हरियाणा के करनाल जिले में एक परिवार पर जानलेवा हमले की घटना सामने आई है। शनिवार देर रात तीन अज्ञात बदमाशों ने एक घर में घुसकर महिला और उसके बच्चों को लाठियों और तेजधार हथियारों से पीटा। बदमाश अपने चेहरे कपड़े से ढककर आए थे और घटना को अंजाम देने के बाद धमकी देकर भाग गए। तरावड़ी थाना इलाके के श्यामगढ़ गांव निवासी पीड़िता संतोष देवी ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि कल रात को जब वह अपने बच्चों नवदीप सिंह और निष्करूप सिंह के साथ घर पर खाना खाकर बैठी थीं, तभी तीन नकाबपोश बदमाश अचानक अंदर घुसे। उन्होंने बिना कुछ कहे लाठियों और धारदार हथियारों से हमला करना शुरू कर दिया। संतोष देवी और उनके बच्चों को जमीन पर गिराकर ताबड़तोड़ वार किए गए।। हमले के दौरान जान से मारने की दी धमकी हमले के दौरान बदमाश लगातार कह रहे थे कि इस बार तो तुम्हें जिंदा छोड़ रहे हैं, अगली बार जान से मार देंगे। यह कहते हुए बदमाश घर से बाहर निकल गए। उन्होंने इतनी तेजी से हमला किया कि परिवार के सदस्य खुद को बचा नहीं सके। हमले के बाद संतोष देवी ने शोर मचाया, जिससे पड़ोसी घटनास्थल पर पहुंचे और घायल परिवार की सुध ली। पड़ोसियों ने घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचाया। मेडिकल जांच में महिला और बच्चों को दो मामूली चोटें लगने की पुष्टि हुई। महिला ने बताया कि हमें पता नहीं बदमाश किस बात के लिए उन्हें धमकी देकर गए है। हमारी किसी से भी कोई दुश्मनी नहीं है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की पीड़ित महिला संतोष देवी ने इस मामले की शिकायत थाने में दी। जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया। जांच अधिकारी प्रवीण ने बताया कि महिला संतोष की शिकायत के आधार पर अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। हरियाणा के करनाल जिले में एक परिवार पर जानलेवा हमले की घटना सामने आई है। शनिवार देर रात तीन अज्ञात बदमाशों ने एक घर में घुसकर महिला और उसके बच्चों को लाठियों और तेजधार हथियारों से पीटा। बदमाश अपने चेहरे कपड़े से ढककर आए थे और घटना को अंजाम देने के बाद धमकी देकर भाग गए। तरावड़ी थाना इलाके के श्यामगढ़ गांव निवासी पीड़िता संतोष देवी ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि कल रात को जब वह अपने बच्चों नवदीप सिंह और निष्करूप सिंह के साथ घर पर खाना खाकर बैठी थीं, तभी तीन नकाबपोश बदमाश अचानक अंदर घुसे। उन्होंने बिना कुछ कहे लाठियों और धारदार हथियारों से हमला करना शुरू कर दिया। संतोष देवी और उनके बच्चों को जमीन पर गिराकर ताबड़तोड़ वार किए गए।। हमले के दौरान जान से मारने की दी धमकी हमले के दौरान बदमाश लगातार कह रहे थे कि इस बार तो तुम्हें जिंदा छोड़ रहे हैं, अगली बार जान से मार देंगे। यह कहते हुए बदमाश घर से बाहर निकल गए। उन्होंने इतनी तेजी से हमला किया कि परिवार के सदस्य खुद को बचा नहीं सके। हमले के बाद संतोष देवी ने शोर मचाया, जिससे पड़ोसी घटनास्थल पर पहुंचे और घायल परिवार की सुध ली। पड़ोसियों ने घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचाया। मेडिकल जांच में महिला और बच्चों को दो मामूली चोटें लगने की पुष्टि हुई। महिला ने बताया कि हमें पता नहीं बदमाश किस बात के लिए उन्हें धमकी देकर गए है। हमारी किसी से भी कोई दुश्मनी नहीं है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की पीड़ित महिला संतोष देवी ने इस मामले की शिकायत थाने में