जालंधर| लायलपुर खालसा स्कूल, बस्ती शेख की इंचार्ज जसविंदर कौर के सेवानिवृत्त होने पर विदाई दी गई। इस मौके पर आयोजित समारोह में जसविंदर कौर द्वारा िकए गए कार्यों को याद िकया। वे पिछले 20 वर्षों से स्कूल को अपनी सेवाएं दे रहे थे। प्रिंसिपल अर्शदीप कौर ने कहा कि शिक्षा क्षेत्र में बहुत कम अध्यापक ऐसे होते हैं, जिन्हें बच्चों और स्टाफ की ओर से भरपूर प्यार मिलता हो। उनके रिटायर होने पर स्कूल में आई कमी को पूरा नहीं किया जा सकता। विदाई समारोह में परमजीत सिंह कालड़ा, हरजोत कौर, अरशीन कौर, अली मोहल्ला, गुरुद्वारा छठी पातशाही के प्रचार सचिव परमजीत सिंह नैना, गुरुद्वारा चरण कमल कमेटी के उप प्रधान परमिंदर सिंह गग्गू आदि मौजूद रहे। जालंधर| लायलपुर खालसा स्कूल, बस्ती शेख की इंचार्ज जसविंदर कौर के सेवानिवृत्त होने पर विदाई दी गई। इस मौके पर आयोजित समारोह में जसविंदर कौर द्वारा िकए गए कार्यों को याद िकया। वे पिछले 20 वर्षों से स्कूल को अपनी सेवाएं दे रहे थे। प्रिंसिपल अर्शदीप कौर ने कहा कि शिक्षा क्षेत्र में बहुत कम अध्यापक ऐसे होते हैं, जिन्हें बच्चों और स्टाफ की ओर से भरपूर प्यार मिलता हो। उनके रिटायर होने पर स्कूल में आई कमी को पूरा नहीं किया जा सकता। विदाई समारोह में परमजीत सिंह कालड़ा, हरजोत कौर, अरशीन कौर, अली मोहल्ला, गुरुद्वारा छठी पातशाही के प्रचार सचिव परमजीत सिंह नैना, गुरुद्वारा चरण कमल कमेटी के उप प्रधान परमिंदर सिंह गग्गू आदि मौजूद रहे। पंजाब | दैनिक भास्कर
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अमृतसर में चला बुलडोजर:अवैध कॉलोनियों को तोड़ा गया, 14 कॉलोनाइजर्स पर FIR
अमृतसर में चला बुलडोजर:अवैध कॉलोनियों को तोड़ा गया, 14 कॉलोनाइजर्स पर FIR अमृतसर विकास प्राधिकरण (पुडा) ने अवैध कॉलोनियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। अमृतसर-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित पाखरपुरा और कथुनगल गांव में बन रही अनाधिकृत कॉलोनियों को ध्वस्त कर दिया गया है। जिला नगर योजनाकार गुरसेवक सिंह औलख के नेतृत्व में यह कार्रवाई की गई। कार्रवाई के दौरान एडीए के मुख्य प्रशासक अंकुरजीत सिंह (आईएएस), अतिरिक्त मुख्य प्रशासक मेजर अमित सरीन (पीसीएस), ड्यूटी मजिस्ट्रेट जगबीर सिंह और स्थानीय पुलिस मौजूद रही। PAPRA एक्ट-1995 के नए संशोधन 2024 के अनुसार, अवैध कॉलोनी काटने वालों को 5 से 10 साल की जेल और 25 लाख से 5 करोड़ रुपए तक का जुर्माना हो सकता है। इस मामले में 14 कॉलोनाइजर्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। प्लॉट को खरीदने से पहले पुडा से जारी अप्रूवल जरूर देखें
पुडा की रेगुलेटरी विंग नियमित रूप से अमृतसर जिले में अवैध कॉलोनियों की जांच करती है। विभाग ने आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी प्लॉट को खरीदने से पहले पुडा से जारी अप्रूवल जरूर देखें। यह सावधानी बरतने से लोगों को आर्थिक नुकसान और कानूनी परेशानियों से बचाया जा सकता है। कार्रवाई का मुख्य कारण यह था कि इन कॉलोनियों के मालिक सरकारी नियमों और निर्देशों की लगातार अवहेलना कर रहे थे। पुडा अधिकारियों के अनुसार, भविष्य में भी ऐसी अवैध गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जाएगी और नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इमरजेंसी फिल्क की रिलीज अटकी:कंगना रनोट का फैंस को संदेश; बोली- सेंसर बोर्ड से सर्टिफिकेट की प्रतीक्षा कर रहे हैं
