बठिंडा | पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला की ओर से घोषित एमबीए सेकंड ईयर के तीसरे सेमेस्टर के नतीजे में एसएसडी वुमेंस इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी का प्रदर्शन शानदार रहा। मनप्रीत कोर ने 9 एसजीपीए लेकर कॉलेज में टॉप किया जबकि रूपा सामंता ने 8.94 एसजीपीए से दूसरा, परमजीत कौर व तमन्ना सिंगला ने 8.81 एसजीपीए लेकर तीसरा स्थान हासिल किया। इस उपलब्धि पर कॉलेज के प्रधान एडवोकेट संजय गोयल ने होनहार छात्राओं को शाबाशी देते हुए प्रिंसिपल डॉ. नीरू गर्ग और मैनेजमेंट विभाग को बधाई दी। बठिंडा | पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला की ओर से घोषित एमबीए सेकंड ईयर के तीसरे सेमेस्टर के नतीजे में एसएसडी वुमेंस इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी का प्रदर्शन शानदार रहा। मनप्रीत कोर ने 9 एसजीपीए लेकर कॉलेज में टॉप किया जबकि रूपा सामंता ने 8.94 एसजीपीए से दूसरा, परमजीत कौर व तमन्ना सिंगला ने 8.81 एसजीपीए लेकर तीसरा स्थान हासिल किया। इस उपलब्धि पर कॉलेज के प्रधान एडवोकेट संजय गोयल ने होनहार छात्राओं को शाबाशी देते हुए प्रिंसिपल डॉ. नीरू गर्ग और मैनेजमेंट विभाग को बधाई दी। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
ओलिंपिक पदक से चूके अर्जुन बबूटा राज्य सरकार पर बरसे:कहा- सीएम ने नौकरी का वादा किया; पत्र लिखे तो इंतजार करने को कहा
ओलिंपिक पदक से चूके अर्जुन बबूटा राज्य सरकार पर बरसे:कहा- सीएम ने नौकरी का वादा किया; पत्र लिखे तो इंतजार करने को कहा पेरिस ओलंपिक 2024 में पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल फाइनल इवेंट में चौथे स्थान पर रहे निशानेबाज अर्जुन बाबूटा राज्य सरकार पर बरसे हैं। उन्होंने कई मैडल जीतने के बाद भी पंजाब सरकार से कोई मदद ना मिलने के आरोप लगाए हैं। अर्जुन ने आरोप लगाया कि सीएम भगवंत मान और पूर्व खेल मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने नौकरी का वादा किया था, लेकिन नहीं मिली। अर्जुन ने खुलासा किया है कि अपने करियर में तमाम सफलता हासिल करने के बावजूद उन्हें पंजाब सरकार से कोई लाभ नहीं मिला है। कांस्य पदक विजेता सरबजोत सिंह और कुछ अन्य निशानेबाजों के साथ पेरिस से भारत लौटने के बाद 25 वर्षीय अर्जुन ने कहा कि उन्हें उनकी उपलब्धियों के अनुसार एक निश्चित रैंक दिया जाना चाहिए। 2022 में मुख्यमंत्री ने किया था वादा अर्जुन ने ANI को दिए इंटरव्यू में कहा- मुझे राज्य सरकार से कोई लाभ नहीं मिला है। 2022 में पंजाब के सीएम भगवंत मान और पंजाब के तत्कालीन खेल मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने मुझे सरकारी नौकरी देने का वादा किया था। इस संबंध में मैंने पत्र भी लिखा है, लेकिन जवाब में मुझे इंतजार करने को कहा गया। यह बहुत निराशाजनक है। मुझे उम्मीद है कि वे (मुख्यमंत्री) इस पर गौर करेंगे। क्योंकि, नौकरी की सुरक्षा बहुत महत्वपूर्ण है। सिर्फ भगवंत मान नहीं, मैंने पंजाब की पिछली कांग्रेस सरकार से भी यही मांग की थी। सीएम भगवंत मान ने बताया था कि तब पॉलिसी अलग थी। अब उसमें बदलाव किए गए हैं। मुझे खेलों में मेरी उपलब्धियों के अनुसार एक निश्चित रैंक दी जानी चाहिए। सरकारें बदल रही हैं, लेकिन मांग वही बनी हुई है। उम्मीद धीरे-धीरे खत्म हो रही है। विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने ओलंपिक में भाग लेने वाले अपने-अपने राज्यों के निशानेबाजों से मुलाकात की और उनका हौसला बढ़ाया। लेकिन पंजाब के मुख्यमंत्री और पंजाब के खेल मंत्री ने पंजाब के निशानेबाजों के लिए कुछ नहीं किया। उन्होंने हवाईअड्डे पर हमारा स्वागत भी नहीं किया। अगर पंजाब में खेलों की गिरावट है तो इसमें बड़ी भूमिका पंजाब के मंत्रियों की है। अच्छे खिलाड़ी या स्टेट बदल गए हैं या देश ही बदल गए हैं। फाइनल में प्रदर्शन पर दबाव का असर 10 मीटर एयर राइफल के फाइनल में अर्जुन बबुता दबाव में झुक गए थे और चौथे स्थान पर रहे। उन्होंने कुल 208.4 का स्कोर किया। अर्जुन ने फाइनल की शुरुआत 10.7 के स्कोर के साथ की और उसके बाद 10.2 के स्कोर के साथ आगे बढ़े। 10.5 के तीसरे शॉट ने उन्हें चौथे स्थान पर पहुंचा दिया, जबकि उनके चौथे प्रयास में 10.4 ने उन्हें तीसरे स्थान पर पहुंचा दिया। उन्होंने पहली सीरीज 10.6 के ठोस स्कोर के साथ समाप्त की। दूसरी सीरीज की शुरुआत 10.7 के स्कोर के साथ की। उसके बाद 10.5 के साथ, और पहली एलिमिनेशन सीरीज के दूसरे शॉट में लगभग 10.8 का स्कोर किया। हालांकि, वह फॉर्म बरकरार नहीं रख सके और पदक से चूक गए।
