कपूरथला में रेल कोच फैक्ट्री के एक कर्मचारी से फ्लिपकार्ट का अधिकारी बताकर फोन-पे से लाखों रुपए की लूट करने का मामला सामने आया है। पीड़ित की शिकायत के बाद 5 महीने तक जांच के उपरांत असम और वेस्ट बंगाल के रहने वाले दो आरोपियों पर आईटी एक्ट के तहत FIR दर्ज की गई है। जानकारी अनुसार रेल कोच फैक्ट्री के क्वार्टर नंबर 612 -B निवासी गुरजिंदर सिंह पुत्र लाल सिंह मूल निवासी फाजिल्का ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 8 फरवरी 2024 को उसके मोबाइल नंबर पर एक कॉल आई। जिसमे कॉल करने वाले ने अपने आप को फ्लिपकार्ट का अधिकारी बता कर कहा कि उनका कोई पार्सल पेंडिंग है। जिसके लिए उसने मुझे उक्त मोबाइल से एक लिंक भेजा है। जिससे सारी जानकारी भरने के बाद उसके SBI बैंक के खाते से 10000 तथा पंजाब नेशनल बैंक के खाते से 99000 रुपए कट गए। शिकायतकर्ता ने एसएसपी कपूरथला से शिकायत देखकर 1 लाख 9 हजार की ठगी होने की शिकायत ईमेल द्वारा भेजकर इंसाफ की गुहार लगाई थी। पश्चिम बंगाल के रहने वाले आरोपी साइबर सेल और टेक्निकल टीम ने शिकायतकर्ता गुरजिंदर सिंह के बयान के आधार पर बैंक खातों की गंभीरता से जांच की। जिसमें मालूम हुआ कि उक्त लाखों रुपए ट्रांसफर हुए है। जांच में यह नंबर नूर हुसैन पुत्र अबुल हुसैन वासी पहाड़गंज वेस्ट बंगाल और रफीक उल इस्लाम पुत्र जॉयनल आब्दीन निवासी बाघनगर बरपेटा असाम के खातों से लिंक है। इसके बैंक अधिकारिओ से संपर्क करने पर मालूम हुआ कि इसके खातों में एक लाख 9 हजार 999 रुपए ट्रांसफर हुए हैं। साइबर सेल की रिपोर्ट और पुलिस उच्च अधिकारियों के आदेश के बाद थाना सदर में दोनों आरोपी नूर हुसैन और रफीक उल इस्लाम के खिलाफ धारा 419, 420, 66 IT एक्ट के तहत FIR दर्ज कर ली है। सदर थाना SHO सोनम दीप कौर ने बताया कि दोनों आरोपियों को काबू करने के लिए जल्द पुलिस टीम असम और वेस्ट बंगाल में छापेमारी करेगी। कपूरथला में रेल कोच फैक्ट्री के एक कर्मचारी से फ्लिपकार्ट का अधिकारी बताकर फोन-पे से लाखों रुपए की लूट करने का मामला सामने आया है। पीड़ित की शिकायत के बाद 5 महीने तक जांच के उपरांत असम और वेस्ट बंगाल के रहने वाले दो आरोपियों पर आईटी एक्ट के तहत FIR दर्ज की गई है। जानकारी अनुसार रेल कोच फैक्ट्री के क्वार्टर नंबर 612 -B निवासी गुरजिंदर सिंह पुत्र लाल सिंह मूल निवासी फाजिल्का ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 8 फरवरी 2024 को उसके मोबाइल नंबर पर एक कॉल आई। जिसमे कॉल करने वाले ने अपने आप को फ्लिपकार्ट का अधिकारी बता कर कहा कि उनका कोई पार्सल पेंडिंग है। जिसके लिए उसने मुझे उक्त मोबाइल से एक लिंक भेजा है। जिससे सारी जानकारी भरने के बाद उसके SBI बैंक के खाते से 10000 तथा पंजाब नेशनल बैंक के खाते से 99000 रुपए कट गए। शिकायतकर्ता ने एसएसपी कपूरथला से शिकायत देखकर 1 लाख 9 हजार की ठगी होने की शिकायत ईमेल द्वारा भेजकर इंसाफ की गुहार लगाई थी। पश्चिम बंगाल के रहने