इमरजेंसी फिल्क की रिलीज अटकी:कंगना रनोट का फैंस को संदेश; बोली- सेंसर बोर्ड से सर्टिफिकेट की प्रतीक्षा कर रहे हैं हिमाचल प्रदेश के मंडी से भाजपा सांसद व ऐक्ट्रैस कंगना रनोट की फिल्म इमरजेंसी की रिलीज अटक गई है। फिल्म की रिलीज तारीख 6 सितंबर थी, लेकिन सिख संगठनों व शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के विरोध के बाद सेंसर बोर्ड की तरफ से सर्टिफिकेट ही नहीं दिया गया। जिसके बाद कंगना ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट्स पर अपने समर्थकों व फैंस के लिए संदेश दिया है। कंगना ने सोशल मीडिया पर संदेश में लिखा- भारी मन से मैं घोषणा करता हूं कि मेरी निर्देशित इमरजेंसी को स्थगित कर दिया गया है, हम अभी भी सेंसर बोर्ड से सर्टिफिकेट की प्रतीक्षा कर रहे हैं, नई रिलीज की तारीख जल्द ही घोषित की जाएगी, आपकी समझ और धैर्य के लिए धन्यवाद। दरअसल, फिल्म इमरजेंसी के खिलाफ एडवोकेट ईमान सिंह खारा की तरफ से याचिका दायर की गई थी। जिसकी सुनवाई बीते सप्ताह हुई। कोर्ट में सेंसर बोर्ड ने अपना जवाब दाखिल किया कि इस फिल्म को अभी तक रिलीज के लिए सर्टिफिकेट जारी नहीं किया गया। जवाब के अनुसार फिल्म के खिलाफ कई शिकायतें हैं। शिकायतों को सुने जाने के बाद ही फिल्म को सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा। एसजीपीसी ने सीन डिलीट करने की मांग रखी शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के सदस्य गुरचरण सिंह गरेवाल पहले ही कह चुके हैं कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने सूचना और प्रसारण मंत्री के साथ-साथ सेंसर बोर्ड को भी पत्र लिखा था। पत्र में कहा गया कि हमारा ऐसा कोई इरादा नहीं है। फिल्म का विरोध सिर्फ इसलिए नहीं कर रहे कि इसमें कंगना रनोट हैं। हमारा रुख हमारे तर्क पर आधारित है। गुरुद्वारा कमेटी ने भी एक कानूनी नोटिस जारी किया था। कई स्टेट्स में याचिका दायर की गई हैं। कंगना अपनी फिल्म को प्रमोट करने के लिए बहुत कुछ करती हैं। उनका कहना है कि उन्हें रेप और जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। ये सब फिल्म प्रमोशन के स्टंट हैं, लेकिन अगर सेंसर बोर्ड ने यह (फिल्म को पास न करने का) फैसला किया है, तो यह एक अच्छी बात है, क्योंकि यह मामला सिर्फ सिखों से जुड़ा नहीं है, यह देश में सद्भाव की चिंताओं से भी जुड़ा है। कंगना सहित जी-स्टूडियो को भेजा जा चुका नोटिस इससे पहले SGPC प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी फिल्म अदाकारा कंगना रनोट के खिलाफ FIR की मांग कर चुके हैं। एडवोकेट धामी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा था कि कंगना रनोट अक्सर जानबूझकर सिखों की भावनाओं को भड़काने वाली बातें करती रही हैं। सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय उन्हें बचा रही है। सरकार को कंगना रनोट के खिलाफ फिल्म इमरजेंसी के जरिए सिखों की धार्मिक भावनाएं भड़काने का मामला दर्ज करना चाहिए। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह भी फिल्म पर कड़े ऐतराज जता चुके हैं और फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग कर चुके हैं। इसके अलावा एसजीपीसी की तरफ से कंगना रनोट सहित फिल्म का ट्रेलर रिलीज करने वाले जी-स्टूडियो को भी नोटिस भेजा जा चुका है। कंगना के बयान से भाजपा ने पल्ला झाड़ा फिल्म इमरजेंसी के विवाद के बीच दैनिक भास्कर को दिए इंटरव्यू के बीच कंगना रनोट ने किसानों को लेकर विवादित बयान दे दिया। कंगना का कहना था कि किसान आंदोलन के दौरान रेप हुए और कत्ल हुए। जिसके बाद कंगना एक बार फिर कंट्रोवर्सियों में फंस गई। अंत में भाजपा ने भी उनके इस बयान से पल्ला झाड़ लिया। भाजपा को अलग से बयान जारी करना पड़ा। जिसमें कहा गया- पार्टी कंगना के बयान से असहमत है। कंगना को पार्टी के नीतिगत मुद्दों पर बोलने की इजाजत नहीं हैं। पार्टी ने उन्हें आगे ऐसे बयान ना देने की हिदायत भी दी थी। फिल्म में दिखाया आतंकवाद का दौर, भिंडरांवाले का कैरेक्टर भी रखा कंगना ने कुछ दिन पहले इस फिल्म का ट्रेलर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया था। जिसमें पंजाब में 1980 के दशक में आतंकवाद के दौर को भी दिखाया गया है। इसमें एक कैरेक्टर को जरनैल सिंह भिंडरांवाला भी बनाया गया है, जिसे कट्टरपंथी सिख संत के तौर पर देखते हैं। सर्बजीत खालसा का मानना है कि फिल्म में ब्लू स्टार ऑपरेशन को लेकर भी फिल्माया गया है, जो जरनैल सिंह भिंडरांवाला को खत्म करने के लिए ही चलाया गया था।
अमृतसर की केंद्रीय जेल में कैदी की मौत:परिजनों ने दिया धरना, जेल सुपरिटेंडेंट पर मारपीट करने का आरोप, ज्यूडिशियली जांच शुरू
अमृतसर की केंद्रीय जेल में कैदी की मौत:परिजनों ने दिया धरना, जेल सुपरिटेंडेंट पर मारपीट करने का आरोप, ज्यूडिशियली जांच शुरू अमृतसर स्थित केंद्रीय जेल के बाहर आज एक परिवार की ओर से धरना दिया गया। परिवार ने जेल सुपरिटेंडेंट पर आरोप लगाए कि पिटाई के चलते ही उनके बेटे की जेल में मौत हुई है। फिलहाल मामले में ज्यूडिशियली इंक्वायरी बैठाई गई है। पुलिस का कहना है आश्वासन के बाद धरना खत्म कर दिया गया है। जानकारी के मुताबिक, इस्लामाबाद थाना क्षेत्र के हरिपुरा निवासी राहुल कुमार फताहपुर स्थित केंद्रीय जेल में पिछले डेढ़ महीने से बंद था। उसकी मां सुमन ने बताया कि जेल में जाने के चार दिन बाद ही बेटे को फोन आया था कि उसे तंग किया जा रहा है और उसकी पिटाई की गई। उसके बाद वो बहुत कम फोन करता था। फिर कुछ दिन पहले उसका फोन आया कि फिरोजपुर के डिप्टी सुपरिटेंडेंट हिम्मत शर्मा भी यहां आ गए हैं और अब उसकी खैर नहीं है। फिर कल उन्हें सिर्फ इतनी सूचना दी गई की उनके बेटे को बहुत चोट आई है। यह चोट कैसे आई, यह नहीं बताया गया। परिवार का आरोप है कि डिप्टी सुपरिटेंडेंट की पिटाई के कारण हो उसकी मौत हुई हैं, जिसके खिलाफ जांच की जाए। उन्होंने जेल के बाहर रास्ता जाम करके प्रशासन के खिलाफ धरना दिया। दूसरा बेटा भी है जेल में राहुल की मां सुमन के मुताबिक, उसके पति भी पुलिस में थे, लेकिन उनकी मौत के बाद पुलिस ने नाजायज नशा और पिस्टल का केस उनके बेटों के खिलाफ दर्ज किया। उसका दूसरा बेटा भी फिरोजपुर जेल में है और अब वो उसकी सुरक्षा की भी मांग करती हैं। उन्होंने कहा कि उसके बेटों पर किए गए हर केस की जांच की जाए, ताकि नाजायज केसों का पता चल सके। मौके पर पहुंची थाना इस्लामाबाद पुलिस के अधिकारी के मुताबिक मामले की ज्यूडिशियली जांच शुरू करवाई गई है। जिसके बार परिवार की ओर से धरना उठाया गया है। उन्होंने कहा कि राहुल की मौत अस्पताल में हुई या जेल में और किस कारणों से हुई इसका पता पोस्टमार्टम के बाद ही चल पाएगा। फिलहाल पुलिस की ओर से परिवार को समझा बुझाकर घर भेज दिया गया है।