MP: 19 दिन पहले ही CM मोहन यादव का मना रक्षाबंधन, लाड़ली बहनों ने बांधी राखी MP: 19 दिन पहले ही CM मोहन यादव का मना रक्षाबंधन, लाड़ली बहनों ने बांधी राखी मध्य प्रदेश Maharashtra: मां की मौत के बाद चार दिन तक लाश के साथ रहा बेटा, पड़ोसियों को बदबू आने पर हुआ खुलासा
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पंजाब में इलेक्शन कमिश्नर से मिला कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल:जाली बैलेट पेपर छापने का आरोप, 3 हफ्ते तक पंचायत चुनाव स्थगित करने की मांग
पंजाब में इलेक्शन कमिश्नर से मिला कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल:जाली बैलेट पेपर छापने का आरोप, 3 हफ्ते तक पंचायत चुनाव स्थगित करने की मांग पंजाब कांग्रेस ने पंचायत चुनाव 3 हफ्ते के लिए स्थगित करने की मांग स्टेट इलेक्शन कमिश्नर से की है। आज (सोमवार) को कांग्रेस नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने स्टेट इलेक्शन कमिश्नर से मुलाकात की है। कांग्रेस नेताओं का आरोप था कि चुनाव में बड़े स्तर पर फर्जीवाड़ा हुआ है। जिससे लोगों के साथ धक्का हुआ है। मीडिया से बातचीत में प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि हम चुनाव कैंसिल करने की मांग नहीं कर रहे हैं। हम तीन हफ्ते तक सारी चुनाव प्रक्रिया को स्थगित करने की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ताधारी आम आदमी पार्टी के नेताओं ने जाली बैलेट पेपर छाप लिए हैं। उन्होंने चुनाव प्रक्रिया के हाईकोर्ट में चलने का तर्क भी दिया है। चुनाव की प्रक्रिया की वीडियो ग्राफी समेत कई चीजें उठाई गई है। वहीं, आम आदमी पार्टी के सांसद मालविंदर सिंह कंग ने कहा कि कांग्रेस चुनाव स्थगित करवाना चाहती है। कांग्रेस अपनी हार से डरी हुई है। धक्का आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों के साथ हो रहा है। वहीं, राज्य सरकार पंचायती चुनाव निष्पक्ष तरीके से करवाने के लिए सरकार वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरपंच किसी पार्टी का नहीं गांव का होना चाहिए। पत्र की कॉपी कांग्रेस ने पत्र इन प्वाइंट्स को उठाया… नामांकन प्रक्रिया के आखिर दिन हुई कई घटनाएं कांग्रेस ने पत्र में लिखा है कि पंचायत चुनाव 15 अक्टूबर, 2024 को होने वाले हैं। नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया के दौरान विशेष रूप से अंतिम दिन जो अराजक और हिंसक घटनाएं सामने आई हैं। उन्होंने न केवल चुनावी प्रक्रिया की पवित्रता को कमजोर किया है, बल्कि इन चुनावों की निष्पक्षता पर सवाल उठा दिया है। झड़पों, प्रशासनिक कुप्रबंधन और कई उम्मीदवारों को भाग लेने के उनके अधिकार से वंचित करने की व्यापक रिपोर्ट को देखते हुए, चुनाव आयोग से पंचायत चुनावों को कम से कम तीन सप्ताह के लिए स्थगित करने पर विचार करने का आग्रह करते हैं। उम्मीदवारों के नामांकन तक फाडे़ गए पंजाब भर में 13,241 ग्राम पंचायतों के लिए चुनाव होने हैं। हालांकि, विभिन्न जिलों से हिंसा