हरियाणा के करनाल में एक कंपनी पर FD और RD के नाम पर करोड़ों रुपए के फ्रॉड का आरोप लगा है। निवेशकों और एजेंटों ने एसपी ऑफिस पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई। पीड़ितों का कहना है कि मेच्योरिटी पूरी होने के बावजूद उन्हें पैसे नहीं मिल रहे। जब भी कंपनी के ब्रांच ऑफिस जाते हैं, तो वहां सिर्फ सॉफ्टवेयर अपडेट होने की बात कही जाती है। अब हालात यह हैं कि कंपनी से संपर्क भी टूट चुका है। इस मामले को लेकर पीड़ितों ने पुलिस में शिकायत दी, जिस पर एसपी ने निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है। करनाल निवासी धर्मपाल ने बताया कि वे 2019 से इस कंपनी से जुड़े हुए हैं। उन्होंने और उनके परिचितों ने करीब 30 लाख रुपए का इन्वेस्टमेंट किया है, जिसमें से 22 लाख रुपए उनका खुद का पैसा है। उन्होंने FD और RD दोनों करवाई थीं, लेकिन जब मेच्योरिटी का समय आया, तो कंपनी ने टालमटोल शुरू कर दी। अगस्त 2024 में उनकी एक मेच्योरिटी पूरी हो गई थी, जो करीब 6 लाख रुपए की थी, लेकिन आज तक पैसे नहीं मिले। जब ब्रांच ऑफिस गए, तो सिर्फ यही जवाब मिला कि सॉफ्टवेयर अपडेट हो रहा है और जैसे ही अपडेट पूरा होगा, भुगतान शुरू हो जाएगा। लेकिन अगस्त से अब तक कोई अपडेट नहीं हुआ। एजेंट भी फंसे, लाखों का निवेश डूबा कंपनी में एजेंट के तौर पर काम करने वाले अंकित ने बताया कि यह एक ह्यूमन वेल्फेयर को-ऑपरेटिव सोसाइटी नाम की आईएसओ सर्टिफाइड कंपनी है। शुरुआत में सबकुछ सही चल रहा था। लेकिन 3 दिसंबर को अचानक कंपनी ने अपना सॉफ्टवेयर ही बंद कर दिया। इसके बाद जब भी टीम लीडरों से बात की, तो हर बार यही जवाब मिला कि कुछ दिनों में सॉफ्टवेयर चालू हो जाएगा। लेकिन हकीकत यह है कि अब तक कोई अपडेट नहीं हुआ। ब्रांच के मैनेजर भी पीड़ित कंपनी के ब्रांच ऑफिसों में काम करने वाले एजेंट और मैनेजर भी ठगे गए हैं। किसी मैनेजर ने 20 लाख तो किसी ने 30 लाख रुपए इन्वेस्ट किए हैं। अंकित ने बताया कि उसने अपनी बेटी के नाम पर सुकन्या एजुकेशन प्लान लिया हुआ है, लेकिन अब वह भी अटका हुआ है। वह 2019 में कंपनी से जुड़ा था और 2021 से एजेंट के तौर पर काम कर रहा था। उसने अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और जान-पहचान वालों की करीब 80 से 90 लाख रुपए की इन्वेस्टमेंट करवाई थी। हरियाणा में 45 लाख लोगों का पैसा फंसा एजेंट विपिन ने बताया कि उसने खुद 45 लाख रुपए लगाए हैं, जिसमें से 15 लाख रुपए उसके खुद के हैं। एजेंटों का दावा है कि इस कंपनी में हरियाणा के करीब 45 लाख लोगों ने निवेश किया हुआ है। पीड़ित धर्मपाल और अंकित ने बताया कि उन्होंने करनाल एसपी से मुलाकात की और पूरे मामले की शिकायत दी। एसपी ने निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है। निवेशकों को उम्मीद है कि जल्द ही कोई ठोस कार्रवाई होगी और उनका पैसा वापस मिलेगा। हरियाणा के करनाल में एक कंपनी पर FD और RD के नाम पर करोड़ों रुपए के फ्रॉड का आरोप लगा है। निवेशकों और एजेंटों ने एसपी ऑफिस पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई। पीड़ितों का कहना है कि मेच्योरिटी पूरी होने के बावजूद उन्हें पैसे नहीं मिल रहे। जब भी कंपनी के ब्रांच ऑफिस जाते हैं, तो वहां सिर्फ सॉफ्टवेयर अपडेट होने की बात कही जाती