अमृतसर में पुलिस ने नाबालिग लड़कियों को बेचने वाले गिरोह का पर्दाफ़ाश किया है। इस मामले में पुलिस ने लड़की की चाची और चचेरी बहन सहित तीन महिलाओं को गिरफ्तार किया है। जिन्होंने अपनी ही भतीजी और बहन को एक लाख रुपए में बेच दिया। फिलहाल पुलिस इस मामले में जांच कर रही है। जानकारी के मुताबिक पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर के निर्देशानुसार सिटी डीसीपी विशालजीत सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर मंजीत कौर की पुलिस पार्टी ने 15 वर्षीय नाबालिग लड़की का अपहरण कर उसे बेचने वाले गिरोह का पर्दाफ़ाश करते हुए 3 महिलाओं को गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता हासिल की है। गिरफ्तार की गई तीनों महिलाओं की पहचान किरण देवी पत्नी रविंदर कुमार निवासी मकान गांधी नगर फाजिल्का, राज कौर पत्नी गोरा निवासी गली पौरिया वाली, छोटा हरिपुरा अमृतसर और नवजोत कौर गोरा निवासी गली पौरिया वाली, छोटा हरिपुरा अमृतसर को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही इस मामले में इन महिलाओं के 2 अन्य साथियों को नामजद किया गया है। जिनकी तलाश जारी है। जुलाई में लापता हुई थी लड़की यह मामला अमृतसर निवासी एक व्यक्ति ने दर्ज कराया था, पीड़ित ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि उसकी पत्नी की 10 साल पहले मौत हो गई थी। उसकी 15 वर्षीय नाबालिग बेटी की कोई शिक्षा नहीं थी और वह घर का काम करती थी। बीती 13 जुलाई को उसकी पुत्री अपनी दादी से बिना पूछे घर से चली गयी। जिसकी तलाश परिजन अब तक कर रहे हैं। लेकिन वह नहीं मिली है। पिता के मुताबिक उसे संदेह था कि उसकी बेटी को कोई अज्ञात व्यक्ति शादी का झांसा देकर ले गया है। जिस पर मामला दर्ज कर लिया गया था। पुलिस पार्टी ने सभी पहलुओं से मामले की जांच करने के बाद नाबालिग लड़की को बरामद कर लिया। इस मामले में पुलिस ने तीन महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया है। फाजिल्का की महिला ने 1 लाख में खरीदी पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान यह पता चला कि फाजिल्का निवासी गिरफ्तार महिला किरण देवी ने नाबालिग लड़की को राज कौर और नवजोत कौर दोनों निवासी छोटा हरिपुरा, अमृतसर से 1 लाख रुपए में खरीदा था। राज कौर और नवजोत कौर रिश्ते में नाबालिग लड़की की चाची और बहन लगती हैं। मामलों की जांच जारी है और भी खुलासे होने की संभावना है। अमृतसर में पुलिस ने नाबालिग लड़कियों को बेचने वाले गिरोह का पर्दाफ़ाश किया है। इस मामले में पुलिस ने लड़की की चाची और चचेरी बहन सहित तीन महिलाओं को गिरफ्तार किया है। जिन्होंने अपनी ही भतीजी और बहन को एक लाख रुपए में बेच दिया। फिलहाल पुलिस इस मामले में जांच कर रही है। जानकारी के मुताबिक पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर के निर्देशानुसार सिटी डीसीपी विशालजीत सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर मंजीत कौर की पुलिस पार्टी ने 15 वर्षीय नाबालिग लड़की का अपहरण कर उसे बेचने वाले गिरोह का पर्दाफ़ाश करते हुए 3 महिलाओं को गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता हासिल की है। गिरफ्तार की गई तीनों महिलाओं की पहचान किरण देवी पत्नी रविंदर कुमार निवासी मकान गांधी नगर फाजिल्का, राज कौर पत्नी गोरा निवासी गली पौरिया वाली, छोटा हरिपुरा अमृतसर और नवजोत कौर गोरा निवासी गली पौरिया वाली, छोटा हरिपुरा अमृतसर को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही इस मामले में इन महिलाओं के 2 अन्य साथियों को नामजद किया गया है। जिनकी तलाश जारी है। जुलाई में लापता हुई थी लड़की यह मामला अमृतसर निवासी एक व्यक्ति ने दर्ज कराया था, पीड़ित ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि उसकी पत्नी की 10 साल पहले मौत हो गई थी। उसकी 15 वर्षीय नाबालिग बेटी की कोई शिक्षा नहीं थी और वह घर का काम करती थी। बीती 13 जुलाई को उसकी पुत्री अपनी दादी से बिना पूछे घर से चली गयी। जिसकी तलाश परिजन अब तक कर रहे हैं। लेकिन वह नहीं मिली है। पिता के मुताबिक उसे संदेह था कि उसकी बेटी को कोई अज्ञात व्यक्ति शादी का झांसा देकर ले गया है। जिस पर मामला दर्ज कर लिया गया था। पुलिस पार्टी ने सभी पहलुओं से मामले की जांच करने के बाद नाबालिग लड़की को बरामद कर लिया। इस मामले में पुलिस ने तीन महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया है। फाजिल्का की महिला ने 1 लाख में खरीदी पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान यह पता चला कि फाजिल्का निवासी गिरफ्तार महिला किरण देवी ने नाबालिग लड़की को राज कौर और नवजोत कौर दोनों निवासी छोटा हरिपुरा, अमृतसर से 1 लाख रुपए में खरीदा था। राज कौर और नवजोत कौर रिश्ते में नाबालिग लड़की की चाची और बहन लगती हैं। मामलों की जांच जारी है और भी खुलासे होने की संभावना है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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गुरदासपुर में चौथे नंबर की पार्टी बनी अकाली दल:सुजानपुर से सबसे कम- डेरा बाबा नानक में अधिक वोट, बड़े नेता नहीं दिला सके जीत लोकसभा हलका गुरदासपुर में चुनाव के जो परिणाम आए हैं, उसमें सभी राजनीतिक पार्टियों में से अकाली दल का प्रदर्शन हर हलके से खराब रहा है। जिस कारण यह पार्टी चौथे नंबर पर पहु़ंच गई है। अकाली दल के सबसे कद्दावर नेता व कोर कमेटी के सदस्य डा. दलजीत सिंह चीमा का यह गृह जिला है और सुखबीर सिंह बादल सहित बिक्रमजीत मजीठिया जैसे नेताओं ने ढेरों रैलियां करके काफी बड़ा चुनाव प्रचार किया था। पंजाब की पंथक पार्टी कहलवाने वाली शिरोमणि अकाली दल का रुझान लोकसभा चुनावों में अन्य पार्टियों से खराब रहा और चुनावों में चौथे नंबर पर पहुंच गई, जबकि पूरे चुनाव प्रचार में अकाली दल की सभी हलकों की रैलियों में भारी भरकम भीड़ देखने को मिली और पार्टी प्रधान सुखबीर सिंह बादल और बिक्रमजीत सिंह मजीठिया जैसे बड़े नेताओं ने रोड शो से लेकर बड़ी रैलियां की, इसके बावजूद अकाली दल का प्रदर्शन सभी पार्टियों से निचले स्तर पर रहा। सबसे ज्यादा डेरा बाबा नानक तो सबसे कम सुजानपुर में वोट चुनावी रुझानों के आंकड़ों के अनुसार, लोकसभा हलका गुरदासपुर से अकाली दल के डा दलजीत सिंह चीमा को सबसे कम वोट सुजानपुर से और सबसे ज्यादा वोट डेरा बाबा नानक में वोट पड़े। बाकी हलको में भी अकाली दल केडर वोट ही अकाली दल को नहीं पड़ी, जिसके कारण पूरे राजनीतिक समीकरण ही बदल गए। कहां से कितने वोट मिले अकाली दल को सुजानपुर से 1938, भोआ से 2825, पठानकोट से 2001, गुरदासपुर से 10233, दीनानागर से 9059, कादिया से 15568, बटाला से 10758, फतेहगढ़ चुडि़यां से 15713 तथा डेरा बाबा नानक से 17099 वोट मिले। इन आंकड़ों में एक बात और देखने वाली है। जिला पठानकोट में अभी भी अकाली दल अपना केडर पूरी तरह से खड़ा नहीं कर पाया है। जिला पठानकोट के तीन हलकों से जिस प्रकार से रिजल्ट आए हैं, उसके मुताबिक अकाली इन इलाकों में नाममात्र है।