और बल प्रयोग की घटनाएं सामने आई हैं। खास तौर पर तरन तारन, मोगा, फिरोजपुर और फाजिल्का आदि जिलों में। स्थानीय ब्लॉक विकास और पंचायत कार्यालय के बाहर झड़प होने पर पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हवा में गोलियां चलानी पड़ीं। तरन तारन में भी ऐसी ही घटना हुई। जिसमें 5 लोग घायल हो गए। मोगा से मिली खबरों के अनुसार उम्मीदवारों से नामांकन पत्र फाड़े गए और छीन लिए गए। कई लोगों के नामांकन में डाली गई बाधा इसके अलावा पत्र में लिखा है कई उम्मीदवारों को अपने नामांकन पत्र दाखिल करने में प्रशासनिक बाधाओं का सामना करना पड़ा है। नकोदर नगर परिषद जैसे स्थानों पर कुप्रबंधन ने उम्मीदवारों को समय पर अपने पर्चे दाखिल करने से रोक दिया है। कई उम्मीदवारों ने अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) प्राप्त करने के दौरान परेशान किए जाने की सूचना दी। ये घटनाएं सत्तारूढ़ AAP द्वारा प्रणालीगत विफलताओं और अनुचित प्रभाव को दर्शाती हैं, जो कई क्षेत्रों में निर्विरोध जीत हासिल करने के लिए प्रक्रिया में हेरफेर करने का प्रयास कर रही है। पत्र में रखी 5 मांग 1. पंचायत चुनाव तीन सप्ताह के लिए स्थगित करें। इससे अनियमितताओं का समाधान हो सकेगा और उम्मीदवारों के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए अधिक सुरक्षित और अनुकूल माहौल तैयार हो सकेगा। उच्च न्यायालय ने पहले ही कुछ खास गांवों में चुनाव स्थगित कर दिए हैं। राज्यव्यापी स्थगन से चुनाव में एकरूपता और निष्पक्षता सुनिश्चित होगी। 2. जो उम्मीदवार हिंसा, जबरदस्ती या प्रशासनिक चूक के कारण अपना नामांकन पत्र दाखिल करने में असमर्थ थे। उन्हें ऐसा करने का एक नया अवसर दिया जाना चाहिए। चुनावी प्रक्रिया में विश्वास बहाल करने के लिए यह महत्वपूर्ण है। आयोग ने स्वयं जांच के बाद पाया कि नामांकन अवैध रूप से वापस लेने के संबंध में प्रथम दृष्टया साक्ष्य मौजूद थे। विपक्षी उम्मीदवारों द्वारा नामांकन पत्र दाखिल करने के कारण 24 ग्राम पंचायतों में कोई मुकाबला नहीं हो पाया। इस प्रकार, राज्य चुनाव आयोग ने दिनांक 11-10-2024 के आदेश के तहत गिद्दड़बाहा ब्लॉक में क्रमांक 1 से 24 तक इन ग्राम पंचायतों में मतदान रद्द कर दिया है । इन ग्राम पंचायतों के लिए बाद में नए सिरे से चुनाव कराने की नई तिथि तय की जाए। 3. जिला प्रशासन और पुलिस विभागों को उम्मीदवारों की सुरक्षा की गारंटी देनी चाहिए। खासकर विपक्षी दलों और हाशिए पर पड़े समुदायों के उम्मीदवारों पर ध्यान देना चाहिए। उनकी भागीदारी को दबाने के लिए हिंसा और धमकी की रणनीति के इस्तेमाल पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए। 4. मई 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए तैयार की गई मतदाता सूची का उपयोग पंचायत चुनावों के लिए किया जाना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी पात्र मतदाता इसमें शामिल हों और किसी को भी अनुचित रूप से मताधिकार से वंचित न किया जाए। 5. आयोग को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी स्तरों पर चुनाव अधिकारी निष्पक्ष रूप से कार्य करें और चुनावों के सुचारु संचालन के लिए उचित प्रशासनिक सहायता प्रदान करें। प्रक्रिया पारदर्शी होनी चाहिए, और किसी भी विचलन को तुरंत संबोधित किया जाना चाहिए।
