हरियाणा में करनाल के मुगल कनाल पर बेसमेंट में चोरी छिपे मसाज सेंटर चलाए जाने का मामला सामने आया है। इसका खुलासा तब हुआ, जब बेसमेंट के ऊपर कोरियर की दुकान में दो युवकों व युवतियों में आपस में झगड़ा हुआ। इतना ही नहीं दुकान में जमकर तोडफोड भी हुई। युवक और युवती चोटिल भी हुए है। तोड़फोड़ के बाद युवक व युवती मौके से फरार हो गए। घटना की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची तो बेसमेंट में चलाए जा रहे मसाज पार्लर सामने आया। जहां पर तीन कैबिन बने हुए है और उसमें सिंगल बैड दिखे। इसके साथ ही टावल व ऑयल भी वहां देखने को मिला। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रत्यक्षदर्शी बोले-यहां होते है गलत काम प्रत्यक्षदर्शी दुकानदार कर्मबीर सिंह व अन्य लोगों ने आरोप लगाया कि जिस कोरियर की दुकान पर तोडफोड हुई है, उसकी बेसमेंट में एक तरफ से कोठा चलाया जा रहा है। जहां पर गलत काम होता है। यहां पर स्पा सेंटर खोला गया है। जहां पर दिन में न जाने कितनी लड़कियां आती है और कितनी जाती है। आज भी दो युवकों का एक युवती को लेकर झगड़ा हो रहा था। उसी के कारण तोड़फोड़ हुई और तोडफोड़ के बाद युवक और युवती मौके से फरार हो गए। अगर यह झगड़ा नहीं होता तो शायद यह स्पा सेंटर भी पुलिस की नजर में नहीं आता। लड़ाई झगड़े का मिला था इवेंट ईआरवी इंचार्ज संजय कुमार ने बताया कि मुगल कनाल पर एक दुकान पर कुछ युवक और युवतियों के बीच झगड़े की जानकारी मिली थी। जिसके बाद हम मौके पर पहुंचे, लेकिन यहां पर कोई नहीं मिला। दुकान के अंदर तोड़फोड़ हुई है। बेसमेंट भी चेक किया गया है, वहां पर तीन छोटे छोटे कैबिन बने हुए है लेकिन बेसमेंट में कोई नहीं मिला। यह सब जांच का विषय है। संबधित थाना सिविल लाइन को मामले की जानकारी दे दी गई है जो अब मामले की आगे जांच करेगी। हरियाणा में करनाल के मुगल कनाल पर बेसमेंट में चोरी छिपे मसाज सेंटर चलाए जाने का मामला सामने आया है। इसका खुलासा तब हुआ, जब बेसमेंट के ऊपर कोरियर की दुकान में दो युवकों व युवतियों में आपस में झगड़ा हुआ। इतना ही नहीं दुकान में जमकर तोडफोड भी हुई। युवक और युवती चोटिल भी हुए है। तोड़फोड़ के बाद युवक व युवती मौके से फरार हो गए। घटना की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची तो बेसमेंट में चलाए जा रहे मसाज पार्लर सामने आया। जहां पर तीन कैबिन बने हुए है और उसमें सिंगल बैड दिखे। इसके साथ ही टावल व ऑयल भी वहां देखने को मिला। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रत्यक्षदर्शी बोले-यहां होते है गलत काम प्रत्यक्षदर्शी दुकानदार कर्मबीर सिंह व अन्य लोगों ने आरोप लगाया कि जिस कोरियर की दुकान पर तोडफोड हुई है, उसकी बेसमेंट में एक तरफ से कोठा चलाया जा रहा है। जहां पर गलत काम होता है। यहां पर स्पा सेंटर खोला गया है। जहां पर दिन में न जाने कितनी लड़कियां आती है और कितनी जाती है। आज भी दो युवकों का एक युवती को लेकर झगड़ा हो रहा था। उसी के कारण तोड़फोड़ हुई और तोडफोड़ के बाद युवक और युवती मौके से फरार हो गए। अगर यह झगड़ा नहीं होता तो शायद यह स्पा सेंटर भी पुलिस की नजर में नहीं आता। लड़ाई झगड़े का मिला था इवेंट ईआरवी इंचार्ज संजय कुमार ने बताया कि मुगल कनाल पर एक दुकान पर कुछ युवक और युवतियों के बीच झगड़े की जानकारी मिली थी। जिसके बाद हम मौके पर पहुंचे, लेकिन यहां पर कोई नहीं मिला। दुकान के अंदर तोड़फोड़ हुई है। बेसमेंट भी चेक किया गया है, वहां पर तीन छोटे छोटे कैबिन बने हुए है लेकिन बेसमेंट में कोई नहीं मिला। यह सब जांच का विषय है। संबधित थाना सिविल लाइन को मामले की जानकारी दे दी गई है जो अब मामले की आगे जांच करेगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा चुनाव में कंगना रनोट ने BJP की टेंशन बढ़ाई:भाजपा नेताओं ने चुप्पी साधी; कांग्रेस बोली- नशा कैसा भी हो, ज्यादा दिन नहीं टिकता
