कपूरथला निगम कर्मचारी यूनियन से जुड़े सैकड़ों कर्मचारियों द्वाराअपनी मांगों को लेकर पिछले 8 दिनों से की जा रही अनिश्चितकालीन हड़ताल आज शाम समाप्त हो गई। हड़ताली कर्मियों की मांगों को देखते हुए नगर निगम कमिश्नर अनुपम कलेर द्वारा सफाई कर्मियों की भर्ती प्रक्रिया 4 माह में पूर्ण करने का आश्वासन देने के बाद हड़ताल खत्म हुई है। यूनियन के प्रधान गोपाल थापर ने कहा कि शहर में लगे कूड़े के ढेरो को आज शाम से ही हटाने का काम शुरू कर दिया जाएगा। बता दें कि कपूरथला नगर निगम कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर पिछले 8 दिनों से नगर निगम कमिश्नर के दफ्तर के बाद धरना प्रदर्शन कर रहे थे। कर्मचारी यूनियन के प्रधान गोपाल थापर ने बताया कि वर्ष 2022 अक्टूबर महीने में सफाई सेवकों तथा सीवरेजमैन के पदों के लिए इंटरव्यू रखा गया था। जिसमें 1119 आवेदनकर्ताओं ने इंटरव्यू दिया था। कागजातों की पड़ताल करने के लिए निगम के ही कर्मचारियों की तैनाती हुई। लगभग 4 दिनों में इस प्रक्रिया को पूरा किया गया था, लेकिन इंटरव्यू के बाद भी यह भर्ती नहीं हो पाई। अब पंजाब सरकार द्वारा जारी किए गए नए नोटिफिकेशन ने इस भर्ती को खटाई में डाल दिया था। 4 माह में पूरी होगी भर्ती प्रक्रिया कर्मचारी यूनियन के प्रधान गोपाल थापर ने बताया कि निगम कमिश्नर ने आश्वासन दिया है कि सीवरमेन तथा सफाई सेवकों की भर्ती के लिए 10 दिनों के भीतर इश्तिहार देकर भर्ती की कार्रवाई को 4 महीने में पूर्ण कर दिया जाएगा। इस संबंध में निगम की मेयर तथा हाउस की विशेष बैठक में भी सहमति बन गई है। उन्होंने शहर की जनता क आभार जताते हुए कहा कि हड़ताल के दौरान शहर में लगे कूड़े के घेरे से जो जनता को परेशानी हुई है उसके लिए उन्हें खेद है। कपूरथला निगम कर्मचारी यूनियन से जुड़े सैकड़ों कर्मचारियों द्वाराअपनी मांगों को लेकर पिछले 8 दिनों से की जा रही अनिश्चितकालीन हड़ताल आज शाम समाप्त हो गई। हड़ताली कर्मियों की मांगों को देखते हुए नगर निगम कमिश्नर अनुपम कलेर द्वारा सफाई कर्मियों की भर्ती प्रक्रिया 4 माह में पूर्ण करने का आश्वासन देने के बाद हड़ताल खत्म हुई है। यूनियन के प्रधान गोपाल थापर ने कहा कि शहर में लगे कूड़े के ढेरो को आज शाम से ही हटाने का काम शुरू कर दिया जाएगा। बता दें कि कपूरथला नगर निगम कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर पिछले 8 दिनों से नगर निगम कमिश्नर के दफ्तर के बाद धरना प्रदर्शन कर रहे थे। कर्मचारी यूनियन के प्रधान गोपाल थापर ने बताया कि वर्ष 2022 अक्टूबर महीने में सफाई सेवकों तथा सीवरेजमैन के पदों के लिए इंटरव्यू रखा गया था। जिसमें 1119 आवेदनकर्ताओं ने इंटरव्यू दिया था। कागजातों की पड़ताल करने के लिए निगम के ही कर्मचारियों की तैनाती हुई। लगभग 4 दिनों में इस प्रक्रिया को पूरा किया गया था, लेकिन इंटरव्यू के बाद भी यह भर्ती नहीं हो पाई। अब पंजाब सरकार द्वारा जारी किए गए नए नोटिफिकेशन ने इस भर्ती को खटाई में डाल दिया था। 4 माह में पूरी होगी भर्ती प्रक्रिया कर्मचारी यूनियन के प्रधान गोपाल थापर ने बताया कि निगम कमिश्नर ने आश्वासन दिया है कि सीवरमेन तथा सफाई सेवकों की भर्ती के लिए 10 दिनों के भीतर इश्तिहार देकर भर्ती की कार्रवाई को 4 महीने में पूर्ण कर दिया जाएगा। इस संबंध में निगम की मेयर तथा हाउस की विशेष बैठक में भी सहमति बन गई है। उन्होंने शहर की जनता क आभार जताते हुए कहा कि हड़ताल के दौरान शहर में लगे कूड़े के घेरे से जो जनता को परेशानी हुई है उसके लिए उन्हें खेद है। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
