कपूरथला के बलेरखानपुर गांव के सरपंच के घर पर दो नकाबपोश बदमाशों ने फायरिंग की। आरोपी महज एक गोली चलाकर मौके से फरार हो गए। हालांकि CCTV में 2 नकाबपोश फायरिंग करते कैद हुए हैं। वहीं थाना सदर में आरोपियों के खिलाफ गुरुवार को केस दर्ज कर किया गया। थाना सदर में दर्ज FIR अनुसार 58 वर्षीय सुखविंदर निवासी बलेरखानपुर गांव ने बयान दिया कि वह गांव का सरपंच है और खेतीबाड़ी करता है। उसके दोनों बेटे स्पेन में रहते हैं। 15 नवंबर की देर रात करीब 12 बजे उसके भतीजे सुखजिंदरपाल सिंह ने उसे आवाज मारकर उठाने के बाद बताया कि घर के बाहर कोई आवाज आई। इस पर उसने लाइट जलाने के बाद बाहर जाकर देखा तो गेट पर गोली का निशान था। फिर हमने पड़ोस में लगे CCTV कैमरे चेक किए तो दो नकाब पोश युवक पैदल आते दिखाई दिए। इन दोनों युवकों ने उनके घर के गेट के आगे खड़े होकर फायरिंग की और भाग गए। उन्होंने बताया कि यह फायरिंग न तो रंगदारी के लिए गई है और न ही किसी गैंगस्टर ने धमकाया और न ही किसी तरह की कोई कॉल आई है। सिर्फ डराने के मकसद से एक राउंड फायर किया गया है। बता दे कि इसी तरह से एक अक्टूबर को भी गांव में एक घर पर फायरिंग की गई थी। कपूरथला के बलेरखानपुर गांव के सरपंच के घर पर दो नकाबपोश बदमाशों ने फायरिंग की। आरोपी महज एक गोली चलाकर मौके से फरार हो गए। हालांकि CCTV में 2 नकाबपोश फायरिंग करते कैद हुए हैं। वहीं थाना सदर में आरोपियों के खिलाफ गुरुवार को केस दर्ज कर किया गया। थाना सदर में दर्ज FIR अनुसार 58 वर्षीय सुखविंदर निवासी बलेरखानपुर गांव ने बयान दिया कि वह गांव का सरपंच है और खेतीबाड़ी करता है। उसके दोनों बेटे स्पेन में रहते हैं। 15 नवंबर की देर रात करीब 12 बजे उसके भतीजे सुखजिंदरपाल सिंह ने उसे आवाज मारकर उठाने के बाद बताया कि घर के बाहर कोई आवाज आई। इस पर उसने लाइट जलाने के बाद बाहर जाकर देखा तो गेट पर गोली का निशान था। फिर हमने पड़ोस में लगे CCTV कैमरे चेक किए तो दो नकाब पोश युवक पैदल आते दिखाई दिए। इन दोनों युवकों ने उनके घर के गेट के आगे खड़े होकर फायरिंग की और भाग गए। उन्होंने बताया कि यह फायरिंग न तो रंगदारी के लिए गई है और न ही किसी गैंगस्टर ने धमकाया और न ही किसी तरह की कोई कॉल आई है। सिर्फ डराने के मकसद से एक राउंड फायर किया गया है। बता दे कि इसी तरह से एक अक्टूबर को भी गांव में एक घर पर फायरिंग की गई थी। पंजाब | दैनिक भास्कर