वाले आरोपी साइबर सेल और टेक्निकल टीम ने शिकायतकर्ता गुरजिंदर सिंह के बयान के आधार पर बैंक खातों की गंभीरता से जांच की। जिसमें मालूम हुआ कि उक्त लाखों रुपए ट्रांसफर हुए है। जांच में यह नंबर नूर हुसैन पुत्र अबुल हुसैन वासी पहाड़गंज वेस्ट बंगाल और रफीक उल इस्लाम पुत्र जॉयनल आब्दीन निवासी बाघनगर बरपेटा असाम के खातों से लिंक है। इसके बैंक अधिकारिओ से संपर्क करने पर मालूम हुआ कि इसके खातों में एक लाख 9 हजार 999 रुपए ट्रांसफर हुए हैं। साइबर सेल की रिपोर्ट और पुलिस उच्च अधिकारियों के आदेश के बाद थाना सदर में दोनों आरोपी नूर हुसैन और रफीक उल इस्लाम के खिलाफ धारा 419, 420, 66 IT एक्ट के तहत FIR दर्ज कर ली है। सदर थाना SHO सोनम दीप कौर ने बताया कि दोनों आरोपियों को काबू करने के लिए जल्द पुलिस टीम असम और वेस्ट बंगाल में छापेमारी करेगी। पंजाब | दैनिक भास्कर
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बंगा के विधायक डॉ सुक्खी आए मुश्किल में:HC के वकील ने भेजा नोटिस, विधायक पद से इस्तीफा देने को कहा शिरोमणि अकाली दल (SAD) छोड़कर आम आदमी पार्टी (AAP) जॉइन करने वाले बंगा के विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खी मुश्किल में आ गए हैं। पंजाब एंड हरियाणा के एडवोकेट एचसी अरोड़ा ने उन्हें पब्लिक डिमांड नोटिस भेजा है। साथ ही कहा कि अब आप अपने विधायक पद से इस्तीफा दे। क्योंकि लोगों ने आपको शिरोमणि अकाली दल की टिकट पर चुना था, लेकिन अब आपने आम आदमी पार्टी जॉइन कर ली है। उन्होंने कहा है कि आप पर भी दल बदल कानून लागू होता है। ऐसे में इस्तीफा देना जरूरी है। आप एक महत्वपूर्ण पद पर है। साथ ही सारी चीजों को अच्छी तरह से समझते हैं। ऐसे में पहल के आधार पर अपना इस्तीफा विधानसभा के स्पीकर को भेज दे। वरना वह विधानसभा स्पीकर को इस मामले में शिकायत करेंगे। CM की उपस्थिति में जॉइन की थी पार्टी डॉ. सुखिवंदर सिंह सुक्खी की तरफ से 14 अगस्त को आम आदमी पार्टी जॉइन की गई थी। उन्होंने CM भगवंत मान की उपस्थिति में पार्टी जॉइन की थी। इस मौके उन्होंने डॉ. सुक्खी ने कहा कहा था कि वह अपने इलाके के विकास के लिए AAP जॉइन कर रहे हैं। क्योंकि वह लगातार दूसरी बार विधायक बने हैं। लेकिन वह अपने इलाके का विकास नहीं करवा रहे थे। क्योंकि पहले कांग्रेस की सरकार थी, जबकि अब AAP की सरकार है। वहीं, सीएम को उन्होंने जो भी काम बताया। वह पहल के आधार पर हुआ है। ऐसे में उन्होंने यह राह चुनी है। हालांकि उन्होंने कहा कि शिरोमणि अकाली दल में हमेशा उन्हें बनता मान सम्मान मिला है। एडवोकेट ने नोटिस में दिए हैं यह तर्क 1. आप पंजाब विधानसभा के पिछले चुनाव में शिरोमणि अकाली दल के टिकट पर चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। 2. 14 अगस्त 2024 को आपने शिरोमणि अकाली दल से इस्तीफा देने की घोषणा की थी। उसी दल की टिकट पर आपने बंगा विधानसभा सीट से पिछला विधान सभा चुनाव लड़ा था और वह सीट जीती थी। सीएम भगवंत मान ने आप को आम आदमी पार्टी में शामिल करवाया। 