामद किया. बच्चे की लाश मिलने के बाद फॉरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए और रात में ही बच्चे के शव का पोस्टमार्टम कराया गया, बच्चे का गला दबाने के साथ ही उसके गले पर ब्लेड से भी वार किए गए थे. पुलिस ने जब जांच को आगे बढ़ाया तो स्निफर डॉग ने बच्चे के कपड़े सूघने के बाद चाचा जीशान को पहचान लिया और उसके पास खड़ा हो गया. </p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस ने जब उससे पूछताछ शुरू की तो उसने बताया कि वो बिजनौर के कॉलेज से डी-फार्मा की पढ़ाई कर रहा है. और नशे का आदी है. इसकी वजह से घरवाले अक्सर उसे डांटा पीटा करते थे. उसने बताया कि पिता आए दिन धमकी देते थे कि वह सारी जमीन जायदाद अपने पोते अबुज़र को देकर बाकी सभी को प्रॉपर्टी से बेदखल कर देंगे. इसी डर की वजह से उसने अपने 5 साल के भतीजे को ही रास्ते से हटा दिया. पुलिस ने उसके कब्जे से हत्या में इस्तेमाल किया गया ब्लेड भी बरामद किया है और आरोपी चाचा को गिरफ्तार कर लिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अगवा करने से पहले सीसीटीवी बंद किए</strong><br />जीशान ने बताया कि उसने पूरी प्लानिंग के बाद बच्चे को अगवा किया था. बच्चे को ले जाने से पहले उसने घर के सीसीटीवी बंद कर दिए और उसे गन्ना खिलाने के बहाने अपने साथ ले गया. बच्चे को खेत में ले जाकर उसने दोनों हाथों से उसका गला दबाकर हत्या कर दी. इसके बाद ब्लेड से उसकी गर्दन पर वार किए ताकि उसके जिंदा बचने की गुंजाइश न बचे. बच्चे की मां ने कहा कि परिवार को पहले से ही जीशान पर शक था. </p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस ने आरोपी को गिरफ्कार कर लिया है. उसकी निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल ब्लेड को भी बरामद कर लिया गया है. पुलिस आगे की विधिक कार्रवाई में जुट गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong> <a title=”सरयू का पावन जल लेकर निकलेगी कांवड़ियों की टोली, 29 जुलाई को लखनऊ-गोरखपुर एक्सप्रेसवे रहेगा बंद” href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/basti-traffic-advisory-for-kanwar-yatra-2024-lucknow-gorakhpur-highway-closed-on-29-july-ann-2748066″ target=”_self”>सरयू का पावन जल लेकर निकलेगी कांवड़ियों की टोली, 29 जुलाई को लखनऊ-गोरखपुर एक्सप्रेसवे रहेगा बंद</a></strong></p>
अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे पर AAP का चौंकाने वाला दावा, ‘बीजेपी के समर्थक भी कह रहे हैं कि…’
अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे पर AAP का चौंकाने वाला दावा, ‘बीजेपी के समर्थक भी कह रहे हैं कि…’ <p style=”text-align: justify;”><strong>Arvind Kejriwal Resignation:</strong> दिल्ली में अगले मुख्यमंत्री को लेकर सुगबुगाहट तेज है. इस बीच आम आदमी पार्टी (आप) के नेता और मंत्री सौरभ भारद्वाज ने सीएम अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के ऐलान को लेकर बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के समर्थक भी कह रहे हैं कि वाकई अरविंद केजरीवाल ने बड़ा कदम उठाया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>सौरभ भारद्वाज ने सोमवार (16 सितंबर) को प्रेस कॉफ्रेंस में कहा, ”मुख्यमंत्री ने ईमानदारी के नाम पर चुनाव लड़ने की बात की है. एक ईमानदार आदमी को जेल भेज दिया गया, पूरी केन्द्र सरकार फंसाने में लगी हुई थी. इसलिए बीजेपी को लेकर बहुत ज्यादा नराजगी है.” </p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”en”><a href=”https://twitter.com/hashtag/WATCH?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#WATCH</a> | Delhi Minister and AAP leader Saurabh Bharadwaj says, “It has never happened in history that a sitting Chief Minister, after coming out of jail, is himself announcing that if you consider me honest, then vote for me… This will be the first election in the country, in… <a href=”https://t.co/INkLP8sl3N”>pic.twitter.com/INkLP8sl3N</a></p>
