कानपुर में बहू की हत्याकर जेठ का सुसाइड:मरने से पहले बनाया वीडियो, कहा- जब से घर आई, भाई से क्लेश रहने लगा कानपुर में बुधवार की रात जेठ ने बहू की गला दबाकर हत्या कर दी। फिर फांसी पर लटक कर खुद भी जान दे दी। महिला का शव कमरे में जमीन पर पड़ा था। जेठ का शव पंखे से लटक रहा था। हत्या के बाद जेठ ने वीडियो बनाया। कहा- बहू ने घर बर्बाद कर दिया। भाई से क्लेश रहने लगा। मैं 6 महीने से इसे मारने की कोशिश कर रहा था। कल भी मरने की कोशिश की। आज घर में अकेला हूं। मैंने बहू मीनू का खून कर दिया है। अब खुद भी जान दे दूंगा। मामला सेन पश्चिम पारा थाना क्षेत्र के यशोदा नगर पी-ब्लाक का है। सूचना पर पुलिस और फोरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की। परिवार के सभी लोग बाहर थे। बेटा जब वैष्णो देवी से लौटा तब घटना का पता चला। फोरेंसिक टीम को महिला के गले पर ‘प्रेशर साइन’ मिले हैं। पति दर्शन करने वैष्णो देवी गया था
यशोदा नगर पी-ब्लॉक में कुलदीप गुप्ता (32) अपने छोटे भाई अशोक गुप्ता (30) के साथ रहता था। मकान के ग्राउंड फ्लोर पर कुलदीप अपनी पत्नी व दो बच्चों के साथ जबकि ऊपर की मंजिल पर अशोक अपनी पत्नी मीनू (28) और डेढ़ साल के बेटे के साथ रहता है। साथ में उनकी मां भी रहती हैं। कुलदीप साड़ी की फेरी लगाता था, जबकि अशोक ऑटो ड्राइवर है। वारदात के वक्त घर में केवल जेठ और बहू ही थे। 21 जून को अशोक वैष्णो देवी दर्शन करने गया था। जेठ की पत्नी बच्चों समेत मायके गई थी। मां अपनी ननद के घर गई थीं। गुरुवार सुबह जब अशोक घर लौटा तो उसने एक कमरे में अपने डेढ साल के बच्चे को रोते देखा। पत्नी और भाई नहीं दिखे। घर का एक कमरा बंद था। अशोक ने खटखटाया तो अंदर से किसी की आवाज नहीं आई। उसने जोर से धक्का मारा तो दरवाजा खुल गया और कमरे में दोनों की लाश मिली। कमरे के अंदर से एक 9 पन्नों का नोट भी मिला है। जिसमें अशोक ने हत्या की वजह बताई है। अब पढ़िए वीडियो में जेठ ने क्या कुछ कहा… कुलदीप ने कहा- घर में कोई नहीं है। मैं कल मम्मी को बुआ के यहां छोड़ आया था। कल भी मीनू को मारने की कोशिश की थी लेकिन मार नहीं पाया था। सभी से हंसकर बात करता हूं, लेकिन 6 महीने से परेशान हूं। आज मीनू को मारकर मैं कलंकित हो गया हूं। मैंने एक चीटी मारने से पहले 100 बार सोचा है। आज मैंने एक औरत का खून कर दिया है। मुझे भी जीने का हक नहीं है। लेकिन क्या करें, मेरे पास कोई और चारा भी नहीं था। मीनू ने बहुत झूठ बोला। इतना झूठ बोला कि घर बर्बाद हो गया। हमने 3 साल इसे बहुत बर्दाश्त किया। मैं उस दिन को कोसता हूं, जिस दिन मेरे भाई की शादी इससे हुई थी। मैंने 6 महीने पहले ही इसे मारने का प्लान बना चुका था। आज मुझे मौका मिला। अशोक जम्मू से आ जाएगा। कल मेरे बच्चे और पत्नी भी आ जाएंगे। इसलिए आज के बाद मौका नहीं मिलता। मम्मी मुझे माफ कर दो, बस सुकून चाहिए था