3. पंजाब के लोगों और बंगा विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं ने आपको कभी भी आम आदमी पार्टी में शामिल होने का जनादेश नहीं दिया। इस प्रकार, अनुच्छेद 102 (2) और 191 (2) के तहत परिकल्पित “दलबदल के आधार पर अयोग्यता के प्रावधान” की धारा 2 के प्रावधानों को ध्यान में रखा जाए। भारत के संविधान की “10वीं अनुसूची के अनुसार, आपको पंजाब विधान सभा के सदस्य के रूप में बने रहने के लिए अयोग्य माना जाता है, क्योंकि आपने स्वेच्छा से शिरोमणि अकाली दल की सदस्यता छोड़ दी है। 4. मैं आपके ध्यान दिलाना चाहता हूं कि पंजाब विधान सभा द्वारा अधिनियमित नियमों के तहत अर्थात “पंजाब विधान सभा (दल-बदल के आधार पर सदस्यों की अयोग्यता) नियम, 2020”, विशेष रूप से नियम 6(1) के तहत और उपरोक्त नियमों के 6 (2) के अनुसार, “कोई भी व्यक्ति” विधान सभा के सदस्य के रूप में बने रहने पर आपकी अयोग्यता की मांग के लिए पंजाब विधान सभा के अध्यक्ष के समक्ष याचिका दायर कर सकता है। कानून का उपरोक्त प्रस्ताव कि कोई भी व्यक्ति (जो विधान सभा का सदस्य हो भी सकता है या नहीं भी), पंजाब विधान सभा के माननीय अध्यक्ष के समक्ष ऐसी याचिका दायर कर सकता है, जो माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय से सुदृढ़ है। 5. यह सार्वजनिक सूचना आपको एक गैर-राजनीतिक व्यक्ति के रूप में दी जा रही है। किसी भी राजनीतिक दल के प्रति निष्ठा नहीं रखते हुए और केवल एक सामाजिक कार्यकर्ता होने के नाते, और आम जनता का एक सदस्य होने के नाते, जो जनहित याचिकाएं (पीआईएल) दायर करने के लिए जाना जाता है। )
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बठिंडा की धोबियाना बस्ती में पुलिस की छापेमारी:संदिग्धों को हिरासत में लिया, अधिकारी बोले- आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा
बठिंडा की धोबियाना बस्ती में पुलिस की छापेमारी:संदिग्धों को हिरासत में लिया, अधिकारी बोले- आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा बठिंडा पुलिस ने आज नशे के लिए बदनाम धोबियाना बस्ती में छापेमारी की। पुलिस ने घरों और वाहनों की चेकिंग की। छापेमारी के दौरान पुलिस बल के साथ पहुंचे स्टाफ 2 के इंचार्ज करणवीर सिंह ने कुछ संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया।
इंस्पेक्टर करणवीर सिंह ने बताया कि उन्हें नशे के कारोबार के बारे में कुछ इनपुट मिले थे और उन लोगों के घरों की तलाशी ली जा रही है जो कभी नशे और कारोबार से जुड़े थे और नशा बेचते थे। आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा उन्होंने कहा कि ताकि नशे के कारोबारियों पर लगाम लगाई जा सके। नशे के कारोबार को रोका जा सके और नशे के कारोबार में शामिल किसी भी व्यक्ति को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा और उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।