है। अब हालात यह हैं कि कंपनी से संपर्क भी टूट चुका है। इस मामले को लेकर पीड़ितों ने पुलिस में शिकायत दी, जिस पर एसपी ने निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है। करनाल निवासी धर्मपाल ने बताया कि वे 2019 से इस कंपनी से जुड़े हुए हैं। उन्होंने और उनके परिचितों ने करीब 30 लाख रुपए का इन्वेस्टमेंट किया है, जिसमें से 22 लाख रुपए उनका खुद का पैसा है। उन्होंने FD और RD दोनों करवाई थीं, लेकिन जब मेच्योरिटी का समय आया, तो कंपनी ने टालमटोल शुरू कर दी। अगस्त 2024 में उनकी एक मेच्योरिटी पूरी हो गई थी, जो करीब 6 लाख रुपए की थी, लेकिन आज तक पैसे नहीं मिले। जब ब्रांच ऑफिस गए, तो सिर्फ यही जवाब मिला कि सॉफ्टवेयर अपडेट हो रहा है और जैसे ही अपडेट पूरा होगा, भुगतान शुरू हो जाएगा। लेकिन अगस्त से अब तक कोई अपडेट नहीं हुआ। एजेंट भी फंसे, लाखों का निवेश डूबा कंपनी में एजेंट के तौर पर काम करने वाले अंकित ने बताया कि यह एक ह्यूमन वेल्फेयर को-ऑपरेटिव सोसाइटी नाम की आईएसओ सर्टिफाइड कंपनी है। शुरुआत में सबकुछ सही चल रहा था। लेकिन 3 दिसंबर को अचानक कंपनी ने अपना सॉफ्टवेयर ही बंद कर दिया। इसके बाद जब भी टीम लीडरों से बात की, तो हर बार यही जवाब मिला कि कुछ दिनों में सॉफ्टवेयर चालू हो जाएगा। लेकिन हकीकत यह है कि अब तक कोई अपडेट नहीं हुआ। ब्रांच के मैनेजर भी पीड़ित कंपनी के ब्रांच ऑफिसों में काम करने वाले एजेंट और मैनेजर भी ठगे गए हैं। किसी मैनेजर ने 20 लाख तो किसी ने 30 लाख रुपए इन्वेस्ट किए हैं। अंकित ने बताया कि उसने अपनी बेटी के नाम पर सुकन्या एजुकेशन प्लान लिया हुआ है, लेकिन अब वह भी अटका हुआ है। वह 2019 में कंपनी से जुड़ा था और 2021 से एजेंट के तौर पर काम कर रहा था। उसने अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और जान-पहचान वालों की करीब 80 से 90 लाख रुपए की इन्वेस्टमेंट करवाई थी। हरियाणा में 45 लाख लोगों का पैसा फंसा एजेंट विपिन ने बताया कि उसने खुद 45 लाख रुपए लगाए हैं, जिसमें से 15 लाख रुपए उसके खुद के हैं। एजेंटों का दावा है कि इस कंपनी में हरियाणा के करीब 45 लाख लोगों ने निवेश किया हुआ है। पीड़ित धर्मपाल और अंकित ने बताया कि उन्होंने करनाल एसपी से मुलाकात की और पूरे मामले की शिकायत दी। एसपी ने निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है। निवेशकों को उम्मीद है कि जल्द ही कोई ठोस कार्रवाई होगी और उनका पैसा वापस मिलेगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में मंत्री ने जिला शिक्षा अधिकारी को सस्पेंड किया:कर्मचारी बोले- DEEO अहंकारी है; BJP नेता ने कहा- मेरे पास भी इसकी शिकायतें आईं
हरियाणा में मंत्री ने जिला शिक्षा अधिकारी को सस्पेंड किया:कर्मचारी बोले- DEEO अहंकारी है; BJP नेता ने कहा- मेरे पास भी इसकी शिकायतें आईं हरियाणा के हिसार में पब्लिक हेल्थ मंत्री डॉ. बनवारी लाल रविवार को ग्रीवेंस कमेटी की मीटिंग करने पहुंचे। यहां उन्होंने जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी (DEEO) को सस्पेंड कर दिया। मंत्री ने कहा कि तुरंत उनका ट्रांसफर किया जाए। मीटिंग शुरू होने के बाद जिला मौलिक शिक्षा विभाग के कर्मचारी मंत्री के पास पहुंचे। उन्होंने कहा कि हिसार की DEEO निर्मल दहिया की