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हरियाणा के स्कूल में छात्रा से छेड़छाड़ पर बवाल:कंप्यूटर टीचर ने हाथ पकड़ा, अश्लील मैसेज भेजे; लोगों ने ताला जड़ा, बोले- पूरा स्टाफ गंदा
हरियाणा के स्कूल में छात्रा से छेड़छाड़ पर बवाल:कंप्यूटर टीचर ने हाथ पकड़ा, अश्लील मैसेज भेजे; लोगों ने ताला जड़ा, बोले- पूरा स्टाफ गंदा हरियाणा में जींद के एक सरकारी स्कूल में लड़कियों से छेड़छाड़ पर बवाल हो गया। ग्रामीणों ने इकट्ठा होकर स्कूल के गेट पर ताला जड़ दिया। साथ ही उन्होंने सामने ही नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। वे मांग कर रहे थे कि स्कूल का स्टाफ बदला जाए। लोगों का आरोप है कि स्कूल के एक टीचर ने गांव की ही रहने वाली एक छात्रा का हाथ पकड़ा है। टीचर उस लड़की को फोन करता है और मैसेज में अश्लील बातें लिखता है। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया है कि स्कूल का हैड मास्टर नशे में स्कूल आता है। एक टीचर गलत व्यवहार करता है
जानकारी के अनुसार, जींद के गांव खुंगा में सोमवार को ग्रामीणों ने स्कूल में पहुंच कर हंगामा किया। सरपंच प्रतिनिधि बलजीत कुमार मौके पर पहुंचे और प्रशासनिक अधिकारियों को भी ग्रामीणों के विरोध की जानकारी दी गई। ग्रामीणों का कहना था कि स्टाफ की आपसी खींचतान के चलते उनके बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। एक शिक्षक छात्राओं के साथ गलत बर्ताव करता है। प्रिंसिपल भी नशे में स्कूल आता है। शिकायत करो तो स्कूल में कोई सुनवाई नहीं हुई। हमारी बच्चियां सेफ नहीं हैं
गांव की महिला सुनीता ने कहा कि स्कूल का एक मास्टर हमारी बच्चियों का हाथ पकड़ लेता है। उन्हें गलत नजर से देखता है। स्कूल में हमारी बच्चियां सेफ नहीं हैं। पहले तो केवल सुनते थे, लेकिन अब हमारी बच्ची पर आया तो हमने देख भी लिया। यह एक लड़की का मामला नहीं है। उसकी शिकायत करो तो प्रिंसिपल कहता है कि स्कूल में आओ तो PCR बुला लूंगा। वहीं, ग्रामीण सूबे सिंह का कहना है कि मास्टर लड़कियों की बांह पकड़ता है। ऐसा 2-3 बार हो गया। स्कूल में एक भी मास्टर सही नहीं है। सारा स्टाफ गंदा है। हम चाहते हैं कि स्कूल का सारा स्टाफ बदला जाए। स्कूल में टीचरों के 2 गुट
ग्रामीणों का कहना है कि छात्र-छत्राओं ने अपने परिजनों को बताया था कि स्कूल में एक टीचर की ओर से बहुत गलत व्यवहार किया जा रहा है। स्कूल में टीचरों के 2 गुट बने हुए हैं। इनके बीच में छात्र उनकी राजनीति का शिकार हो रहे हैं। टीचर बच्चों को पढ़ाने के बजाय आपसी राजनीति में उलझे रहते हैं। वहीं, ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि स्कूल हेड मास्टर का स्टाफ पर कंट्रोल नहीं है। वह भी नशे में स्कूल आता है। ग्रामीणों ने मांग की कि स्कूल स्टाफ को बदल कर यहां नया स्टाफ लगाया जाए, ताकि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो। इसके अलावा स्कूल में बच्चों के लिए सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई जाएं। जब तक स्टाफ को बदला नही जाता, तब तक वे ताला नही खोलेंगे। कंप्यूटर टीचर की शिकायत मिली, उसे जाने के लिए कह दिया
स्कूल के DDO दिनेश कुमार ने बताया, ‘मेरे पास 3 लड़कियां शिकायत लेकर आईं। उन्होंने बताया कि कंप्यूटर टीचर मनोज कुमार एक लड़की से छेड़छाड़ करता है। लड़कियों का कहना था कि वह हाथ पकड़ता है, फोन पर फोन करता है। उसने लड़की को कुछ आपत्तिजनक शब्द भी उसे लिखकर भेजे थे। इस पर कार्रवाई करते हुए मैंने 2 SMC (स्कूल मैनेजमेंट कमेटी) के सदस्य बुला लिए। SMC के सदस्यों ने जब आरोपी से पूछताछ की तो उसने अपनी गलती मान ली। इस पर कार्रवाई करते हुए टीम ने उसे स्कूल से चले जाने के लिए कह दिया।’ दिनेश कुमार ने कहा कि गांव वाले पूरे स्टाफ को खराब कह रहे हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। बाकी स्टाफ अच्छा है। स्कूल में इस तरह का यह पहला मामला है। स्कूल में 57 बच्चे हैं। उन्हें पढ़ाने के लिए 4 मेल और 2 फीमेल टीचर हैं।
JDU नेता के.सी. त्यागी की पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर आई प्रतिक्रिया, जानें क्या कहा?
