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<p style=”text-align: justify;”><strong>Varanasi News:</strong> प्रदेश के साथ-साथ अब देश में भी वाराणसी पर्यटन का बहुत बड़ा केंद्र बन चुका है. घरेलू पर्यटन की दृष्टिकोण से पूरे देश में उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा पर्यटक पहुंचते हैं. जबकि 7-8 वर्ष पहले तमिलनाडु सबसे ज्यादा घरेलू पर्यटक पहुंचते थे. वर्तमान समय में उत्तर प्रदेश के अयोध्या और वाराणसी जाने वाले घरेलू पर्यटकों की संख्या सर्वाधिक है. लगातार हो रहे पर्यटकों की वृद्धि की वजह से इस वर्ष वाराणसी पहुंचने वाले पर्यटकों की संख्या पिछले वर्ष की तुलना में दोगुनी है. जनपद के सांस्कृतिक कार्यक्रम अलग-अलग धार्मिक पर्यटन स्थल पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु देश और विदेश से पहुंच रहे हैं. <br /><br />वाराणसी पहुंचने वाले पर्यटको के सुविधाओं और व्यवस्थाओं को लेकर जब एबीपी न्यूज़ ने पर्यटन अधिकारी राजेंद्र रावत से पूछा तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि बीते 7 वर्षो में घरेलू पर्यटन की दृष्टिकोण से उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा पर्यटकों के आने की संख्या है. पर्यटन विभाग सभी पर्यटकों के स्वागत, सुरक्षा और सुविधाओं के लिए पूरी तरह तत्पर रहा है. वहीं उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा पर्यटक वाराणसी और अयोध्या के अलग-अलग स्थलों को घूमने के लिए पहुंचे हैं. <br /><br /><strong>इस साल पर्यटकों की संख्या 17 करोड़ रही</strong><br />बीते वर्ष 2023 में वाराणसी के अलग-अलग स्थलों पर पहुंचने वाले पर्यटकों की कुल संख्या 8.54 करोड़ रहीं. इस वर्ष अब पर्यटकों की संख्या इस आंकड़े की दोगुनी हो चुकी है, जों तकरीबन 17 करोड़ हैं . यह आंकड़ा काशी विश्वनाथ मंदिर, सारनाथ, गंगा आरती, नमो घाट, अस्सी घाट , अन्य प्राचीन व धार्मिक स्थल पर पहुंचे कुल पर्यटकों की है. इसके अलावा वाराणसी के सांस्कृतिक आयोजन में भी देश और विदेश से शामिल होने वाले पर्यटकों की संख्या इसमें शामिल है.<br /><br /><strong>UK और US के पर्यटकों की संख्या अधिक</strong> <br />घरेलू पर्यटन की बात करें तो दक्षिण भारत के तमिलनाडु, गोवा, गुजरात से सबसे ज्यादा पर्यटक वाराणसी आते हैं. वहीं विदेशी पर्यटक भी बड़ी संख्या में प्राचीन शहर को देखने और अनुभव करने के लिए पहुंचते हैं. इसमें सबसे ज्यादा संख्या UK, US और अलग-अलग यूरोपीय देशों से भी है. सनातन सांस्कृतिक विरासत के साथ-साथ बौद्ध धर्म की प्राचीन विरासत भी यहां पर है, जिसे देखने के लिए उन देशों के लोग भी अच्छी संख्या में आते हैं जहां पर बौद्ध धर्म है.</p>
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</div> <div id=”:u4″ class=”Am aiL Al editable LW-avf tS-tW tS-tY” tabindex=”1″ role=”textbox” spellcheck=”false” aria-label=”Message Body” aria-multiline=”true” aria-owns=”:15j” aria-controls=”:15j” aria-expanded=”false”>
<p style=”text-align: justify;”><strong>Varanasi News:</strong> प्रदेश के साथ-साथ अब देश में भी वाराणसी पर्यटन का बहुत बड़ा केंद्र बन चुका है. घरेलू पर्यटन की दृष्टिकोण से पूरे देश में उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा पर्यटक पहुंचते हैं. जबकि 7-8 वर्ष पहले तमिलनाडु सबसे ज्यादा घरेलू पर्यटक पहुंचते थे. वर्तमान समय में उत्तर प्रदेश के अयोध्या और वाराणसी जाने वाले घरेलू पर्यटकों की संख्या सर्वाधिक है. लगातार हो रहे पर्यटकों की वृद्धि की वजह से इस वर्ष वाराणसी पहुंचने वाले पर्यटकों की संख्या पिछले वर्ष की तुलना में दोगुनी है. जनपद के सांस्कृतिक कार्यक्रम अलग-अलग धार्मिक पर्यटन स्थल पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु देश और विदेश से पहुंच रहे हैं. <br /><br />वाराणसी पहुंचने वाले पर्यटको के सुविधाओं और व्यवस्थाओं को लेकर जब एबीपी न्यूज़ ने पर्यटन अधिकारी राजेंद्र रावत से पूछा तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि बीते 7 वर्षो में घरेलू पर्यटन की दृष्टिकोण से उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा पर्यटकों के आने की संख्या है. पर्यटन विभाग सभी पर्यटकों के स्वागत, सुरक्षा और सुविधाओं के लिए पूरी तरह तत्पर रहा है. वहीं उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा पर्यटक वाराणसी और अयोध्या के अलग-अलग स्थलों को घूमने के लिए पहुंचे हैं. <br /><br /><strong>इस साल पर्यटकों की संख्या 17 करोड़ रही</strong><br />बीते वर्ष 2023 में वाराणसी के अलग-अलग स्थलों पर पहुंचने वाले पर्यटकों की कुल संख्या 8.54 करोड़ रहीं. इस वर्ष अब पर्यटकों की संख्या इस आंकड़े की दोगुनी हो चुकी है, जों तकरीबन 17 करोड़ हैं . यह आंकड़ा काशी विश्वनाथ मंदिर, सारनाथ, गंगा आरती, नमो घाट, अस्सी घाट , अन्य प्राचीन व धार्मिक स्थल पर पहुंचे कुल पर्यटकों की है. इसके अलावा वाराणसी के सांस्कृतिक आयोजन में भी देश और विदेश से शामिल होने वाले पर्यटकों की संख्या इसमें शामिल है.<br /><br /><strong>UK और US के पर्यटकों की संख्या अधिक</strong> <br />घरेलू पर्यटन की बात करें तो दक्षिण भारत के तमिलनाडु, गोवा, गुजरात से सबसे ज्यादा पर्यटक वाराणसी आते हैं. वहीं विदेशी पर्यटक भी बड़ी संख्या में प्राचीन शहर को देखने और अनुभव करने के लिए पहुंचते हैं. इसमें सबसे ज्यादा संख्या UK, US और अलग-अलग यूरोपीय देशों से भी है. सनातन सांस्कृतिक विरासत के साथ-साथ बौद्ध धर्म की प्राचीन विरासत भी यहां पर है, जिसे देखने के लिए उन देशों के लोग भी अच्छी संख्या में आते हैं जहां पर बौद्ध धर्म है.</p>
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