अर्की के फायर आफिसर राष्ट्रपति अवार्ड के लिए नामित:27 सालों से कार्यरत, कई स्थानों पर की लोगों की सुरक्षा

अर्की के फायर आफिसर राष्ट्रपति अवार्ड के लिए नामित:27 सालों से कार्यरत, कई स्थानों पर की लोगों की सुरक्षा

हिमाचल प्रदेश के सोलन जनपद के अर्की उप मंडल की ग्राम पंचायत देवरा के जखौली गांव निवासी और वर्तमान में शिमला के मॉल रोड स्थित फायर स्टेशन में फायर ऑफिसर के पद पर कार्यरत मनसा राम को राष्ट्रपति अवार्ड के लिए नामित किया गया है। अपने 27 वर्षों के करियर में मनसा राम ने अग्निशमन विभाग में अपनी सेवाओं के दौरान साहस और निष्ठा का परिचय दिया है। फायरमैन के रुप में हुए थे शामिल 16 जुलाई 1997 को फायरमैन के रूप में शिमला के मॉल रोड फायर स्टेशन में शामिल हुए मनसा राम ने 25 मई 2014 तक यहां अपनी सेवाएं दीं। इसके बाद उन्होंने 26 मई 2014 से 15 मार्च 2019 तक बद्दी में लीडिंग फायरमैन के रूप में कार्य किया। जहां इन्होंने इंडस्ट्रीज में लगी आग को नियंत्रित करने में भी अहम भूमिका निभाई। मनसा राम 16 मार्च 2019 से 8 सितंबर 2022 तक रिकांगपिओ के फायर स्टेशन में सब फायर ऑफिसर के रूप में कार्यभार संभाला। महालेखाकार कार्यालय में लगी आग को बुझाया था मनसा राम ने 2014 में शिमला के महालेखाकार कार्यालय में लगी भीषण आग को बुझाने में अपना अदम्य साहस दिखाया, जिससे सरकारी संपत्ति की रक्षा हुई। इसके अलावा उन्होंने शिमला की तिब्बतियन मार्किट में भूस्खलन और किन्नौर के रामणी, पूर्वणी और सापनी में आग की घटनाओं के दौरान जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित की। उनकी इन सेवाओं को देखते हुए मनसा राम को राष्ट्रपति अवार्ड के लिए नामित किया गया है जो उनके कठिन परिश्रम, समर्पण, और साहस की मान्यता है। उनका यह सम्मान न केवल उनके लिए बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए गर्व की बात है, और वे अपने गांव और उप मंडल के युवाओं के लिए भी एक प्रेरणा बने हुए हैं। हिमाचल प्रदेश के सोलन जनपद के अर्की उप मंडल की ग्राम पंचायत देवरा के जखौली गांव निवासी और वर्तमान में शिमला के मॉल रोड स्थित फायर स्टेशन में फायर ऑफिसर के पद पर कार्यरत मनसा राम को राष्ट्रपति अवार्ड के लिए नामित किया गया है। अपने 27 वर्षों के करियर में मनसा राम ने अग्निशमन विभाग में अपनी सेवाओं के दौरान साहस और निष्ठा का परिचय दिया है। फायरमैन के रुप में हुए थे शामिल 16 जुलाई 1997 को फायरमैन के रूप में शिमला के मॉल रोड फायर स्टेशन में शामिल हुए मनसा राम ने 25 मई 2014 तक यहां अपनी सेवाएं दीं। इसके बाद उन्होंने 26 मई 2014 से 15 मार्च 2019 तक बद्दी में लीडिंग फायरमैन के रूप में कार्य किया। जहां इन्होंने इंडस्ट्रीज में लगी आग को नियंत्रित करने में भी अहम भूमिका निभाई। मनसा राम 16 मार्च 2019 से 8 सितंबर 2022 तक रिकांगपिओ के फायर स्टेशन में सब फायर ऑफिसर के रूप में कार्यभार संभाला। महालेखाकार कार्यालय में लगी आग को बुझाया था मनसा राम ने 2014 में शिमला के महालेखाकार कार्यालय में लगी भीषण आग को बुझाने में अपना अदम्य साहस दिखाया, जिससे सरकारी संपत्ति की रक्षा हुई। इसके अलावा उन्होंने शिमला की तिब्बतियन मार्किट में भूस्खलन और किन्नौर के रामणी, पूर्वणी और सापनी में आग की घटनाओं के दौरान जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित की। उनकी इन सेवाओं को देखते हुए मनसा राम को राष्ट्रपति अवार्ड के लिए नामित किया गया है जो उनके कठिन परिश्रम, समर्पण, और साहस की मान्यता है। उनका यह सम्मान न केवल उनके लिए बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए गर्व की बात है, और वे अपने गांव और उप मंडल के युवाओं के लिए भी एक प्रेरणा बने हुए हैं।   हिमाचल | दैनिक भास्कर