<p style=”text-align: justify;”><a title=”महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/maharashtra-assembly-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव</a>ों के लिए कांग्रेस ने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है. इस लिस्ट में पृथ्वीराज चव्हाण और विजय वडेट्टीवार जैसे सीनियर नेताओं के नाम शामिल हैं. पृथ्वीराज चव्हाण को कराड दक्षिण तो वहीं नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार को ब्रह्मपुरी से टिकट दिया गया है. सकोली ने महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले उम्मीदवार बनाए गए हैं.</p> <p style=”text-align: justify;”><a title=”महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/maharashtra-assembly-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव</a>ों के लिए कांग्रेस ने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है. इस लिस्ट में पृथ्वीराज चव्हाण और विजय वडेट्टीवार जैसे सीनियर नेताओं के नाम शामिल हैं. पृथ्वीराज चव्हाण को कराड दक्षिण तो वहीं नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार को ब्रह्मपुरी से टिकट दिया गया है. सकोली ने महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले उम्मीदवार बनाए गए हैं.</p> महाराष्ट्र छत्तीसगढ़ में भी तूफान ‘दाना’ का असर, इन जिलों में आंधी और बारिश का अलर्ट, 15 ट्रेनें कैंसिल
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हरियाणा में बारिश में बनाई 28 करोड़ की सड़क:आधा किमी रोड पर बिछाई तारकोल; वीडियो बना तो EO ने HSVP एक्सईएन से जवाब मांगा
हरियाणा में बारिश में बनाई 28 करोड़ की सड़क:आधा किमी रोड पर बिछाई तारकोल; वीडियो बना तो EO ने HSVP एक्सईएन से जवाब मांगा हरियाणा के हिसार में बारिश में 28 करोड़ की सड़क बनाई जा रही थी। बारिश में ही इस पर गर्म तारकोल बिछाया जा रहा था। यह सड़क सिरसा नेशनल हाईवे से जोड़ी जानी है। इसका खुलासा तब हुआ, जब एक राहगीर ने इसकी वीडियो बना ली। इसके बाद अधिकारियों में भी हड़कंप मच गया। जिसके बाद ठेकेदार को तलब कर अधिकारियों ने काम बंद करने को कहा। उसे कहा गया कि बारिश में जितनी भी सड़क बनाई गई है, उस पर अतिरिक्त तारकोल डाला जाए। बारिश में सड़क बनाए जाने की शिकायत संपदा अधिकारी (ईओ) राजेश खोथ ने हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (HSVP) के एक्सईएन से अधिकारी से जवाब तलब कर लिया गया है। जानकारी के मुताबिक हिसार सेक्टर 14, 14 पार्ट टू और 33 के लिए सड़क बनाई जा रही है। इस सड़क को सिरसा नेशनल हाईवे से जोड़ा जाना है।श्री राम आइडियल स्कूल के पास मकान नंबर 1621 से 1627 तक की 500 मीटर सड़क बारिश में ही बना दी गई। बता दें कि नियमों के मुताबिक अत्यधिक ठंड और बारिश में तारकोल की सड़कें नहीं बनाई जा सकतीं। इससे सड़क अपनी मजबूती खो देती है और धीरे-धीरे टूटने लगती है। मानसून से ठीक पहले ही हिसार के सेक्टर 9-11, सेक्टर 13, सेक्टर 14, सेक्टर 33 समेत अन्य सेक्टरों में तारकोल की सड़कें बनाई गई हैं। अगर तेज बारिश हुई तो हाल ही में बनी सड़कें उखड़ने का डर रहेगा। 45 मीटर चौड़ी सड़क का हो रहा निर्माण
