हरियाणा के करनाल में आज पंजाबी महासम्मेलन में वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और प्रदेश अध्यक्ष उदयभान मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होंगे। यह सम्मेलन राष्ट्रीय पंजाबी महासभा द्वारा आयोजित किया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य पंजाबी समाज की राजनीतिक भागीदारी बढ़ाना और उनके सामाजिक उत्थान की मांग उठाना है। राजनीति में हिस्सेदारी की मांग पंजाबी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक मेहता और पूर्व मंत्री सुभाष बत्रा ने कहा कि महासम्मेलन हरियाणा में भाईचारे की मिसाल कायम करेगा और पंजाबी समाज को राजनीति में उचित हिस्सेदारी दिलाने का प्रयास करेगा। उन्होंने कहा कि सम्मेलन में पंजाबी समाज की कई प्रमुख मांगें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान के समक्ष रखी जाएंगी, जिनमें पंजाबी कल्याण बोर्ड के गठन की मांग प्रमुख है। विधानसभा चुनाव में पंजाबी उम्मीदवार उतारने की मांग पूर्व मंत्री सुभाष बत्रा ने कहा कि पंजाबी समुदाय की कड़ी मेहनत के बावजूद भी बहुत से लोग पिछड़े हुए हैं और उनके कल्याण के लिए बोर्ड का गठन बेहद जरूरी है। बत्रा ने कांग्रेस से विधानसभा चुनाव में ज्यादा पंजाबी उम्मीदवार उतारने की भी मांग की है, ताकि पंजाबी समुदाय को उचित सम्मान और प्रतिनिधित्व मिल सके। हरियाणा के करनाल में आज पंजाबी महासम्मेलन में वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और प्रदेश अध्यक्ष उदयभान मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होंगे। यह सम्मेलन राष्ट्रीय पंजाबी महासभा द्वारा आयोजित किया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य पंजाबी समाज की राजनीतिक भागीदारी बढ़ाना और उनके सामाजिक उत्थान की मांग उठाना है। राजनीति में हिस्सेदारी की मांग पंजाबी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक मेहता और पूर्व मंत्री सुभाष बत्रा ने कहा कि महासम्मेलन हरियाणा में भाईचारे की मिसाल कायम करेगा और पंजाबी समाज को राजनीति में उचित हिस्सेदारी दिलाने का प्रयास करेगा। उन्होंने कहा कि सम्मेलन में पंजाबी समाज की कई प्रमुख मांगें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान के समक्ष रखी जाएंगी, जिनमें पंजाबी कल्याण बोर्ड के गठन की मांग प्रमुख है। विधानसभा चुनाव में पंजाबी उम्मीदवार उतारने की मांग पूर्व मंत्री सुभाष बत्रा ने कहा कि पंजाबी समुदाय की कड़ी मेहनत के बावजूद भी बहुत से लोग पिछड़े हुए हैं और उनके कल्याण के लिए बोर्ड का गठन बेहद जरूरी है। बत्रा ने कांग्रेस से विधानसभा चुनाव में ज्यादा पंजाबी उम्मीदवार उतारने की भी मांग की है, ताकि पंजाबी समुदाय को उचित सम्मान और प्रतिनिधित्व मिल सके। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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अमित शाह आज हरियाणा में:लोकसभा में 5 सीटें हारी भाजपा; 46 विधानसभा सीटों पर पिछड़ी, 11% वोट शेयर गंवाया, हैट्रिक की चुनौती
अमित शाह आज हरियाणा में:लोकसभा में 5 सीटें हारी भाजपा; 46 विधानसभा सीटों पर पिछड़ी, 11% वोट शेयर गंवाया, हैट्रिक की चुनौती केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज हरियाणा दौरे पर हैं। वह पचंकूला के ताऊ देवीलाल स्टेडियम में सुबह 11 बजे बैठक करेंगे। इसमें करीब 4500 कार्यकर्ताओं हिस्सा लेंगे। बैठक में मुख्यमंत्री नायब सैनी, केंद्रीय मंत्री एवं चुनाव प्रभारी धमेंद्र प्रधान, सह प्रभारी बिप्लब कुमार देब, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल भी शामिल होंगे। बैठक का मुख्य उद्देश्य इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव हैं। साथ ही वह लोकसभा चुनाव में हरियाणा की स्थिति पर भी चर्चा करेंगे। चुनाव में हरियाणा में भाजपा सिर्फ 5 लोकसभा सीट ही जीत पाई थी। 