बॉलीवुड अभिनेत्री और हिमाचल प्रदेश के मंडी से सांसद कंगना रनोट की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। इस वक्त कंपनी की फिल्म इमरजेंसी पूरे देश में चर्चा का विषय बनी हुई है। क्योंकि फिल्म में सिखों को लेकर कुछ सीन दिखाए गए हैं। जिसे लेकर सिख समुदाय काफी रोष में है। अब कंगना की फिल्म को लेकर पंजाबी सिंगर जसबीर सिंह जस्सी ने उन पर तंज कसा है। जस्सी ने कहा- तुम्हें (कंगना) पंजाब के बारे में कुछ नहीं पता है। जस्सी ने लिखा- आप पंजाबियों के बारे में गलत बोलती हैं पंजाबी सिंगर जसबीर सिंह जस्सी द्वारा शेयर की गई पोस्ट में उन्होंने कहा- कंगना तुम चाहे तुम इंदिरा गांधी पर फिल्म बनाओ या औरंगजेब और हिटलर पर। लेकिन तुम्हें पंजाब के बारे में कुछ नहीं पता। पंजाबियों द्वारा ही तुम्हें फिल्म इंडस्ट्री में लाया गया था, लेकिन आप पंजाबियों के बारे में ही गलत बोलती हैं। इतनी गुनामी अच्छी नहीं, आप साबित कर रही हैं कि सभी मशहूर लोग बुद्धिमान नहीं होते।” कंगना के एयरपोर्ट विवाद पर भी भड़के थे जस्सी बता दें कि कंगना और जसबीर सिंह जस्सी के बीच विवाद कोई नया नहीं है। इससे पहले जब एयरपोर्ट पर सीआईएसएफ की जवान ने कंगना को थप्पड़ मार दिया था तो इस पर भी दोनों आमने सामने आ गए थे। एयरपोर्ट की इस घटना को आतंकवाद से प्रेरित बताया था। इस पर जस्सी ने कंगना रनोट पर जमकर भड़ास निकाली थी। जिसके बाद से सोशल मीडिया पर दोनों के बीच गहमा-गहमी शुरू हो गई थी। बॉलीवुड अभिनेत्री और हिमाचल प्रदेश के मंडी से सांसद कंगना रनोट की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। इस वक्त कंपनी की फिल्म इमरजेंसी पूरे देश में चर्चा का विषय बनी हुई है। क्योंकि फिल्म में सिखों को लेकर कुछ सीन दिखाए गए हैं। जिसे लेकर सिख समुदाय काफी रोष में है। अब कंगना की फिल्म को लेकर पंजाबी सिंगर जसबीर सिंह जस्सी ने उन पर तंज कसा है। जस्सी ने कहा- तुम्हें (कंगना) पंजाब के बारे में कुछ नहीं पता है। जस्सी ने लिखा- आप पंजाबियों के बारे में गलत बोलती हैं पंजाबी सिंगर जसबीर सिंह जस्सी द्वारा शेयर की गई पोस्ट में उन्होंने कहा- कंगना तुम चाहे तुम इंदिरा गांधी पर फिल्म बनाओ या औरंगजेब और हिटलर पर। लेकिन तुम्हें पंजाब के बारे में कुछ नहीं पता। पंजाबियों द्वारा ही तुम्हें फिल्म इंडस्ट्री में लाया गया था, लेकिन आप पंजाबियों के बारे में ही गलत बोलती हैं। इतनी गुनामी अच्छी नहीं, आप साबित कर रही हैं कि सभी मशहूर लोग बुद्धिमान नहीं होते।” कंगना के एयरपोर्ट विवाद पर भी भड़के थे जस्सी बता दें कि कंगना और जसबीर सिंह जस्सी के बीच विवाद कोई नया नहीं है। इससे पहले जब एयरपोर्ट पर सीआईएसएफ की जवान ने कंगना को थप्पड़ मार दिया था तो इस पर भी दोनों आमने सामने आ गए थे। एयरपोर्ट की इस घटना को आतंकवाद से प्रेरित बताया था। इस पर जस्सी ने कंगना रनोट पर जमकर भड़ास निकाली थी। जिसके बाद से सोशल मीडिया पर दोनों के बीच गहमा-गहमी शुरू हो गई थी। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल हाईकोर्ट ने DGP की तारीफ की:संजय कुंडू बनाम निशांत शर्मा केस; कोर्ट बोला- अतुल वर्मा ने SIT जांच की खामियां उजागर की