JDU नेता के.सी. त्यागी की पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर आई प्रतिक्रिया, जानें क्या कहा? <p style=”text-align: justify;”><strong>Manmohan Singh Death:</strong> देश के पूर्व प्रधानमंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ. मनमोहन सिंह का 26 दिसंबर की रात को दिल्ली के एम्स में निधन हो गया. घर में तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें एम्स लाया गया था, जहां उन्होंने रात 9.51 बजे के करीब आखिरी सांस ली. उनके निधन पर तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं की प्रतिक्रिया आ रही है. JDU नेता के.सी. त्यागी ने कहा कि मैं अपनी पार्टी की ओर से श्रद्धांजलि भेंट करता हूं. उन्होंने देश के आर्थिक सुधारों को लेकर जिस तरह का काम किया आज की अच्छी और चमकती अर्थव्यवस्था उन्हीं के प्रयासों की वजह से है. पूरा देश उनका ऋणी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>के.सी. त्यागी ने आगे कहा कि मुझे लोकसभा में कई प्रधानमंत्रियों के साथ काम करने का मौका मिला है. लेकिन उनसे ज्यादा शांत, उनसे ज्यादा ईमानदार, उनसे ज्यादा कम बोलने वाला और अपनी बात को चुप रहकर कहने वाले वे अनूठे इंसान थे.</p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”hi”><a href=”https://twitter.com/hashtag/WATCH?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#WATCH</a> दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर JDU नेता के.सी. त्यागी ने कहा, “मैं अपनी पार्टी की ओर से श्रद्धांजलि भेंट करता हूं। उन्होंने देश की आर्थिक सुधारों को लेकर जिस तरह का काम किया आज की अच्छी और चमकती अर्थव्यवस्था उन्हीं के प्रयासों की वजह से है। पूरा देश उनका… <a href=”https://t.co/aW9KxxjZnW”>pic.twitter.com/aW9KxxjZnW</a></p>
— ANI_HindiNews (@AHindinews) <a href=”https://twitter.com/AHindinews/status/1872548326081782093?ref_src=twsrc%5Etfw”>December 27, 2024 </a>
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<p style=”text-align: justify;”><strong>मुख्यमंत्री समेत तमाम नेताओं ने जताया दुख</strong><br />बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ॰ मनमोहन सिंह का निधन दुखद. वे एक कुशल राजनेता एवं अर्थशास्त्री थे. उनके नेतृत्व में भारत की अर्थव्यवस्था को नई दिशा मिली. डॉ॰ मनमोहन सिंह का निधन भारतीय राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है.ईश्वर से दिवंगत आत्मा की चिर शांति के लिए प्रार्थना है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>पूर्व प्रधानमंत्री के निधन की वजह से आज मुजफ्फरपुर में प्रगति यात्रा का कार्यक्रम भी रद्द कर दिया गया है. जिसको लेकर जदयू के एक्स अकाउंट पर जानकारी देते हुए लिखा गया कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन से आज देश शोकाकुल है. राजकीय शोक के कारण मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज एवं कल की प्रस्तावित प्रगति यात्रा को स्थगित करने का निर्देश दिया है. अत मुजफ्फरपुर एवं वैशाली की