<p style=”text-align: justify;”><strong>UP</strong> <strong>News</strong><strong>:</strong> उत्तर प्रदेश में ई-गवर्नेंस को और मजबूत करने के लिए योगी सरकार अब UPSWAN 3.0 लाने जा रही है. UPSWAN यानी उत्तर प्रदेश स्टेट वाइड एरिया नेटवर्क. यह प्रदेश सरकार के दफ्तरों और महत्वपूर्ण सरकारी सेवाओं को आपस में जोड़ने वाला डिजिटल नेटवर्क है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे ‘ई-गवर्नेंस के नए युग’ की शुरुआत बताया है. यूपी सरकार का मानना है कि इससे सरकारी कामकाज में पारदर्शिता बढ़ेगी और आम जनता को घर बैठे सरकारी सेवाएं मिलेंगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मजबूत कम्युनिकेशन नेटवर्क तैयार</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>गौरतलब है कि इससे पहले यूपी में UPSWAN 2.0 काम कर रहा था. 2006 में UPSWAN की शुरुआत हुई थी, ताकि सरकारी दफ्तरों को जोड़कर एक मजबूत कम्युनिकेशन नेटवर्क तैयार किया जा सके. अब UPSWAN 3.0 को पहले से ज्यादा सुरक्षित और तकनीकी रूप से मजबूत बनाया जा रहा है. इसके जरिए तहसील, ब्लॉक, कमिश्नरेट ऑफिस और विकास भवनों तक हाई-स्पीड इंटरनेट और डिजिटल कनेक्टिविटी पहुंचाई जाएगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यूपीडेस्को को नोडल एजेंसी बनाया </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग ने UPSWAN 3.0 को लागू करने के लिए यूपीडेस्को (उत्तर प्रदेश डेवलपमेंट सिस्टम्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड) को नोडल एजेंसी बनाया है. यूपीडेस्को ने एक कार्ययोजना तैयार की है, जिसके मुताबिक अब तक प्रदेश में 351 तहसीलों में से 235 और 828 ब्लॉकों में से 574 को UPSWAN नेटवर्क से जोड़ा जा चुका है. नए वर्जन में बाकी 116 तहसीलों और 254 ब्लॉकों को भी जोड़ा जाएगा. साथ ही, 75 विकास भवनों को भी इस डिजिटल नेटवर्क का हिस्सा बनाया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>गड़बड़ी की तुरंत पहचान</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>UPSWAN 3.0 की सबसे खास बात यह है कि यह अत्याधुनिक सुरक्षा व्यवस्था से लैस होगा. इसमें इनक्रिप्टेड कम्युनिकेशन, डेटा एनक्रिप्शन, फायरवॉल्स, इंट्रूजन डिटेक्शन सिस्टम और एडवांस प्रोटेक्शन जैसी सुविधाएं शामिल होंगी. इसका मतलब यह है कि सरकारी दफ्तरों के बीच होने वाला हर डिजिटल संवाद पूरी तरह सुरक्षित रहेगा. साथ ही, इसमें ऑटोमेशन और रेगुलर मॉनिटरिंग की सुविधा होगी, जिससे गड़बड़ी की तुरंत पहचान हो सकेगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सरकारी डाटा सेंटर भी जोड़ा जाएगा</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>एक अहम पहलू यह भी है कि UPSWAN 3.0 के जरिए प्रदेश में मौजूद सरकारी डाटा सेंटर (यूपीएसडीसी) को भी सीधे जोड़ा जाएगा. इस डाटा सेंटर में सरकार के कई अहम प्रोजेक्ट और ई-ऑफिस जैसी सेवाएं मौजूद हैं. UPSWAN 3.0 उन्हें और ज्यादा मजबूत करेगा. इस नई तकनीक से सरकारी विभागों में डिजिटल फाइलें तेजी से भेजी जा सकेंगी, जिससे दफ्तरों के बीच का समय और खर्च कम होगा. खासकर गांव-गांव तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने में यह मददगार साबित होगा. </p>
<p style=”text-align: justify;”>यह सब मुख्यमंत्री <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> के उस सपने को साकार करेगा, जिसमें वे उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने की दिशा में लगातार काम कर रहे हैं. यूपी में अब हर सरकारी दफ्तर एक क्लिक पर जुड़ सकेगा और जनता को सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे मिलेगा. यही नहीं, ई-गवर्नेंस को नया जीवन मिलेगा और सरकारी कामकाज में पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ेगी.