प्रयागराज के मदरसे पर चलेगा बुलडोजर:नक्शा पास नहीं, 2700 स्क्वायर फीट में अवैध निर्माण; मौलवी समेत 4 आरोपियों की रिमांड की तैयारी
प्रयागराज के मदरसे पर चलेगा बुलडोजर:नक्शा पास नहीं, 2700 स्क्वायर फीट में अवैध निर्माण; मौलवी समेत 4 आरोपियों की रिमांड की तैयारी प्रयागराज के मदरसे पर बुलडोजर एक्शन होगा। प्राधिकरण से बिना नक्शा पास कराए, मदरसा की 3 मंजिला इमारत बनाई गई। अब तक 2700 स्क्वायर फीट में अवैध निर्माण भी मिले हैं। प्राधिकरण ने मदरसा कमेटी को नोटिस जारी किया है। अधिकारियों के मुताबिक, जवाब मिलने के बाद अवैध निर्माणों को ढहाया जाएगा। 27 अगस्त को फेक करेंसी छापते हुए मौलवी समेत 4 की गिरफ्तारी के बाद IB ने जांच शुरू की। मौलवी के कमरे से ऐसे दस्तावेज मिले। जिससे ये साबित हो रहा था कि वह मदरसे में पढ़ने वाले बच्चों का ब्रेनवाश करता था। जांच एजेंसियों के इनपुट के बाद प्रयागराज विकास प्राधिकरण भी एक्टिव हुआ। यह मदरसा शहर के सबसे पॉश इलाकों में शामिल अतरसुइया में है। एरिया करीब 1.5 बीघा है। जब प्राधिकरण की टीम मौके पर पहुंची। इससे 30 मिनट पहले प्रयागराज पुलिस परिसर को सील करा चुकी थी। प्राधिकरण ने भी अवैध निर्माण का बैनर लगा दिया। प्राधिकरण ने नोटिस में लिखा – मदरसा का नक्शा पास नहीं है। निर्माण से पहले की अनुमति में खानापूर्ति की गई। दस्तावेज में मदरसा का 2700 स्क्वायर फीट वर्ग गज का निर्माण अवैध मिला है। विशेष कार्याधिकारी संजीव उपाध्याय के मुताबिक, मदरसा कमेटी को अब बताना होगा कि निर्माण कैसे और कब-कब कराया गया। कमेटी पदाधिकारियों से जवाब मिलने के बाद परिसर की पैमाइश करवाई जाएगी। इतना तो तय है कि मदरसा की अवैध 3 मंजिला इमारत को ढहाने की कार्रवाई होगी। सोर्स के मुताबिक, मदरसा कमेटी ने PDA अधिकारियों से कुछ समय मांगा है, ताकि नोटिस का जवाब दिया जा सके। 100 करोड़ की कीमत आंकी गई
मदरसा जामिया हबीबिया मस्जिद-ए-आजम डॉक्टर पांडेय चौराहा के करीब है। रोड से बिल्कुल करीब यह मदरसा शहर के पॉश इलाके में है। कीमत का अंदाजा ऐसे लगा सकते हैं कि मदरसे से सटा 100 वर्गगज का मकान 1 करोड़ कीमत का है। ऐसे में मदरसे की कीमत करीब 100 करोड़ की है। यहां का पता 140 मदरसा कंपाउंड अतरसुइया है, जिसकी दूरी थाने से दूरी सिर्फ 1 किमी है। मुख्य गेट से सटी दीवारें किले जैसी
मदरसा 80 सालों से चलाया जा रहा है। इसके मुख्य गेट से लगी हुई तीन तरफ की दीवारें काफी ऊंची और मोटी हैं, जैसे किले की दीवार होती हैं। डेढ़ बीघा जमीन पर बने मदरसे में 100 से अधिक बच्चों के रहने, खाने, सोने के इंतजाम वाले हॉस्टल हैं। परिसर में 40 कमरे हैं। इसमें 2 बड़े हॉल, 20 बाथरूम, पार्किंग, वजूखाना, नमाज अदा करने की जगह, मेस, एंट्री और एग्जिट के 4 गेट बने हैं। प्रिंसिपल ऑफिस और आवास बने हैं। नोट खपाने के चैनल में शामिल कई चेहरे सामने आना बाकी