खडूर साहिब में AAP को मिली मजबूती:आजाद चुनाव लड़ने वाले भूपिंदर सिंह ने जॉइन की पार्टी, 25 सालों से राजनीति में
खडूर साहिब में AAP को मिली मजबूती:आजाद चुनाव लड़ने वाले भूपिंदर सिंह ने जॉइन की पार्टी, 25 सालों से राजनीति में लोकसभा हलका खडूर साहिब में आम आदमी पार्टी (AAP) को मजबूती मिली है। बुधवार को आजाद उम्मीदवार के तौर पर विधानसभा चुनाव लड़ने वाले भूपिंदर सिंह संधू (बिट्टू) AAP में शामिल हो गए। भूपिंदर सिंह संधू पहले कांग्रेस पार्टी के मेंबर थे। वह 2016 में प्रदेश कांग्रेस के सचिव और 2011 में रेलवे बोर्ड (उत्तरी) के मेंबर थे। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत खवासपुर के सरपंच के तौर पर की। वह खडूर साहिब के मेंबर ब्लॉक समिति, मार्केट समिति के चेयरमैन और कृषि सहकारी सभा भारोवाल के प्रधान भी रह चुके हैं। भूपिंदर सिंह संधू पिछले 25 सालों से राजनीति में सक्रिय हैं, उनकी खडूर साहिब हलके में अच्छी पकड़ है। आम आदमी पार्टी में उनकी मौजूदगी पार्टी को ओर मज़बूत करेगी। NSUI के पूर्व उपाध्यक्ष भी AAP में शामिल NSUI पंजाब के पूर्व उपाध्यक्ष कंवर संधू भी AAP में शामिल हो गए। वह विद्यार्थी राजनीति से आए हैं और नौजवानों में वह अच्छी पकड़ रखते हैं। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने रस्मी तौर पर उक्त दोनों नेताओं को पार्टी में शामिल किया और उनका स्वागत किया। भगवंत मान ने कहा कि हमारी लोक पक्षीय नीतियों के कारण ज्यादा से ज्यादा लोग ‘आप’ में शामिल हो रहे हैं। भगवंत मान ने कहा कि पंजाब के लिए काम करने वाले ईमानदार लोगों के लिए आम आदमी पार्टी के दरवाजे हमेशा के लिए खुले हैं।
पंजाब की पहली महिला चीफ सेक्रेटरी सेवानिवृत्त:विनी महाजन 1987 बैच की आईएएस अधिकारी, पति NIA के डीजी रह चुके
पंजाब की पहली महिला चीफ सेक्रेटरी सेवानिवृत्त:विनी महाजन 1987 बैच की आईएएस अधिकारी, पति NIA के डीजी रह चुके पंजाब की पहली महिला मुख्य सचिव और वरिष्ठ आईएएस विन्नी महाजन सेवानिवृत्त हो गई हैं। फिलहाल वह केंद्र में अपनी सेवाएं दे रही थीं। वह गुरुवार को सेवानिवृत्त हुईं। शुक्रवार सुबह उन्होंने खुद अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट करके यह जानकारी दी। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा है कि कल मैं अपने राज्य पंजाब और भारत सरकार में 37 साल से अधिक के बेहद संतोषजनक कार्यकाल के बाद आईएएस से सेवानिवृत्त हुई हूं। मैं इतने सारे लोगों के अपार समर्थन और अवसरों के लिए आभारी हूं। विनी महाजन 1987 बैच की आईएएस अधिकारी विनी महाजन 1987 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। तत्कालीन सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के दौरान उन्हें पंजाब का मुख्य सचिव बनाया गया था। करण अवतार सिंह को हटाकर उन्हें 2020 में यह जिम्मेदारी दी गई थी। उस समय उनके पति दिनकर गुप्ता भी पंजाब के डीजीपी बने थे। वह भी 1987 बैच के आईपीएस हैं। उन्हें उस समय देश का सबसे ताकतवर कपल कहा जाता था। इसके बाद विधानसभा चुनाव से ठीक तीन महीने पहले कांग्रेस ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को हटाकर चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब का सीएम बना दिया। इसके बाद उन्हें हटाकर इस पद की जिम्मेदारी 1990 बैच के आईएएस अनिरुद्ध तिवारी को दे दी गई। इसके बाद वह केंद्र सरकार में चली गईं। पति NIA के डायरेक्टर रहे हैं चरणजीत सिंह चन्नी सरकार आने के समय इनके पति डीजीपी पद पर थे। लेकिन वह पहले छुट्टी पर गए थे। इसके बाद वह डेपुटेशन में केंद्र में चले गए थे। साथ ही केंद्र राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए के डायरेक्टर रहे थे। 31 मार्च 1924 को रिटायर हुए थे। उस समय तक उन्होंने कई गंभीर मामलों की जांच की है।