पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने खडूर साहिब से सांसद अमृतपाल सिंह और उनके साथियों के खिलाफ दर्ज सभी एफआईआर की पूरी जानकारी मांगी है। अमृतपाल सिंह और उनके साथी राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं। हाईकोर्ट ने अमृतसर और मोगा के जिलाधिकारियों (डीएम) को इस संबंध में 17 फरवरी तक पूरी जानकारी कोर्ट में पेश करने का निर्देश दिया है। यह मामला अमृतपाल सिंह और उनके साथियों की गिरफ्तारी और उनके खिलाफ दर्ज मामलों की पारदर्शिता से जुड़ा है। हाईकोर्ट के इस आदेश के बाद प्रशासन को अब तक की सभी एफआईआर और अन्य संबंधित दस्तावेज कोर्ट में पेश करने होंगे। अप्रैल 2023 में अमृतपाल हुआ था गिरफ्तार अमृतपाल सिंह को अप्रैल 2023 में पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उसके बाद से ही उसे और उसके कुछ सहयोगियों को असम के डिब्रूगढ़ जेल में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत रखा गया है। उनके समर्थकों और कई संगठनों ने उनकी गिरफ्तारी पर सवाल उठाए हैं। UAPA के तहत मामला दर्ज सांसद अमृतपाल सिंह और विदेश में रह रहे आतंकी अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डल्ला पर भी यूएपीए (गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम) के तहत मामला दर्ज किया गया है। यह कार्रवाई फरीदकोट जिला पुलिस ने पंथक संगठनों से जुड़े युवक गुरप्रीत सिंह हरिनौ की हत्या के मामले में की है। एसआइटी ने फरीदकोट कोर्ट को इस मामले में यूएपीए जोड़ने के बारे में लिखित में जानकारी दी थी। पंथक संगठनों और वारिस पंजाब संस्था के पूर्व वित्त सचिव गुरप्रीत सिंह हरिनौ की पिछले साल 9 अक्टूबर को उनके गांव में बाइक सवार बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। अभिनेता दीप सिद्धू की मौत के बाद वारिस पंजाब संस्था के प्रमुख अमृतपाल सिंह ने संस्था की कमान संभाली थी, जिसके बाद वित्त सचिव गुरप्रीत सिंह हरिनौ संस्था से अलग हो गए थे। पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने खडूर साहिब से सांसद अमृतपाल सिंह और उनके साथियों के खिलाफ दर्ज सभी एफआईआर की पूरी जानकारी मांगी है। अमृतपाल सिंह और उनके साथी राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं। हाईकोर्ट ने अमृतसर और मोगा के जिलाधिकारियों (डीएम) को इस संबंध में 17 फरवरी तक पूरी जानकारी कोर्ट में पेश करने का निर्देश दिया है। यह मामला अमृतपाल सिंह और उनके साथियों की गिरफ्तारी और उनके खिलाफ दर्ज मामलों की पारदर्शिता से जुड़ा है। हाईकोर्ट के इस आदेश के बाद प्रशासन को अब तक की सभी एफआईआर और अन्य संबंधित दस्तावेज कोर्ट में पेश करने होंगे। अप्रैल 2023 में अमृतपाल हुआ था गिरफ्तार अमृतपाल सिंह को अप्रैल 2023 में पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उसके बाद से ही उसे और उसके कुछ सहयोगियों को असम के डिब्रूगढ़ जेल में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत रखा गया है। उनके समर्थकों और कई संगठनों ने उनकी गिरफ्तारी पर सवाल उठाए हैं। UAPA के तहत मामला दर्ज सांसद अमृतपाल सिंह और विदेश में रह रहे आतंकी अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डल्ला पर भी यूएपीए (गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम) के तहत मामला दर्ज किया गया है। यह कार्रवाई फरीदकोट जिला पुलिस ने पंथक संगठनों से जुड़े युवक गुरप्रीत