कन्नौज रेप कांड में अब पीड़िता की बुआ खोलेगी राज:गांव वाले बोले- हमारी बेइज्जती कराई; राजनीति में बच्ची का इस्तेमाल नहीं करना था

कन्नौज रेप कांड में अब पीड़िता की बुआ खोलेगी राज:गांव वाले बोले- हमारी बेइज्जती कराई; राजनीति में बच्ची का इस्तेमाल नहीं करना था

‘हमारे गांव की पूरे इलाके में इज्जत थी। लोग गांव का नाम सम्मान के साथ लेते थे। गांव की बेटी ने पूरे गांव की बदनामी करा दी। आज सिर उठाकर बाहर नहीं निकल पा रहे। रोज पुलिस आती है, सबको शक की निगाह से देखती है। ऐसा पहले कभी नहीं था।’ ये शब्द कन्नौज जिले के उस गांव के एक बुजुर्ग के हैं, जिस गांव में रेप पीड़िता की बुआ का घर है। यहां पीड़िता के प्रति जितनी सहानुभूति है, उससे कहीं ज्यादा गुस्सा उसकी बुआ को लेकर है। गांव वाले कहते हैं कि बुआ कुछ भी करे, लेकिन उसे छोटी बच्ची का ख्याल रखना था। राजनीति चमकाने के लिए उसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए था। दैनिक भास्कर की टीम रेप पीड़िता के गांव पहुंची। यहां के लोगों से बुआ और पीड़िता के बारे में बात की। पीड़िता के स्वभाव को उसके दोस्तों से जाना। आइए सब कुछ एक तरफ से जानते हैं। सबसे पहले बुआ की फरारी की बात… पीड़िता की बुआ 7 दिन से थी फरार
कन्नौज में नवाब सिंह यादव के पास नाबालिग भतीजी को ले जाने वाली बुआ 7 दिन बाद गिरफ्तार हो गई है। एसपी अमित कुमार आनंद ने आरोपी महिला को पकड़ने के लिए पुलिस की 6 टीमें लगाई थीं। जो कन्नौज से लेकर लखनऊ-दिल्ली-नोएडा तक उसकी तलाश में छापेमारी कर रही थी। बुआ ने पीड़िता पर केस दर्ज न करने का दबाव बनाया
11 अगस्त की रात घटना हुई। 12 अगस्त को पुलिस ने महिला को छोड़ दिया। वजह उस वक्त महिला पीड़िता के साथ थी। 14 साल की नाबालिग अपने साथ हुई ज्यादती से सदमे में थी। उसकी बुआ उस पर केस न करने का दबाव बना रही थी। लेकिन जैसे ही 13 तारीख की सुबह नोएडा से बच्ची के मां-बाप आए, उसे हिम्मत मिल गई। उसने पुलिस को सब कुछ बता दिया। नवाब के साथ अब उस महिला के खिलाफ भी केस दर्ज हो गया। ‘नवाब भइया को साजिश के तहत फंसाया गया’
13 अगस्त को पीड़िता की बुआ आखिरी बार मीडिया के सामने आई थी। तब उसने कहा- ‘नवाब भइया को साजिश के तहत फंसाया गया। इसमें सपा के ही जय कुमार उर्फ बउवन तिवारी शामिल हैं। उनके साथ 3 और लोग इसमें शामिल हैं। समय आने पर उनका भी नाम बताऊंगी।’ इसके बाद से महिला फरार है। ‘घिनौने काम की कमाई खाती है ननद’
