कपूरथला में CIA स्टाफ की टीम ने नाकाबंदी के दौरान एक बाइक चोर युवक को चोरी की बाइक सहित काबू किया है। उसकी निशानदेही पर चोरी की 4 और बाइक भी बरामद की गई है। जिसके बाद आरोपी के खिलाफ थाना सदर में विभिन्न धाराओं के तहत FIR दर्ज कर की है। CIA इंचार्ज जरनैल सिंह ने बताया कि काबू किए गए आरोपी के खिलाफ पहले भी एक मारपीट का मामला फगवाड़ा में दर्ज है। आज आरोपी को माननीय अदालत में पेश करने के बाद अदालत ने उसे जेल भेज दिया है। चेकिंग के दौरान किया काबू CIA स्टाफ इंचार्ज जरनैल सिंह ने बताया ASI जसबीर सिंह ने पुलिस टीम के साथ आपराधिक तत्वों की तलाश में गांव रजापुर मोड़ के नजदीक नाकाबंदी कर वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। इसी दौरान बिना नंबर की स्प्लेंडर बाइक पर एक युवक आता दिखाई दिया। जिसे संदेह के आधार पर रुकने का इशारा किया तो वह पुलिस टीम को देख घबरा गया और पीछे की तरफ मुड़ने लगा। पुलिस टीम ने उसका पीछा कर उसे काबू कर लिया, और उससे पूछताछ की गई। चोरी की 5 बाइक बरामद पूछताछ में उसने अपना नाम प्रिंस पुत्र मंगत राम निवासी जग्गू शाह डेरा कपूरथला बताया। जब पुलिस टीम ने उससे बाइक के दस्तावेज दिखने को कहा तो वह कोई भी दस्तावेज पेश नहीं कर सका। सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि यह बाइक चोरी की है। पूछताछ के चलते पुलिस ने उसकी निशानदेही पर 4 और चोरी की बाइक बरामद कर ली है। अभी तक पुलिस ने आरोपी से कुल 5 बाइक बरामद की गई है। आरोपी को भेजा जेल ASI जसबीर सिंह की शिकायत पर थाना सदर में आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज कर उससे पूछताछ की जा रही है। वहीं आज पुलिस द्वारा आरोपी को माननीय अदालत में पेश करने के बाद अदालत ने उसे जेल भेज दिया है। कपूरथला में CIA स्टाफ की टीम ने नाकाबंदी के दौरान एक बाइक चोर युवक को चोरी की बाइक सहित काबू किया है। उसकी निशानदेही पर चोरी की 4 और बाइक भी बरामद की गई है। जिसके बाद आरोपी के खिलाफ थाना सदर में विभिन्न धाराओं के तहत FIR दर्ज कर की है। CIA इंचार्ज जरनैल सिंह ने बताया कि काबू किए गए आरोपी के खिलाफ पहले भी एक मारपीट का मामला फगवाड़ा में दर्ज है। आज आरोपी को माननीय अदालत में पेश करने के बाद अदालत ने उसे जेल भेज दिया है। चेकिंग के दौरान किया काबू CIA स्टाफ इंचार्ज जरनैल सिंह ने बताया ASI जसबीर सिंह ने पुलिस टीम के साथ आपराधिक तत्वों की तलाश में गांव रजापुर मोड़ के नजदीक नाकाबंदी कर वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। इसी दौरान बिना नंबर की स्प्लेंडर बाइक पर एक युवक आता दिखाई दिया। जिसे संदेह के आधार पर रुकने का इशारा किया तो वह पुलिस टीम को देख घबरा गया और पीछे की तरफ मुड़ने लगा। पुलिस टीम ने उसका पीछा कर उसे काबू कर लिया, और उससे पूछताछ की गई। चोरी की 5 बाइक बरामद पूछताछ में उसने अपना नाम प्रिंस पुत्र मंगत राम निवासी जग्गू शाह डेरा कपूरथला बताया। जब पुलिस टीम ने उससे बाइक के दस्तावेज दिखने को कहा तो वह कोई भी दस्तावेज पेश नहीं कर सका। सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि यह बाइक चोरी की है। पूछताछ के चलते पुलिस ने उसकी निशानदेही पर 4 और चोरी की बाइक बरामद कर ली है। अभी तक पुलिस ने आरोपी से कुल 5 बाइक बरामद की गई है। आरोपी को भेजा जेल ASI जसबीर सिंह की शिकायत पर थाना सदर में आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज कर उससे पूछताछ की जा रही है। वहीं आज पुलिस द्वारा आरोपी को माननीय अदालत में पेश करने के बाद अदालत ने उसे जेल भेज दिया है। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
लुधियाना में 3 बच्चों की मां की हत्या:प्रवासी मजदूर ने धारदार हथियार से किया हमला, 3 साल से था अवैध संबंध
