अहीरवाल बेल्ट से हरियाणा CM बनाने की मांग:यादव सभा बोली- भाजपा की हैट्रिक में क्षेत्र का अहम रोल, इस बार 10 सीटें जिताईं

अहीरवाल बेल्ट से हरियाणा CM बनाने की मांग:यादव सभा बोली- भाजपा की हैट्रिक में क्षेत्र का अहम रोल, इस बार 10 सीटें जिताईं

हरियाणा में जीत की हैट्रिक लगाने वाली भारतीय जनता पार्टी में मुख्यमंत्री पद को लेकर अलग-अलग बेल्ट से आवाज उठनी शुरू हो गई है। ऐसी ही मांग भाजपा का गढ़ कहे जाने वाले अहीरवाल इलाके से उठी। रेवाड़ी के श्रीकृष्ण भवन में यादव कल्याण सभा ने प्रधान रामबीर यादव की अध्यक्षता में कार्यकारिणी की इमरजेंसी मीटिंग बुलाकर इस बेल्ट से सीएम पद पर दावा ठोका। साथ ही साफ कह दिया कि अगर सीएम नहीं तो डिप्टी सीएम के पद पर इस इलाके का पूरा हक है, क्योंकि इस इलाके की वजह से ही तीनों बार भाजपा को हरियाणा की सत्ता पर काबिज होने का मौका मिला। यहां के लोगों ने सबसे ज्यादा भाजपा का समर्थन किया और इस बार तो 11 में 10 सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों को जिताने का काम किया। सभा के प्रवक्ता प्रोफेसर सतीश यादव ने बताया कि बैठक में हरियाणा विधानसभा के चुनाव परिणाम बारे विशेष चर्चा की गई। यादव कल्याण सभा ने भाजपा शीर्ष नेतृत्व से मांग की है कि हरियाणा सरकार के मंत्रिमंडल के गठन में अहीरवाल को मुख्यमंत्री या उप मुख्यमंत्री के महत्वपूर्ण पद देकर इस क्षेत्र का सम्मान किया जाए। 2014 में 11 और 2019 में 8 सीट जीती भाजपा साल 2014 से पहले तक अहीरवाल इलाका एक तरह से कांग्रेस का गढ़ हुआ करता। उसके बाद अहीरवाल बेल्ट में भाजपा ने अपनी ऐसी जड़ें जमाई की 11 की 11 सीटों पर जीत दर्ज करते हुए पहली बार प्रदेश में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई। 2019 के चुनाव में वितरित परिस्थितियों के बीच इस इलाके ने भाजपा का साथ दिया और 11 में से 8 सीटों पर भाजपा के कैंडिडेट जीत गए। हालांकि 2024 में किसी को अनुमान नहीं था कि अहीरवाल ही भाजपा को इतने बड़े स्तर पर समर्थन देगा। यहां भाजपा को 10 सीटों पर जीत मिली। पहली दो सरकार में अहीरवाल बेल्ट से सरकार में कोई खास प्रतिनिधित्व नहीं मिल पाया। जिसकी वजह से इस बार सरकार में अहम पद को लेकर यादव सभा एक्टिव हो चुकी है। 2 टर्म में कोई खास प्रतिनिधित्व नहीं मिल पाया नांगल चौधरी से लेकर गुरुग्राम तक 11 सीटें अहीर बाहुल्य हैं। रेवाड़ी, गुरुग्राम और महेंद्रगढ़ की इन 11 सीटों में बावल और पटौदी अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। 2014 में जब पहली बार भाजपा की सरकार आई तो इस पूरे इलाके से 2 कैबिनेट मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा और राव नरबीर के अलावा एक राज्यमंत्री बिक्रम ठेकेदार को बनाया गया। 2019 के चुनाव में रामबिलास शर्मा चुनाव हार गए और राव नरबीर सिंह को टिकट ही नहीं मिल पाई। दूसरे टर्म में मनोहर लाल कैबिनेट में डॉ. बनवारी लाल को कैबिनेट मंत्री और ओमप्रकाश यादव को राज्यमंत्री बनाया गया। ये दोनों ही केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के समर्थित नेता थे। हालांकि मनोहर लाल को सीएम पद से हटाए जाने के बाद राज्यमंत्री के रूप में ओमप्रकाश यादव की छुट्‌टी कर राव इंद्रजीत सिंह के विरोधी कहे जाने वाले नांगल चौधरी से विधायक रहे डॉ. अभय सिंह को मंत्री बना दिया गया। राव इंद्रजीत सिंह ठोक चुके सीएम पद पर दावा अहीरवाल बेल्ट के कद्दावर नेता गुरुग्राम से सांसद और केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह सीएम पद को लेकर काफी बार बयान दे चुके हैं। 