पीड़िता की मां ने मीडिया के सामने कहा कि ‘मेरी ननद ऐसे ही घिनौने काम की कमाई खाती है। उसने मुझसे कहा कि तुम बिटिया का मेडिकल मत कराना। मीडिया की बात मत मानना। थाने पर मत जाना। जैसा हम कहें वैसे ही करना। वह नोएडा में भी यही सब करती है और यहां भी ऐसा ही किया।’ इस केस की अहम कड़ी पीड़िता की बुआ फिलहाल फरार है। कई सवालों के जवाब उसकी गिरफ्तारी के बाद ही मिलेंगे। हम फरार महिला के पॉलिटिकल कनेक्शन और पुराने समय में रिश्तों के बारे में जानना चाहते थे। मामला रेप से जुड़ा है। इसलिए हम गांव का नाम व वहां के लोगों की पहचान उजागर नहीं करेंगे। हम पीड़िता के गांव में जैसे ही दाखिल हुए, पुलिस की गाड़ी भी गांव पहुंच गई। पुलिस के 6 लोग सीधे पीड़िता के घर पहुंचे। इस दौरान हम लोग गांव के ही दूसरे लोगों से बात करने लगे। ब्यूटी पॉर्लर चलाती है महिला
गांव के लोगों से पता चला कि आरोपी महिला की शादी करीब 20 साल पहले हुई थी। ससुराल शाहजहांपुर में है। महिला के दो बच्चे हैं। एक बेटा व एक बेटी। महिला पूरे परिवार के साथ दिल्ली में रहती है। वहां ब्यूटी पॉर्लर चलाती है। राजनीति में खास लगाव है, इसलिए अक्सर नेताओं के साथ उठना-बैठना रहा है। शुरुआत में वह 8 साल सपा में रही, लेकिन अब भाजपा में है। चुनाव प्रचार के लिए पार्टी ने दी थी गाड़ी
गांव के ही एक व्यक्ति कहते हैं, महिला दिल्ली में ही रहती थी। चुनाव के वक्त ही गांव आती और यहां प्रचार करती थी। हमने पूछा कि क्या कोई गाड़ी भी मिली थी? वह कहते हैं, 2022 के चुनाव में एक चार पहिया गाड़ी मिली थी। वही लेने आती और छोड़कर जाती थी। 2024 के चुनाव में वह स्कूटी से यहां आती-जाती थी। हम लोगों से बीजेपी को वोट देने के लिए कहती थी। बुजुर्ग बोले- गांव में कभी पुलिस नहीं आई, इस घटना से सभी शर्मसार हैं
करीब 75 साल के एक बुजुर्ग कहते हैं, हमारे गांव का आसपास के इलाके में नाम था। लोग सम्मान के साथ नाम लेते थे। हम भी गर्व से अपने गांव का नाम बताते थे। कभी कोई हत्या-लूट जैसी घटना नहीं हुई। मारपीट भी हुई तो आपस में बैठकर सुलझा लिया। कभी पुलिस नहीं आई। लेकिन इस एक घटना ने पूरे गांव को शर्मसार कर दिया। आज हम लोग जहां भी जाते हैं, लोग इसी के बारे में पूछते हैं। एक अकेली लड़की ने पूरे गांव की इज्जत मिट्टी में मिला दी। ‘कम से कम भतीजी को तो छोड़ देना चाहिए था’
एक युवा कहते हैं, अगर वह उल्टे-सीधे काम करती है तो कम से कम अपनी भतीजी को तो छोड़ देना चाहिए था। उसे घर पहुंचा देती और फिर जो मन में आए वह खुद करती। वह बच्ची बहुत मासूम है। किसी से ज्यादा बोलती नहीं। स्कूल जाती है और फिर वहां से आने पर घर में बाबा-दादी के साथ रहती है। दोनों बुजुर्ग हैं, दादी को ब्रेस्ट कैंसर है, ऐसे में वही बच्ची यहां परिवार को संभाल रही थी। पीड़िता की दादी बोलीं- मुझे कुछ नहीं पता, तबीयत खराब है