100-100 के नोट में फेक करेंसी छापने वाले मौलवी और उसके 3 साथी इस वक्त जेल में हैं। नोट छापने का नेटवर्क कैसे तैयार हुआ। बाजार में नोट खपाने का चैनल कितने लोगों की मदद से खड़ा हुआ। इसमें और कौन-कौन शामिल हैं। ऐसे सवालों के जवाब जानने के लिए पुलिस चारो आरोपियों की कस्टडी रिमांड लेने की तैयारी कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि कोर्ट में अर्जी दाखिल की जाएगी। अनसुलझे 3 सवाल नकली करेंसी केस छानबीन के इनपुट IB-ATS को सौंपे
पुलिस इन्वेस्टिगेशन में पता चला कि ओडिशा का जाहिर खान नकली नोट बनाने में माहिर है। वही गैंग का मास्टरमाइंड है। मदरसे में उसे अलग से एक कमरा दिया गया था। बच्चों की छुट्टी के बाद वह प्रिंटिंग मशीन से नोट छापता था। इसके बाद नोटों की सफाई और कटिंग की जाती थी। इस काम में अफजल उसका साथ देता था। मदरसे में करीब 3 महीने से नकली नोट छापे जा रहे थे। इस काम में जाहिर ने ओडिशा के भद्रक में रहने वाले अपने भाई से मदद ली थी। उसका भाई पहले प्रयागराज में आधार कार्ड बनाने का काम करता था। उसने ही स्कैनर और प्रिंटिंग मशीन लाकर दी थी। ओडिशा में भी संपर्क किया जा रहा है। पुलिस ने जांच एजेंसी को क्या-कुछ सौंपा मदरसे के अंदर की 2 तस्वीर जो बच्चे मदरसे के लिए आने थे, उन्हें रोका गया
फिलहाल मदरसे के 70 बच्चों को उनके घर भेज दिया गया है। मदरसा कमेटी के 12 लोगों को भी वहां से हटा दिया गया। इसके अलावा काम करने वाले कर्मचारियों को भी वहां से घर भेज दिया गया। करीब 35 बच्चे पहले से अपने घरों को गए थे, वह वापसी करने वाले थे। अब उन्हें बताया जा रहा है कि वह फिलहाल अपने-अपने राज्यों में ही रुकें। अभी मदरसे में न पहुंचें। प्रयागराज प्राधिकरण के अफसर क्या कहते हैं 6 राज्यों की एजेंसियों से बच्चों का डेटा साझा हुआ
जांच एजेंसियां पिछले 6 साल में इस मदरसा से पढ़कर निकले बच्चों को ट्रेस कर रही है। उनका मानना है कि इन बच्चों का ब्रेनवाश किया गया। ऐसे में उनके मेंटल स्टेटस को जानना जरूरी हो जाता है। इन बच्चों का डेटा 6 राज्यों की एजेंसियों के साथ साझा किया गया है। यह भी पढ़ें : मदरसे में छाप रहे थे 100-100 रुपए के नकली नोट: प्रयागराज में मौलवी ने खपाए 5 लाख, 4 आरोपियों में एक 8वीं तो दूसरा 10वीं पास यूपी में प्रयागराज के एक मदरसे में 100-100 रुपए के जाली नोट छापे जा रहे थे। पुलिस ने यहां से 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें एक ओडिशा का रहने वाला है। इनके पास से 1.30 लाख की फेक करेंसी बरामद की गई है। गिरफ्तार आरोपियों में मदरसे का मौलवी मोहम्मद तफसीरूल भी शामिल है। DCP सिटी दीपक भूकर ने बताया- मामला अतरसुइया इलाके के मदरसा जामिया हबीबिया मस्जिदे आजम का है। पढ़िए पूरी खबर…
‘महाराष्ट्र में अकेले नहीं जीत सकती BJP’, देवेंद्र फडणवीस के दावे ने बढ़ाई सियासी टेंशन?