— ANI (@ANI) <a href=”https://twitter.com/ANI/status/1835555691601555751?ref_src=twsrc%5Etfw”>September 16, 2024</a></blockquote>
<p style=”text-align: justify;”>
<script src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” async=”” charset=”utf-8″></script>
</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि दिल्ली में हर कोई कह रहा है कि चुनाव कब होगा. दिल्ली की जनता चाहती है कि चुनाव हो, केजरीवाल को मुख्यमंत्री चुनें. प्रधानमंत्री ने केजरीवाल को फंसाने की साजिश रची. मुख्यमंत्री को बदनाम करने की कोशिश की गई है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सारी एजेंसियां पीछे पड़ीं- सौरभ भारद्वाज</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>सौरभ भारद्वाज ने कहा, ”ये देश का पहला चुनाव होगा, जिसमें कोई मुख्यमंत्री कह रहा हो कि ये चुनाव ईमानदारी के नाम पर लड़ा जाएगा और वो भी तब, जब देश की केंद्र सरकार, सारी एजेंसियां, चाहे ईडी हो, सीबीआई हो, इनकम टैक्स हो, सारी एजेंसियां, मुख्यमंत्री के पीछे पड़ी हैं और उन्हें बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा, ”2 साल में भारतीय जनता पार्टी ने जो कुछ भी किया है, उसके बावजूद भी मुख्यमंत्री को अपनी जनता और अपनी ईमानदारी पर अभी भी भरोसा है. दिल्ली की जनता इतनी उत्सुक है कि चुनाव हो और वो वोट देकर अरविंद केजरीवाल को फिर से मुख्यमंत्री बनाए.”</p>
<p style=”text-align: justify;”> </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”दिल्ली विधानसभा भंग क्यों नहीं किया गया? अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के ऐलान के बाद आतिशी ने बताई वजह” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/atishi-explained-why-not-arvind-kejriwal-advise-to-dissolved-delhi-assembly-2784307″ target=”_self”>दिल्ली विधानसभा भंग क्यों नहीं किया गया? अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के ऐलान के बाद आतिशी ने बताई वजह</a></strong></p>
पंजाब सरकार पर राम रहीम का आरोप:SC में पूरे तथ्य नहीं रखे; कहा-HC में हम इनको रख चुके, सुप्रीम कोर्ट जारी कर चुका नोटिस
पंजाब सरकार पर राम रहीम का आरोप:SC में पूरे तथ्य नहीं रखे; कहा-HC में हम इनको रख चुके, सुप्रीम कोर्ट जारी कर चुका नोटिस पंजाब सरकार की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट के द्वारा जारी नोटिस पर डेरा प्रमुख राम रहीम की और प्रतिक्रिया आई है। डेरा प्रवक्ता की ओर से कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट में डेरा अपना पक्ष रखेगा। पंजाब सरकार की याचिका पर सवाल उठाते हुए डेरा प्रवक्ता ने कहा कि इस याचिका में अधूरे तथ्यों को सुप्रीम कोर्ट के सामने रखा गया है। इसका हम कानूनी जवाब सुप्रीम कोर्ट में जल्द ही पूरे तथ्यों के साथ दायर करेंगे। हमने पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट के समक्ष जब सभी तथ्यों को रखा था तो हाईकोर्ट ने इन केसों पर रोक लगा दी थीI सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार (18 अक्टूबर) को पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के उस आदेश पर रोक लगा दी, जिसमें गुरमीत राम रहीम के खिलाफ 2015 में पवित्र ग्रंथ श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के मामलों में ट्रायल पर रोक लगाई गई थी। इसलिए हाईकोर्ट गया था राम रहीम जस्टिस बीआर गवई और केवी विश्वनाथन की पीठ ने पंजाब सरकार की उस याचिका पर यह आदेश पारित किया, जिसमें हाईकोर्ट द्वारा राम रहीम के ट्रायल पर रोक को चुनौती दी गई थी।