हम पीड़िता के घर पहुंचे। 6 पुलिसवाले वहां पहले से ही थे। घर में पीड़िता की दादी अकेले थीं। बाबा कहीं गए हुए थे। पुलिस घर में ही खोजबीन कर रही थी। इसके बाद उन्होंने दादी से कुछ सवाल पूछने की कोशिश की। लेकिन तबीयत खराब होने के चलते दादी लेट गईं। उनके मुंह पर पानी के छींटे मारे गए लेकिन वह यही कहती रहीं कि ‘मुझे कुछ नहीं पता, मेरी तबीयत खराब है।’ कुछ देर बाद पुलिस गांव में ही दूसरी ओर चली गई। हमने दादी से बात करने की कोशिश की। वह कहती हैं, हम बताते-बताते थक गए। हमको कुछ नहीं पता। हमारी पोती डेढ़ महीने पहले यहां से अपने पापा के पास गई थी। उसके बाद वह कहां-कहां गई, हमको नहीं पता। घटना के बाद भी बच्ची यहां नहीं आई। उसके मम्मी-पापा उसे लेकर नोएडा चले गए। फिलहाल इस पूरे मामले को लेकर गांव के लोग चिंतित हैं। नवाब सिंह को लेकर वह किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं देना चाहते। वह लोग आरोपी महिला से बेहद नाराज हैं। लगातार आ रही पुलिस और उनकी पूछताछ से घबराए हुए हैं। ये भी पढ़ें: कन्नौज रेप केस में पीड़िता की बुआ गिरफ्तार:कई अहम सबूत बरामद; 7 दिन से थी फरार, आज कोर्ट में पेश करेगी पुलिस कन्नौज रेप केस में फरार आरोपित पीड़िता की बुआ को पुलिस ने मंगलवार शाम गिरफ्तार कर लिया है। आज उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने बुआ से कई अहम सबूत भी बरामद किए हैं। पीड़िता की बुआ 7 दिन से फरार थी। 6 टीम उसकी तलाश में लगी थीं। पुलिस आज मामले को लेकर कुछ अहम खुलासा कर सकती है…(पढ़ें पूरी खबर) अखिलेश के करीबी नवाब की गिरफ्तारी की पड़ताल कन्नौज में कभी अखिलेश यादव और डिंपल के सबसे खास रहे नवाब सिंह यादव अब जेल में है। नवाब पर नाबालिग लड़की के कपड़े उतारने, रेप की कोशिश करने का आरोप है। लड़की अपनी बुआ के साथ आरोपी के डिग्री कॉलेज गई थी। पुलिस ने आरोपी को उसके कॉलेज से रंगे हाथ गिरफ्तार किया। पूरी खबर पढ़ें ‘हमारे गांव की पूरे इलाके में इज्जत थी। लोग गांव का नाम सम्मान के साथ लेते थे। गांव की बेटी ने पूरे गांव की बदनामी करा दी। आज सिर उठाकर बाहर नहीं निकल पा रहे। रोज पुलिस आती है, सबको शक की निगाह से देखती है। ऐसा पहले कभी नहीं था।’ ये शब्द कन्नौज जिले के उस गांव के एक बुजुर्ग के हैं, जिस गांव में रेप पीड़िता की बुआ का घर है। यहां पीड़िता के प्रति जितनी सहानुभूति है, उससे कहीं ज्यादा गुस्सा उसकी बुआ को लेकर है। गांव वाले कहते हैं कि बुआ कुछ भी करे, लेकिन उसे छोटी बच्ची का ख्याल रखना था। राजनीति चमकाने के लिए उसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए था। दैनिक भास्कर की टीम रेप पीड़िता के गांव पहुंची। यहां के लोगों से बुआ और पीड़िता के बारे में बात की। पीड़िता के स्वभाव को उसके दोस्तों से जाना। आइए सब कुछ एक तरफ से जानते हैं। सबसे पहले बुआ की फरारी की बात… पीड़िता की बुआ 7 दिन से थी फरार
कन्नौज में नवाब सिंह यादव के पास नाबालिग भतीजी को ले जाने वाली बुआ 7 दिन बाद गिरफ्तार हो गई है। एसपी अमित कुमार आनंद ने आरोपी महिला को पकड़ने के लिए पुलिस की 6 टीमें लगाई थीं। जो कन्नौज से लेकर लखनऊ-दिल्ली-नोएडा तक उसकी तलाश में छापेमारी कर रही थी। बुआ ने पीड़िता पर केस दर्ज न करने का दबाव बनाया
