लखनऊ विश्वविद्यालय (LU) ने भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा घोषित राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) रैंकिंग 2024 में टॉप 100 विश्वविद्यालयों में रैंक हासिल की है। यह उपलब्धि हासिल करने वाला लखनऊ विश्वविद्यालय प्रदेश का पहला गैर-विशेषज्ञ राज्य विश्वविद्यालय बन गया है। LU प्रवक्ता डॉ.दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि इस वर्ष, लखनऊ विश्वविद्यालय ने विश्वविद्यालयों में 97, राज्य विश्वविद्यालयों में 32 और विधि (लॉ) में 23 रैंकिंग हासिल की है, जो शिक्षा, शोध और छात्र विकास के मानकों को बढ़ाने के इसके निरंतर प्रयासों को दर्शाता है। पिछले साल विश्वविद्यालय को 101-150 रैंक बैंड में रखा गया था। उससे पहले 151-200 रैंक बैंड में था। स्टूडेंट्स-टीचर रेश्यो में हुआ सुधार कुलपति प्रो.आलोक कुमार राय ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा ये रैंकिंग पूरे लखनऊ विश्वविद्यालय के समर्पण और प्रयासों की मान्यता है। यह एकेडमिक कठोरता, शोध नवाचार और सामाजिक जिम्मेदारी के माहौल को बढ़ावा देने के लिए हमारी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। विश्वविद्यालय पिछले 4 वर्षों में 220 से अधिक संकाय सदस्यों को नियुक्त करके शिक्षक-छात्र अनुपात में सुधार किया है। इसके अलावा बड़े पैमाने पर प्लेसमेंट ड्राइव ने भी विश्वविद्यालय को यह रैंक हासिल करने में मदद की है। क्वालिटी एजुकेशन देने पर फोकस विश्वविद्यालय की रैंकिंग सेल की निदेशक और डीन एकेडमिक्स प्रो. गीतांजलि मिश्रा ने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण रैंकिंग है। हमें सभी क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन करने और अपनी वैश्विक और राष्ट्रीय रैंकिंग में सुधार करने के लिए निरंतर प्रयास करने की प्रेरणा प्रदान करेगी। लखनऊ विश्वविद्यालय युवा दिमागों को पोषित करने और उच्च गुणवत्ता की शिक्षा और अनुसंधान प्रदान करके समाज में योगदान देने के अपने मिशन के लिए प्रतिबद्ध है। लखनऊ विश्वविद्यालय (LU) ने भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा घोषित राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) रैंकिंग 2024 में टॉप 100 विश्वविद्यालयों में रैंक हासिल की है। यह उपलब्धि हासिल करने वाला लखनऊ विश्वविद्यालय प्रदेश का पहला गैर-विशेषज्ञ राज्य विश्वविद्यालय बन गया है। LU प्रवक्ता डॉ.दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि इस वर्ष, लखनऊ विश्वविद्यालय ने विश्वविद्यालयों में 97, राज्य विश्वविद्यालयों में 32 और विधि (लॉ) में 23 रैंकिंग हासिल की है, जो शिक्षा, शोध और छात्र विकास के मानकों को बढ़ाने के इसके निरंतर प्रयासों को दर्शाता है। पिछले साल विश्वविद्यालय को 101-150 रैंक बैंड में रखा गया था। उससे पहले 151-200 रैंक बैंड में था। स्टूडेंट्स-टीचर रेश्यो में हुआ सुधार कुलपति प्रो.आलोक कुमार राय ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा ये रैंकिंग पूरे लखनऊ विश्वविद्यालय के समर्पण और प्रयासों की मान्यता है। यह एकेडमिक कठोरता, शोध नवाचार और सामाजिक जिम्मेदारी के माहौल को बढ़ावा देने के लिए हमारी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। विश्वविद्यालय पिछले 4 वर्षों में 220 से अधिक संकाय सदस्यों को नियुक्त करके शिक्षक-छात्र अनुपात में सुधार किया है। इसके अलावा बड़े पैमाने पर प्लेसमेंट ड्राइव ने भी विश्वविद्यालय को यह रैंक हासिल करने में मदद की है। क्वालिटी एजुकेशन देने पर फोकस विश्वविद्यालय की रैंकिंग सेल की निदेशक और डीन एकेडमिक्स प्रो. गीतांजलि मिश्रा ने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण रैंकिंग है। हमें सभी क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन करने और अपनी वैश्विक और राष्ट्रीय रैंकिंग में सुधार करने के लिए निरंतर प्रयास करने की प्रेरणा प्रदान करेगी। लखनऊ विश्वविद्यालय