लुधियाना में 3 बच्चों की मां की हत्या:प्रवासी मजदूर ने धारदार हथियार से किया हमला, 3 साल से था अवैध संबंध पंजाब के जिला खन्ना के मलौद क्षेत्र में एक महिला का बेरहमी से मर्डर कर दिया गया। मृतक महिला 3 बच्चों की मां थी, जिसे कई सालों से गांव में ही रहने वाले प्रवासी मजदूर ने तेजधार हथियार से हमला कर मौत के घाट उतार दिया। मृतका की पहचान सतपाल कौर (37) निवासी सिआड़ के तौर पर हुई है। घटना के बाद पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी। वहीं, शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सिविल अस्पताल खन्ना की मॉर्च्युरी में रखवाया गया। मृतका तीन बच्चों की मां थी। वह भी अपने पति के साथ परिवार चलाने में मदद करती थी। दोनों के बीच चल रहा था झगड़ा बताया जा रहा है कि गांव में बबलू वर्ष 1995 से रह रहा है। वह एक जमींदार के पास काम करता है। सतपाल कौर मनरेगा में काम करती थी। करीब 3 साल पहले दोनों की जान पहचान हुई थी। जिसके चलते बबलू उनके घर भी कभी कभार आता-जाता रहता था। दोनों के बीच प्रेम संबंधों की भी चर्चा चल रही है। किसी बात को लेकर उनका आपसी झगड़ा था। गुरुवार की रात करीब 8 बजे सतपाल कौर ने अपने परिवार सहित खाना खाया। जिसके बाद बबलू ने सतपाल को बातचीत के बहाने घर से बाहर बुलाया। सिर पर धारदार हथियार से हमला गांव में सुनसान जगह पर सतपाल कौर के सिर पर तेज-धार हथियार से हमला कर दिया गया। सतपाल के पति राजू ने बताया कि उन्हें करीब 9 बजे गांव के पूर्व सरपंच ने फोन करके इसकी जानकारी दी। उसकी पत्नी का खून से लथपथ शव मिला। राजू ने पुलिस प्रशासन से मांग किया कि आरोपी को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। इस केस में पायल के डीएसपी दीपक राय ने कहा कि मामले में जल्द प्रेस कॉन्फ्रेंस करके खुलासा किया जाएगा।
पंजाब के पूर्व DGP सुमेध सैनी सुप्रीम कोर्ट से झटका:बलवंत सिंह मुल्तानी हत्या केस में याचिका खारिज, हाईकोर्ट भी कर चुकी इनकार
पंजाब के पूर्व DGP सुमेध सैनी सुप्रीम कोर्ट से झटका:बलवंत सिंह मुल्तानी हत्या केस में याचिका खारिज, हाईकोर्ट भी कर चुकी इनकार सुप्रीम कोर्ट ने 1991 में पंजाब उग्रवाद के दौरान बलवंत सिंह मुल्तानी के अपहरण और हत्या मामले FIR को रद्द करने के लिए दाखिल पूर्व डीजीपी सुमेध सैनी की अपील को खारिज कर दिया है। इससे पहले पंजाब-हरियाणा उच्च न्यायालय ने भी ऐसा करने से इनकार किया था और सुमेध सैनी ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था। पूर्व डीजीपी सैनी सबसे कम उम्र के डीजीपी थे। 1982 बैच के IPS सैनी के खिलाफ 1991 में बलवंत सिंह मुल्तानी के कथित अपहरण के लिए 6 मई 2020 को 6 अन्य लोगों के साथ मोहाली के मटौर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद दो पुलिस कर्मचारयों के सरकारी गवाह बनने के बाद सैनी पर हत्या का आरोप अगस्त 2020 में लगाया गया था। मुल्तानी चंडीगढ़ के इंडस्ट्रियल एंड टूरिज्म डिवेल्पमेंट कॉर्पोरेशन में काम करते थे। सैनी उस समय चंडीगढ़ के SSP थे। 1991 में एक आतंकी हमला हुआ था, जिसमें सुमेध सैनी और 3 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। आतंकवादी हमले के बाद पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया था। राजनीति से प्रेरित बता साजिश करार दिया था मामला पूर्व डीजीपी सैनी ने दावा किया था कि उनके खिलाफ पंजाब में पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार द्वारा राजनीति से प्रेरित होकर साजिश की गई है। एफआईआर दर्ज होने के बाद ट्रायल कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी थी। 2008 में सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) ने भी उनके खिलाफ मामला दर्ज किया था। जिसे बाद में सुप्रीम कोर्ट ने रद्द कर दिया था। सैनी तत्कालीन DGP केपीएस गिल की उस टीम का हिस्सा थे जिसने राज्य में आतंकवाद को खत्म करने में मदद की थी। 