दी। जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया। जांच अधिकारी प्रवीण ने बताया कि महिला संतोष की शिकायत के आधार पर अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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सुप्रीम कोर्ट ने 1980 में प्रेम शंकर शुक्ला बनाम दिल्ली सरकार मामले में फैसला सुनाते हुए हथकड़ी के इस्तेमाल को अनुच्छेद 21 के तहत असंवैधानिक करार दिया था। अपने फैसले में कोर्ट ने कहा था कि यदि किसी कैदी को हथकड़ी लगाने की जरूरत महसूस होती है तो उसका कारण दर्ज करना होगा और मजिस्ट्रेट से अनुमति लेनी होगी। 1860 में IPC की जगह BNS ने ली, तब बदला कानून
बता दें कि 1860 में बनी IPC की जगह भारतीय न्याय संहिता, CrPC की जगह भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और 1872 के इंडियन एविडेंस एक्ट की जगह भारतीय साक्ष्य संहिता ने ले ली है। इन तीनों नए कानूनों को लाने का खास मकसद अंग्रेजों के जमाने में भारतीयों को सजा देने के लिए बनाए पुराने कानूनों को हटा आज की जरूरत के मुताबिक कानून लागू करना रहा है। इन तीनों कानूनों के लागू होने के बाद क्रिमिनल लॉ में काफी कुछ बदल गया है। जैसे अब देशभर में कही भी जीरो एफआएआर दर्ज होने लगी है। वहीं कुछ मामलों में पुलिस को आरोपी की गिरफ्तारी के लिए अपने सीनियर से मंजूरी नहीं लेनी पड़ेगी।
करनाल में मानवता हुई शर्मसार:14 साल की नाबालिग को किया गर्भीवती, प्रशासन की टीम ने किया रेस्क्यू
करनाल में मानवता हुई शर्मसार:14 साल की नाबालिग को किया गर्भीवती, प्रशासन की टीम ने किया रेस्क्यू हरियाणा के करनाल में मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। करनाल के कर्ण पार्क में एक छह माह की गर्भवती नाबालिग मिली है। जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया और करनाल सीडब्ल्यूसी, अपना आशियाना तथा सिविल लाइन करनाल की टीम मौके पर पहुंची। दोनों टीमों ने नाबालिग की काउंसिलिंग की। अब पुलिस नाबालिग के साथ ऐसा कृत्य करने वाले आरोपी की तलाश कर रही है। इसके साथ ही बच्ची के परिवार तक भी पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है। कर्ण पार्क में मांग रही थी भीख गर्भवती नाबालिग कर्ण पार्क में घूम रही थी और आने जाने वाले लोगों से भीख में पैसे मांग रही थी। लोगों को बच्ची की हालत देखकर शक हुआ। जिसके बाद उन्होंने अपना आशियाना की टीम का जानकारी दी। अपना आशियाना की टीम ने सीडब्ल्यूसी को बुलाया और पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। अपना आशियाना की टीम ने बताया कि बच्ची अभी तक खुलकर कोई बात नहीं बता पा रही है और बार-बार अपने बयान बदल रही है। अब बच्ची को पुलिस स्टेशन लेकर जाएंगे जहां पर उसकी काउंसलिंग की जाएगी, ताकि बच्ची अपने बारे में या फिर अपने परिवार के बारे में कुछ बता सके। पुलिस जुटी जांच में सिविल लाइन थाना से बच्ची को रेस्क्यू करने पहुंची पुलिस अधिकारी ने बताया कि कर्ण पार्क से 14 साल की बच्ची मिली है, जो गर्भवती है। अभी बच्ची से पूछताछ की गई है और बच्ची गर्भवती है या नहीं इसको लेकर मेडिकल करवाया जाएगा। कोई लड़का छोड़कर गया ईआरवी 411 इंचार्ज राजेश कुमार ने बताया कि हमारे पास इवेंट आया था कि कर्ण पार्क में एक गर्भवती नाबालिग है। जिसके कोई लड़का छोड़कर गया है। जिसके बाद पुलिस सिविल लाइन यहां पर पहुंच गई थी और वे बच्ची को लेकर चले गए है। पहले मेडिकल होगा, उसके बाद गर्भवती है या नहीं, इसका पता चल पाएगा। मामले की जांच की जा रही है।