सिंह हरिनौ की हत्या के मामले में की है। एसआइटी ने फरीदकोट कोर्ट को इस मामले में यूएपीए जोड़ने के बारे में लिखित में जानकारी दी थी। पंथक संगठनों और वारिस पंजाब संस्था के पूर्व वित्त सचिव गुरप्रीत सिंह हरिनौ की पिछले साल 9 अक्टूबर को उनके गांव में बाइक सवार बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। अभिनेता दीप सिद्धू की मौत के बाद वारिस पंजाब संस्था के प्रमुख अमृतपाल सिंह ने संस्था की कमान संभाली थी, जिसके बाद वित्त सचिव गुरप्रीत सिंह हरिनौ संस्था से अलग हो गए थे। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
सेंट सोल्जर इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट एंड एग्रीकल्चर के छात्रों ने परीक्षा में बेहतर अंक प्राप्त किए
सेंट सोल्जर इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट एंड एग्रीकल्चर के छात्रों ने परीक्षा में बेहतर अंक प्राप्त किए भास्कर न्यूज| जालंधर सेंट सोल्जर इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट एंड एग्रीकल्चर के छात्रों ने विभिन्न आईकेजी पीटीयू पाठ्यक्रमों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। छात्रों ने दूसरे, चौथे और छठे सेमेस्टर की परीक्षाओं में उल्लेखनीय एसजीपीए स्कोर प्राप्त किया। कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सिमरनजीत सिंह ने बताया कि जसदीप ने 9.08 , दीप्ति भट्टी ने 8.88 , सिमरनप्रीत कौर ने 8.81 , शिफाली ने 8.76 , हरमन कौर ने 8.74, मोक्षी ने 8.72 और वंदना पांडे ने 8.59 एसजीपीए प्राप्त किए हैं। इसी प्रकार कोमल कैंथ ने 8.59, मुस्कान मधर ने 8.59 , तानिया ने 8.59, श्वेता ने 8.57, हरप्रीत ने 8.56, तनीषा ने 8.52, गुरप्रीत कौर ने 8.52, जैसिका ने 8.52 और पवनदीप कौर ने 8.52 एसजीपीए हासिल कर संस्थान का नाम रोशन किया। इसके अलावा छात्रा शिवानी शर्मा ने 8.52, मुस्कान ने 8.5, जसकरण ने 8 .48, तानिया ने 8.48 , नेहा शर्मा ने 8.4, हरमनप्रीत कौर ने 8.4, शिवम कुमार ने 8.38, रितिका रानी ने 8.37, कृतिका ने 8.36, रितिका शर्मा ने 8.36 और दीक्षा लाखा ने 8.35 एसजीपीए पाए। वहीं छात्रा दिव्या ने 8.3 एसजीपीए, रितिका ने 8.3, जतिंदर पाल सिंह ने 8.29, सानिया ने 8.24, ज्योति ने 8.17, जसमीन कौर ने 8.15, चांदनी ने 8.13, कोमल ने 8.13, मुस्कान प्रीत ने 8.1, संदीप कुमार ने 8.07, लक्ष्मी ने 8.07, कमलप्रीत सिंह ने 8.07, हरलीन ने 8.05, सनेहा शर्मा ने 8.04 और दीपिका ने 8.0 एसजीपीए प्राप्त किए। ग्रुप के चेयरमैन अनिल चोपड़ा और वाइस चेयरपर्सन संगीता चोपड़ा ने सफल छात्रों को बधाई दी।
किसान नेता भूख हड़ताल शुरू करने से पहले हिरासत में:शंभू बॉर्डर का एक हिस्सा खोला जाएगा, बिना ट्रैक्टर-ट्रॉली के दिल्ली जा सकेंगे किसान
किसान नेता भूख हड़ताल शुरू करने से पहले हिरासत में:शंभू बॉर्डर का एक हिस्सा खोला जाएगा, बिना ट्रैक्टर-ट्रॉली के दिल्ली जा सकेंगे किसान हरियाणा-पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर मरणव्रत (भूख हड़ताल) शुरू करने से पहले संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पंजाब पुलिस उन्हें लुधियाना स्थित DMC अस्पताल ले गई है। कोई व्यक्ति उन तक न पहुंचे, इसके लिए अस्पताल के आसपास के एरिया को सील कर दिया गया है। अस्पताल में डल्लेवाल कुछ नहीं खा रहे हैं। उनको हिरासत में लिए जाने के बाद किसान नेता और पूर्व फौजी सुखजीत सिंह हरदो झंडे