कार्यप्रणाली अहंकार से भरी है। वह कर्मचारियों का शोषण कर रही हैं। कर्मचारियों को बिना काम के देर तक बिठाकर रखती हैं। मिसबिहेव करती हैं। इस दौरान भाजपा नेता मनदीप मलिक ने भी निर्मल दहिया की शिकायत की। मलिक ने कहा कि उनकी कई शिकायतें उनके पास भी आई हैं। मंत्री ने DC प्रदीप दहिया को कहा कि उनके आदेशों को लागू किया जाए और शिकायतों का वक्त पर निपटारा किया जाए। वहीं गांव शिकारपुर के लोगों ने कहा कि यहां की महिला डिपो होल्डर राशन बांटने नहीं आती। जो व्यक्ति महीने के आखिरी एक दिन आता है, वह मशीन न चलने और राशन खत्म होने का बहाना बना देता है। मंत्री ने इस मामले में हिसार SDM की अगुआई में कमेटी बनाकर जांच करने को कहा। इन मामलों की हुई सुनवाई
1. गांव किरोड़ी निवासी भतेरी ने जहरीला स्प्रे करके फसल को खराब करने की शिकायत दी थी। पुलिस प्रशासन द्वारा मंत्री को अवगत करवाया गया कि इस मामले में एसआईटी का गठन किया जा चुका था, जिसकी रिपोर्ट आ चुकी है। यह पारिवारिक मामला है, जिसमें कोर्ट में केस विचाराधीन है। मंत्री ने कहा कि कोर्ट के फैसले उपरांत आगामी आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। 2. बरवाला वार्ड नंबर-6 के वार्डवासियों ने कहा कि पशुओं को पानी पिलाने के लिए जोहड़ छोड़ा गया था, अब इस जोहड़ पर कब्जा होने पर सभी वार्डवासियों को पशुओं को पानी मिलाने की समस्या हो रही है। इस पर सचिव नगरपालिका ने जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. बनवारी लाल को अवगत करवाया कि कब्जा हटवाया जा चुका है और शिकायतकर्ता संतुष्ट हैं। 3. गांव किनाला निवासी इंशवती ने जमीन हड़पने व खेत के पानी का नाला बंद करने की शिकायत दी थी, जिसके उपरांत उन्होंने नहरी विभाग में केस किया था, जिसका फैसला उनके हक मे आने पर प्रशासन द्वारा नाला खुलवा दिया गया था, अब शिकायतकर्ता संतुष्ट है। 4. गांव रामनगर निवासी महिला ने अपनी शिकायत में एक व्यक्ति द्वारा परेशान करने की शिकायत दी। इस बारे पुलिस विभाग द्वारा आवश्यक कार्रवाई की गई, जिस पर अब शिकायतकर्ता संतुष्ट है। 5. मिलिट्री स्टेशन हिसार कार्यालय से लेफ्टिनेंट स्टेशन कमांडर अधिकारी यशबीर सिंह ने अपनी शिकायत में लिखा था कि गांव भोजराज में एक प्रशिक्षण केंद्र तक पहुंचने के मार्ग पर अतिक्रमण किया जा रहा है, जिससे सड़क की चौडाई 27.5 फीट से घटकर 16 फीट रह गई है। इस कारण सेना वाहनों के आवाजाही में समस्या पैदा हो रही है। इस पर जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी द्वारा मंत्री को अवगत करवाया गया कि जमीन की पैमाइश कर टेंडर करा दिया गया है, जल्द सड़क निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। 6. हिसार सेक्टर-14 निवासी नीलम रानी ने शिकायत दी कि उनके मकान के साथ लगते प्लाट में 5 मंजिला इमारत का निर्माण कार्य चल रहा है, जिस कारण उनके मकान में दरारें आना शुरू हो गई हैं। HSVP ईओ बताया कि शिकायतकर्ता को मुआवजा दिया जा चुका है, शिकायतकर्ता संतुष्ट है। 7. गांव खेड़ी जालब निवासी संतोष ने लाडली पेंशन न बनाए जाने की शिकायत दी थी। इस पर जिला समाज कल्याण अधिकारी ने बताया कि शिकायतकर्ता की पेंशन बनाई जा चुकी है। 