दरअसल, 2021 में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम ने जून और अक्टूबर 2015 के बीच श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी की तीन अलग-अलग घटनाओं की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए हाईकोर्ट का रुख किया। क्योंकि पंजाब सरकार द्वारा गठित एसआईटी ने राम रहीम को आरोपी बनाया था। डेरा प्रमुख ने की थी सीबीआई जांच जारी रखने की मांग हाईकोर्ट में डेरा प्रमुख ने पंजाब सरकार की 6 सितंबर, 2018 की अधिसूचना को चुनौती दी थी। जिसमें सरकार ने जांच को सीबीआई को सौंपने की अपनी सहमति वापस ले ली थी। अपनी याचिका में डेरा प्रमुख ने मांग की थी कि सीबीआई को बेअदबी के मामलों की जांच जारी रखने का निर्देश दिया जाए। इस साल मार्च में हाईकोर्ट ने इस याचिका को बड़ी बेंच को भेज दिया था ताकि यह पता लगाया जा सके कि सीबीआई जांच के लिए राज्य सरकार द्वारा दी गई सहमति को बाद में वापस लिया जा सकता है या नहीं। इसके बाद कोर्ट ने आगे की कार्यवाही पर रोक लगा दी थी। जिस पर पंजाब सरकार ने इस आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। कल की सुनवाई में दी गईं ये दलीलें वहीं कल यानी 18 अक्टूबर को हुई सुनवाई के दौरान पंजाब के एडवोकेट जनरल गुरमिंदर सिंह ने कहा कि 6 सितंबर की अधिसूचना कानून की नजर में सही है। सुप्रीम कोर्ट ने भी इसे सही ठहराया है। दूसरी ओर, प्रतिवादियों की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता सोनिया माथुर ने दलील दी कि हाईकोर्ट ने बस वही किया है जो पंजाब सरकार ने वैकल्पिक रूप से अनुरोध किया था। उन्होंने बताया कि यह मुद्दा दो तरह के मामलों से संबंधित है – पहला- पुलिस गोलीबारी की घटनाओं से संबंधित है, और दूसरा- बेअदबी से संबंधित है। इसके अलावा, इस मुद्दे पर अलग-अलग विचार लिए गए हैं, इसलिए हाईकोर्ट द्वारा बड़ी बेंच को रेफर किया गया। सीनियर वकील ने यह भी कहा कि मामला आज डिवीजन बेंच के समक्ष सूचीबद्ध है और अगर राज्य स्थगन नहीं ले रहा होता, तो अब तक इस पर फैसला हो चुका होता। माथुर की बात सुनते हुए जस्टिस गवई ने पूछा, “कैसे… समन्वय पीठ के आदेश की अनदेखी कर सकते हैं? “पंजाब के एजी ने भी माथुर की दलील का विरोध करते हुए कहा कि सभी मामले अधिसूचना का हिस्सा थे। आखिरकार, पीठ ने नोटिस जारी किया और विवादित आदेश पर रोक लगा दी। यहां जानिए पूरा विवाद… इस विवाद के केंद्र में पंजाब में अपवित्रीकरण की कई घटनाएं हैं, जो जून 2015 में फरीदकोट के बुर्ज जवाहर सिंह वाला गांव में एक गुरुद्वारे से गुरु ग्रंथ साहिब की एक प्रति की चोरी से शुरू हुई थी। इसके बाद, सितंबर में, फरीदकोट के जवाहर सिंह वाला और बरगाड़ी गांवों में पवित्र ग्रंथ के खिलाफ हाथ से लिए हुए अपवित्र पोस्टर लगाए गए। उसी वर्ष अक्टूबर में, बरगाड़ी में एक गुरुद्वारे के पास पवित्र ग्रंथ के कई फटे हुए अंग (पृष्ठ) बिखरे हुए मिले। बाद में स्थिति ये बन आई कि पंजाब में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए। राज्य पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी की, जिसमें दो आंदोलनकारियों की मौत हो गई। इस दौरान पंजाब में सामाजिक और राजनीतिक अशांति और बढ़ गई। गुरु ग्रंथ साहिब की प्रति की चोरी और अपवित्रता से संबंधित तीन परस्पर जुड़े मामलों में कुल 12 लोगों को नामजद किया गया था। शिरोमणि अकाली दल और भारतीय जनता पार्टी की पिछली गठबंधन सरकार ने नवंबर में जांच सीबीआई को सौंप दी थी। सीबीआई के क्लोजर रिपोर्ट में डेरा सच्चा सौदा के अनुयायियों के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला। जून 2019 में, सीबीआई ने एक क्लोजर रिपोर्ट दायर की जिसमें कहा गया कि डेरा सच्चा सौदा के अनुयायियों के खिलाफ कोई भी सबूत नहीं मिला, लेकिन सत्तारूढ़ कांग्रेस और विपक्षी शिरोमणि अकाली दल दोनों ने रिपोर्ट को खारिज कर दिया। कुछ ही महीनों के भीतर, पंजाब सरकार ने सीबीआई को जांच करने की अनुमति देने वाली सहमति वापस ले ली और मामलों को राज्य पुलिस के एक विशेष जांच दल (एसआईटी) को सौंप दिया गया। तीनों मामलों में आरोप तय करने पर बहस के दौरान फरीदकोट अदालत में मुकदमा लंबित था। सीबीआई जांच के नतीजे से पूरी तरह अलग हटकर, एसआईटी ने कई डेरा अनुयायियों, तीन राष्ट्रीय समिति के सदस्यों और डेरा प्रमुख राम रहीम को बेअदबी के मामलों में आरोपी बनाया। पंजाब पुलिस ने विवादास्पद, गुरमीत राम रहीम सिंह को मुख्य साजिशकर्ता के रूप में नामित किया। 2023 में, सुप्रीम कोर्ट ने बेअदबी के मामलों में राम रहीम और सात अन्य आरोपियों के खिलाफ मुकदमा पंजाब के फरीदकोट से चंडीगढ़ ट्रांसफर करने का निर्देश दिया था।