11 अगस्त की रात घटना हुई। 12 अगस्त को पुलिस ने महिला को छोड़ दिया। वजह उस वक्त महिला पीड़िता के साथ थी। 14 साल की नाबालिग अपने साथ हुई ज्यादती से सदमे में थी। उसकी बुआ उस पर केस न करने का दबाव बना रही थी। लेकिन जैसे ही 13 तारीख की सुबह नोएडा से बच्ची के मां-बाप आए, उसे हिम्मत मिल गई। उसने पुलिस को सब कुछ बता दिया। नवाब के साथ अब उस महिला के खिलाफ भी केस दर्ज हो गया। ‘नवाब भइया को साजिश के तहत फंसाया गया’
13 अगस्त को पीड़िता की बुआ आखिरी बार मीडिया के सामने आई थी। तब उसने कहा- ‘नवाब भइया को साजिश के तहत फंसाया गया। इसमें सपा के ही जय कुमार उर्फ बउवन तिवारी शामिल हैं। उनके साथ 3 और लोग इसमें शामिल हैं। समय आने पर उनका भी नाम बताऊंगी।’ इसके बाद से महिला फरार है। ‘घिनौने काम की कमाई खाती है ननद’
पीड़िता की मां ने मीडिया के सामने कहा कि ‘मेरी ननद ऐसे ही घिनौने काम की कमाई खाती है। उसने मुझसे कहा कि तुम बिटिया का मेडिकल मत कराना। मीडिया की बात मत मानना। थाने पर मत जाना। जैसा हम कहें वैसे ही करना। वह नोएडा में भी यही सब करती है और यहां भी ऐसा ही किया।’ इस केस की अहम कड़ी पीड़िता की बुआ फिलहाल फरार है। कई सवालों के जवाब उसकी गिरफ्तारी के बाद ही मिलेंगे। हम फरार महिला के पॉलिटिकल कनेक्शन और पुराने समय में रिश्तों के बारे में जानना चाहते थे। मामला रेप से जुड़ा है। इसलिए हम गांव का नाम व वहां के लोगों की पहचान उजागर नहीं करेंगे। हम पीड़िता के गांव में जैसे ही दाखिल हुए, पुलिस की गाड़ी भी गांव पहुंच गई। पुलिस के 6 लोग सीधे पीड़िता के घर पहुंचे। इस दौरान हम लोग गांव के ही दूसरे लोगों से बात करने लगे। ब्यूटी पॉर्लर चलाती है महिला
गांव के लोगों से पता चला कि आरोपी महिला की शादी करीब 20 साल पहले हुई थी। ससुराल शाहजहांपुर में है। महिला के दो बच्चे हैं। एक बेटा व एक बेटी। महिला पूरे परिवार के साथ दिल्ली में रहती है। वहां ब्यूटी पॉर्लर चलाती है। राजनीति में खास लगाव है, इसलिए अक्सर नेताओं के साथ उठना-बैठना रहा है। शुरुआत में वह 8 साल सपा में रही, लेकिन अब भाजपा में है। चुनाव प्रचार के लिए पार्टी ने दी थी गाड़ी
गांव के ही एक व्यक्ति कहते हैं, महिला दिल्ली में ही रहती थी। चुनाव के वक्त ही गांव आती और यहां प्रचार करती थी। हमने पूछा कि क्या कोई गाड़ी भी मिली थी? वह कहते हैं, 2022 के चुनाव में एक चार पहिया गाड़ी मिली थी। वही लेने आती और छोड़कर जाती थी। 2024 के चुनाव में वह स्कूटी से यहां आती-जाती थी। हम लोगों से बीजेपी को वोट देने के लिए कहती थी। बुजुर्ग बोले- गांव में कभी पुलिस नहीं आई, इस घटना से सभी शर्मसार हैं