8. गांव शिकारपुर निवासी रणसिंह ने अपनी शिकायत में लिखा कि उनके गांव में डिपो होल्डर उर्मिला कभी राशन वितरण के लिए गांव नहीं आती। उन्होंने बताया कि जो व्यक्ति डिपो चला रहा है वो हमेशा महीने के आखिरी एक या दिन आता है और उसमें भी मशीन न चलने और राशन खत्म होने की बातें करता है, जिस कारण कई लोगों को राशन का वितरण नहीं हो पा रहा है। मंत्री ने SDM हिसार की अध्यक्षता में कमेटी गठित कर जांच करने के निर्देश दिए। 9. हिसार अर्बन एस्टेट-2 निवासी केके सैनी ने अपनी शिकायत में लिखा कि संपत्ति को सहायक रजिस्ट्रार को-ऑपरेटिव सोसाइटी हिसार द्वारा बार-बार अटैच कर लिया जाता है। सहायक रजिस्ट्रार द्वारा बताया गया कि मामला जिला रजिस्ट्रार के पास विचाराधीन है। मंत्री ने जिला रजिस्ट्रार के फैसले उपरांत मामले का अगली बैठक में लाने के निर्देश दिए। 10. जगदीश कालोनी हांसी निवासी पवन ने हांसी मेन रोड पर सिसाय पुल से नेहरू कॉलेज के बीच में सरकारी जमीन पर अवैध तरीके से नाजायज कब्जा करने की शिकायत दी थी। मंत्री ने संबंधित अधिकारियों को तत्काल कब्जा हटवाने के निर्देश दिए। 11. होली चाइल्ड स्कूल हिसार की प्रधानाचार्य ने स्कूल के सामने शराब के ठेका होने की शिकायत दी थी। संबंधित अधिकारियों ने कहा कि ठेके का स्थान बदल दिया है। 12. वकील विशाल खटकड़ ने अवैध कालोनी में निर्माण रुकवाने व इसमें संलिप्त कर्मचारियों के विरूद्ध कार्रवाई करने की शिकायत दी थी। इस पर मंत्री ने संबंधित अधिकारियों को मामले की जांच कर रिपोर्ट अगली बैठक में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। 13. गांव सिसाय बोलान निवासी रतन सिंह की मारपीट की शिकायत पर मंत्री ने संबंधित DSP को आवश्यक कार्रवाई अमल में लाने के निर्देश दिए। 14. जगदीश चंद्र ने हांसी की कयामसर झील में डाले जा रहे गंदे पानी को रुकवाने बारे शिकायत दी थी। मंत्री ने हांसी पुलिस अधीक्षक को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए। 15. गांव मुगलपुरा के सरपंच द्वारा पीने के पानी की पाइप लाइन से कनेक्शन देने बारे अनुरोध किया गया था। मंत्री ने SDM की अध्यक्षता में कमेटी बनाकर जांच के निर्देश दिए। 16. महावीर कालोनी निवासी रामकुमार वर्मा गली में सीवरेज का पानी भरने की शिकायत थी। इस पर मंत्री ने जन-स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए। मंत्री ने विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास किया
जनस्वास्थ्य, अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. बनवारी लाल की अध्यक्षता में मासिक बैठक से पूर्व गांव गढ़ी में जलापूर्ति सुधार के लिए अतिरिक्त सरचंनाओं का निर्माण, गांव ढ़ंढेरी में जलापूर्ति योजना का नवीनीकरण, गांव देप्पल में जलापूर्ति योजना का नवीनीकरण एवं उन्नयन कार्य, गांव ढ़ाणी मेंहदा में जलघर, गांव कुंभा में बूस्टिंग स्टेशन व जल वितरण प्रणाली के कार्य, गांव ढ़ाणी पाल में जलघर निर्माण, गांव कुलाना में जलापूर्ति के लिए पानी के प्रबंध कार्य, हिसार विधानसभा क्षेत्र में 23.985 किलोमीटर लंबी 12 सड़कों के चौड़ीकरण/सुदृढ़ीकरण आदि कार्यों का शिलान्यास भी किया।
असंध अयोग्य चेयरमैन मामले में SC में सुनवाई:कोर्ट ने हरियाणा सरकार से मांगा जवाब; कटारिया ने HC के फैसले को दी थी चुनौती