बता दें कि सेक्टर 14 और 33 के लिए 45 मीटर चौड़ी मास्टर रोड बनाई जा रही है। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) ने इस सड़क का टेंडर 2021 में किया था। इसके अलावा दोनों सेक्टरों के लिए बरसाती नाला भी बनाया गया है। सड़क की लंबाई 8.8 किलोमीटर होगी। इस प्रोजेक्ट पर 28.80 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। एजेंसी को इस प्रोजेक्ट को 9 महीने में पूरा करने का वर्क ऑर्डर दिया गया था, लेकिन मई 2024 के अंत में भी इस सड़क का निर्माण पूरा नहीं हो पाया है। एचएसवीपी ने बनाया मास्टर प्लान
हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) ने सेक्टरों को जोड़ने के लिए मास्टर रोड का निर्माण किया जाता है। चूंकि सेक्टर 14 और 33 एक दूसरे से सटे हुए हैं। इनके लिए मास्टर रोड का प्रावधान पहले से ही किया गया था, लेकिन अब तक यह सड़क नहीं बन पाई। हालांकि, इसके लिए एस्टीमेट को वर्ष 2019 में मंजूरी मिल गई थी। सड़क बनने से दो सेक्टरों के बीच कनेक्टिविटी बढ़ेगी
इस फोरलेन का एक हिस्सा सेक्टर 14 और 14 पार्ट टू के बीच बनेगा। फिलहाल यह सड़क दो लेन की है। दूसरा हिस्सा सेक्टर-14 के तीसरे गेट से भैंसा फार्म के साथ बनेगा, जो 14 और 14 पार्ट टू को क्रॉस करके सेक्टर-33 से जुड़ेगा। तीसरा हिस्सा सेक्टर-33 के अंत में बनेगा, जो सीधा साउथ बाइपास से जुड़ेगा। इसके अलावा चौथा हिस्सा 14 पार्ट टू और 33 के बीच बनने वाली सड़क से बस स्टैंड के पीछे साउथ बाईपास जाने वाली सड़क तक बनेगा। इस सड़क के बनने से उकलाना, बरवाला, आदमपुर से सेक्टर में आने वाले लोगों को सुविधा मिलेगी। सेक्टरवासियों ने जताई थी यह आपत्ति
सड़क निर्माण को लेकर सेक्टरवासियों ने अधिकारियों से शिकायत की थी कि ठेकेदार सड़क को ठीक से समतल नहीं बना रहा है। इस शिकायत के बाद अधिकारियों ने मौके का निरीक्षण भी किया था। हालांकि इस दौरान यह निर्णय लिया गया था कि जहां भी सड़क ठीक से नहीं बनी है, वहां दोबारा सड़क बनाई जाएगी। लेकिन इसके बाद सेक्टर निवासी ठेकेदार के काम से संतुष्ट नहीं हुए। अभी भी सेक्टरों में बिना समतल के सड़कें बनाई जा रही हैं।
हिमाचल में BJP ने निर्दलीय पूर्व MLA को दिए टिकट:नालागढ़ से केएल ठाकुर, हमीरपुर से आशीष और देहरा से होशियार सिंह चुनाव लड़ेंगे
हिमाचल में BJP ने निर्दलीय पूर्व MLA को दिए टिकट:नालागढ़ से केएल ठाकुर, हमीरपुर से आशीष और देहरा से होशियार सिंह चुनाव लड़ेंगे हिमाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने तीन विधानसभा उप चुनाव के लिए देर रात टिकटों का ऐलान कर दिया है। पार्टी ने अपने वादे के अनुसार, तीनों सीटों पर निर्दलीय एवं पूर्व विधायकों को प्रत्याशी बनाया है। नालागढ़ से केएल ठाकुर, देहरा से होशियार सिंह और हमीरपुर से आशीष शर्मा बीजेपी के टिकट पर उप चुनाव लड़ेंगे। इनमें होशियार सिंह 2017 और 2022 में दो बार निर्दलीय विधायक जीत चुके हैं, जबकि 2012 में केएल ठाकुर भी एक बार बीजेपी से विधायक और दूसरी बार निर्दलीय चुने गए। 2022 में पार्टी ने इनका टिकट काटकर कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए लखविंदर राणा को टिकट दिया। इसके बाद केएल ठाकुर ने पार्टी से बगावत की और निर्दलीय चुनाव जीतकर दूसरी बार विधानसभा पहुंचे।