<p style=”text-align: justify;”><strong>UP Politics:</strong> वर्ष 2021 से जनगणना की बांट जोह रही जनता की गिनती वर्ष 2027 से शुरू हो सकती है. यह जानकारी सूत्रों ने दी है. सूत्रों का दावा है कि जनगणना की शुरुआत 1 मार्च 2027 से शुरू होगी. हालांकि चार पहाड़ी राज्यों में जनगणना वर्ष 2026 के अक्टूबर में होगी. जिसमें जम्मू और कश्मीर, उत्तराखंड, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश सरीखे राज्य शामिल हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके बाद वर्ष 2027 की 1 मार्च से जनगणना होगी. इस जनगणना में जातियों की गिनती भी शुरू होगी. करीब 96 साल बाद भारत में जनता के साथ-साथ जातियों की भी गिनती होगी. </p>
<p style=”text-align: justify;”>अगर 1 मार्च से जनगणना की शुरुआत होगी तो यह ऐसा समय होगा जब उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के चल रहे होंगे या अपने अंतिम चरण में होंगे. वर्ष 2022 और वर्ष 2017 के चुनावी तारीखों पर गौर करें तो जनगणना की शुरुआत नई सरकार के शपथ ग्रहण से पहले हो जाएगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी लगातार यह मांग करती रही है कि जातीय जनगणना हो ताकि सबको सबकी हिस्सेदारी मिले सके. भारतीय जनता पार्टी में भी एक वर्ग लगातार यह मांग करता रहा है कि जातीय जनगणना की जाए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके अलावा बीजेपी के सहयोगी सुभासपा, निषाद पार्टी और अपना दल (एस) भी जातीय जनगणना के पक्ष में आवाज बुलंद करते रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>2017 और 2022 में कब कब हुए थे चुनाव?</strong><br />वर्ष 2017 में यूपी में चुनाव की शुरुआत 17 जनवरी से हुई और 8 मार्च 2017 को अंतिम वोट पड़ा था. फिर 19 मार्च 2017 को मुख्यमंत्री <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> की अगुवाई में भारतीय जनता पार्टी की सरकार का गठन हुआ. वर्ष 2022 की बात करें तो इस वर्ष चुनाव 14 जनवरी से शुरू हुआ और आखिरी वोट 7 मार्च को पड़ा. परिणाम 10 मार्च को आए थे. इस बार भी बीजेपी की सरकार बनी और योगी ने 25 मार्च को दूसरी बार शपथ ली. </p>
<p style=”text-align: justify;”>किसी भी विधानसभा के साढ़े चार वर्ष का कार्यकाल संपन्न होने के बाद भारत निर्वाचन आयोग को यह अधिकार होता है कि वह 6 महीने के भीतर कभी भी चुनाव करा सकता है. ऐसे में अगर आयोग दिसंबर 2026 के आखिरी और जनवरी 2027 के पहले हफ्ते में चुनाव की तारीखों का ऐलान करता है और इसी तरह 7-7 चरणों में चुनाव कराए गए तो जनगणना शुरू होने के बाद ही परिणाम आएंगे और नई सरकार बनेगी.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>UP Politics:</strong> वर्ष 2021 से जनगणना की बांट जोह रही जनता की गिनती वर्ष 2027 से शुरू हो सकती है. यह जानकारी सूत्रों ने दी है. सूत्रों का दावा है कि जनगणना की शुरुआत 1 मार्च 2027 से शुरू होगी. हालांकि चार पहाड़ी राज्यों में जनगणना वर्ष 2026 के अक्टूबर में होगी. जिसमें जम्मू और कश्मीर, उत्तराखंड, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश सरीखे राज्य शामिल हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके बाद वर्ष 2027 की 1 मार्च से जनगणना होगी. इस जनगणना में जातियों की गिनती भी शुरू होगी. करीब 96 साल बाद भारत में जनता के साथ-साथ जातियों की भी गिनती होगी. </p>
<p style=”text-align: justify;”>अगर 1 मार्च से जनगणना की शुरुआत होगी तो यह ऐसा समय होगा जब उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के चल रहे होंगे या अपने अंतिम चरण में होंगे. वर्ष 2022 और वर्ष 2017 के चुनावी तारीखों पर गौर करें तो जनगणना की शुरुआत नई सरकार के शपथ ग्रहण से पहले हो जाएगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी लगातार यह मांग करती रही है कि जातीय जनगणना हो ताकि सबको सबकी हिस्सेदारी मिले सके. भारतीय जनता पार्टी में भी एक वर्ग लगातार यह मांग करता रहा है कि जातीय जनगणना की जाए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके अलावा बीजेपी के सहयोगी सुभासपा, निषाद पार्टी और अपना दल (एस) भी जातीय जनगणना के पक्ष में आवाज बुलंद करते रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>2017 और 2022 में कब कब हुए थे चुनाव?</strong><br />वर्ष 2017 में यूपी में चुनाव की शुरुआत 17 जनवरी से हुई और 8 मार्च 2017 को अंतिम वोट पड़ा था. फिर 19 मार्च 2017 को मुख्यमंत्री <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> की अगुवाई में भारतीय जनता पार्टी की सरकार का गठन हुआ. वर्ष 2022 की बात करें तो इस वर्ष चुनाव 14 जनवरी से शुरू हुआ और आखिरी वोट 7 मार्च को पड़ा. परिणाम 10 मार्च को आए थे. इस बार भी बीजेपी की सरकार बनी और योगी ने 25 मार्च को दूसरी बार शपथ ली. </p>
<p style=”text-align: justify;”>किसी भी विधानसभा के साढ़े चार वर्ष का कार्यकाल संपन्न होने के बाद भारत निर्वाचन आयोग को यह अधिकार होता है कि वह 6 महीने के भीतर कभी भी चुनाव करा सकता है. ऐसे में अगर आयोग दिसंबर 2026 के आखिरी और जनवरी 2027 के पहले हफ्ते में चुनाव की तारीखों का ऐलान करता है और इसी तरह 7-7 चरणों में चुनाव कराए गए तो जनगणना शुरू होने के बाद ही परिणाम आएंगे और नई सरकार बनेगी.</p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड सीहोर में नाबालिग से रेप-हत्या मामले दोनों आरोपी गिरफ्तार, थाने पर किया गया पथराव, स्थिति नियंत्रित
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