2014 में जब भाजपा सरकार आई तो उस वक्त भी उनका नाम सुर्खियों में था, लेकिन उनका सीएम बनने का सपना अधूरा रहा। इस बार के चुनाव में राव इंद्रजीत की सिफारिश पर भाजपा ने इस इलाके में 8 टिकटों का वितरण किया और राव इंद्रजीत सिंह इन सभी नेताओं को जिताने में भी कामयाब रहे। राव इंद्रजीत सिंह ने रिजल्ट आने के बाद सीएम पद पर भी दावा ठोक चुके हैं। हालांकि गृहमंत्री अमित शाह चुनाव से ठीक पहले ही कह चुके हैं कि नायब सैनी ही हरियाणा के सीएम होंगे। नायब सैनी का सीएम बनना लगभग तय है। हालांकि राव इंद्रजीत सिंह ही नहीं, बल्कि अन्य नेता भी सीएम पद को लेकर अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। हरियाणा में जीत की हैट्रिक लगाने वाली भारतीय जनता पार्टी में मुख्यमंत्री पद को लेकर अलग-अलग बेल्ट से आवाज उठनी शुरू हो गई है। ऐसी ही मांग भाजपा का गढ़ कहे जाने वाले अहीरवाल इलाके से उठी। रेवाड़ी के श्रीकृष्ण भवन में यादव कल्याण सभा ने प्रधान रामबीर यादव की अध्यक्षता में कार्यकारिणी की इमरजेंसी मीटिंग बुलाकर इस बेल्ट से सीएम पद पर दावा ठोका। साथ ही साफ कह दिया कि अगर सीएम नहीं तो डिप्टी सीएम के पद पर इस इलाके का पूरा हक है, क्योंकि इस इलाके की वजह से ही तीनों बार भाजपा को हरियाणा की सत्ता पर काबिज होने का मौका मिला। यहां के लोगों ने सबसे ज्यादा भाजपा का समर्थन किया और इस बार तो 11 में 10 सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों को जिताने का काम किया। सभा के प्रवक्ता प्रोफेसर सतीश यादव ने बताया कि बैठक में हरियाणा विधानसभा के चुनाव परिणाम बारे विशेष चर्चा की गई। यादव कल्याण सभा ने भाजपा शीर्ष नेतृत्व से मांग की है कि हरियाणा सरकार के मंत्रिमंडल के गठन में अहीरवाल को मुख्यमंत्री या उप मुख्यमंत्री के महत्वपूर्ण पद देकर इस क्षेत्र का सम्मान किया जाए। 2014 में 11 और 2019 में 8 सीट जीती भाजपा साल 2014 से पहले तक अहीरवाल इलाका एक तरह से कांग्रेस का गढ़ हुआ करता। उसके बाद अहीरवाल बेल्ट में भाजपा ने अपनी ऐसी जड़ें जमाई की 11 की 11 सीटों पर जीत दर्ज करते हुए पहली बार प्रदेश में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई। 2019 के चुनाव में वितरित परिस्थितियों के बीच इस इलाके ने भाजपा का साथ दिया और 11 में से 8 सीटों पर भाजपा के कैंडिडेट जीत गए। हालांकि 2024 में किसी को अनुमान नहीं था कि अहीरवाल ही भाजपा को इतने बड़े स्तर पर समर्थन देगा। यहां भाजपा को 10 सीटों पर जीत मिली। पहली दो सरकार में अहीरवाल बेल्ट से सरकार में कोई खास प्रतिनिधित्व नहीं मिल पाया। जिसकी वजह से इस बार सरकार में अहम पद को लेकर यादव सभा एक्टिव हो चुकी है। 2 टर्म में कोई खास प्रतिनिधित्व नहीं मिल पाया नांगल चौधरी से लेकर गुरुग्राम तक 11 सीटें अहीर बाहुल्य हैं। रेवाड़ी, गुरुग्राम और महेंद्रगढ़ की इन 11 सीटों में बावल और पटौदी अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। 2014 में जब पहली बार भाजपा की सरकार आई तो इस पूरे इलाके से 2 कैबिनेट मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा और राव नरबीर के अलावा एक राज्यमंत्री बिक्रम ठेकेदार को बनाया गया। 2019 के चुनाव में रामबिलास शर्मा चुनाव हार गए और राव नरबीर सिंह को टिकट ही नहीं मिल पाई। दूसरे टर्म में मनोहर लाल कैबिनेट में डॉ. बनवारी लाल को कैबिनेट मंत्री और ओमप्रकाश यादव को राज्यमंत्री बनाया गया। ये दोनों ही केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के समर्थित नेता थे। हालांकि मनोहर लाल को सीएम पद से हटाए जाने के बाद राज्यमंत्री के रूप में ओमप्रकाश यादव की छुट्‌टी कर राव इंद्रजीत सिंह के विरोधी कहे जाने वाले नांगल चौधरी से विधायक रहे डॉ. अभय सिंह को मंत्री बना दिया गया। राव इंद्रजीत सिंह ठोक चुके सीएम पद पर दावा अहीरवाल बेल्ट के कद्दावर नेता गुरुग्राम से सांसद और केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह सीएम पद को लेकर काफी बार बयान दे चुके हैं। 2014 में जब भाजपा सरकार आई तो उस वक्त भी उनका नाम सुर्खियों में था, लेकिन उनका सीएम बनने का सपना अधूरा रहा। इस बार के चुनाव में राव इंद्रजीत की सिफारिश पर भाजपा ने इस इलाके में 8 टिकटों का वितरण किया और राव इंद्रजीत सिंह इन सभी नेताओं को जिताने में भी कामयाब रहे। राव इंद्रजीत सिंह ने रिजल्ट आने के बाद सीएम पद पर भी दावा ठोक चुके हैं। हालांकि गृहमंत्री अमित शाह चुनाव से ठीक पहले ही कह चुके हैं कि नायब सैनी ही हरियाणा के सीएम होंगे। नायब सैनी का सीएम बनना लगभग तय है। हालांकि राव इंद्रजीत सिंह ही नहीं, बल्कि अन्य नेता भी सीएम पद को लेकर अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं।   हरियाणा | दैनिक भास्कर