2020 में 2 याचिकाएं हाईकोर्ट में हुई थी दाखिल सैनी ने 2020 में हाईकोर्ट में 2 याचिकाएं दायर की थी। एक इस मामले में बेल को लेकर थी और दूसरी एफआईआर रद्द करने को लेकर थी। हाईकोर्ट ने याचिकाएं खारिज कर थी और सुमेध सैनी ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था। याचिका में सैनी ने यह भी कहा था कि पंजाब में आतंकवाद खत्म होने के बाद घोटालों और घोटालों को उजागर करने में उनकी भूमिका शामिल रही है। उन्होंने 2007 से 2012 तक स्टेट विजिलेंस ब्यूरो के प्रमुख के रूप में कार्य किया और उनके कार्यकाल के दौरान “राजनीतिक दल के सदस्यों के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज किए गए, जो अब पंजाब राज्य में सत्ता में हैं। ये है मामला मामला 1990 के दशक का है, जब सुमेध सिंह सैनी चंडीगढ़ के एसएसपी थे। 1991 में उन पर एक आतंकी हमला हुआ। उस हमले में सैनी की सुरक्षा में तैनात 4 पुलिसकर्मी मारे गए थे, वहीं सैनी खुद भी जख्मी हो गए थे। उस केस के संबंध में पुलिस ने सैनी के ऑर्डर पर पूर्व आईएएस ऑफिसर दर्शन सिंह मुल्तानी के बेटे बलवंत सिंह मुल्तानी को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने उसे हिरासत में रखा और फिर बाद में कहा कि वह पुलिस की गिरफ्त से भाग गया। वहीं, परिजनों का कहना था कि बलवंत की पुलिस के टॉर्चर से मौत हो गई। 2008 में पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के निर्देशों पर चंडीगढ़ सीबीआई ने इस मामले में प्रीमिलरी इंक्वायरी शुरू की। इसके बाद 2008 में सीबीआई ने सैनी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। हालांकि, बाद में सुप्रीम कोर्ट ने टेक्निकल ग्राउंड पर इस एफआईआर को खारिज कर दिया था। लेकिन कांग्रेस सरकार के समय नए फैक्ट पर पंजाब पुलिस ने 7 मई 2020 को सैनी के खिलाफ आईपीसी की धारा 364 (अपहरण या हत्या के लिए अपहरण), 201 (साक्ष्य मिटाने के कारण), 344 (गलत तरीके से कारावास), 330 और 120बी (आपराधिक साजिश रचना) के तहत केस दर्ज किया था।
अमृतसर के बाद तरनतारन बॉर्डर से 4 पिस्टल रिकवर:पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए पहुंचाया; 6 दिनों में 5 बरामद
अमृतसर के बाद तरनतारन बॉर्डर से 4 पिस्टल रिकवर:पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए पहुंचाया; 6 दिनों में 5 बरामद पंजाब में बड़े पैमाने पर हथियारों की तस्करी जारी है। मध्यप्रदेश से लगातार देसी पिस्तौल पंजाब पहुंच रही हैं, वहीं पाकिस्तान से आयातित पिस्तौल ड्रोन के जरिए लगातार भेजी जा रही हैं। चार दिन में पुलिस ने हथियारों की पांचवीं खेप पकड़ने में सफलता हासिल की है। यह बरामदगी सीमा सुरक्षा बल के संयुक्त अभियान में की गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार हथियारों की यह खेप तरनतारन सीमा से बरामद की गई है। सूचना के बाद पंजाब पुलिस और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने संयुक्त अभियान शुरू किया। तरनतारन के सीमावर्ती गांव कलसियां खुर्द में तलाशी के बाद पुलिस ने 4 आयातित पिस्तौल 7.62 और 50 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। बरामदगी के बाद तरनतारन के खालड़ा थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। अमृतसर से तीन, जालंधर से एक खेप बरामद पिछले चार दिनों में पंजाब पुलिस ने 5 बड़ी बरामदगी की है। 17 जुलाई को अमृतसर ग्रामीण पुलिस ने 5 पिस्तौल, 7 किलो हेरोइन और दो तस्करों को पकड़ा था। यह खेप भी पाकिस्तान से भारत भेजी गई थी। 16 जुलाई को एसएसओसी अमृतसर ने 3 देसी पिस्तौल के साथ तीन हथियार तस्करों को गिरफ्तार किया था। 15 जुलाई को एसएसओसी ने लखबीर लांडा की मदद से चलाए जा रहे गिरोह के दो सदस्यों को अमृतसर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर 6 पिस्तौल बरामद की थी। इससे पहले 14 जुलाई को जालंधर पुलिस ने लखबीर लांडा के 5 सदस्यों को तीन पिस्तौल के साथ पकड़ा था।