खनौरी बॉर्डर पर मरणव्रत पर बैठ गए हैं। उन्होंने कहा कि अगर वे इस अनशन के दौरान मर जाते हैं तो उनका शव यहीं रहेगा और दूसरा किसान मरणव्रत पर बैठ जाएगा। एक अन्य नेता ने बताया कि डल्लेवाल ठीक हैं। जैसा उन्होंने (डल्लेवाल) कहा था कि वह 26 से मरणव्रत पर बैठेंगे, उन्होंने लुधियाना में कुछ खाया नहीं है। इस बीच किसानों ने खनौरी बॉर्डर पर पहुंचकर प्रदर्शन भी किया। वहीं हरियाणा और पंजाब के सीनियर अधिकारियों की बैठक में सहमति बनी है कि शंभू बॉर्डर का 4 फीट का एरिया खोला जाएगा, ताकि किसान बिना ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के आगे बढ़ सकें। हालांकि औपचारिक ऐलान नहीं हुआ, लेकिन बैरिकेडिंग हटाना शुरू कर दी गई है। डल्लेवाल की हिरासत पर पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा कि संविधान दिवस पर यह संविधान की हत्या है। मैं खनौरी बॉर्डर मोर्चे पर समर्थन में पहुंच रहा हूं। आप सब भी आइए और केंद्र और पंजाब सरकार के इस जुगलबंदी अन्याय के खिलाफ आवाज उठाइए। जो किसान, नौजवान शंभू बॉर्डर के नजदीक हैं, वो शंभू बॉर्डर पहुंचे। इससे पहले किसान नेता सरवन पंधेर ने कहा कि सोमवार रात करीब 2 बजे डल्लेवाल को खनौरी बॉर्डर से उठा लिया गया है। उन्हें कहां ले गए हैं, इसकी जानकारी नहीं है। जिन्होंने डल्लेवाल को उठाया है, उनमें कई पुलिसवाले हिंदी भाषा बोल रहे थे। डल्लेवाल को CM भगवंत मान के ज्यूरिस्डिक्शन से उठाया गया है, इसलिए पंजाब सरकार को किसानों के प्रति अपनी स्थिति स्पष्ट करनी होगी। बताना होगा कि उन्हें कहां ले गए हैं? अन्यथा गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। बड़े अपडेट्स… DIG बोले- प्रशासन को उम्र-सेहत की चिंता
पटियाला रेंज के DIG मनदीप सिंह सिद्धू ने कहा कि डल्लेवाल ने मरणव्रत की घोषणा की थी। उनकी उम्र और सेहत की वजह से प्रशासन चिंतित था। मरणव्रत के ऐलान के बाद भीड़ हो जाती है, जिससे स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं पहुंच पाती। इसी वजह से प्रशासन ने फैसला किया कि उनकी मेडिकल जांच कराई जाए। इसके लिए उन्हें लुधियाना डीएमसी लेकर आए हैं। डल्लेवाल को हिरासत में लेने के बाद की 2 तस्वीरें किसान नेता क्या बोले… कोहाड़ बोले- उन्हें गर्म कपड़े भी नहीं पहनने दिए
डल्लेवाल के साथ मौजूद रहे किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ का कहना है कि रात के समय जब डल्लेवाल रेस्ट कर रहे थे, तभी दोनों तरफ से पुलिस पहुंची और उन्हें डिटेन करके ले गई। जिस समय डल्लेवाल को उठाया गया, उन्होंने सिर्फ कुर्ता पहन रखा था। 68 साल के डल्लेवाल को न पजामा और न ही गर्म कपड़े पहनने दिए। कोहाड़ ने कहा कि मरणव्रत जरूर शुरू होगा। पहले भी डिसाइड था कि अगर जगजीत डल्लेवाल को कुछ होगा तो अगला किसान नेता मरणव्रत पर बैठेगा। अब अगर एक किसान नेता भूख हड़ताल पर नहीं बैठेगा तो अन्य किसान नेता उनकी जगह भूख हड़ताल पर बैठेंगे। जल्द ही किसान संगठन बैठक कर निर्णय लेंगे कि अब कौन मरणव्रत पर बैठेगा। किसानों से मोर्चों पर पहुंचने की अपील
किसान नेता अमरजीत सिंह मोहड़ी ने कहा कि आज जगजीत सिंह डल्लेवाल को मरणव्रत पर बैठना था, लेकिन पंजाब पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इसलिए ज्यादा से ज्यादा संख्या में किसान खनौरी व शंभू बॉर्डर पर पहुंचे। हमें मोर्चे को मजबूत करना है, ताकि किसी और साथी के साथ ऐसा न हो। अब जानिए राजनेताओं ने क्या कहा… बिट्टू बोले- केंद्रीय एजेंसियों का हाथ नहीं
केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा- किसान नेता डल्लेवाल को हिरासत में लेना भगवंत मान सरकार का फैसला है। उनकी गिरफ्तारी में किसी केंद्रीय एजेंसी का हाथ नहीं है। यह पूरी तरह से राज्य पुलिस का काम है, जिसका उद्देश्य वास्तविक मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों पर दोष मढ़ना है। केंद्र सरकार हमेशा किसानों के कल्याण के लिए काम करती है और इस तरह के हथकंडे नहीं अपनाती। अकाली नेता मजीठिया बोले- डल्लेवाल को गिरफ्तार करना निंदनीय
शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि डल्लेवाल को गिरफ्तार करना निंदनीय है। वह लंबे समय से किसानों की मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। आज उन्होंने कोई गैरकानूनी काम नहीं करना था, शांतिमय तरीके से धरने पर बैठना था। अगर वह भी अधिकार हमारे पास नहीं रह गया तो यह संविधान के विपरीत है। बहुत बड़ी बात है। मजीठिया ने कहा कि केंद्रीय मंत्री बिट्टू साहब का कहना था कि बड़ी जल्दी किसान नेताओं पर कार्रवाई होगी। यह बात आज सच्ची हो गई है। किसान नेताओं पर झूठे पर्चे दर्ज किए जा रहे हैं। अनशन पर जाने से पहले डल्लेवाल ने जमीन परिवार के नाम की
डल्लेवाल ने 4 नवंबर को ऐलान किया था कि पार्लियामेंट सेशन शुरू होते ही वह भूख हड़ताल पर बैठेंगे। इसके बाद 6 दिसंबर को किसान दिल्ली कूच करेंगे। एक दिन पहले सोमवार को फरीदकोट में जगजीत सिंह डल्लेवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा है कि वह सिर पर कफन बांधकर आमरण अनशन पर बैठने जा रहे हैं। केंद्र सरकार को उनकी मांगें पूरी करनी होंगी या फिर वह अपनी जान कुर्बान कर देंगे। उनकी मौत से भी आंदोलन नहीं रुकेगा। मौत के बाद दूसरे नेता आमरण अनशन शुरू करेंगे। इसलिए अपनी जमीन को पुत्र, पुत्रवधू और पौत्र के नाम करवा दिया है, ताकि कोई विवाद न रहे। किसान संगठन जागरूकता अभियान के तहत घर-घर जाकर समर्थन जुटा रहे हैं और अपनी मांगों के बारे में लोगों को जानकारी दे रहे हैं। बिना ट्रैक्टर-ट्रॉली दिल्ली जाएंगे किसान
इधर, किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने 18 नवंबर को ऐलान किया था कि किसान 6 दिसंबर को दिल्ली कूच करेंगे। उन्होंने कहा था कि 9 महीने से किसान चुप बैठे हैं, लेकिन सरकारों की ओर से हमारी उपेक्षा की जा रही है। इस कारण दिल्ली जाने का फैसला लिया है। इस बार किसान ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के बजाय पैदल मार्च करेंगे। इसमें पंजाब, हरियाणा और अन्य राज्यों के किसान शामिल होंगे। सरकार के पास 10 दिन का समय है। किसानों-सरकार की मीटिंग बेनतीजा रही
सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई कमेटी और किसान नेताओं की 4 नवंबर को चंडीगढ़ में मीटिंग हुई थी। इसकी अध्यक्षता रिटायर्ड जस्टिस नवाब सिंह ने की। मीटिंग में किसान आंदोलन के प्रमुख चेहरे किसान नेता सरवन सिंह पंधेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल नहीं पहुंचे। पंधेर ने मीटिंग में आने से मना कर दिया था, जबकि डल्लेवाल ने तबीयत खराब होने का हवाला दिया था। डल्लेवाल के संगठन के सदस्य मीटिंग में शामिल हुए। किसानों ने अपनी 12 मांगें सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई कमेटी के सामने रखीं। किसानों ने साफ कहा कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होतीं, तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा। 13 फरवरी को दिल्ली कूच करने निकले थे