पूर्व निर्धारित प्रगति यात्रा स्थगित की जाती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें: <a title=”प्रशांत किशोर के घर पहुंची पुलिस, PK बोले- ‘सरकार से, मुख्यमंत्री से मैं आग्रह करूंगा कि…'” href=”https://www.abplive.com/states/bihar/patna-police-reached-prashant-kishor-house-pk-said-nitish-government-is-afraid-ann-2850976″ target=”_blank” rel=”noopener”>प्रशांत किशोर के घर पहुंची पुलिस, PK बोले- ‘सरकार से, मुख्यमंत्री से मैं आग्रह करूंगा कि…'</a><br /></strong></p>
मंत्री आशीष पटेल बोले- मुझे कुछ हुआ तो STF जिम्मेदार:सीएम चाहें तो मेरी और अनुप्रिया की CBI जांच करा लें; डरने वाला नहीं
मंत्री आशीष पटेल बोले- मुझे कुछ हुआ तो STF जिम्मेदार:सीएम चाहें तो मेरी और अनुप्रिया की CBI जांच करा लें; डरने वाला नहीं यूपी के प्राविधिक शिक्षा मंत्री और अपना दल (एस) के कार्यकारी अध्यक्ष आशीष पटेल अपनी ही सरकार पर हमलवार हैं। पटेल ने मंगलवार को X पर पोस्ट कर लिखा- यदि सामाजिक न्याय की लड़ाई में मुझे कुछ हुआ तो इसके लिए UP STF जिम्मेदार होगी। पटेल ने सूचना विभाग पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। साथ ही 4 दस्तावेज भी पोस्ट किए। यह उनका 15 दिन के भीतर दूसरी पर योगी सरकार पर सीधा हमला है। आशीष ने फिर दोहराया कि सरदार पटेल का वंशज हूं, डरने वाला नहीं, लड़ने वाला हूं। हूबहू आशीष पटेल की पूरी पोस्ट पढ़िए… उत्तर प्रदेश के सबसे ईमानदार आईएएस अधिकारी और तत्कालीन प्रमुख सचिव, प्राविधिक शिक्षा एम देवराज की अध्यक्षता में हुई विभागीय पदोन्नति समिति की संस्तुति और शीर्ष स्तर पर सहमति के आधार पर हुई पदोन्नति के बावजूद राजनीतिक चरित्र हनन के लिए लगातार मीडिया ट्रायल अस्वीकार्य है। उत्तर प्रदेश के सूचना विभाग को झूठ, फरेब एवं मीडिया ट्रायल का यह खेल आगे बढ़कर बन्द कराना चाहिए। यदि यह विभागीय पदोन्नति गलत है तो सूचना विभाग की तरफ से स्पष्टीकरण देना चाहिए। मैंने पहले भी कहा है और एक बार फिर कह रहा हूं कि मुख्यमंत्री यदि उचित समझें तो बार-बार के मीडिया ट्रायल, झूठ और फरेब के जरिए किए जा रहे मेरे राजनीतिक चरित्र हनन के इस दुष्प्रयास पर स्थायी विराम के लिए बतौर मंत्री मेरे द्वारा अब तक लिए गए सभी फैसलों की सीबीआई जांच करा सकते हैं। इतना ही नहीं मैं तो यहां तक कहता हूं कि लगे हाथ अगर उचित समझा जाए तो स्वयं मेरी तथा मेरी पत्नी और अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री माननीय अनुप्रिया पटेल के सांसद-विधान परिषद सदस्य बनने के बाद अर्जित की गई संपत्ति की भी जांच करा ली जाए। पर्दे के पीछे सामाजिक न्याय की आवाज को कुचलने का खेल जारी है। वास्तव में पदोन्नति के इस मामले में कुछ लोगों के कलेजे में कांटा लगने का कारण उन ओबीसी और वंचित वर्ग को लाभ मिलना है, जिनके अधिकारों की सालों से हकमारी की जा रही थी। पोस्ट के साथ पदोन्नति की वर्ग-वार सूची देंखेंगे तो इसका अंदाजा हो जाएगा। ऐसे लोगों को मैं बताना चाहता हूं कि इनके कलेजे में भविष्य में भी कांटा चुभता रहेगा। वह इसलिए कि इन झूठे तथ्यों, अफवाहों और मीडिया