असंध अयोग्य चेयरमैन मामले में SC में सुनवाई:कोर्ट ने हरियाणा सरकार से मांगा जवाब; कटारिया ने HC के फैसले को दी थी चुनौती करनाल में असंध नगरपालिका के अयोग्य घोषित चेयरमैन सतीश कटारिया ने हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। जिस पर 16 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा सरकार, स्टेट इलैक्शन कमीशन, डिप्टी कमिश्नर करनाल, नगरपालिका असंध, नायब तहसीलदार कम सहायक रिटर्निग ऑफिसर से जवाब मांगने नोटिस जारी करने के आदेश दिए हैं। जिसके लिए 6 सप्ताह का समय दिया गया है। सतीश कटारिया ने कहा कि उनकी मार्कशीट फर्जी नहीं है, इलैक्शन कमीशन उनके शिक्षा बोर्ड को मान्यता प्राप्त नहीं मान रहा है। सतीश कटारिया ने कहा कि मुझे इलैक्शन कमीशन ने अयोग्य घोषित किया है, जबकि इलैक्शन कमीशन के पास अयोग्य घोषित करने की पावर नहीं है। हाईकोर्ट में पुनर्विचार याचिका डालकर समय मांगा गया था कि जब तक सुप्रीम कोर्ट में याचिका स्वीकार नहीं हो जाती तब तक समय दिया जाए, लेकिन समय नहीं मिला। जिसके बाद वे सुप्रीम कोर्ट पहुंचे। वहीं शिकायतकर्ता एडवोकेट सोनिया बोहत ने कहा कि सतीश कटारिया ने न केवल असंध नगरपालिका, बल्कि जनता के साथ भी बड़ा धोखा किया। स्टेट इलैक्शन कमीशन की जांच को भी हाईकोर्ट में गलत ठहराने का प्रयास किया है। कटारिया इलेक्शन कमीशन को ही चैलेंज कर रहा है कि वह उसे टर्मिनेट नहीं कर सकता, यह व्यक्ति प्रशासन को ही नहीं कोर्ट को भी गुमराह करने का काम कर रहा है। सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा मामला, सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस बेला एम त्रिवेदी व जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा की डबल बेंच कोर्ट में सुनवाई हुई। शिकायतकर्ता एडवोकेट सोनिया बोहत की ओर से एडवोकेट सनाया कौशल ने पैरवी की। वहीं सतीश कटारिया की तरफ से सीनियर एडवोकेट राजीव भल्ला पैरवी के लिए खड़े थे। याचिकाकर्ता सतीश कटारिया ने बताया है कि अदालत द्वारा प्रतिवादियों को नोटिस जारी करने के आदेश हुए, जिसके लिए 6 सप्ताह का समय दिया गया है और मुझे पूरा विश्वास है कि सुप्रीम कोर्ट से मुझे न्याय मिलेगा। जानिए क्या है पूरा मामला 2022 में हुए असंध नगरपालिका चुनाव में कटारिया ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था। कटारिया ने 4408 वोटों के साथ जीत दर्ज की और चेयरमैन बने। उन्होंने बीजेपी के प्रत्याशी कमलजीत लाडी को 553 वोटों से हराया था। बाद में कटारिया बीजेपी में शामिल हो गए थे। असंध में आम आदमी पार्टी की टिकट पर नगरपालिका चेयरमैन का चुनाव लड़ रही एडवोकेट सोनिया बोहत ने सतीश कटारिया पर 10वीं कक्षा की फर्जी मार्कशीट का इस्तेमाल करने के आरोप लगाए थे। फर्जी मार्कशीट का खुलासा आरटीआई द्वारा हुआ था। एडवोकेट सोनिया बोहत ने कहा कि चुनाव के दौरान ही मार्कशीट पर संदेह हुआ था। यह यूपी बोर्ड की थी, लेकिन उसमें कई त्रुटियां थीं। उन्होंने आरटीआई से सच्चाई सामने लाई। हाईकोर्ट में पहुंचा मामला, चेयरमैन अयोग्य घोषित मामले को लेकर सोनिया बोहत ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। सोनिया ने बताया कि हाईकोर्ट के आदेश पर स्टेट इलैक्शन कमीशन ने जांच की, जिसके बाद 10 अप्रैल 2023 को सतीश कटारिया को चेयरमैन पद से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। एडवोकेट सोनिया बोहत ने बताया कि बीती चार नवंबर को हाईकोर्ट में फाइनल आर्ग्यूमेंट हुई थी। जिसके बाद 20 नवंबर को कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया। हाईकोर्ट की डबल बेंच ने इलैक्शन कमीशन की जांच का सही ठहराया था। इसके बाद कटारिया ने 26 नवंबर को उसी बेंच के समक्ष पुनर्विचार याचिका लगाई। 