फसलों पर MSP की गारंटी समेत दूसरी मांगों को लेकर पंजाब के किसान 13 फरवरी 2024 को दिल्ली कूच करने के लिए निकले थे। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हरियाणा सरकार ने हरियाणा और पंजाब के शंभू बॉर्डर, खनौरी बॉर्डर और डबवाली बॉर्डर को बैरिकेड्स लगाकर बंद कर दिया था। इसके बाद लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू हो गई। शंभू बॉर्डर पर किसानों ने पंजाब की तरफ स्थायी मोर्चा बना लिया। ऐसे में वहां से आवाजाही बंद है। इससे अंबाला के व्यापारियों को परेशानी हो रही है। इस कारण उन्होंने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की शरण ली। हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को बॉर्डर खोलने के आदेश दिए थे, लेकिन सरकार इस मामले में सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई। ————————– डल्लेवाल से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… डल्लेवाल की गिरफ्तारी के विरोध में कांग्रेस सांसद, सैलजा बोलीं- बीजेपी सरकार किसान विरोधी हरियाणा के सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की गिरफ्तारी पर ऐतराज जताया है। उन्होंने कहा, किसान पहले भी आंदोलनरत था और आज भी आंदोलनरत है। भाजपा सरकार अपने वादों पर खरी नहीं उतरी है, सच तो ये है कि भाजपा सरकार में सबसे ज्यादा किसान उपेक्षा का शिकार हैं। पूरी खबर पढ़ें…
खन्ना में महिला की मौत पर विवाद:मायके वालों ने हत्या बताया, ससुरालियों ने कहा – खुदकुशी; 4 साल पहले हुई थी शादी
खन्ना में महिला की मौत पर विवाद:मायके वालों ने हत्या बताया, ससुरालियों ने कहा – खुदकुशी; 4 साल पहले हुई थी शादी खन्ना के बिलां वाली छप्पड़ी इलाके में एक महिला की मौत पर विवाद हो गया। इस मौत के बाद मायके वालों ने हत्या का आरोप लगाया। वहीं दूसरी तरफ ससुरालियों पक्ष के लोग इसे खुदकुशी बता रहे हैं। फिलहाल सिटी थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी थी। ससुराल परिवार के लोग मौके से फरार हो गए। शव को सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया। मृतका की पहचान अंजलि (26) के तौर पर हुई। उसकी ढाई साल की बेटी भी है। ससुराल वालों पर तंग करने का आरोप मृतका की मां मंजू और बहन कामिनी ने आरोप लगाया कि ससुराल परिवार अंजलि को तंग करते रहते थे। जब भी कभी अंजलि फोन पर बात करती थी तो उसकी बातों से अहसास होता रहता था। लेकिन कभी अंजलि ने उनके साथ खुलकर बात नहीं की। कामिनी के अनुसार आज उसके जीजा का फोन आया तो पहले बोला गया कि अंजलि बाथरूम में गिर गई है। कुछ ही समय बाद फोन किया कि जल्दी आ जाओ अंजलि ने फंदा लगा लिया है। इससे उन्हें शक हुआ कि अंजलि को मारा गया है। उनके जाने से पहले अंजलि को फंदे से उतारा हुआ था। इसकी जांच होनी चाहिए और उन्हें इंसाफ मिलना चाहिए। मामले की जांच में जुटी पुलिस सिटी थाना एसएचओ राव वरिंदर सिंह ने कहा कि उन्हें सूचना मिली थी कि बिलां वाली छप्पड़ी में महिला ने खुदकुशी कर ली है। वे खुद मौका देखकर आए हैं। शव को सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है। शुक्रवार को पोस्टमार्टम कराया जाएगा। अंजलि के परिवार वाले जो आरोप लगा रहे हैं, उनकी भी जांच की जा रही है। जैसे तथ्य सामने आएंगे, वैसी कार्रवाई की जाएगी।