लुधियाना में मिला कार से इंजीनियर का शव:5 दिन से था लापता,अमृतसर का है रहने वाला,चाचा के पास था रहता
लुधियाना में मिला कार से इंजीनियर का शव:5 दिन से था लापता,अमृतसर का है रहने वाला,चाचा के पास था रहता पंजाब के लुधियाना में शनिवार रात एक व्यक्ति बेसुध हालत में कार में पड़ा मिला। खाली प्लाट में कार खड़ी थी। राहगीर लोगों ने बेसुध हालत में व्यक्ति को पड़ा देख शोर मचाया। लोगों ने पुलिस को भी सूचित किया। व्यक्ति के डॉक्टर के पास लेकर गए तो डाक्टर ने उसे मृतक घोषित कर दिया। खाली प्लाट में खड़ी मिली कार जानकारी मुताबिक फोकल पाइंट के इलाका ईशर नगर में एक शराब के ठेके के पीछे प्लाट में कार में से बेसुध हालात में व्यक्ति मिलने से हड़कंप मच गया। इलाके के लोगो ने मामले की सूचना पुलिस को दी। घटना स्थल पर चौकी ईशर नगर की पुलिस पहुंची। पुलिस ने व्यक्ति को बाहर निकाल उसके परिजनों को सूचित किया। व्यक्ति को सिविल अस्पताल लाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत करार दिया। उसके शव को पोस्टमॉर्टम के लिए मोर्चरी में रखवा दिया गया है। चाचा के पास रहता था मृतक मृतक की पहचान 45 वर्षीय विवेक दत्त के रूप में हुई। मृतक मूलरूप से अमृतसर के मजीठा रोड का रहने वाला है। वह अपने माता पिता की मौत के बाद लुधियाना में अपने चाचा के पास नीची मंगली के इलाके में रहता है। निजी कंपनी में था इंजीनियर मृतक के चाचा के अनुसार वह एक निजी कंपनी में इंजीनियर है। पिछले एक सप्ताह से काम पर नहीं गया। जिसके बाद उसके चाचा उसे ढूंढने में लगे हुए थे। ईशर नगर में कार में उसका शव देख लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस चौकी ईशर नगर के इंचार्ज एएसआई गुरमुख सिंह ने बताया कि फिलहाल उन्हें व्यक्ति की मौत की सूचना नहीं मिली है। सूचना मिलने पर वह युवक के परिजनों को सूचित कर उसका पोस्टमॉर्टम करवाकर अगली करवाई करेंगे।
जालंधर की लड़की जान बचाकर वापस लौटी:सुनाई आपबीती, बोली- मस्कट में एजेंट ने बेचा, आफिस में करते थे बंद, करते थे प्रताड़ित
जालंधर की लड़की जान बचाकर वापस लौटी:सुनाई आपबीती, बोली- मस्कट में एजेंट ने बेचा, आफिस में करते थे बंद, करते थे प्रताड़ित दो खाड़ी देशों में अपनी जान बचाने के बाद राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल के प्रयासों से एक विधवा मां की बेटी अपने वतन लौट आई है। ट्रैवल एजेंटों ने धोखे से उसे ओमान के मस्कट में बेच दिया था। वे लड़की को छोड़ने के बदले लाखों रुपयों की मांग कर रहे थे। खाड़ी देशों में पांच महीने नारकीय जीवन जीने के बाद लौटी पीड़िता ने अपनी दर्दनाक कहानी सुनाई। जालंधर जिले की रहने वाली पीड़ित लड़की ने निर्मल कुटिया सुल्तानपुर लोधी में अपना दुखड़ा सुनाया और कहा कि ट्रैवल एजेंट ने उसे दुबई भेजने के लिए 