SGPC अध्यक्ष ने की सिख युवती से मारपीट की निंदा:हरजिंदर सिंह धामी बोले- आरोपी पुलिसकर्मियों पर हो कार्रवाई, गृहमंत्री करें हस्तक्षेप

SGPC अध्यक्ष ने की सिख युवती से मारपीट की निंदा:हरजिंदर सिंह धामी बोले- आरोपी पुलिसकर्मियों पर हो कार्रवाई, गृहमंत्री करें हस्तक्षेप

शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने ओडिशा के भुवनेश्वर के एक पुलिस स्टेशन में एक सिख सैन्य अधिकारी की बेटी पर हुए हमले की कड़ी निंदा की और सरकार से आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। एडवोकेट धामी ने कहा कि देश में महिलाओं के साथ कई दुखद घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन सरकारें इस ओर गंभीरता से ध्यान नहीं दे रही हैं। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो से सामने आई जानकारी के मुताबिक देश की रक्षा करने वाले एक सैन्य अधिकारी की वकील बेटी अपने पीछे पड़े गलत तत्वों से बचने के लिए थाने जाती है, लेकिन पुलिसकर्मी ही इसके साथ दुर्व्यवहार करते हैं। जो बहुत गंभीर मामला है। बोले- शर्मनाक करने वाली वारदात शिरोमणि कमेटी अध्यक्ष ने कहा कि पुलिस प्रशासन का काम लोगों की जान-माल की रक्षा करना है, लेकिन जब पुलिस अधिकारी ही अपना कर्तव्य निभाने की बजाय शिकायत लेकर आए लोगों का ही अपमान करेंगे तो न्याय कहां से मिलेगा? उन्होंने कहा कि सैनिक देश की रक्षा के लिए सीमा पर अपना कर्तव्य निभा रहे हैं और उनके परिवार के साथ ऐसी घटना होना सरकार के लिए और भी शर्मनाक है। अधिवक्ता धामी ने ओडिशा सरकार से संबंधित पुलिस कर्मियों के खिलाफ तुरंत सख्त कार्रवाई करने को कहा। उन्होंने भारत के गृहमंत्री अमित शाह से भी इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की और कहा कि ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटना को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए, क्योंकि अक्सर देखा जा रहा है कि देश में सिखों के प्रति अन्याय बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री को राज्य सरकार को आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने का भी निर्देश देना चाहिए। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने ओडिशा के भुवनेश्वर के एक पुलिस स्टेशन में एक सिख सैन्य अधिकारी की बेटी पर हुए हमले की कड़ी निंदा की और सरकार से आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। एडवोकेट धामी ने कहा कि देश में महिलाओं के साथ कई दुखद घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन सरकारें इस ओर गंभीरता से ध्यान नहीं दे रही हैं। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो से सामने आई जानकारी के मुताबिक देश की रक्षा करने वाले एक सैन्य अधिकारी की वकील बेटी अपने पीछे पड़े गलत तत्वों से बचने के लिए थाने जाती है, लेकिन पुलिसकर्मी ही इसके साथ दुर्व्यवहार करते हैं। जो बहुत गंभीर मामला है। बोले- शर्मनाक करने वाली वारदात शिरोमणि कमेटी अध्यक्ष ने कहा कि पुलिस प्रशासन का काम लोगों की जान-माल की रक्षा करना है, लेकिन जब पुलिस अधिकारी ही अपना कर्तव्य निभाने की बजाय शिकायत लेकर आए लोगों का ही अपमान करेंगे तो न्याय कहां से मिलेगा? उन्होंने कहा कि सैनिक देश की रक्षा के लिए सीमा पर अपना कर्तव्य निभा रहे हैं और उनके परिवार के साथ ऐसी घटना होना सरकार के लिए और भी शर्मनाक है। अधिवक्ता धामी ने ओडिशा सरकार से संबंधित पुलिस कर्मियों के खिलाफ तुरंत सख्त कार्रवाई करने को कहा। उन्होंने भारत के गृहमंत्री अमित शाह से भी इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की और कहा कि ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटना को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए, क्योंकि अक्सर देखा जा रहा है कि देश में सिखों के प्रति अन्याय बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री को राज्य सरकार को आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने का भी निर्देश देना चाहिए।   पंजाब | दैनिक भास्कर