वहीं हमीरपुर सीट से आशीष शर्मा पहली बार निर्दलीय विधायक चुने गए थे। इन्होंने बीते 23 मार्च को बीजेपी जॉइन की इन तीनों ने बीते 23 मार्च को ही दिल्ली में भाजपा जॉइन की थी। इनके रिजाइन करने की वजह से ही प्रदेश में तीन सीटों पर उप चुनाव की नौबत आई है। संबंधित क्षेत्र की जनता ने दिसंबर 2022 में ही इन्हें पांच साल के लिए चुनकर विधानसभा भेजा था। मगर इन्होंने 15 महीने में ही अपने पदों से इस्तीफे दे दिए। इस वजह से आई चुनाव की नौबत दरअसल, तीनों निर्दलीय विधायकों ने कांग्रेस के छह बागियों के साथ मिलकर राज्यसभा चुनाव में बीते 27 फरवरी को बीजेपी प्रत्याशी हर्ष महाजन को वोट दिया था। बीजेपी प्रत्याशी को वोट देने के बाद से सभी पूर्व विधायक एक महीने तक प्रदेश से बाहर रहे। इस दौरान इन्होंने भी अपना छोड़ने का निर्णय लिया और 22 मार्च को अचानक तीनों विधानसभा पहुंचे। यहां पर इन्होंने पहले विधानसभा सचिव यशपाल शर्मा और बाद में स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया को इस्तीफे सौंपे। इसके बाद राजस्व मंत्री जगत नेगी और शिक्षा मंत्री ने स्पीकर के पास एक याचिका दायर की, जिसमें शंका जाहिर की गई कि हो सकता है कि इन पर इस्तीफा देने के लिए दबाव डाला गया। इसलिए इसकी जांच की जाए। इस वजह से इनके इस्तीफे स्वीकार नहीं हो पाए और मामला हाईकोर्ट तक पहुंचा। बीते तीन जून को स्पीकर ने इनके इस्तीफे स्वीकार किए और 9 जून को केंद्रीय चुनाव आयोग ने उप चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया।
अब अधिकारी नहीं कहेंगे खो गई फाइल, अलीगढ़ में ई-ऑफिस व्यवस्था लागू
अब अधिकारी नहीं कहेंगे खो गई फाइल, अलीगढ़ में ई-ऑफिस व्यवस्था लागू <p style=”text-align: justify;”><strong>Aligarh News:</strong> अलीगढ़ में डीएम के एक आदेश के बाद चुटकियों में काम होंगे और सभी फाइलों की निगरानी कंप्यूटर में रखी जाएगी जिससे फाइलों को लेकर पता लगाया जा सकेगा आखिर कौन सी फाइल कौन सी स्टेज तक पहुंची है. इसको लेकर नई प्रणाली लागू होने से आम जनता के लिए इसे बड़ी खुशखबरी के तौर पर देखा जा रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, प्रदेश सरकार पूरे राज्य में सरकारी कामकाज को पूरी तरह से ई-ऑफिस के जरिए करने में जुटी हुई है. शासन स्तर पर व्यवस्था लागू होने के बाद अब जिलों में ई-ऑफिस व्यवस्था लागू की जा रही है. जिला अलीगढ़ के सभी कार्यालयों में ई-ऑफिस लागू करने कराने को लेकर जिला मजिस्ट्रेट विशाख जी ने अपने कलेक्ट्रेट कार्यालय में ई-ऑफिस प्रणाली लागू करने की पहल की है. सोमवार 29 जुलाई से कलैक्ट्रेट के सभी पटलों पर ई-ऑफिस प्रणाली लागू हो गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ई-ऑफिस से समय की होगी बचत</strong><br />डीएम विशाख जी ने बताया कि इससे कार्य में तेजी आने के साथ ही पारदर्शिता से काम हो सकेगा, भ्रष्टाचार पर भी अंकुश लगेगा. ई-ऑफिस से समय की बचत होगी. सरकारी कार्यालयों में जरूरी दस्तावेजों को सुरक्षित रखना आसान होगा. उन्होंने बताया कि कलैक्ट्रेट में ई-ऑफिस व्यवस्था लागू होने के बाद एक पटल से दूसरे पटल पर