ट्रायल से अपना दल (एस) की सामाजिक न्याय की लड़ाई बंद नहीं होने वाली। हम अब पहले से भी अधिक शक्ति के साथ सामाजिक न्याय की आवाज बुलंद करते रहेंगे। मैंने पहले भी कहा है कि लौह पुरुष सरदार पटेल का वंशज आशीष पटेल डरने वालों में नहीं, बल्कि लड़ने वालों में से है। अपने शुभचिंतकों के लिए एक विशेष बात कि यदि सामाजिक न्याय की इस जंग में मेरे साथ किसी प्रकार का षड्यंत्र/ दुर्घटना हुई तो इसकी सारी जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स की होगी। आशीष पटेल ने 4 दस्तावेज जारी किए अमिताभ ठाकुर से शिकायत कराई
अपना दल के पदाधिकारी का कहना है कि सूचना विभाग ने बर्खास्त IPS अमिताभ ठाकुर से लोकायुक्त में उनकी शिकायत कराई है। उनका कहना है कि शिकायत में तत्कालीन एसीएस एम देवराज का नाम क्यों नहीं है। पदोन्नति तो एसीएस और एम.देवराज की मंजूरी से ही हुई है। उनका कहना है कि सूचना विभाग बार-बार उनके खिलाफ षड़यंत्र कर रहा है। यदि यह विभागीय पदोन्नति गलत है तो सूचना विभाग की तरफ से स्पष्टीकरण देना चाहिए I इसलिए उन्हें एक्स पर पोस्ट करना पड़ा है। एम.देवराज, अभी नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग के अपर मुख्य सचिव हैं। प्राविधिक शिक्षा विभाग में पदोन्नति के समय वे ही उस विभाग के एसीएस थे। मुझे सुरक्षा नहीं दे रही सरकार
आशीष पटेल का कहना है कि सरकार उन्हें सुरक्षा नहीं दे रही है। उन्होंने पहले कई बार सुरक्षा की मांग की है। उनका कहना है कि एसटीएफ किस तरह काम करती है, यह सबको पता है। इसलिए लिखा है कि दुर्घटना या षड़यंत्र हुआ तो इसके लिए STF जिम्मेदार होगी। मंत्री के बगावत की वजह जानिए… मंत्री पर आरोप है कि उन्होंने पॉलिटिकल कॉलेजों में प्रमोशन कर लेक्चरर्स को विभागाध्यक्ष बना दिया। इससे आरक्षित वर्ग के लेक्चरर्स विभागाध्यक्ष बनने से चूक गए। भाजपा विधायक मीनाक्षी सिंह ने मंत्री की शिकायत सीएम योगी से की है। सपा विधायक पल्लवी पटेल ने कहा- प्रमोशन में भारी घोटाला हुआ है। 250 लेक्चरर्स से 25-25 लाख रुपए की वसूली की गई। हालांकि, मंत्री आशीष ने दैनिक भास्कर से बातचीत में आरोप को बेबुनियाद बताया था। कहा- कमेटी की सिफारिश के अनुसार ही पदोन्नति की गई। 16 दिसंबर को आशीष पटेल ने दी थी इस्तीफे की धमकी आशीष पटेल ने 16 दिसंबर को इस्तीफे की धमकी दी थी। कहा था- मेरी राजनीतिक हत्या कराने की साजिश हो रही है। सीएम आरोपों की CBI से जांच करा लें। पीएम मोदी जिस दिन आदेश करेंगे, मैं एक सेकेंड में इस्तीफा दे दूंगा। रात साढ़े 11 बजे X पर 3 पोस्ट किए- क्या है पूरा मामला- अब अपना दल की योगी सरकार से बढ़ेगी तकरार…
अपना दल (एस) और योगी सरकार के बीच लोकसभा चुनाव के बाद से टकराव तेजी से बढ़ा है। जानकार मानते हैं- इसकी शुरुआत 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती से ही हो गई थी। अपना दल (एस) का नेतृत्व इस बात से नाराज है कि सरकार की मशीनरी का चुनाव के दौरान व्यवहार ठीक नहीं था। सरकार के स्तर से भी कोई मदद नहीं मिली। तो यह टकराव अब और बढ़ेगा… राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मंत्री आशीष पटेल ने एक