करीब 75 साल के एक बुजुर्ग कहते हैं, हमारे गांव का आसपास के इलाके में नाम था। लोग सम्मान के साथ नाम लेते थे। हम भी गर्व से अपने गांव का नाम बताते थे। कभी कोई हत्या-लूट जैसी घटना नहीं हुई। मारपीट भी हुई तो आपस में बैठकर सुलझा लिया। कभी पुलिस नहीं आई। लेकिन इस एक घटना ने पूरे गांव को शर्मसार कर दिया। आज हम लोग जहां भी जाते हैं, लोग इसी के बारे में पूछते हैं। एक अकेली लड़की ने पूरे गांव की इज्जत मिट्टी में मिला दी। ‘कम से कम भतीजी को तो छोड़ देना चाहिए था’
एक युवा कहते हैं, अगर वह उल्टे-सीधे काम करती है तो कम से कम अपनी भतीजी को तो छोड़ देना चाहिए था। उसे घर पहुंचा देती और फिर जो मन में आए वह खुद करती। वह बच्ची बहुत मासूम है। किसी से ज्यादा बोलती नहीं। स्कूल जाती है और फिर वहां से आने पर घर में बाबा-दादी के साथ रहती है। दोनों बुजुर्ग हैं, दादी को ब्रेस्ट कैंसर है, ऐसे में वही बच्ची यहां परिवार को संभाल रही थी। पीड़िता की दादी बोलीं- मुझे कुछ नहीं पता, तबीयत खराब है
हम पीड़िता के घर पहुंचे। 6 पुलिसवाले वहां पहले से ही थे। घर में पीड़िता की दादी अकेले थीं। बाबा कहीं गए हुए थे। पुलिस घर में ही खोजबीन कर रही थी। इसके बाद उन्होंने दादी से कुछ सवाल पूछने की कोशिश की। लेकिन तबीयत खराब होने के चलते दादी लेट गईं। उनके मुंह पर पानी के छींटे मारे गए लेकिन वह यही कहती रहीं कि ‘मुझे कुछ नहीं पता, मेरी तबीयत खराब है।’ कुछ देर बाद पुलिस गांव में ही दूसरी ओर चली गई। हमने दादी से बात करने की कोशिश की। वह कहती हैं, हम बताते-बताते थक गए। हमको कुछ नहीं पता। हमारी पोती डेढ़ महीने पहले यहां से अपने पापा के पास गई थी। उसके बाद वह कहां-कहां गई, हमको नहीं पता। घटना के बाद भी बच्ची यहां नहीं आई। उसके मम्मी-पापा उसे लेकर नोएडा चले गए। फिलहाल इस पूरे मामले को लेकर गांव के लोग चिंतित हैं। नवाब सिंह को लेकर वह किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं देना चाहते। वह लोग आरोपी महिला से बेहद नाराज हैं। लगातार आ रही पुलिस और उनकी पूछताछ से घबराए हुए हैं। ये भी पढ़ें: कन्नौज रेप केस में पीड़िता की बुआ गिरफ्तार:कई अहम सबूत बरामद; 7 दिन से थी फरार, आज कोर्ट में पेश करेगी पुलिस कन्नौज रेप केस में फरार आरोपित पीड़िता की बुआ को पुलिस ने मंगलवार शाम गिरफ्तार कर लिया है। आज उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने बुआ से कई अहम सबूत भी बरामद किए हैं। पीड़िता की बुआ 7 दिन से फरार थी। 6 टीम उसकी तलाश में लगी थीं। पुलिस आज मामले को लेकर कुछ अहम खुलासा कर सकती है…(पढ़ें पूरी खबर) अखिलेश के करीबी नवाब की गिरफ्तारी की पड़ताल कन्नौज में कभी अखिलेश यादव और डिंपल के सबसे खास रहे नवाब सिंह यादव अब जेल में है। नवाब पर नाबालिग लड़की के कपड़े उतारने, रेप की कोशिश करने का आरोप है। लड़की अपनी बुआ के साथ आरोपी के डिग्री कॉलेज गई थी। पुलिस ने आरोपी को उसके कॉलेज से रंगे हाथ गिरफ्तार किया। पूरी खबर पढ़ें   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर