महिला की टांग का दर्द छीन ले गया 7 जिंदगियां:कुल्लू में बाढ़ पर घर से निकल रहे थे, घर-गाड़ी समेत पानी में बह गए

महिला की टांग का दर्द छीन ले गया 7 जिंदगियां:कुल्लू में बाढ़ पर घर से निकल रहे थे, घर-गाड़ी समेत पानी में बह गए

हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में बादल फटने से आई बाढ़ में एक ही परिवार के 4 लोगों समेत 7 लोग बह गए। ये सभी परिवार एक सदस्य को बचाने के चक्कर में बहे। परिवार की महिला सदस्य की टांग में दर्द था, ऐसे में जब बाढ़ आई तो महिला भाग नहीं पाई। महिला के साथ उसकी मां, पति, 2 बेटे और 2 नेपाली नौकर बह गए। इनमें से महिला के पति का शव मिल गया है, जबकि बाकी का अभी कोई सुराग नहीं लग पाया है। महिला की पहचान रेवता देवी के रूप में हुई है। महिला के साथ उसका पति जिया लाल, बड़ा बेटा भरत भूषण, छोटा बेटा ब्रिज भूषण, मां (रेवता की मां) दलु देवी और 2 नेपाली बहे। स्थानीय निवासी एरिक कायथ ने बताया कि श्रीखंड के साथ लगते जांओ गांव के निवासियों ने निरमंड के बाघीपुल के लोगों को रात में ही फोन करके बादल फटने की सूचना देकर अलर्ट कर दिया था। इसके बाद निरमंड क्षेत्र में बड़ी संख्या में लोग आधी रात में अपने घर छोड़कर बाहर भाग गए थे। एरिक ने बताया कि जिया लाल का पूरा परिवार भी घर छोड़कर वहां से गाड़ी में निकलने को तैयार था। उनका एक बेटा गाड़ी में बैठ भी गया था। रेवता देवी के टांग में दर्द हो रहा था, ऐसे में दूसरा बेटा और जिया लाल उसे गाड़ी तक ला ही रहे। तब उनके साथ रेवता की मां और नेपाली नौकर भी मौजूद थे। इस कुर्पण खड्ड में जलजला आ गया और आलीशान घर समेत सभी 7 लोगों को अपने साथ बहा ले गया। अब मौके पर मलबा और पत्थर ही बचे है। अब परिवार में बहू और पोता बचा
जिया लाल के परिवार में अब एक बहू और पोता ही बचे हैं। बहू और पोता दोनों दिल्ली में थे। इस वजह से उनकी जान बच गई। जिया लाल का बेटा भरत भूषण दिल्ली में नौकरी कतरा था। वह छुट्टी पर किसी काम से घर आया था। ससुराल रुका होता तो भी बच जाती जान
बताया जा रहा है कि भरत भूषण बुधवार को दिन में निरमंड के साथ लगते रेमू गांव में ससुराल गया था। ससुराल वाले भरत भूषण को जबरदस्ती रात में ठहरने को बोल रहे थे। मगर भरत भूषण घर जाने की जिद करता रहा और रात में परिवार के साथ बह गया। क्षेत्र में लोग अब चर्चा कर रहे हैं कि भरत भूषण काश दिल्ली से ही घर नहीं आया होता या फिर ससुराल रुक गया होता तो उसकी जान बच जाती। ​​​​​​ जिया लाल की सास और 2 नेपाली भी बहे
जानकारी के मुताबिक जिया लाल की सास दलु देवी भी उन्हीं के घर के साथ बने दूसरे मकान में अपने बेटे राम लाल और बहू निशा देवी के साथ रहती थी। दलु देवी के बेटा और बहू सुरक्षित निकलने में कामयाब हो गए थे, लेकिन वह नहीं भाग पाई। 2 शव मिले, 5 की तलाश
​डीएसपी आनी चंद्रशेखर कायथ ने बताया कि लापता जिया लाल और एक महिला का शव बरामद कर लिया है। पांच अन्य लापता लोगों की तलाश जारी है। बाघीपुल में जिया लाल की बिल्डिंग में 2 पटवार सर्कल दफ्तर भी चल रहे थे। वह भी बह गए है। ढांढस भी नहीं बंधा पा रहे लोग