90 विधानसभाओं में भाजपा 42 सीटों पर ही आगे रही। भाजपा को 46.06 वोट प्रतिशत मिले हैं, जबकि 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा का 58 प्रतिशत वोट शेयर था। 5 सालों में पार्टी का प्रदेश में 11.06 वोट प्रतिशत घटा है। भाजपा विधानसभा चुनाव से पहले वोट प्रतिशत को मजबूत करना चाहती है। दूसरे सत्र में कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे शाह कार्यकर्ताओं से बैठक करने के बाद अमित शाह 1 बजे से शाम 5 बजे तक विस्तृत प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होंगे। इसमें हर विधानसभा क्षेत्र से 50-50 कार्यकर्ताओं को आमंत्रित किया गया है। इनमें जिला अध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष, मोर्चा के जिला अध्यक्ष, विभागों के संयोजक, सह संयोजक, सांसद, विधायक, पूर्व सांसद एवं पूर्व विधायक, चेयरमैन, पूर्व चेयरमैन, एमसी, बीडीसी सदस्य, 2014, 2019 और 2024 में चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी भी शामिल होंगे। बैठक में मुख्यमंत्री से लेकर मंडल अध्यक्ष तक वर्करों की एंट्री पहचान पत्र से होगी। इस पहचान पत्र पर सबका अलग सीरियल नंबर होगा। इसमें नाम, विधानसभा और पद लिखा होगा। इन कारणों से भाजपा हरियाणा में 5 सीटें हारी… 1. सत्ता विरोधी लहर राज्य में 10 साल से सत्तारूढ़ भाजपा की सरकार के प्रति लोगों में जबरदस्त एंटी इनकंबेंसी है, ये लोकसभा चुनाव नतीजों ने साबित कर दिया। जनता अपनी नाराजगी जगह-जगह खुलकर जाहिर भी करती रही लेकिन राज्य इकाई के नेता बिल्ली को देखकर आंखें बंद कर लेने वाले कबूतर की तरह उसकी अनदेखी करते रहे। ऐसे में जैसे ही मौका मिला, पब्लिक ने वोटों के जरिये अपनी बात कह दी। 2. जाटों-किसानों की नाराजगी हरियाणा के जाट और किसान भाजपा से नाराज हैं। इस फैक्ट से वाकिफ होने के बावजूद, राज्य सरकार में न केवल इन दोनों वर्गों की अनदेखी जारी रही, बल्कि गैर जाट की राजनीति को बढ़ावा देते हुए एक तरह से इनके जख्मों पर नमक छिड़कने का काम भी किया गया। लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान सिरसा संसदीय हलके समेत कई दूसरी जगहों पर BJP नेताओं का विरोध करने वाले किसानों पर धड़ाधड़ मुकदमे दर्ज कराए गए। इसका नुकसान सिरसा, हिसार, अंबाला और कुछ हद तक कुरुक्षेत्र में पार्टी को चुकाना पड़ा। 3. चेहरे बदलने के दांव खारिज लोकसभा चुनाव की घोषणा से महीनेभर पहले BJP के केंद्रीय नेतृत्व को हरियाणा की ग्राउंड रिएलिटी का इनपुट मिल गया था। इसके बाद पार्टी ने सिरसा, सोनीपत और करनाल में अपने सिटिंग सांसदों के टिकट काट दिए। राज्य में CM चेहरा भी बदल दिया गया लेकिन हालात से निपटने के इन टेंपरेरी तौर-तरीकों को लोगों ने खारिज कर दिया। 4. बेरोजगारी की मार बढ़ती बेरोजगारी इस चुनाव में भाजपा कैंडिडेट्स पर भारी पड़ी। बेरोजगारी दर में हरियाणा देशभर के राज्यों में टॉप पर पहुंच गया। 21 जुलाई 2023 को खुद मोदी सरकार ने संसद में स्वीकार किया कि हरियाणा में बीते 8 बरसों में बेरोजगारी दर 3 गुना बढ़ चुकी है।तत्कालीन श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री रामेश्वर तेली ने संसद में बताया कि हरियाणा में वर्ष 2013-14 (प्रदेश में तब कांग्रेस की सरकार थी) में बेरोजगारी दर 2.9% थी जो 2021-22 में बढ़कर 9% पर पहुंच गई। इसी टाइम पीरियड में राष्ट्रीय स्तर पर बेरोजगारी दर 4.1% थी। इसके अलावा पिछले साढ़े 9 बरसों में राज्य की मनोहर सरकार ने जो भर्तियां निकालीं, उनमें से ज्यादातर कोर्ट-कचहरी के कारण सिरे नहीं चढ़ पाई। कांग्रेस नेता इसे सही तरह भुनाने में कामयाब रहे। 