30 हजार लिए लेकिन उसने धोखा देकर उसे मस्कट में फंसा लिया। जहां उसे रोजाना चमड़े की बेल्टों से पीटा जाता था और यहां तक कि उनका शरीर पर दागा जाता था। पूरे दिन घर का काम करने के बाद उसे वहीं एक ऑफिस में बंद कर दिया गया। पीड़िता ने बताया कि दो महीने बीतने के बाद उसने उम्मीद छोड़ दी थी कि वह यहां से जिंदा बच पाएगी या फिर यहीं मर जाएगी। उन्होंने कहा कि वहां उन पर जो अत्याचार हो रहा था, वह बहुत भयानक था और इतनी पिटाई के कारण कभी-कभी वह बेहोश भी हो जाती थीं। संत सीचेवाल का किया धन्यवाद पीड़ित लड़की ने राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह को धन्यवाद देते हुए कहा कि अगर उन्होंने समय रहते उसकी मदद नहीं की होती तो अरब देश से उसकी वापसी सिर्फ एक सपना बनकर रह जाती। पीड़ित लड़की ने जानकारी देते हुए बताया कि वह फरवरी 2024 में अपने दोस्त के जरिए अपने परिवार की स्थिति सुधारने के लिए दुबई गई थी। उन्होंने बताया कि उनके पिता की मृत्यु के बाद से उनके परिवार में उनकी विधवा मां, 2 छोटी बहनें और 1 भाई हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं परिवार में बड़े होने के कारण आर्थिक स्थिति को देखते हुए उन्होंने बाहर जाने का निर्णय लिया था, लेकिन उनका यह निर्णय उनके जीवन के लिए संकट बन गया जब उन्हें एजेंटों द्वारा मस्कट, ओमान में बेच दिया गया। वहां उसे ठीक से खाना भी नहीं दिया जाता था और बीमार होने पर उसका इलाज भी नहीं किया जाता था। आंखों में आंसू लेकर लड़की ने कहा कि उसकी विधवा मां ने हिम्मत नहीं हारी और उसने किसी तरह राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल से संपर्क किया और उसकी जान बच गई। पीड़ित लड़की की विधवा मां ने बताया कि जब उन्हें इस बारे में पता चला तो उन्होंने एजेंट से अपनी बेटी को वापस भेजने की गुहार लगाई। लेकिन एजेंट लड़की को वापस करने के लिए उससे लाखों रुपए की मांग कर रहा था। पैसे न देने की स्थिति में उसने अपनी लड़की की वापसी की उम्मीद छोड़ दी थी। भारत भेजने के बजाय आबूधाबी भेजा पीड़ित लड़की ने बताया कि भारतीय दूतावास के दबाव के बाद जब एजेंटों ने उसे वापस भेजने लगे तो उन्होंने उसे भारत की बजाय अबूधाबी भेज दिया और उसके सारे पैसे भी छीन लिए। एजेंट ने उसका पीछा किया और उसे फंसाने के लिए उन्होंने एक लड़की को भी उसके पीछे भेजा। लड़की ने अपनी सूझबूझ का परिचय देते हुए दूसरी लड़की जो पंजाब की रहने वाली थी, उसे समझाया और उसे भी अपनी सूझबुझ से सुरक्षित वापस ले आई। उन्होंने वापसी के दौरान देर रात तक मदद करने के लिए संत सीचेवाल जी को भी धन्यवाद दिया, जिससे दोनों लड़कियों की घर वापसी संभव हो सकी। एजेंटों पर भरोसा ना करें : संत सीचेवाल उधर राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने पंजाब के लोगों से अपील की कि वे किसी भी एजेंट पर भरोसा न करें, क्योंकि अब तक सभी ट्रैवल एजेंटों ने लोगों को धोखा दिया है। उन्होंने कहा कि खाड़ी देशों में महिलाओं के साथ लगातार हो रहे शोषण को रोकने की जरूरत है। वहां लड़कियों की स्थिति बहुत दयनीय है। उन्होंने इन लड़कियों को बचाने और उन्हें उनके परिवारों के पास सुरक्षित वापस लाने के प्रभावी प्रयासों के लिए विदेश मंत्रालय और विशेष रूप से भारतीय दूतावासों को धन्यवाद दिया।
