Prashant Kishor: पटना के बेऊर जेल भेजे गए प्रशांत किशोर, शर्त के साथ बेल नहीं थी मंजूर

Prashant Kishor: पटना के बेऊर जेल भेजे गए प्रशांत किशोर, शर्त के साथ बेल नहीं थी मंजूर

<p style=”text-align: justify;”><strong>Prashant Kishor Sent To Beur Jail:</strong> जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) को पटना पुलिस सोमवार की शाम बेऊर जेल लेकर चली गई, जहां उन्हें वार्ड में शिफ्ट किया जाएगा. प्रशांत किशोर को अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है. आज सोमवार की सुबह 4 बजे प्रशांत किशोर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. उसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहां उन्होंने कोर्ट के जरिए दी गई बेल के शर्त को मानने से इनकार कर दिया. उसके बाद कोर्ट ने उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है.&nbsp;</p>
<p><strong>शर्त के साथ पीके ने नहीं ली बेल, गए जेल&nbsp;</strong></p>
<p>दरअसल जन सुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर बीपीएससी छात्रों की मांग को लेकर दो जनवरी से आमरण अनशन पर बैठे थे. जिसके बाद&nbsp; छह जनवरी की सुबह चार बजे बिहार पुलिस प्रशांत किशोर को आमरण अनशन स्थल गांधी मूर्ति से गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद प्रशांत किशोर ने मीडिया से बातचीत की और उन्होंने कहा कि हमलोग पिछले पांच दिनों से सत्याग्रह कर रहें थे, करीब 4 बजे पुलिस के साथी आए और बोले मेरे साथ चलिए. जाहिर सी बात है हमारे साथ भी काफी लोग मौजूद थे भीड़ थी लेकिन मैं स्पष्ट करना चाहता हूं. पुलिस का बरताव खराब नहीं रहा है. इसके बाद उन्होंने कहा कि में शर्त के साथ बेल नहीं लूंगा और जेल जाने के लिए तैयार हूं.&nbsp;</p>
<p><strong>डीएम का दावा कानूनी तौर पर की गई कार्रवाई </strong></p>
<p>इससे पहले पटना डीएम ने कहा कि सारी कार्रवाई कानूनी तौर पर की गई है. उन्होंने कहा कि कुछ लोग दावा कर रहे हैं कि हिरासत में लिए गए लोगों में छात्र भी शामिल हैं, लेकिन अब तक जिन 30 लोगों का सत्यापन किया गया है, उनमें से कोई भी छात्र नहीं है. कुछ लोग छात्र होने का दावा कर रहे हैं, उनका भी सत्यापन किया जा रहा है. मामले में नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी. प्रशासन का कहना है कि कुछ लोग बाहर से आएं हैं, जो स्थिति को आरजक बना सकते थे. इसलिए ये कार्रवाई की गई. बता दें कि 70वीं बीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर जन सुराज के संयोजक प्रशांत किशोर पटना के गांधी मैदान में आमरण अनशन पर बैठे थे.</p>
<p><strong>ये भी पढ़ेंः <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/bihar-jan-suraaj-founder-prashant-kishor-targeted-nitish-government-after-coming-out-of-court-premises-2857471″>’अगर सत्याग्रह करना गुनाह है…’, बोले प्रशांत किशोर- जेल जाना कबूल है</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Prashant Kishor Sent To Beur Jail:</strong> जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) को पटना पुलिस सोमवार की शाम बेऊर जेल लेकर चली गई, जहां उन्हें वार्ड में शिफ्ट किया जाएगा. प्रशांत किशोर को अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है. आज सोमवार की सुबह 4 बजे प्रशांत किशोर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. उसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहां उन्होंने कोर्ट के जरिए दी गई बेल के शर्त को मानने से इनकार कर दिया. उसके बाद कोर्ट ने उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है.&nbsp;</p>
<p><strong>शर्त के साथ पीके ने नहीं ली बेल, गए जेल&nbsp;</strong></p>
<p>दरअसल जन सुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर बीपीएससी छात्रों की मांग को लेकर दो जनवरी से आमरण अनशन पर बैठे थे. जिसके बाद&nbsp; छह जनवरी की सुबह चार बजे बिहार पुलिस प्रशांत किशोर को आमरण अनशन स्थल गांधी मूर्ति से गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद प्रशांत किशोर ने मीडिया से बातचीत की और उन्होंने कहा कि हमलोग पिछले पांच दिनों से सत्याग्रह कर रहें थे, करीब 4 बजे पुलिस के साथी आए और बोले मेरे साथ चलिए. जाहिर सी बात है हमारे साथ भी काफी लोग मौजूद थे भीड़ थी लेकिन मैं स्पष्ट करना चाहता हूं. पुलिस का बरताव खराब नहीं रहा है. इसके बाद उन्होंने कहा कि में शर्त के साथ बेल नहीं लूंगा और जेल जाने के लिए तैयार हूं.&nbsp;</p>
<p><strong>डीएम का दावा कानूनी तौर पर की गई कार्रवाई </strong></p>
<p>इससे पहले पटना डीएम ने कहा कि सारी कार्रवाई कानूनी तौर पर की गई है. उन्होंने कहा कि कुछ लोग दावा कर रहे हैं कि हिरासत में लिए गए लोगों में छात्र भी शामिल हैं, लेकिन अब तक जिन 30 लोगों का सत्यापन किया गया है, उनमें से कोई भी छात्र नहीं है. कुछ लोग छात्र होने का दावा कर रहे हैं, उनका भी सत्यापन किया जा रहा है. मामले में नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी. प्रशासन का कहना है कि कुछ लोग बाहर से आएं हैं, जो स्थिति को आरजक बना सकते थे. इसलिए ये कार्रवाई की गई. बता दें कि 70वीं बीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर जन सुराज के संयोजक प्रशांत किशोर पटना के गांधी मैदान में आमरण अनशन पर बैठे थे.</p>
<p><strong>ये भी पढ़ेंः <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/bihar-jan-suraaj-founder-prashant-kishor-targeted-nitish-government-after-coming-out-of-court-premises-2857471″>’अगर सत्याग्रह करना गुनाह है…’, बोले प्रशांत किशोर- जेल जाना कबूल है</a></strong></p>  बिहार भरतपुर में ट्रैफिक पुलिस की ‘गांधीगिरी’, हेलमेट नहीं पहनने वाले वाहन चालकों को दिए फूल