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मोहाली में पिस्टल दिखाकर छीनी कार:पहले सवारी बन इनड्राइव ऐप से बुक की कार, दो आरोपी काबू, कार बरामद पंजाब के मोहाली में फिल्मी स्टाइल में दो शातिरों ने पहले सवारी बनकर इनड्राइव ऐप के माध्यम कार बुक की। इसके बाद रास्ते में पिस्टल के दम पर चंडीगढ़ निवासी व्यक्ति से कार छीनकर फरार हो गए। मोहाली पुलिस ने वारदात में शामिल दोनों आरोपियों को काबू कर लिया है। आरोपियों की पहचान रणजीत सिंह व सतिंदर सिंह के रूप में हुई। उनसे छीनी कार व फोन भी बरामद कर लिया है। वहीं, जिस पिस्टल के दम पर उन्होंने कार छीनी थी, वह भी बरामद कर ली है। पुलिस जांच में वह डमी पिस्टल निकली है। यह जानकारी पुलिस की तरफ से आज प्रेस कांफ्रेंस में दी गई। दोनों आरोपी करीब एक साल से बेरोजगार थे। दोनों 12वीं तक पढे़ हुए है। उनके खिलाफ पहले कोइ केस दर्ज नहीं है। चार तारीख को ही खरीदी थी नई कार सात अक्टूबर को इस बारे में चंडीगढ़ के सेक्टर-49 निवासी पुलिस को शिकायत दी थी। उसने अपनी शिकायत में बताया था कि उसने चार अक्टूबर को ही उसने नई कार खरीदी थी। जिसे की वह टैक्सी के रूप में चला रहा था। सात अक्टूबर की सुबह वह अपनी टैक्सी में सेक्टर-43 में खड़ा था । चार बजे इन ड्राइव ऐप के माध्यम से सेक्टर-43 से सेक्टर-109 मोहाली के लिए सवारी मिली। वह सवारी को पिक करने के बाद वहां से निकल गया। पेशाब के बहाने कार रुकवाकर वारदात को दिया अंजाम विशाल ने बताया कि इसके बाद वह उन्हें मोहाली शहर के अंदर से होते हुए सेक्टर 109 लेकर जा रहा था। जैसे ही उनकी कार सेक्टर-85/86 में सुनसान जगह पर पहुंची तो दोनों आरोपियों में से एक व्यक्ति ने कहा कि उसे पेशाब लगा हुआ है। उसने उसे कार रोकने को कहा, जैसे ही वह पेशाब जाकर आया, तो उसने उसे कार का शीशा नीचे करने को कहा। इसके बाद उसके सिर पर पिस्टल लगा दी। इसके बाद उससे मोबाइल व कार की चाबी मांगी। पिस्टल देखकर वह डर गया। उसने उसे चाबी व मोबाइल सौंप दिया। इसके बाद कार छीनकर फरार हो गए। पुलिस ने आरोपी गुरुग्राम से दबोचे इसके बाद जैसे ही यह मामला पुलिस के पास पहुंचा तो पुलिस ने आर्म्स एक्ट समेत कई धाराओं के तहत अज्ञात आरोपियों पर केस दर्ज किया । इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच के लिए कई टीमें बनाई। साथ ही पुलिस ने टेक्निकल व हयूमन इंटेलिजेंस के सहारे नौ अक्टूबर को एमजी रोड मेट्रो स्टेशन गुरुग्राम से आरोपियों को काबू किया है। वारदात के लिए चोरी किया था मोबाइल पुलिस ने आरोपियों को पूछताछ में बताया है कि वह एक साल से बेरोजगार थे। दोनों को एक दूसरे को जानते थे। इसके बाद दोनों ने मिलकर कार को लूटने का प्लान बनाया था। आरोपियों ने बताया कि कार को लूटने से पहले उन्होंने छह अक्टूबर फोन चोरी किया। फोन उन्होंने सेक्टर-44 पेट्रोल पंप के सामने उस व्यक्ति का चोरी किया, जो कि रात के समय अपनी कार का शीशा खोलकर सो रहा था। फर्जी अकाउंट बनाकर कार बुक की थी इसके बाद चोरी वाले मोबाइल से फर्जी नाम उपकार सिद्धू नाम से इनड्राइव एप डाउनलोड की है। इसके बाद उन्होंने उस ऐप से कार बुक की थी। पुलिस ने चोरी का फोन व अन्य सामान बरामद कर लिया है।