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>UP</strong> <strong>News</strong><strong>:</strong> उत्तर प्रदेश में ई-गवर्नेंस को और मजबूत करने के लिए योगी सरकार अब UPSWAN 3.0 लाने जा रही है. UPSWAN यानी उत्तर प्रदेश स्टेट वाइड एरिया नेटवर्क. यह प्रदेश सरकार के दफ्तरों और महत्वपूर्ण सरकारी सेवाओं को आपस में जोड़ने वाला डिजिटल नेटवर्क है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे ‘ई-गवर्नेंस के नए युग’ की शुरुआत बताया है. यूपी सरकार का मानना है कि इससे सरकारी कामकाज में पारदर्शिता बढ़ेगी और आम जनता को घर बैठे सरकारी सेवाएं मिलेंगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मजबूत कम्युनिकेशन नेटवर्क तैयार</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>गौरतलब है कि इससे पहले यूपी में UPSWAN 2.0 काम कर रहा था. 2006 में UPSWAN की शुरुआत हुई थी, ताकि सरकारी दफ्तरों को जोड़कर एक मजबूत कम्युनिकेशन नेटवर्क तैयार किया जा सके. अब UPSWAN 3.0 को पहले से ज्यादा सुरक्षित और तकनीकी रूप से मजबूत बनाया जा रहा है. इसके जरिए तहसील, ब्लॉक, कमिश्नरेट ऑफिस और विकास भवनों तक हाई-स्पीड इंटरनेट और डिजिटल कनेक्टिविटी पहुंचाई जाएगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यूपीडेस्को को नोडल एजेंसी बनाया </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग ने UPSWAN 3.0 को लागू करने के लिए यूपीडेस्को (उत्तर प्रदेश डेवलपमेंट सिस्टम्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड) को नोडल एजेंसी बनाया है. यूपीडेस्को ने एक कार्ययोजना तैयार की है, जिसके मुताबिक अब तक प्रदेश में 351 तहसीलों में से 235 और 828 ब्लॉकों में से 574 को UPSWAN नेटवर्क से जोड़ा जा चुका है. नए वर्जन में बाकी 116 तहसीलों और 254 ब्लॉकों को भी जोड़ा जाएगा. साथ ही, 75 विकास भवनों को भी इस डिजिटल नेटवर्क का हिस्सा बनाया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>गड़बड़ी की तुरंत पहचान</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>UPSWAN 3.0 की सबसे खास बात यह है कि यह अत्याधुनिक सुरक्षा व्यवस्था से लैस होगा. इसमें इनक्रिप्टेड कम्युनिकेशन, डेटा एनक्रिप्शन, फायरवॉल्स, इंट्रूजन डिटेक्शन सिस्टम और एडवांस प्रोटेक्शन जैसी सुविधाएं शामिल होंगी. इसका मतलब यह है कि सरकारी दफ्तरों के बीच होने वाला हर डिजिटल संवाद पूरी तरह सुरक्षित रहेगा. साथ ही, इसमें ऑटोमेशन और रेगुलर मॉनिटरिंग की सुविधा होगी, जिससे गड़बड़ी की तुरंत पहचान हो सकेगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सरकारी डाटा सेंटर भी जोड़ा जाएगा</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>एक अहम पहलू यह भी है कि UPSWAN 3.0 के जरिए प्रदेश में मौजूद सरकारी डाटा सेंटर (यूपीएसडीसी) को भी सीधे जोड़ा जाएगा. इस डाटा सेंटर में सरकार के कई अहम प्रोजेक्ट और ई-ऑफिस जैसी सेवाएं मौजूद हैं. UPSWAN 3.0 उन्हें और ज्यादा मजबूत करेगा. इस नई तकनीक से सरकारी विभागों में डिजिटल फाइलें तेजी से भेजी जा सकेंगी, जिससे दफ्तरों के बीच का समय और खर्च कम होगा. खासकर गांव-गांव तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने में यह मददगार साबित होगा. </p>
<p style=”text-align: justify;”>यह सब मुख्यमंत्री <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> के उस सपने को साकार करेगा, जिसमें वे उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने की दिशा में लगातार काम कर रहे हैं. यूपी में अब हर सरकारी दफ्तर एक क्लिक पर जुड़ सकेगा और जनता को सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे मिलेगा. यही नहीं, ई-गवर्नेंस को नया जीवन मिलेगा और सरकारी कामकाज में पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ेगी.</p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड जानिए उस IPS को जिसे रास्ते में छोड़कर ‘भाग’ गए थे ड्राइवर-बॉडीगार्ड, विवादों से रहा है नाता
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