कम्प्यूटर के माध्यम से फाइलों का आदान-प्रदान होगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>डीएम विशाख जी ने जिले का सचिवालय कहे जाने वाले कलैक्ट्रेट कार्यालय में तय समय सीमा के भीतर ई-ऑफिस व्यवस्था लागू कर दिखाई है. निश्चित ही अब जिले के अन्य विभागों में ई-ऑफिस व्यवस्था लागू की जाएगी. कौन सी फाइल किस पटल पर कब से रुकी हुई है, संबंधित की जिम्मेदारी निर्धारित हो सकेगी और डीएम किसी भी पत्रावली की स्वयं कंप्यूटर के माध्यम से मॉनिटरिंग कर सकेंगे. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ऐसे काम करती है ई-ऑफिस प्रणाली</strong><br />ईडीएम मनोज राजपूत ने बताया कि ई-ऑफिस का प्रयोग करने के लिए कर्मचारियों के पास आई थ्री प्रोसेसर, विंडो-10 या उससे ऊपर का कम्प्यूटर होना चाहिए. इसके साथ ही 50 एमबीपीएस का इंटरनेट भी आवश्यक है. ई-ऑफिस का सॉफ्टवेयर एनआइसी के नेटवर्क पर बेहतर ढ़ंग से कार्य करता है. यदि एनआइसी का इंटरनेट नहीं है तो कर्मचारी को वीपीएन का नेटवर्क आवश्यक होता है. अधिकारी-कर्मचारी को ई-ऑफिस पर लॉग इन करने के लिए एनआइसी की ई-मेल आईडी और पासवर्ड होना आवश्यक है, जिसकी मैपिंग ई-ऑफिस पोर्टल पर की जाती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मनोज राजपूत ने बताया कि सर्वप्रथम अधिकारी कर्मचारी को ई-ऑफिस से जुड़ी वेबसाइट को खोलकर एनआइसी की मेल आईडी से लॉगिन करना है, इसके बाद ई-फाइल पर जाना है. यदि कर्मचारी को कोई पत्र प्रेषित करना है तो कर्मचारी को रिसीट विकल्प क्लिक कर उस पत्र को अपलोड कर नोट पर अपना मंतव्य टाइप करना है और उसके बाद जिस अधिकारी को पत्र प्रेषित करना है उनका नाम सर्च कर ऑनलाइन भेजना है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>अब पत्र सबंधित अधिकारी के इनबॉक्स में पहुंच गया है और सबंधित अधिकारी अपने कम्प्यूटर पर लॉगिन कर उस पत्र को अपने इनबॉक्स में देख सकते हैं. पत्र का अवलोकन करने के उपरांत यदि उसे अधिकारी को अपने किसी वरिष्ठ अधिकारी का मंतव्य प्राप्त करना है तो प्राप्त कर सकते हैं अथवा अपने दिशा निर्देश अंकित करते हुए वापस उसी कर्मचारियों को पत्र प्रेषित कर दिया जाना है. उसके उपरांत वह पत्र फिर से कर्मचारी के इनबॉक्स में दिखाई देने लगता है और वह सबन्धित अधिकारी के दिशा-निर्देश का पालन करेगा.<br /> <br /><strong>क्या कहना है अधिकारियों का</strong><br />अपर जिलाधिकारी न्यायिक एवं नोडल अधिकारी अखिलेश कुमार का कहना है कि ई-ऑफिस प्रणाली लागू होने से काफी आसानी होगी. ई-ऑफिस प्रणाली से कार्यालय के समस्त पत्र, फाइल संबंधित कार्य ऑनलाइन हो गए हैं. इससे दस्तावेज को हमेशा के लिए सुरक्षित रखने में मदद तो मिलेगी ही, फाइल और पत्र खोजने में आसानी होगी, साथ ही समय की भी बचत होगी. उन्होंने बताया कि इन दो दिन में स्वयं उनके एवं एडीएम प्रशासन, डीएलआरसी और ईडीएम पटल से पत्रावलियों एवं पत्रों का प्रेषण किया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/agra-weather-department-predicted-rain-in-the-next-two-days-ann-2749750″><strong>Agra Weather: आगरा में उमस भरी गर्मी से लोगों को मिलेगी राहत, जानें कब होगी बारिश</strong></a></p>