हिमाचल हाईकोर्ट ने DGP की तारीफ की:संजय कुंडू बनाम निशांत शर्मा केस; कोर्ट बोला- अतुल वर्मा ने SIT जांच की खामियां उजागर की हिमाचल में बहुचर्चित पूर्व DGP संजय कुंडू और कारोबारी निशांत शर्मा केस में हाईकोर्ट ने मौजूदा पुलिस महानिदेशक अतुल वर्मा की सराहना की। अतुल वर्मा ने SIT जांच में खामियां पाते हुए अपनी रिपोर्ट हाईकोर्ट को सौंपी थी।चीफ जस्टिस एमएस रामचंद्र राव और न्यायाधीश ज्योत्सना रिवाल दुआ की खंडपीठ ने अपने आदेशों में कहा, वे DGP अतुल वर्मा द्वारा रिपोर्ट में व्यक्त स्वतंत्र, निष्पक्ष विचारों और उनके द्वारा दिए गए बहुमूल्य सुझावों के लिए उनकी सराहना करते हैं। कोर्ट ने कहा, DGP द्वारा दायर 2 रिपोर्ट SIT और पहले के जांच अधिकारियों द्वारा की गई जांच में गंभीर खामियों को उजागर करती हैं। कोर्ट ने DGP की रिपोर्ट को संकेत बताया कि पूर्व में इस मामले की सही ढंग से जांच नहीं की गई। कोर्ट ने कहा कि इस मामले में कभी भी रंगदारी, रंगदारी वसूलने का प्रयास, जमीन पर कब्जा करने आदि गंभीर आरोपों की जांच SIT या अन्य जांच अधिकारियों द्वारा नहीं की गई। कोर्ट ने कहा कि निशांत द्वारा दायर शिकायत की जांच के तरीके पर DGP अतुल वर्मा के विचारों को नजरअंदाज करना न्याय का मजाक होगा। इस मामले में कथित जबरन वसूली या शिकायतकर्ता से पैसे ऐंठने के प्रयास के मकसद या कारण की गहन जांच की जरूरत है। SIT ने जबरन वसूली के पहले पर नहीं की जांच कोर्ट के अनुसार, SIT की रिपोर्ट पर गौर करने से पता चलता है कि SIT शिकायतकर्ता पर कथित हमले को गलत साबित करने के लिए प्रतिबद्ध थी, जबकि जांच जबरन वसूली के पहलू पर होनी चाहिए थी। DGP द्वारा दायर रिपोर्ट बताती है कि SIT जांच में कई खामियां और जांच भी धीमी रही। SIT ने कई जरूरी पहलुओं पर जांच नहीं की। कोर्ट ने आदेश दिए कि इस मामले में धारा 384 से 387 आईपीसी को पुलिस स्टेशन मैक्लोडगंज के समक्ष एफआईआर में जोड़ा जाए और इसकी एसआईटी द्वारा जांच भी की जाए। कोर्ट ने SIT को DGP द्वारा दायर रिपोर्ट में बताए गए सभी पहलुओं की आगे की जांच करने को कहा है। SIT में SP रेंक के अधिकारी को जोड़ना होगा: कोर्ट कोर्ट ने DGP द्वारा अनुमोदित हिमाचल प्रदेश सशस्त्र पुलिस बटालियन के एक SP स्तर के अधिकारी को राज्य सरकार द्वारा गठित SIT के सदस्य के रूप में जोड़ने के आदेश दिए और इस संबंध में उचित अधिसूचना 3 दिन के भीतर जारी करने के आदेश दिए। निशांत शर्मा की शिकायत पर हाईकोर्ट ने लिया था संज्ञान बता दें कि निशांत शर्मा ने पूर्व DGP संजय कुंडू पर कई गंभीर आरोप लगाए थे और हाईकोर्ट से निष्पक्ष जांच मांगी थी। इसके बाद कोर्ट के आदेशों पर सरकार ने SIT का गठन किया और निशांत शर्मा की ओर से एडवोकेट नीरज शर्मा को इस केस में एमिकस क्यूरी नियुक्त किया। सुप्रीम कोर्ट पहुंचे थे कुंडू इसके बाद हाईकोर्ट ने DGP और SP कांगड़ा को बदलने के भी आदेश दिए। मगर संजय कुंडू सुप्रीम कोर्ट पहुंचे, जहां से उन्हें हाईकोर्ट के आदेशों पर स्टे मिला। अभी यह मामला हिमाचल हाईकोर्ट में विचाराधीन है। संजय कुंडू बीते 30 अप्रैल को रिटायर हो चुके हैं। अब अतुल वर्मा प्रदेश पुलिस के मुखिया हैं।
हिमाचल में एंट्री के साथ ही कमजोर पड़ा मानसून:एक सप्ताह में नॉर्मल से 32% कम बारिश; आज-कल भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट
हिमाचल में एंट्री के साथ ही कमजोर पड़ा मानसून:एक सप्ताह में नॉर्मल से 32% कम बारिश; आज-कल भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट हिमाचल में एंट्री के साथ ही मानसून कमजोर पड़ गया है। प्रदेश में बार बार भारी बारिश के ऑरेंज अलर्ट के बावजूद इक्का-दुक्का स्थानों पर ही तीन दिन से बारिश हुई है। बीते एक सप्ताह के दौरान नॉर्मल से 32 प्रतिशत कम और पूरे जून महीने में सामान्य से 49 प्रतिशत कम बारिश हुई है। मौसम विभाग (IMD) ने बीते 29 और 30 जून के लिए भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी कर रखा था। मगर ज्यादातर इलाकों में बारिश नहीं हुई। शिमला और सोलन दो जिले ऐसे हैं जहां बीते एक सप्ताह के दौरान नॉर्मल से ज्यादा बारिश हुई है। शिमला में नॉर्मल बारिश 33.8 MM की तुलना में 56.8 MM बादल बरसे हैं, जो कि नॉर्मल से 68% ज्यादा है। सोलन जिले में भी 48.5 MM नॉर्मल रेन की अपेक्षा 58.4 MM बारिश हुई, जो सामान्य से 20% प्रतिशत ज्यादा है। प्रदेश में बाकी के 10 जिलों में नॉर्मल से कम बारिश हुई है। चंबा जिला में नॉर्मल की अपेक्षा 68 प्रतिशत कम बारिश हुई है। प्रदेश में औसत 23 से 30 जून तक 34.4 MM बारिश होती है, लेकिन इस बार 23.4MM बादल बरसे है जो कि नॉर्मल से 32% कम है। आज और कल भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट मौसम विभाग की माने तो प्रदेश में अगले 6 जुलाई तक लगातार बारिश का पूर्वानुमान है। आज और कल के लिए मौसम विभाग के भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। आज के लिए तीन जिलों हमीरपुर, सोलन और सिरमौर में भारी बारिश की चेतावनी है, जबकि कल के लिए छह जिले ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी, सोलन और सिरमौर जिले को ऑरेंज अलर्ट दिया गया है। वहीं 3 से 6 जुलाई के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। 6 और 7 जुलाई को मानसून के साथ पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। इससे अच्छी बारिश की संभावना बन रही है। सोलन और शिमला में ही अच्छी बारिश प्रदेश के सात जिलों में बीते 27 जून और अन्य पांच जिलों में 28 जून को मानसून ने दस्तक दी है। मानसून की दस्तक के बाद से अब तक केवल शिमला और सोलन ही अच्छी बारिश हुई है। ऊना के भरवाई में भी मानसून की एंट्री के बाद अच्छी बारिश हुई थी। मगर तीन दिन से मानसून की रफ्तार धीमी पड़ गई है। बारिश नहीं होने से तापमान में उछाल इससे तापमान में भी उछाल आ रहा है। बारिश नहीं होने से ऊना का अधिकतम तापमान नॉर्मल से 1.2 डिग्री अधिक के साथ 36.2 डिग्री पहुंच गया है। शिमला का पारा सामान्य से 1.8 डिग्री अधिक के उछाल के साथ 25.7 डिग्री, कल्पा का नॉर्मल से 3.9 डिग्री के साथ 26.9 डिग्री और मनाली का अधिकतम तापमान 1.1 डिग्री ज्यादा के साथ 27.1 डिग्री हो गया है। 58 लाख की संपत्ति को नुकसान मानसून की एंट्री के बाद प्रदेश में अब तक की मानसून से 58.83 लाख रुपए की सरकारी व निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचा है। इस दौरान 13 लोगों की विभिन्न वजह से जान गई है, जबकि 26 लोग घायल और एक व्यक्ति लापता है। अब जानिए कब जारी होता है यलो, ऑरेंज और रेड अलर्ट आईएमडी के अनुसार, 24 घंटे में 0-64 मिमी (एमएम) बारिश का पूर्वानुमान होने पर यलो अलर्ट जारी किया जाता है, जबकि 65 से 114 मिमी बारिश होने पर ऑरेंज अलर्ट और 24 घंटे में 115 मिमी से अधिक बारिश का पूर्वानुमान होने पर रेड अलर्ट जारी किया जाता है।
हिमाचल CM पर रणधीर का पलटवार:बोले-मस्जिद विवाद के समाधान को सप्ताह बाद भी नहीं बनाई कमेटी, नड्डा नहीं राहुल गांधी को सलाह दें सुक्खू