‘महाराष्ट्र में अकेले नहीं जीत सकती BJP’, देवेंद्र फडणवीस के दावे ने बढ़ाई सियासी टेंशन? <p style=”text-align: justify;”><strong>Devendra Fadnavis on Maharashtra Election 2024: </strong>महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के बीच डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के दावे ने सियासी पारा हाई कर दिया है. दरअसल, देवेंद्र फडणवीस ने बड़ा दावा करते हुए कहा है कि महाराष्ट्र में बीजेपी अकेले चुनाव नहीं लड़ सकती, जमीनी हकीकत को समझना जरूरी है. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि महायुति गठबंधन के सहयोगियों के साथ मिलकर जीत जरूर हासिल कर सकती है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>एनडीटीवी मराठी के कॉन्क्लेव में शामिल होने के बाद देवेंद्र फडणवीस ने बीजेपी, <a title=”एकनाथ शिंदे” href=”https://www.abplive.com/topic/eknath-shinde” data-type=”interlinkingkeywords”>एकनाथ शिंदे</a> और अजित पवार गुट की एकजुटता को जीत का जरिया बताया है. उन्होंने कहा कि तीनों पार्टियों के वोट मिलाकर ही महायुति विजयी होगी. बीजेपी अकेले चुनाव जीत नहीं सकती, लेकिन फिर भी सबसे ज्यादा सीटें और वोट शेयर के साथ महाराष्ट्र की सबसे बड़ी पार्टी बनेगी. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बीजेपी में बगावत को लेकर क्या बोले देवेंद्र फडणवीस?</strong><br />महाराष्ट्र चुनाव में बीजेपी के कुछ नेताओं को टिकट न मिलने पर उनके नाराजगी की खबरें और बगावत की आशंका हैं. इसको लेकर देवेंद्र फडणवीस का कहना है कि उन्हें अपने कुछ महत्वाकांक्षी दावेदारों के लिए दुख है, जिन्हें इस बार चुनाव लड़ने का मौका नहीं मिल सका. राज्य की मौजूदा स्थिति ऐसी है, जैसे कई फिल्में बन रही हैं और हर महत्वाकांक्षी अभिनेता को मुख्य किरदार मिल सकता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’साथ मिलकर बनाएंगे सरकार'</strong><br />जानकारी के लिए बता दें कि बीजेपी ने अब तक 288 में से 121 सीटों पर नाम फाइनल कर दिए हैं. वहीं, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने यह भरोसा जताया है कि बीजेपी महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसीपी और रामदास अठावले की रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया की मदद से सरकार बनाएगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’वोट जिहाद’ पर क्या बोले देवेंद्र फडणवीस</strong><br />इसके अलावा, <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> में ‘वोट जिहाद’ का जिक्र करते हुए उप मुख्यमंत्री फडणवीस ने दावा किया कि महायुति गठबंधन को 48 सीटों में से केवल 17 सीटें ही मिल सकी थीं, लेकिन विधानसभा चुनाव में इसका कोई असर नहीं दिखेगा. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें: <a title=”MVA में ही इन सीटों पर फाइट! उद्धव ठाकरे गुट के सामने कांग्रेस ने उतारा उम्मीदवार” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/shiv-sena-ubt-uddhav-thackeray-and-congress-candidate-on-solapur-south-mva-maharashtra-election-2024-ann-2812040″ target=”_blank” rel=”noopener”>MVA में ही इन सीटों पर फाइट! उद्धव ठाकरे गुट के सामने कांग्रेस ने उतारा उम्मीदवार</a></strong></p>