अमृतसर में पुलिस कमिश्नर ने बांटे हेलमेट:भुल्लर बोले- पीछे बैठे व्यक्ति के लिए भी जरुरी, पुलिस के डर से नहीं- सुरक्षा के लिए पहने

अमृतसर में पुलिस कमिश्नर ने बांटे हेलमेट:भुल्लर बोले- पीछे बैठे व्यक्ति के लिए भी जरुरी, पुलिस के डर से नहीं- सुरक्षा के लिए पहने

अमृतसर पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने आज अमृतसर के सरकारी स्कूल में बच्चों और उनके पेरेंट्स को हेलमेट बांटे। उन्होंने इस दौरान कहा कि कोई भी हादसा होने के बाद पछताने से अच्छा है कि पहले सुरक्षा का ध्यान रखें और हेलमेट पहनें। इस दौरान 71 हेलमेट बांटे गए। अमृतसर के मॉल रोड स्थित स्कूल ऑफ एमिनेंस में आज पंजाब पुलिस की ओर से हेलमेट बांटने का समारोह आयोजित किया गया। इस दौरान पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने 71 बच्चों और उनके माता पिता के लिए हेलमेट बांटे। उन्होंने इस दौरान कहा कि यह सुरक्षा की ओर एक कदम है। उन्होंने कहा कि सिर्फ पुलिस के डर से हेलमेट न पहने बल्कि इसे अपनी सुरक्षा के लिए पहनें। हेलमेट अपनी जान की सुरक्षा के लिए है, इसीलिए अगर आप दुपहिया वाहन चलाते हैं तो हेलमेट को अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाएं। बच्चों की बात जल्दी मानते हैं पेरेंट्स : पुलिस कमिश्नर उन्होंने कहा कि बच्चों को हेलमेट बांटने की शुरुआत इसीलिए की गई, क्योंकि बच्चों की बात को पेरेंट्स जल्दी मानते हैं। वहीं सिर्फ चालक के लिए ही नहीं बल्कि पीछे बैठने वालों के लिए भी हेलमेट जरूरी है। उन्होंने कहा कि जिस भी अवेयरनेस में महिलाएं और बच्चे शामिल होते हैं उसे ज्यादा अच्छे से समझाया जा सकता है। इसीलिए इसकी शुरुआत स्कूल से की गई है, ताकि बच्चे अपने परिवार को इसकी महत्ता समझा सकें। उन्होंने कहा कि बहुत से एनजीओ और संस्थाएं हेलमेट बांटने के लिए तैयार हैं इसीलिए उनकी मदद ली जाए और इसे जरूरी समझा जाए। अमृतसर पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने आज अमृतसर के सरकारी स्कूल में बच्चों और उनके पेरेंट्स को हेलमेट बांटे। उन्होंने इस दौरान कहा कि कोई भी हादसा होने के बाद पछताने से अच्छा है कि पहले सुरक्षा का ध्यान रखें और हेलमेट पहनें। इस दौरान 71 हेलमेट बांटे गए। अमृतसर के मॉल रोड स्थित स्कूल ऑफ एमिनेंस में आज पंजाब पुलिस की ओर से हेलमेट बांटने का समारोह आयोजित किया गया। इस दौरान पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने 71 बच्चों और उनके माता पिता के लिए हेलमेट बांटे। उन्होंने इस दौरान कहा कि यह सुरक्षा की ओर एक कदम है। उन्होंने कहा कि सिर्फ पुलिस के डर से हेलमेट न पहने बल्कि इसे अपनी सुरक्षा के लिए पहनें। हेलमेट अपनी जान की सुरक्षा के लिए है, इसीलिए अगर आप दुपहिया वाहन चलाते हैं तो हेलमेट को अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाएं। बच्चों की बात जल्दी मानते हैं पेरेंट्स : पुलिस कमिश्नर उन्होंने कहा कि बच्चों को हेलमेट बांटने की शुरुआत इसीलिए की गई, क्योंकि बच्चों की बात को पेरेंट्स जल्दी मानते हैं। वहीं सिर्फ चालक के लिए ही नहीं बल्कि पीछे बैठने वालों के लिए भी हेलमेट जरूरी है। उन्होंने कहा कि जिस भी अवेयरनेस में महिलाएं और बच्चे शामिल होते हैं उसे ज्यादा अच्छे से समझाया जा सकता है। इसीलिए इसकी शुरुआत स्कूल से की गई है, ताकि बच्चे अपने परिवार को इसकी महत्ता समझा सकें। उन्होंने कहा कि बहुत से एनजीओ और संस्थाएं हेलमेट बांटने के लिए तैयार हैं इसीलिए उनकी मदद ली जाए और इसे जरूरी समझा जाए।   पंजाब | दैनिक भास्कर