5. पोर्टल राज से परेशानी हरियाणा में BJP के साढ़े 9 साल के शासनकाल में सरकारी स्कीम्स को ऑनलाइन करने और करप्शन रोकने के नाम पर धड़ाधड़ पोर्टल शुरू किए गए। CM रहते हुए मनोहर लाल खट्टर का इस पर खास जोर रहा। आज राज्य में लगभग हर सरकारी योजना से जुड़ा अलग पोर्टल है। 13 सितंबर 2023 को तो खट्टर ने एक साथ 6 स्कीम शुरू करते हुए उनके पोर्टल शुरू कर दिए थे। इनमें CM आवास योजना व पोर्टल, नो-लिटिगेशन पोर्टल, प्रो-ओबीसी प्रमाण पत्र पोर्टल, ई-रवन्ना पोर्टल व ई-भूमि का पोर्टल शामिल था।खेतीबाड़ी करने वालों को बीज लेने से लेकर फसल बेचने और खराब फसलों के मुआवजे के लिए भी पोर्टल पर अप्लाई करना अनिवार्य बना दिया गया। इससे करप्शन तो कम हुआ लेकिन इंटरनेट कनेक्टिवटी और दूसरे इश्यूज के कारण बहुत सारे लोग परेशान भी होने लगे। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने यह मुद्दा लगातार उठाया। उन्होंने तो यहां तक कह दिया कि हरियाणा में सरकार की जगह पोर्टल-राज चल रहा है। 6. अग्निवीर का मुद्दा हरियाणा से हर साल बड़ी संख्या में नौजवान सेना में जाते हैं। राज्य के रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, झज्जर, रोहतक, भिवानी, सोनीपत से बड़ी संख्या में लोग सेना में जाते हैं। दक्षिणी हरियाणा खासकर अहीरवाल में सेना की वर्दी पहनने को लेकर खास तरह का दीवानापन दिखता है। मोदी सरकार ने जब सेना में भर्ती से जुड़ी अग्निवीर स्कीम लॉन्च की, उस समय अकेले अहीरवाल में लगभग 50 हजार युवा आर्मी भर्ती की तैयारी कर रहे थे। जाहिर है कि ये युवा और इनके परिवार वाले अग्निवीर स्कीम के खिलाफ थे। इस नाराजगी को भाजपा ने गंभीरता से नहीं लिया जबकि कांग्रेस ने इसे अच्छी तरह भुनाया। 7. विधायकों-मंत्रियों का वर्किंग स्टाइल हरियाणा में BJP विधायकों और मंत्रियों के वर्किंग स्टाइल को लेकर भी लोगों में नाराजगी रही। यही वजह रही कि पार्टी ने जब मनोहर लाल को हटाकर नायब सिंह सैनी को CM बनाया तो ज्यादातर मंत्री भी बदल डाले। हालांकि इससे कोई खास फायदा पार्टी को होता हुआ नजर नहीं आया।
हरियाणा में दंपती ने सुसाइड किया:पत्नी ने घर में फांसी लगाई, पति खेत में पेड़ से लटका; 3 साल पहले की थी लव मैरिज
हरियाणा में दंपती ने सुसाइड किया:पत्नी ने घर में फांसी लगाई, पति खेत में पेड़ से लटका; 3 साल पहले की थी लव मैरिज हरियाणा के करनाल में रविवार-सोमवार रात पति-पत्नी ने सुसाइड कर लिया। पहले किराए के मकान में पत्नी ने फंदा लगाया। इसके बाद पति ने घर से 100 मीटर दूर खेत में अमरूद के पेड़ पर गमछे से फांसी लगा ली। घटना कोहंड गांव के अलीपुर रोड की है। मृतकों की पहचान मध्य प्रदेश के सतना जिले के कचनार गांव के रहने वाले अजय और उसकी पत्नी राधा के रूप में हुई है। 3 साल पहले दोनों ने लव मैरिज की थी। पुलिस ने दोनों के शव कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में भिजवा दिए हैं। परिजनों का आरोप है कि दोनों पति-पत्नी फैक्ट्री में काम करते थे। यहां बबलू उर्फ मास्टर भी काम करता है। सुरेंद्र की वजह से राधा और अजय के बीच झगड़े होते थे। उन्हें शक है कि राधा का मास्टर के साथ अफेयर था। रात का झगड़े के बाद राधा ने सुसाइड किया तो मास्टर भी वहां आ गया। उसने अजय को फंसाने की धमकी दी थी। रात को पति-पत्नी में झगड़ा हुआ
अजय की मां शकुंतला ने बताया कि वह बेटे और बेटी के साथ जीटी रोड पर बलवान कॉलोनी में रहती है। दूसरा बेटा अजय अपनी पत्नी राधा के साथ कोहंड में किराए पर रहता था। दोनों अलीपुर रोड पर कालीन फैक्ट्री में काम करते थे। रविवार रात को अजय और राधा के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया। राधा ने दरवाजा बंद कर लिया। इसके बाद अजय ने मकान मालिक सुरेंद्र को बुलाया। वहां पड़ोसी भी जमा हो गए। इसके बाद दरवाजा तोड़ा तो राधा पंखे पर फंदे से लटकी हुई थी। फैक्ट्री में काम करने वाले मास्टर को इसकी सूचना मिली तो वह भी मौके पर पहुंच गया। मास्टर ने परिवार को कमरे में बंद किया
शकुंतला ने आगे बताया कि राधा के सुसाइड करने के बाद अजय घर से निकल गया। वे उसे पकड़ने के लिए पीछे दौड़े तो मास्टर ने उन्हें एक कमरे में बंद कर दिया। इसके बाद पुलिस मौके पर आई और राधा का शव कब्जे में ले लिया। रविवार सुबह अजय का शव भी घर के पास ही खेत में फंदे पर लटा हुआ मिला। मां बोलीं- कुछ दिन पहले बेटे को धमकी दी थी
शकुंतला ने बताया कि अजय मेरा बड़ा लड़का था, उससे छोटे 2 लड़के व एक लड़की भी है। अजय का 2 साल का बेटा है। वह बिना मां-बाप का हो गया है। बेटा और बहू अच्छी तरह से रहते थे। मास्टर के कारण दोनों में झगड़े हुए। कुछ दिन पहले मास्टर ने अजय को धमकी दी थी कि वह पत्नी से झगड़ा करने पर उस पर कार्रवाई कराएगा। मास्टर के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। DSP बोले- दोनों के परिजनों के बयान पर कार्रवाई होगी
इंद्री के DSP सुभाष चंद्र ने बताया कि सुसाइड की सूचना के बाद पुलिस की टीमें मौके पर पहुंच गई थीं। मृतका राधा के परिजनों को भी सूचना दी गई है। उनके करनाल आने के बाद पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया शुरू कराई जाएगी। दोनों के परिजनों के बयान के आधार पर ही कार्रवाई होगी।
पलवल में पुलिस ने निकाला फ्लैग मार्च:एसपी ने असामाजिक तत्वों को दी चेतावनी, लोकतंत्र महापर्व में अहम भूमिका निभाएं मतदाता
पलवल में पुलिस ने निकाला फ्लैग मार्च:एसपी ने असामाजिक तत्वों को दी चेतावनी, लोकतंत्र महापर्व में अहम भूमिका निभाएं मतदाता विधानसभा चुनाव को लेकर पलवल पुलिस पूरी तरह से अलर्ट मोड़ पर है। एसपी के निर्देशन में जिला पुलिस के साथ पैरा मिलिट्री बल ने फ्लैग मार्च अभियान निरंतर जारी है। पुलिस बल थाना बहीन, होडल व मुंडकटी थाना क्षेत्र में फ्लैग मार्च निकाल कर आम नागरिकों को शांतिपूर्ण, निष्पक्ष एवं स्वतंत्र रुप से चुनाव प्रक्रिया में पुलिस का सहयोग करने की अपील की। खुफिया विभाग की पूरी निगरानी एसपी चंद्र मोहन ने बताया कि पांच अक्टूबर को प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने निश्चित हुए हैं। चुनाव घोषणा उपरांत हरियाणा निर्वाचन आयोग द्वारा प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू है। जिले में विधानसभा चुनाव को शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष करवाने तथा कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिला पुलिस टीमों ने थाना बहीन, होडल एवं मुंडकटी एरिया के आलीमेव, कोट, गढ़ी, खिरबी, भुलवाना, मर्रोली, डाकोरा, सेवली व बंचारी आदि में फ्लैग मार्च निकाला है। उन्होंने कहा कि मतदाता पूरी निडरता के साथ अपने विवेक व स्वतंत्र रूप से अपने मताधिकार का प्रयोग करें। चाहे शहर हो या फिर देहात, जहां भी मतदान केंद्र हैं, वहां पर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए जा रहें हैं। जिला पुलिस के खुफिया विभाग द्वार संदिग्ध किस्म के लोगों पर तथा सोशल मीडिया पर पूरी निगरानी रखी जा रही है। अफवाहों पर ना दें ध्यान एसपी ने लोगों से अपील की, कि वे किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें और शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव में भाग लें। यदि उन्हें किसी भी तरह की समस्या का सामना करना पड़े, तो वे तुरंत पुलिस प्रशासन को 112 पर सूचित करें। साथ ही उन्होंने असामाजिक तत्वों को साफ आगाह किया कि अगर चुनाव में किसी तरह के असामाजिक कार्य करने की मंशा रखते है, तो संभल जाए वर्ना पुलिस सख्त से कदम उठाएगी।