जिया लाल का घर तो नहीं बचा, मगर घटनास्थल पर ढांढस बंधाने के लिए रिश्तेदार पहुंच रहे हैं। ढांढस किसे बंधाया जाए, लोग यह नहीं समझ पा रहे। बहू-पोता अभी दिल्ली से वापस आ रहे हैं। आनी के विधायक लोकेंद्र कुमार भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने लापता लोगों के रिश्तेदारों से मुलाकात की। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में बादल फटने से आई बाढ़ में एक ही परिवार के 4 लोगों समेत 7 लोग बह गए। ये सभी परिवार एक सदस्य को बचाने के चक्कर में बहे। परिवार की महिला सदस्य की टांग में दर्द था, ऐसे में जब बाढ़ आई तो महिला भाग नहीं पाई। महिला के साथ उसकी मां, पति, 2 बेटे और 2 नेपाली नौकर बह गए। इनमें से महिला के पति का शव मिल गया है, जबकि बाकी का अभी कोई सुराग नहीं लग पाया है। महिला की पहचान रेवता देवी के रूप में हुई है। महिला के साथ उसका पति जिया लाल, बड़ा बेटा भरत भूषण, छोटा बेटा ब्रिज भूषण, मां (रेवता की मां) दलु देवी और 2 नेपाली बहे। स्थानीय निवासी एरिक कायथ ने बताया कि श्रीखंड के साथ लगते जांओ गांव के निवासियों ने निरमंड के बाघीपुल के लोगों को रात में ही फोन करके बादल फटने की सूचना देकर अलर्ट कर दिया था। इसके बाद निरमंड क्षेत्र में बड़ी संख्या में लोग आधी रात में अपने घर छोड़कर बाहर भाग गए थे। एरिक ने बताया कि जिया लाल का पूरा परिवार भी घर छोड़कर वहां से गाड़ी में निकलने को तैयार था। उनका एक बेटा गाड़ी में बैठ भी गया था। रेवता देवी के टांग में दर्द हो रहा था, ऐसे में दूसरा बेटा और जिया लाल उसे गाड़ी तक ला ही रहे। तब उनके साथ रेवता की मां और नेपाली नौकर भी मौजूद थे। इस कुर्पण खड्ड में जलजला आ गया और आलीशान घर समेत सभी 7 लोगों को अपने साथ बहा ले गया। अब मौके पर मलबा और पत्थर ही बचे है। अब परिवार में बहू और पोता बचा
जिया लाल के परिवार में अब एक बहू और पोता ही बचे हैं। बहू और पोता दोनों दिल्ली में थे। इस वजह से उनकी जान बच गई। जिया लाल का बेटा भरत भूषण दिल्ली में नौकरी कतरा था। वह छुट्टी पर किसी काम से घर आया था। ससुराल रुका होता तो भी बच जाती जान
बताया जा रहा है कि भरत भूषण बुधवार को दिन में निरमंड के साथ लगते रेमू गांव में ससुराल गया था। ससुराल वाले भरत भूषण को जबरदस्ती रात में ठहरने को बोल रहे थे। मगर भरत भूषण घर जाने की जिद करता रहा और रात में परिवार के साथ बह गया। क्षेत्र में लोग अब चर्चा कर रहे हैं कि भरत भूषण काश दिल्ली से ही घर नहीं आया होता या फिर ससुराल रुक गया होता तो उसकी जान बच जाती। ​​​​​​ जिया लाल की सास और 2 नेपाली भी बहे
जानकारी के मुताबिक जिया लाल की सास दलु देवी भी उन्हीं के घर के साथ बने दूसरे मकान में अपने बेटे राम लाल और बहू निशा देवी के साथ रहती थी। दलु देवी के बेटा और बहू सुरक्षित निकलने में कामयाब हो गए थे, लेकिन वह नहीं भाग पाई। 2 शव मिले, 5 की तलाश
​डीएसपी आनी चंद्रशेखर कायथ ने बताया कि लापता जिया लाल और एक महिला का शव बरामद कर लिया है। पांच अन्य लापता लोगों की तलाश जारी है। बाघीपुल में जिया लाल की बिल्डिंग में 2 पटवार सर्कल दफ्तर भी चल रहे थे। वह भी बह गए है। ढांढस भी नहीं बंधा पा रहे लोग
जिया लाल का घर तो नहीं बचा, मगर घटनास्थल पर ढांढस बंधाने के लिए रिश्तेदार पहुंच रहे हैं। ढांढस किसे बंधाया जाए, लोग यह नहीं समझ पा रहे। बहू-पोता अभी दिल्ली से वापस आ रहे हैं। आनी के विधायक लोकेंद्र कुमार भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने लापता लोगों के रिश्तेदारों से मुलाकात की।   हिमाचल | दैनिक भास्कर