युवा दिमागों को पोषित करने और उच्च गुणवत्ता की शिक्षा और अनुसंधान प्रदान करके समाज में योगदान देने के अपने मिशन के लिए प्रतिबद्ध है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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मुझे ओबीसी सेल का चेयरमैन बनाया हुआ है ये पद तो एक तरह से झुनझुना है। पार्टी की तरफ से चुनाव में बड़े-बड़े पोस्टर लगाए गए। मैं ओबीसी का चेयरमैन हूं लेकिन उन पोस्टर में मेरी फोटो तक नहीं लगाई। मेरा ये मानना है कि मैं किस बात का चेयरमैन हूं। पढ़िए, मामन खान का पूरा बयान…
गांव बीवां में चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस उम्मीदवार मामन खान ने नूंह हिंसा का जिक्र करते हुए कहा था, ‘मुझे पता है कि जब यह कांड हुआ था तब काफी घरों में चूल्हे भी नहीं सुलगे थे। लेकिन, हमें हिम्मत नहीं हारनी चाहिए। इसमें मेरा परिवार और आपका परिवार कोई अलग नहीं है। हम सबका परिवार एक है। हमें इस बात का दुख नहीं होना चाहिए कि मेरे घर में चूल्हा नहीं सुलगा, आपके घर में चूल्हा नहीं सुलगा, मेरे बच्चे ने रोटी नहीं खाई, आपके बच्चे ने रोटी नहीं खाई। दर्द सबको है। पता सबको है। वक्त आएगा और सरकार बनेगी, इंशाअल्लाह। जिन जालिमों ने हमारे बच्चों के साथ अन्याय किया है, मुझे एक-एक की पता है, एक-एक को जानता हूं, जिन्होंने लिस्ट दी है। किसी भी सूरत में बख्शूंगा नहीं। या तो उन्हें मेवात छोड़ना पड़ेगा, यहां नहीं रहना पड़ेगा, या बाहर जाना पड़ेगा। कैप्टन के बेटे चिरंजीव रेवाड़ी से चुनाव हारे
बता दें कि इस विधानसभा चुनाव में कैप्टन अजय यादव के बेटे चिरंजीव राव को रेवाड़ी से टिकट दिया गया था, लेकिन वो इस सीट पर बचा नहीं पाए। उन्हें भाजपा उम्मीदवार लक्ष्मण सिंह यादव ने 28769 वोटों से करारी शिकस्त दी। राव 2019 में इसी सीट से जीतकर विधानसभा में पहुंचे थे। इस सीट पर कई सालों से कैप्टन यादव का कब्जा रहा है वो यहां से लगातार 6 बार विधायक रह चुके हैं लेकिन इस बार उनके बेटे को मिली हार से वो काफी परेशान हैं। ये खबर भी पढ़ें.. घरौंडा में वीरेंद्र राठौर ने लिए 3 नेताओं के नाम:बोले- अगर ये नेता पार्टी में रहें तो कांग्रेस छोड़ दूंगा, चुनाव में भाजपा का समर्थन किया हरियाणा विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस में अंदरूनी कलह और गुटबाजी की परतें धीरे-धीरे खुलती जा रही हैं। घरौंडा से कांग्रेस प्रत्याशी वीरेंद्र राठौर ने अपनी हार के लिए ईवीएम में गड़बड़ी और तीन कांग्रेस नेताओं को जिम्मेदार ठहराया है। (पूरी खबर पढ़ें)
‘डॉक्टर ने आतिशी को अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी, लेकिन…’, अनशन पर AAP का दावा
‘डॉक्टर ने आतिशी को अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी, लेकिन…’, अनशन पर AAP का दावा <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Water Crisis News:</strong> दिल्ली में पानी संकट को लेकर भूख हड़ताल के चौथे दिन जल मंत्री आतिशी की तबीयत खराब हो गई. इसके बावजूद उन्होंने अनशन स्थल से हटने से इनकार कर दिया है. डॉक्टरों ने उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती होने का सुझाव दिया है. </p>
<p>आम आदमी पार्टी ने एक्स पोस्ट पर लिखा है कि दिल्लीवालों को उनके हक का पानी दिलाने के लिए जल मंत्री आतिशी जी का ‘अनिश्चितकालीन अनशन’ चौथे दिन भी जारी है. डॉक्टरों के सुझाव के उलट आतिशी का कहना है कि मेरा अनिश्चितकाल अनशन तब तक जारी रहेगा, जब तक हरियाणा सरकार 28 लाख लोगों के हक का पानी नहीं छोड़ देती है. मेरा स्वास्थ्य कितना भी बिगड़ जाए, लेकिन मैं दिल्लीवालों को उनके हक का पानी दिलाकर रहूंगी. </p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”hi”>दिल्लीवालों को उनके हक़ का पानी दिलाने के लिए जल मंत्री <a href=”https://twitter.com/AtishiAAP?ref_src=twsrc%5Etfw”>@AtishiAAP</a> जी का ‘अनिश्चितकालीन अनशन’ चौथे दिन भी है जारी<br /><br />दिल्ली का सारा पानी पड़ोसी राज्यों से आता है। हरियाणा की BJP सरकार ने दिल्ली के हक़ का 100 MGD अर्थात 46 करोड़ लीटर से ज़्यादा पानी रोक रखा है। यह एक दिन में 28 लाख… <a href=”https://t.co/GHqBAleXA9″>pic.twitter.com/GHqBAleXA9</a></p>
— AAP (@AamAadmiParty) <a href=”https://twitter.com/AamAadmiParty/status/1805101264222691578?ref_src=twsrc%5Etfw”>June 24, 2024</a></blockquote>
<p>
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</p>
<p>उन्होंने कहा है कि दिल्ली का सारा पानी पड़ोसी राज्यों से आता है. हरियाणा की BJP सरकार ने दिल्ली के हक का 100 एमजीडी पानी (46 करोड़ लीटर) से ज्यादा पानी रोक रखा है. यह एक दिन में 28 लाख से ज्यादा लोगों के काम आता है.</p>
<p><strong><a title=”जल संकट पर मंत्रियों ने लिखी पीएम मोदी को चिट्ठी, ‘…वरना दिल्ली में त्राहि त्राहि मच जाएगी'” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/delhi-water-crisis-arvind-kejriwal-ministers-letter-to-pm-modi-2722101″ target=”_blank” rel=”noopener”>जल संकट पर मंत्रियों ने लिखी पीएम मोदी को चिट्ठी, ‘…वरना दिल्ली में त्राहि त्राहि मच जाएगी'</a></strong></p>
<p>
<script src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” async=”” charset=”utf-8″></script>
</p>
नारनौल में AAP नेता को आचार संहिता उल्लंघन का नोटिस:चुनाव चिन्ह झाड़ू व झंडे बांटे; आंखों के मुफ्त ऑपरेशन कैंप का जिक्र नहीं
नारनौल में AAP नेता को आचार संहिता उल्लंघन का नोटिस:चुनाव चिन्ह झाड़ू व झंडे बांटे; आंखों के मुफ्त ऑपरेशन कैंप का जिक्र नहीं हरियाणा के नारनौल में आम आदमी पार्टी (AAP) के संगठन मंत्री एवं नारनौल के उद्योगपति रविन्द्र मटरू को चुनाव आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में नोटिस जारी किया गया है। उन पर 27 अगस्त को चुनाव चिन्ह झाड़ू, पंपलेट व झंडे बांटने का आरोप है। नारनौल के एसडीएम कम रिटर्निंग अधिकारी 30 अगस्त तक स्पष्टीकरण मांगा है। नारनौल विधानसभा क्षेत्र के रिटर्निंग अधिकारी द्वारा दिए गए नोटिस में रविंद्र मटरु को कहा गया है कि 27 अगस्त को उन्होंने अपने निवास स्थान पर आम आदमी पार्टी का चुनाव चिन्ह झाड़ू, पंपलेट व झंडे बांटे हैं। ऐसा करके उन्होंने चुनाव आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है। इस बारे में उनको दो दिन में अपनी स्थिति स्पष्ट करने को कहा गया है। रविन्द्र मटरू को दिए नोटिस में कहा गया है कि अगर आपने इसका उत्तर नहीं दिया तो आपके खिलाफ आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के बारे में चुनाव आयोग को उचित कार्रवाई की सिफारिश की जाएगी। हैरानी की बात यह है कि इस नोटिस में निशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर और उसमें बांटे गए चश्मे व दवाइयों तथा मुफ्त भोजन का कोई हवाला नहीं है। बता दे की 27 अगस्त को आम आदमी पार्टी के संगठन मंत्री रविंद्र मटरू ने अपने निवास स्थान पर निशुल्क नेत्र चिकित्सा जांच शिविर भी लगाया था। इस शिविर में नेत्रों की निशुल्क जांच, चश्मा, दवा व आंखों के ऑपरेशन आदि की भी मुफ्त व्यवस्था की गई थी। इसके अलावा आने वाले सभी लोगों को भोजन भी करवाया गया था। यह सब करने के बाद सभी आने वाले महिलाओं व पुरुषों को निशुल्क झाड़ू, पंपलेट व आम आदमी पार्टी के झंडे वितरित किए गए थे। इन बातों का नोटिस में उल्लेख न होने पर हैरानी जताई जा रही है। 27 अगस्त को लघु सचिवालय नारनौल में डीसी की पत्रकार वार्ता में डीसी व एसपी निवास के सामने आदर्श चुनाव संहिता के उल्लंघन का मामला उठाया गया था। डीसी ने कहा कि उनके संज्ञान में यह बात नहीं है। तब पत्रकारों द्वारा इस पर हैरानी जताई और सवाल उठाया कि जिले का खुफिया तंत्र इस मामले में क्यों चुप रहा और उन्होंने आलाधिकारियों को रिपोर्ट क्यों नहीं दी। मामला उठाये जाने के बाद डीसी ने इस मामले पर संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया था।