<p style=”text-align: justify;”><strong>Rohtas PACS Election Votes Counting:</strong> बिहार के रोहतास जिले के अकोढीगोला के बाघाखोह पंचायत में गुरुवार को पैक्स चुनाव की मतगणना में भारी हंगामा हुआ. मतगणना के बाद पांच मतों से पराजित हुए मृत्युंजय कुमार सिंह ने चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए कहा कि मतपेटी से 31 मतपत्र गायब हो गए हैं और उन्हें साजिश के तहत हराया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>31 मतपत्र गायब होने का आरोप</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मृत्युंजय कुमार सिंह का दावा है कि कुल 1825 वोट डाले गए थे, लेकिन गिनती केवल 1794 वोटों की हुई. उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर 31 मतपत्र गायब कैसे हो गए? मृत्युंजय कुमार सिंह ने अधिकारियों से इस मामले की जांच की मांग की है और कहा है कि गायब हुए 31 मतपत्रों की जांच होनी चाहिए. इस घटना के बाद मतगणना केंद्र पर देर रात तक हंगामा होता रहा और स्थानीय पुलिस प्रशासन को हस्तक्षेप करना पड़ा। हंगामा कर रहे लोगों को पुलिस ने खदेड़ दिया।</p>
<p style=”text-align: justify;”>अकोढीगोला प्रखंड विकास पदाधिकारी रवि रंजन ने बताया कि गिनती में 1794 मतपत्र ही पाए गए और उसी आधार पर विजेता उम्मीदवार को सर्टिफिकेट दिया गया. उन्होंने कहा कि 31 वोटों के गायब होने की जानकारी उन्हें नहीं है और इस मामले की जांच वरीय अधिकारी कर रहे हैं. जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस घटना ने पूरे क्षेत्र में हलचल मचा दी है. लोगों के मन में सवाल उठ रहे हैं कि आखिर मतपेटी से 31 मतपत्र कैसे गायब हो गए? यह मामला सिर्फ मतगणना में गड़बड़ी का नहीं है, बल्कि यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर भी सवाल उठाता है. लोगों को उम्मीद है कि इस मामले की पूरी और निष्पक्ष जांच होगी ताकि सच सामने आ सके और दोषियों को सजा मिले.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी'</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>लोगों का कहना है कि इस घटना ने चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता और ईमानदारी में कमी को उजागर कर दिया है. प्रशासन को सुनिश्चित करना होगा कि ऐसे मामलों में उचित जांच हो और दोषियों को सजा मिले ताकि जनता का लोकतांत्रिक प्रक्रिया में विश्वास बना रहे. वहीं प्रशासन की ओर से भरोसा दिलाया गया है कि मामले की पूरी जांच की जाएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ेंः <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/bihar-mp-pappu-yadav-statement-on-politics-of-bullet-proof-car-threat-by-lawrence-bishnoi-gang-2833495″>Pappu Yadav: ‘आपके बाप, दादा, नाना…’, पूर्णिया में फिर भड़के पप्पू यादव, वजह बनी बुलेट प्रूफ गाड़ी</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Rohtas PACS Election Votes Counting:</strong> बिहार के रोहतास जिले के अकोढीगोला के बाघाखोह पंचायत में गुरुवार को पैक्स चुनाव की मतगणना में भारी हंगामा हुआ. मतगणना के बाद पांच मतों से पराजित हुए मृत्युंजय कुमार सिंह ने चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए कहा कि मतपेटी से 31 मतपत्र गायब हो गए हैं और उन्हें साजिश के तहत हराया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>31 मतपत्र गायब होने का आरोप</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मृत्युंजय कुमार सिंह का दावा है कि कुल 1825 वोट डाले गए थे, लेकिन गिनती केवल 1794 वोटों की हुई. उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर 31 मतपत्र गायब कैसे हो गए? मृत्युंजय कुमार सिंह ने अधिकारियों से इस मामले की जांच की मांग की है और कहा है कि गायब हुए 31 मतपत्रों की जांच होनी चाहिए. इस घटना के बाद मतगणना केंद्र पर देर रात तक हंगामा होता रहा और स्थानीय पुलिस प्रशासन को हस्तक्षेप करना पड़ा। हंगामा कर रहे लोगों को पुलिस ने खदेड़ दिया।</p>
<p style=”text-align: justify;”>अकोढीगोला प्रखंड विकास पदाधिकारी रवि रंजन ने बताया कि गिनती में 1794 मतपत्र ही पाए गए और उसी आधार पर विजेता उम्मीदवार को सर्टिफिकेट दिया गया. उन्होंने कहा कि 31 वोटों के गायब होने की जानकारी उन्हें नहीं है और इस मामले की जांच वरीय अधिकारी कर रहे हैं. जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस घटना ने पूरे क्षेत्र में हलचल मचा दी है. लोगों के मन में सवाल उठ रहे हैं कि आखिर मतपेटी से 31 मतपत्र कैसे गायब हो गए? यह मामला सिर्फ मतगणना में गड़बड़ी का नहीं है, बल्कि यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर भी सवाल उठाता है. लोगों को उम्मीद है कि इस मामले की पूरी और निष्पक्ष जांच होगी ताकि सच सामने आ सके और दोषियों को सजा मिले.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी'</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>लोगों का कहना है कि इस घटना ने चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता और ईमानदारी में कमी को उजागर कर दिया है. प्रशासन को सुनिश्चित करना होगा कि ऐसे मामलों में उचित जांच हो और दोषियों को सजा मिले ताकि जनता का लोकतांत्रिक प्रक्रिया में विश्वास बना रहे. वहीं प्रशासन की ओर से भरोसा दिलाया गया है कि मामले की पूरी जांच की जाएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. </p>
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