कुलदीप ने कहा- मम्मी मीनू का मंगलसूत्र चोरी नहीं हुआ था। मुझे माफ कर देना। बस सुकून चाहिए था। मैं साड़ी नहीं बेच पाता था। बस किसी तरह काम कर रहा था। मम्मी मैंने बहुत सी बातें आपको नहीं बताई हैं। मीनू के घर वालों ने इसे सुधरने नहीं दिया। घंटों अपने घर में बात करती थी। इसकी रेनू भाभी ने इससे कहा था कि मंगलसूत्र छिपा दो, जो एक लाख की बीसी डाली गई है। उसी से नया मंगलसूत्र बनवा लेना। इसका भाई चाहता तो सब कुछ ठीक हो जाता। इसके भाई से मैंने तलाक की बात कही थी। लेकिन, उसने मुझे धमकी दी। मैंने ये सब बातें आप लोगों को नहीं बताई। मैंने बचपन में अपने भाई को अपने हाथों से खिलाया है। उसे बड़े प्यार से पाला है। अब उसकी हालत नहीं देख पा रहा था। अपनी पत्नी से बोला- रोशनी मुझे माफ कर देना। अशोक से शादी कर लेना, मेरे बच्चों का ख्याल रखना। तुम कहती थी कि चुप-चुप क्यों रहते हो। बस यही वजह थी। मैं घर में सुख शांति चाहता था। अशोक मेरे बच्चों को अपने बच्चों की तरह पालना। जो वीडियो में कहा, वही सुसाइड नोट में लिखा जेठ ने 9 पन्नों का सुसाइड नोट भी लिखा है। इसमें उसने वीडियो में कही गई बाते लिखी हैं। सुसाइड नोट के अंत में उसने लिखा- जब से घर आई, दोनों भाइयों के परिवार में क्लेश रहने लगा। न तो खाना बना पाती है और न ही व्यवहार सही है। नैन-नक्श भी अच्छे नहीं हैं। इसलिए इसकी हत्या कर दी। अब अपनी जान भी दे रहा हूं। मेरे भाई ने ऐसा किया, विश्वास नहीं हो रहा भाई अशोक गुप्ता ने कहा- मैं आज जम्मू से वापस आया। मेरा डेढ़ साल का बेटा रो रहा था। मैंने सोचा मेरी पत्नी मीनू पड़ोस में गई होगी। मैंने आसपास के लोगों से पूछताछ की। इसके बाद मैंने पत्नी को फोन किया। उसका फोन कमरे में रिंग कर रहा था। ये अंदर से बंद था। मैंने उसे आवाज दी। काफी देर बाद जब मीनू ने गेट नहीं खोला, तो मैंने इसे तोड़ दिया। देखा अंदर मीनू की लाश पड़ी थी और भैया की लाश पंखे से लटक रही थी। पूरे मामले में डीसीपी साउथ रवींद्र कुमार ने कहा- एक ही परिवार के दो लोगों की मौत हुई है। फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य एकत्रित किए हैं। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। मामले में जांच की जा रही है। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। ये खबरें भी पढ़िए- मेरठ में मां-पापा के नाम बच्चे का सुसाइड नोट: अब कोई आपके सिर पर नहीं चढ़ेगा, ठीक है न… अब कोई आपके सिर पर नहीं चढ़ेगा। ठीक है न…। कोई परेशान नहीं करेगा। अब आप खुश रहो। अब आपको मेरे से कोई मतलब नहीं। आज तक एक मोटर बाइक तो दिलाई नहीं गई। बाइक दिलानी दूर, पुरानी बुलेट ठीक तक नहीं कराई। और हां, पापा आप कह रहे थे न, जिनके पास फोन नहीं होता, वो कैसे पढ़ाई करते हैं। तो वो कैसे भी पढ़ते हों, हमारे पास तो फोन है न। वो फोन तो सिर्फ मम्मी के लिए ही है। मैं तो इस घर में कबाड़ हूं। भूंड (बदसूरत) शक्ल का हूं। बेशर्म हूं। भगवान मेरे जैसी मां किसी को मत देना। बाय…। झकझोर देने वाला ये सुसाइड नोट मेरठ के 14 साल के अंगद का है। उसने खुद को गोली मारने से पहले अपने मम्मी-पापा के लिए लिखा। पढ़ें पूरी खबर… बाराबंकी में थाने के अंदर दरोगा ने कनपटी में गोली मारी, फायरिंग की आवाज किसी ने नहीं सुनी बाराबंकी में कोठी थाने के अदंर सर्विस रिवॉल्वर से दरोगा ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। गोली कनपटी में लगी है, जो चीरते हुए आर-पार हो गई। लेकिन, चौंकाने वाली बात यह कि फायरिंग की आवाज किसी ने सुनी ही नहीं। साथी पुलिसकर्मी दरोगा को बुलाने के लिए जब उनके कमरे में पहुंचे तो दरोगा का खून से लथपथ शव पड़ा मिला। पुलिस ने कमरे की तलाशी ली तो कमरे से सुसाइड नोट मिला। इसमें उन्होंने माइग्रेन से परेशान होने की बात लिखी है। पढ़ें पूरी खबर…