कपूरथला में चौथी मंजिल से गिरकर पेंटर की मौत:बन रही नई इमारत, कर रहा था रंग-रोगन, 4 साल के बेटे का पिता

कपूरथला में चौथी मंजिल से गिरकर पेंटर की मौत:बन रही नई इमारत, कर रहा था रंग-रोगन, 4 साल के बेटे का पिता

कपूरथला के पवित्र शहर सुल्तानपुर लोधी के ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री संत घाट साहिब के नजदीक काली बेईं के तट पर बन रही “मूल मंत्र स्थान” की इमारत से पेंटर के गिरने से मौत हो गई। बताया जा रहा है कि पेंटर इमारत पर पेंटिंग कर रहा था तो अचानक चौथी मंजिल से गिर गया। मृतक की पहचान 45 वर्षीय सुखविंदर सिंह पुत्र अजीत सिंह हाल निवासी महुल्ला काजी बाग सुल्तानपुर लोधी के रूप में हुई है। घटना के बाद घायल को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने पेंटर को मृत घोषित कर दिया। SGPC के पूर्व सचिव चन्नन सिंह ने बताया कि मूल मंत्र स्थान की कार सेवा जारी है। इस संदर्भ में इमारत के रंग-रोगन का कार्य चल रहा है। उक्त व्य​क्ति चौथी मंजिल पर पेंटिंग कर रहा था। बताया जा रहा है कि पैर फिसलने से वह नीचे गिर गया और नीचे आ गिरा। उसे तुरंत इलाज के लिए स्थानीय सिविल अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक सुखविंदर सिंह एक मेहनती व्यक्ति था और पेंटर का काम करके अपने परिवार का पालन-पोषण करता था। वह अपने पीछे चार साल का बेटा और पत्नी को छोड़ गया है। परिवार के पास कोई अन्य सहारा नहीं है। कपूरथला के पवित्र शहर सुल्तानपुर लोधी के ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री संत घाट साहिब के नजदीक काली बेईं के तट पर बन रही “मूल मंत्र स्थान” की इमारत से पेंटर के गिरने से मौत हो गई। बताया जा रहा है कि पेंटर इमारत पर पेंटिंग कर रहा था तो अचानक चौथी मंजिल से गिर गया। मृतक की पहचान 45 वर्षीय सुखविंदर सिंह पुत्र अजीत सिंह हाल निवासी महुल्ला काजी बाग सुल्तानपुर लोधी के रूप में हुई है। घटना के बाद घायल को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने पेंटर को मृत घोषित कर दिया। SGPC के पूर्व सचिव चन्नन सिंह ने बताया कि मूल मंत्र स्थान की कार सेवा जारी है। इस संदर्भ में इमारत के रंग-रोगन का कार्य चल रहा है। उक्त व्य​क्ति चौथी मंजिल पर पेंटिंग कर रहा था। बताया जा रहा है कि पैर फिसलने से वह नीचे गिर गया और नीचे आ गिरा। उसे तुरंत इलाज के लिए स्थानीय सिविल अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक सुखविंदर सिंह एक मेहनती व्यक्ति था और पेंटर का काम करके अपने परिवार का पालन-पोषण करता था। वह अपने पीछे चार साल का बेटा और पत्नी को छोड़ गया है। परिवार के पास कोई अन्य सहारा नहीं है।   पंजाब | दैनिक भास्कर