महीने में दूसरी बार सरकार के खिलाफ बयान दिया है। इससे अपना दल (एस) और योगी सरकार के बीच अब टकराव बढ़ेगा। इससे पहले उनकी पत्नी और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल भी संविदा और आउटसोर्स भर्ती में आरक्षण सहित अन्य मुद्दों को लेकर सरकार से सवाल खड़ी करती रही हैं। यदि यह टकराव समय रहते खत्म नहीं हुआ तो आगामी विधानसभा चुनाव 2027 में दोनों ही दलों के लिए दिक्कत होगी। अपना दल (एस) और बीजेपी का गठबंधन केंद्रीय स्तर से हुआ है। ऐसे में यह कहना जल्दबाजी होगी कि अपना दल भाजपा से नाता तोड़ेगा। क्योंकि मौजूदा परिस्थिति में बीजेपी के बिना अपना दल का राजनीतिक वजूद खास नहीं है। कब-कब अनुप्रिया ने उठाए सवाल 1- शिक्षक भर्ती में आरक्षण: बेसिक शिक्षा परिषद में 69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती में SC और OBC को आरक्षण के नियमानुसार लाभ न मिलने का मुद्दा अपना दल (एस) ने ही उठाया था। इस विवाद का आज तक हल नहीं निकला। जबकि, योगी सरकार नियमानुसार आरक्षण का लाभ देने का दावा कर रही है। 2- सीएम योगी को लिखा पत्र: अनुप्रिया ने 27 जून को मुख्यमंत्री योगी को पत्र लिखा। इसमें आरोप लगाया कि सरकारी विभागों में हो रही भर्ती में SC-ST और OBC के आरक्षण नियमों का पालन नहीं हो रहा। इन कैटेगरी के योग्य अभ्यर्थी नहीं मिलने के नाम पर उनके पद सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों को दिए जा रहे हैं। 3- प्रमुख सचिव का विवाद: प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल का विभाग के प्रमुख सचिव एम. देवराज से विवाद हो गया। मंत्री आशीष पटेल ने एम. देवराज की ओर से किए जा रहे तबादलों पर आपत्ति जताई। मंत्री ने तबादले की पत्रावली मुख्यमंत्री कार्यालय को भेज दी। नतीजा यह रहा कि विभाग में तबादला सत्र शून्य रहा। 4- मंच से आरक्षण का मुद्दा फिर उठाया: अपना दल (एस) के संस्थापक सोनेलाल पटेल की जयंती पर लखनऊ में कार्यक्रम हुआ। इस दौरान अनुप्रिया ने सरकारी विभागों की भर्ती में SC-ST और OBC के आरक्षण का मुद्दा उठाया। उन्होंने लोकतंत्र में राजा EVM से पैदा होने की बात भी दोहराई। 5- टोल टैक्स का मुद्दा उठाया: अनुप्रिया ने वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग पर अहरौरा में अतिरिक्त टोल बूथ लगाने पर आपत्ति जताई। उनका कहना है- NHAI के नियमों के अनुसार एक टोल से दूसरे टोल के बीच की दूरी 40 किलोमीटर होनी चाहिए। लेकिन, मार्ग में 20 किलोमीटर की दूरी फत्तेपुर और अहरौरा में दो टोल प्लाजा लगाकर वाहन स्वामियों से गलत टोल वसूला जा रहा है। अब पढ़िए अपना दल की मजबूती और कमजोरी ——————————- ये खबर भी पढ़ें- राहुल-अखिलेश के रास्ते पर अनुप्रिया पटेल:लखनऊ में बोलीं- जाति जनगणना कराई जाए; एनडीए की सहयोगी पार्टी अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने जाति जनगणना की मांग की है। राहुल गांधी और अखिलेश यादव पहले ही जाति जनगणना की मांग करके भाजपा को घेर रहे हैं। इस तरह अब अनुप्रिया भी राहुल-अखिलेश की राह पर चल पड़ी हैं। इससे भाजपा की मुसीबत बढ़ सकती है। पढ़ें पूरी खबर खबर अपडेट हो रही है….