अयोध्या राम मंदिर के स्थापना दिवस की पहली वर्षगांठ पर शहर के मंदिरों में धार्मिक समारोह

अयोध्या राम मंदिर के स्थापना दिवस की पहली वर्षगांठ पर शहर के मंदिरों में धार्मिक समारोह

भास्कर न्यूज | अमृतसर अयोध्या राम मंदिर के स्थापना दिवस की पहली वर्षगांठ पर शहर के कई मंदिरों में धार्मिक समारोह का आयोजन किया गए। वहीं दुर्ग्याणा तीर्थ में कमेटी की तरफ से पालकी यात्रा निकाली गई। मुख्य श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में शाम 6 बजे निकाली पालकी यात्रा सरोवर किनारे सारे मंदिरों में पहुंची। मंदिर के मुख्य पुजारी ओम प्रकाश की ओर से अन्य पंडितों को साथ लेकर प्रभु श्री राम जी की पालकी फूलों से सजाई। शाम की आरती के बाद प्रभु राम जी की प्रतिमा को पालकी में विराजमान करके यात्रा निकाली गई। इस यात्रा में दुर्ग्याणा कमेटी के महासचिव अरुण खन्ना और संकीर्तन चेयरमैन संजीव खन्ना समेत कई पदाधिकारी शामिल हुए। भगवान श्री राम के जयकारों के साथ ही श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर से पालकी यात्रा शुरू की गई। बैंड बाजे के साथ शुरू की पालकी यात्रा के पीछे भक्तजन संकीर्तन करते चल रहे थे। मंदिर से शुरू होकर पालकी यात्रा श्री सत्यनारायण मंदिर, शनिदेव मंदिर, गोस्वामी तुलसीदास मंदिर से वेदकथा भवन पहुंची। पालकी यात्रा जिन मंदिरों में पहुंची वहां के पुजारियों ने भगवान पर फूलों की वर्षा करके स्वागत करके आरती उतारी। वहीं उन्हें फलों और मिष्ठान का भोग लगाया। यात्रा में श्री लक्ष्मी नारायण संकीर्तन मंडल, गोस्वामी तुलसीदास पारिकर, वेदकथा परिकर समेत भजन मंडलियों ने प्रभु का गुणगान किया। उन्होंने ‘राम जी की निकली सवारी राम जी की लीला न्यारी’ भजन गाया तो सारा मंदिर भजनों से गुंज उठा। अंत में पालकी यात्रा श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में पहुंचकर समाप्त हुई। वहीं मंदिर में आशा खत्री की तरफ से प्रभु जी का गुणगान किया। पंडितों ने सारा मंदिर कलियों से सजाया। इसी दौरान पुजारियों ने भगवान को कई तरह के भोग लगाए। जिसका प्रसाद भक्तों में बांटा गया। कमेटी की तरफ लंगर का खास प्रबंध किया गया। इस मौके पर सोमदेव शर्मा, हरीश खन्ना, तरुण सभ्रवाल समेत कई भक्तजन मौजूद थे। भास्कर न्यूज | अमृतसर अयोध्या राम मंदिर के स्थापना दिवस की पहली वर्षगांठ पर शहर के कई मंदिरों में धार्मिक समारोह का आयोजन किया गए। वहीं दुर्ग्याणा तीर्थ में कमेटी की तरफ से पालकी यात्रा निकाली गई। मुख्य श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में शाम 6 बजे निकाली पालकी यात्रा सरोवर किनारे सारे मंदिरों में पहुंची। मंदिर के मुख्य पुजारी ओम प्रकाश की ओर से अन्य पंडितों को साथ लेकर प्रभु श्री राम जी की पालकी फूलों से सजाई। शाम की आरती के बाद प्रभु राम जी की प्रतिमा को पालकी में विराजमान करके यात्रा निकाली गई। इस यात्रा में दुर्ग्याणा कमेटी के महासचिव अरुण खन्ना और संकीर्तन चेयरमैन संजीव खन्ना समेत कई पदाधिकारी शामिल हुए। भगवान श्री राम के जयकारों के साथ ही श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर से पालकी यात्रा शुरू की गई। बैंड बाजे के साथ शुरू की पालकी यात्रा के पीछे भक्तजन संकीर्तन करते चल रहे थे। मंदिर से शुरू होकर पालकी यात्रा श्री सत्यनारायण मंदिर, शनिदेव मंदिर, गोस्वामी तुलसीदास मंदिर से वेदकथा भवन पहुंची। पालकी यात्रा जिन मंदिरों में पहुंची वहां के पुजारियों ने भगवान पर फूलों की वर्षा करके स्वागत करके आरती उतारी। वहीं उन्हें फलों और मिष्ठान का भोग लगाया। यात्रा में श्री लक्ष्मी नारायण संकीर्तन मंडल, गोस्वामी तुलसीदास पारिकर, वेदकथा परिकर समेत भजन मंडलियों ने प्रभु का गुणगान किया। उन्होंने ‘राम जी की निकली सवारी राम जी की लीला न्यारी’ भजन गाया तो सारा मंदिर भजनों से गुंज उठा। अंत में पालकी यात्रा श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में पहुंचकर समाप्त हुई। वहीं मंदिर में आशा खत्री की तरफ से प्रभु जी का गुणगान किया। पंडितों ने सारा मंदिर कलियों से सजाया। इसी दौरान पुजारियों ने भगवान को कई तरह के भोग लगाए। जिसका प्रसाद भक्तों में बांटा गया। कमेटी की तरफ लंगर का खास प्रबंध किया गया। इस मौके पर सोमदेव शर्मा, हरीश खन्ना, तरुण सभ्रवाल समेत कई भक्तजन मौजूद थे।   पंजाब | दैनिक भास्कर