<p style=”text-align: justify;”><strong>Maha Kumbh Stampede:</strong> महाकुंभ में मौनी अमावस्या के अमृत स्नान पहले रात एक बजे संगम नोज पर भगदड़ कैसे मची और प्रशासन के क्या इंतजाम थे इसकी जांच शुरू हो गई हैं. शुक्रवार को न्यायिक आयोग की टीम हादसे की जांच करने घटना स्थल पर पहुंची, पूरी स्थिति का जायजा लिया. इस दौरान टीम ने मौके पर लगे सीसीटीवी फुटेज देखी और मेला क्षेत्र अधिकारियों से बातचीत की. इसके बाद न्यायिक आयोग की टीम एसआरएन अस्पताल में भर्ती घायलों से मिली और भगदड़ की वजह तलाशने की कोशिश की. </p>
<p style=”text-align: justify;”>सीएम <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> ने भगदड़ की जांच के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस हर्ष कुमार की अध्यक्षता में न्यायिक आयोग का गठन किया है. जिसमें रिटायर्ड आईपीएस वीके गुप्ता और रिटायर्ड आईपीएस दिनेश कुमार सिंह शामिल हैं. तय समय के मुताबिक़ न्यायिक आयोग की टीम शुक्रवार दोपहर महाकुंभ में भगदड़ वाली जगह पर पहुंची और उस बैरिकेडिंग को भी देखा जिसके टूटने के बाद भीड़ भागने लगी और संगम तट पर ब्रह्म मुहुर्त का इंतजार कर रहे श्रद्धालुओं पर चढ़ती चली गई. जिसके बाद हालात बेकाबू हो गए. </p>
<p style=”text-align: justify;”>न्यायिक आयोग ने इस दौरान मौके पर तैनात अधिकारियों, प्रत्यक्षदर्शियों से भी बात की और पूछा भीड़ किस ओर से आ रही थी और उसे किस और भेजा जा रहा था. उस वक्त वहां कितने लोग मौजूद थे. श्रद्धालुओं के आने और जाने के लिए क्या व्यवस्था की गई थी. भीड़ को देखते हुए क्या तैयारियां की गईं थी. सुबह एक बजे जब भीड़ संगम नोज की ओर पीछे से आई तब उसमें कितने लोग थे? इसके बाद अधिकारियों ने अस्पताल में भर्ती घायलों से भी मुलाकात की और उनसे भी स्थिति के बारे में जानने की कोशिश की. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>न्यायिक आयोग ने पूछे ये तीखे सवाल</strong><br />- मौनी अमावस्या पर पहले से दस करोड़ लोगों के आने का अनुमान था ऐसे में भगदड़ जैसी घटना न हो, इसके लिए क्या तैयारी की गई थी?<br />- भीड़ इकट्ठा होने पर हादसे को कंट्रोल करने के लिए कौन-कौन सी आपातकालीन योजनाएं बनाई गईं थीं और कितनी लागू हुईं?<br />- मौनी अमावस्या स्नान के बाद भीड़ की वापसी के क्या इंतजाम थे?<br />- सीसीटीवी कैमरों के साथ एंट्री प्वाइंट और संगम जाने वाले मार्गों पर कौन अधिकारी तैनात थे?<br />- कितनी आपात योजनाएं लागू की गई, तत्काल क्या कदम उठाए गए?<br />- भीड़ किस ओर से आ रही थी और भीड़ की वापसी के लिए क्या तैयारी की गई थी?</p>
<p style=”text-align: justify;”>तमाम सवालों के बाद न्यायिक आयोग ने घटना स्थल पर लगे सीसीटीवी की भी जांच की, कई वीडियो को रिवाइंड और फॉरवर्ड करके भी चेक किया. टीम ने भगदड़ वाली वीडियो की कॉपी भी मांगी, इस फुटेज को पुलिस पहले ही ब्लॉक कर चुकी है. इसके साथ ही सीसीटीवी का संचालन करने वाली एजेंसी से भी बात की गई. </p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/maha-kumbh-stampede-commission-visited-spot-and-hospital-chairman-said-i-do-not-want-to-comment-2874699″><strong>महाकुंभ भगदड़: न्यायिक जांच आयोग ने किया घटनास्थल और अस्पताल का दौरा, अध्यक्ष बोले- मैं टिप्पणी नहीं करना चाहता</strong></a></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Maha Kumbh Stampede:</strong> महाकुंभ में मौनी अमावस्या के अमृत स्नान पहले रात एक बजे संगम नोज पर भगदड़ कैसे मची और प्रशासन के क्या इंतजाम थे इसकी जांच शुरू हो गई हैं. शुक्रवार को न्यायिक आयोग की टीम हादसे की जांच करने घटना स्थल पर पहुंची, पूरी स्थिति का जायजा लिया. इस दौरान टीम ने मौके पर लगे सीसीटीवी फुटेज देखी और मेला क्षेत्र अधिकारियों से बातचीत की. इसके बाद न्यायिक आयोग की टीम एसआरएन अस्पताल में भर्ती घायलों से मिली और भगदड़ की वजह तलाशने की कोशिश की. </p>
<p style=”text-align: justify;”>सीएम <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> ने भगदड़ की जांच के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस हर्ष कुमार की अध्यक्षता में न्यायिक आयोग का गठन किया है. जिसमें रिटायर्ड आईपीएस वीके गुप्ता और रिटायर्ड आईपीएस दिनेश कुमार सिंह शामिल हैं. तय समय के मुताबिक़ न्यायिक आयोग की टीम शुक्रवार दोपहर महाकुंभ में भगदड़ वाली जगह पर पहुंची और उस बैरिकेडिंग को भी देखा जिसके टूटने के बाद भीड़ भागने लगी और संगम तट पर ब्रह्म मुहुर्त का इंतजार कर रहे श्रद्धालुओं पर चढ़ती चली गई. जिसके बाद हालात बेकाबू हो गए. </p>
<p style=”text-align: justify;”>न्यायिक आयोग ने इस दौरान मौके पर तैनात अधिकारियों, प्रत्यक्षदर्शियों से भी बात की और पूछा भीड़ किस ओर से आ रही थी और उसे किस और भेजा जा रहा था. उस वक्त वहां कितने लोग मौजूद थे. श्रद्धालुओं के आने और जाने के लिए क्या व्यवस्था की गई थी. भीड़ को देखते हुए क्या तैयारियां की गईं थी. सुबह एक बजे जब भीड़ संगम नोज की ओर पीछे से आई तब उसमें कितने लोग थे? इसके बाद अधिकारियों ने अस्पताल में भर्ती घायलों से भी मुलाकात की और उनसे भी स्थिति के बारे में जानने की कोशिश की. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>न्यायिक आयोग ने पूछे ये तीखे सवाल</strong><br />- मौनी अमावस्या पर पहले से दस करोड़ लोगों के आने का अनुमान था ऐसे में भगदड़ जैसी घटना न हो, इसके लिए क्या तैयारी की गई थी?<br />- भीड़ इकट्ठा होने पर हादसे को कंट्रोल करने के लिए कौन-कौन सी आपातकालीन योजनाएं बनाई गईं थीं और कितनी लागू हुईं?<br />- मौनी अमावस्या स्नान के बाद भीड़ की वापसी के क्या इंतजाम थे?<br />- सीसीटीवी कैमरों के साथ एंट्री प्वाइंट और संगम जाने वाले मार्गों पर कौन अधिकारी तैनात थे?<br />- कितनी आपात योजनाएं लागू की गई, तत्काल क्या कदम उठाए गए?<br />- भीड़ किस ओर से आ रही थी और भीड़ की वापसी के लिए क्या तैयारी की गई थी?</p>
<p style=”text-align: justify;”>तमाम सवालों के बाद न्यायिक आयोग ने घटना स्थल पर लगे सीसीटीवी की भी जांच की, कई वीडियो को रिवाइंड और फॉरवर्ड करके भी चेक किया. टीम ने भगदड़ वाली वीडियो की कॉपी भी मांगी, इस फुटेज को पुलिस पहले ही ब्लॉक कर चुकी है. इसके साथ ही सीसीटीवी का संचालन करने वाली एजेंसी से भी बात की गई. </p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/maha-kumbh-stampede-commission-visited-spot-and-hospital-chairman-said-i-do-not-want-to-comment-2874699″><strong>महाकुंभ भगदड़: न्यायिक जांच आयोग ने किया घटनास्थल और अस्पताल का दौरा, अध्यक्ष बोले- मैं टिप्पणी नहीं करना चाहता</strong></a></p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड छत्तीसगढ़ में एंटी नक्सल मोर्चे पर सफलता, कांकेर में 32 लाख के इनामी माओवादियों ने किया सरेंडर