हिमाचल CM पर रणधीर का पलटवार:बोले-मस्जिद विवाद के समाधान को सप्ताह बाद भी नहीं बनाई कमेटी, नड्डा नहीं राहुल गांधी को सलाह दें सुक्खू हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू पर विधायक एवं बीजेपी के मुख्य प्रवक्ता रणधीर शर्मा ने जुबानी हमला बोला। रणधीर शर्मा ने कहा, मस्जिद विवाद से उपजे हालात के बाद प्रदेशभर में लोग सड़कों पर आए। इस स्थिति को संभालने के लिए CM ने बीते 13 सितंबर को सर्वदलीय मीटिंग बुलाई। मीटिंग के बाद एक स्टेटमेंट दी और कहा, यह सहमति बनी की बाहरी राज्यों से आ रहे लोगों की पहचान की जाएगी। इस विवाद के निपटाने को एक कमेटी बनेगी। दूसरी कमेटी बनाने के लिए विधानसभा अध्यक्ष से बात करेंगे। मगर एक सप्ताह बीतने को आ गया। अभी तक कमेटी का भी गठित नहीं किया गया। रणधीर शर्मा ने कहा, इससे पता चलता है कि इतने गंभीर मसले को लेकर मुख्यमंत्री कितने गंभीर है। रणधीर ने कहा, बाहरी राज्यों से आने वालों की पहचान नहीं हो रही। रोटी रोटी कमाने के नाम पर यहां आ रहे लोग अवैध भवनों व मस्जिदों में रह रहे और अपराध को अंजाम देते है। उन्होंने कहा, वामपंथी दलों की तरह कांग्रेस भी प्रवासियों के वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने कहा, मस्जिद मामले में आंदोलन करने वालों पर केस बनाए जा रहे हैं। पत्रकारों को भी नोटिस आ गए हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार का रवैया विधानसभा के भीतर और बाहर भी पत्रकारों के साथ तानाशाही वाला है। नड्डा को नसीहत नहीं, राहुल को सलाह दें सुक्खू: BJP रणधीर शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री को BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को नसीहत देने के बजाय राहुल गांधी को देश विरोधी बयान नहीं देने की सलाह देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस पार्टी में अनुशासन नाम की चीज नहीं है, उसके द्वारा यह कहना सही नहीं है। केंद्र पर आर्थिक सहायता नहीं मिलने का झूठा आरोप लगा रहे सुक्खू: रणधीर रणधीर शर्मा ने मुख्यमंत्री के केंद्र सरकार के पास 23 हजार करोड़ रुपए पेंडिंग होने और प्रदेश से भेदभाव करने के बयान पर भी पलटवार किया। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री बोल रहे कि केंद्र आर्थिक दृष्टि से भेदभाव कर रहा है। यह कहना निराधार है। रणधीर ने कहा, कांग्रेस की प्रदेश की सरकार राज्य की अनुमानित दर से भी बजट मिला था। राज्य को 2023-24 में केंद्रीय करों में 8478 करोड़ रुपए की हिस्सेदारी अनुमानित थी, जबकि केंद्र ने 9167 करोड़ 23 लाख रुपए दिए है। इसी तरह 2024-25 में हिमाचल सरकार को 10124 करोड़ रुपए मिलने का अनुमान था, जबकि केंद्र ने प्रदेश को 10351 करोड 82 लाख रुपए दिए है। मदद के तौर पर भीर 2023-24 में 13249 करोड़ रुपए और 2024-25 में 13287 करोड़ रुपए केंद्र ने हिमाचल को दिए है। राज्य सरकार के कुप्रबंधन से बिगड़ी आर्थिक सेहत रणधीर शर्मा ने कहा, हिमाचल की आर्थिक सेहत फिजूलखर्ची और राज्य के कुप्रबंधन की वजह से बिगड़ रही है। राज्य सरकार इसके लिए केंद्र पर दोष मढ़ कर अपनी कमियों पर पर्दा डालने की कोशिश कर रही है। एक राष्ट्र, एक चुनाव का निर्णय सराहनीय रणधीर शर्मा ने एक राष्ट्र एक चुनाव के केंद्रीय कैबिनेट के निर्णय का स्वागत किया। उन्होंने इससे करोड़ों रुपए की फिजूलखर्ची रुकेंगी। इस देश में एक ही बार लोकसभा व विधानसभा चुनाव समय की आवश्यकता है। बार बार चुनाव के कारण आचार संहिता लगती है। इससे विकास कार्य भी ठप्प हो जाते है।