सांसद हरसिमरत का महिला-बाल विकास मंत्री को खत:आरोप- आंगनवाड़ी केंद्रों के राशन की खरीद-आपूर्ति में भ्रष्टाचार; CBI से जांच की मांग
सांसद हरसिमरत का महिला-बाल विकास मंत्री को खत:आरोप- आंगनवाड़ी केंद्रों के राशन की खरीद-आपूर्ति में भ्रष्टाचार; CBI से जांच की मांग पंजाब के बठिंडा से अकाली दल की सांसद हरसिमरत कौर बादल ने आंगनवाड़ी केंद्रों में मिलने वाले राशन की खरीद व आपूर्ति में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा दिए हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने इसे लेकर अब महिला एवं बाल विकास की केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी को खत लिख इसकी CBI से जांच करवाने की मांग भी रख दी है। सांसद हरसिमरत कौर बादल का आरोप है कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं और बच्चों को प्रदान किए जाने वाले राशन की खरीद और आपूर्ति में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। केंद्र सरकार के एकीकृत बाल स्वास्थ्य देखभाल (आरसीएच) कार्यक्रम और अन्य संबंधित पहलों के तहत गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं के साथ-साथ बच्चों को आपूर्ति किए जा रहे घटिया खाद्य पदार्थों को लेकर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता आक्रोशित हैं। वर्तमान सरकार के सत्ता में आने के बाद से, निजी खाद्य दुकानों को इन योजनाओं के तहत भोजन की आपूर्ति करने के लिए नियुक्त किया गया है। जिससे घटिया खाद्य खरीद और वितरण में भारी भ्रष्टाचार हुआ है। भोजन की गुणवत्ता से समझौता हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि सरकार द्वारा संचालित संगठन वेरका से निजी खाद्य आपूर्तिकर्ताओं में स्थानांतरित होने के अफसोसजनक बदलाव ने न केवल प्रदान किए जा रहे भोजन की गुणवत्ता से समझौता किया है, बल्कि लाभार्थियों के बीच व्यापक असंतोष भी पैदा हुआ है। उपभोक्ता नए भोजन की पेशकश को अस्वीकार कर रहे हैं। शिशु और मातृ मृत्यु दर को कम करने के लिए बनाया गया एक कार्यक्रम दुर्भाग्य से पंजाब में व्यापक भ्रष्टाचार के कारण मृत्यु दर में वृद्धि में योगदान दे रहा है निजी दुकानों को ठेका देने पर उठ रहे सवाल हरसिमरत कौर बादल का आरोप है कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता खाद्य आपूर्ति के लिए निजी दुकानों को ठेका देने के पीछे के औचित्य पर सवाल उठा रही हैं। ये श्रमिक, जो हमारे समाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, हाशिए पर हैं। जिससे बेरोजगारी बढ़ रही है और हमारी सबसे कमजोर आबादी के लिए समर्थन की कमी हो रही है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा अधिकारियों और राज्य सरकार के मंत्री से बार-बार की गई शिकायतों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। अनुरोध है कि केंद्र सरकार जरूरतमंदों को उनके अधिकारों से वंचित करने वाली खरीद और वितरण प्रक्रियाओं के भीतर होने वाले गहरे भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) या किसी उपयुक्त प्राधिकारी द्वारा तत्काल जांच शुरू करे।