27 नवंबर को कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया। इस पर सतीश कटारिया का कहना है कि मैने हाईकोर्ट से सुप्रीम कोर्ट में याचिका डालने तक के लिए समय मांगा था, लेकिन वह समय नहीं मिला। अब आगे क्या होगा नगरपालिका के सचिव प्रदीप खरब के मुताबिक, चेयरमैन पद को लेकर दोबारा इलैक्शन होता है। जिसके लिए छह माह का समय होता है। ऐसे में डायरेक्टर ऑफिस से डायरेक्शन आएगी, उसी के अनुरूप आगामी प्रक्रिया होगी। एडीसी के मार्फत डीएमसी को गाइडलाइंस जाएगी और वहां से डायरेक्शन नगरपालिका असंध को पहुंचेगी।
रेवाड़ी पुलिस ने 18 साल बाद हत्यारे को पकड़ा:पेट्रोल पंप कर्मचारी की गोली मारकर कत्ल; पहचान छिपाकर गुरुग्राम में रह रहा था
रेवाड़ी पुलिस ने 18 साल बाद हत्यारे को पकड़ा:पेट्रोल पंप कर्मचारी की गोली मारकर कत्ल; पहचान छिपाकर गुरुग्राम में रह रहा था हरियाणा में रेवाड़ी जिले के गांव सहारनवास स्थित पेट्रोल पंप पर करिंदे की 18 साल पहले गोली मारकर हत्या करने के मामले में क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (CIA-1) ने हत्याकांड में शामिल एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी पहचान छुपाकर गुरुग्राम में रह रहा था। कोर्ट उसे पहले ही PO घोषित कर चुका है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि पकड़े गए आरोपी की पहचान यूपी के जिला हापुड़ के गांव बिगास हाल किराएदार सरस्वती एनक्लेव सेक्टर-37 सी गुरुग्राम निवासी गौरव पाल उर्फ विक्की के रूप में हुई है। इस मामले में दो आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। जबकि उक्त आरोपी वारदात के बाद से ही फरार चल रहा था। 2006 में अनूप की गोली मारकर की थी हत्या पुलिस के मुताबिक, 24 जून 2006 को गांव सहारनवास स्थित एक पेट्रोल पंप पर गांव सहारनवास निवासी अनूप सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। रामपुरा थाना पुलिस ने गांव नांगलिया रणमौख निवासी सतबीर सिंह की शिकायत पर हत्या का मामला दर्ज करके मामले में दो आरोपी सुमेर सिंह उर्फ बिल्लू व जितेन्द्र उर्फ मोनू को गिरफ्तार कर लिया था। 2आरोपी पहले पकड़े जा चुके दोनों से पूछताछ की तो पता चला कि वारदात में गौरवपाल उर्फ विक्की भी शामिल हैं। हालांकि रेवाड़ी पुलिस की अलग-अलग टीमों ने गौरवपाल को पकड़ने की भरसक कोशिश की, लेकिन वो हत्थे नहीं चढ़ पाया। कोर्ट ने उसे वर्ष-2009 में PO घोषित किया। कुछ समय से रेवाड़ी सीआईए-1 की टीम को गौरवपाल को लेकर इनपुट मिल रहा था। पहचान छुपाकर रह रहा था आरोपी पुलिस को पता चला था कि वो अपना नाम बदलकर और पहचान छुपाकर गुरुग्राम के किसी इलाके में रहता है। सूचना के बाद पुलिस टीम ने उसकी लोकेशन ट्रेस की। इसके बाद उसे गुरुग्राम से काबू करके थाना रामपुरा पुलिस के हवाले कर दिया। आरोपी गौरव पाल उर्फ विक्की को कोर्ट में पेश करने के बाद दो दिन के रिमांड पर लिया गया है।