हरियाणा चुनाव में कंगना रनोट ने BJP की टेंशन बढ़ाई:भाजपा नेताओं ने चुप्पी साधी; कांग्रेस बोली- नशा कैसा भी हो, ज्यादा दिन नहीं टिकता बॉलीवुड एक्ट्रेस व BJP सांसद कंगना रनोट के किसान आंदोलन के दौरान हत्या और रेप वाले बयान के बाद घमासान मचा हुआ है। कंगना के बयान के बाद हरियाणा BJP के नेताओं ने चुप्पी साध ली है। विधानसभा चुनाव सिर पर होने के चलते प्रदेश का कोई नेता अपने सांसद के बयान पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। इस पर हरियाणा कांग्रेस ने प्रतिक्रिया दी है। इनके X हैंडल पर लिखा गया, ‘750 किसानों की शहादत को अपमानित करते हुए भाजपा सांसद हरियाणा के किसानों को देशद्रोही बता रही है। मैडम, सत्ता का नशा हो या किसी और तरह का, ज्यादा दिन नहीं टिकता। हरियाणा से भाजपा का सूपड़ा साफ होने वाला है।’ हरियाणा कांग्रेस ने यह भी लिखा, ‘सांसद @KanganaTeam जी, हो सकता है कि आप खुद अपनी कोई फसल उगाकर उसका सेवन करती हों, लेकिन बाकी देश किसानों के उगाए हुए अन्न पर ही पलता है। आपको हमारे किसानों को इस तरह अपमानित करने का कोई अधिकार नहीं। आपका बयान बेहद शर्मनाक है।’ कंगना को पद की मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए
वहीं, भारतीय किसान यूनियन (अंबावता) के प्रदेशाध्यक्ष दिलबाग सिंह हुड्डा ने कहा, ‘कंगना को सोच समझकर बयानबाजी करनी चाहिए। किसानों की शहीदी का कंगना मजाक बना रही है। किसानों को रेपिस्ट कहना घोर निंदनीय है। कम से कम अपने पद की मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए। कंगना को तुरंत अपने बयान पर माफी मांगनी चाहिए, नहीं तो किसान इसका पुरजोर विरोध करेंगे। इधर, भारतीय किसान यूनियन शहीद भगत सिंह के प्रवक्ता तेजवीर सिंह ने कहा, ‘कंगना रनोट मंदबुद्धि है। उसे हम कभी सीरियस नहीं लेते। उसने पहले भी किसान आंदोलन के समय इसी तरह की गलत बयानबाजी की थी। उसका काम ही गलत बयानबाजी कर सस्ती लोकप्रियता हासिल करना रहा है।’ कंगना का बयान बेहूदा
संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक के नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने कहा, ‘कंगना रनोट का बयान बेहूदा है। उनका इतिहास रहा है कि वह इस तरह की बयानबाजी करती हैं। उनका बॉलीवुड में बैकग्राउंड किस तरह का रहा है, वह पूरा देश जानता है। एक फिल्मी लाइफ, रील लाइफ होती है। रियल लाइफ में कोई फर्जी कैरेक्टर करने से महान नहीं बन जाता। कंगना के बयान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संज्ञान लेना चाहिए, वर्ना इस बयान का प्रधानमंत्री द्वारा समर्थन माना जाएगा। किसान जींद के उचाना की अनाजमंडी में 15 सिंतबर को बड़ी रैली कर रहे हैं। कंगना में रैली का मुद्दा उठाया जाएगा।’ पहले भी किसानों पर विवादित बयान दे चुकी कंगना…. आंदोलनकारी किसानों की तुलना खालिस्तानी आतंकियों से की
कंगना ने किसान आंदोलन के दौरान कई बयान दिए थे। उन्होंने सोशल मीडिया पर आंदोलनकारियों की तुलना खालिस्तानी आतंकियों से की थी। उन्होंने लिखा था- ‘खालिस्तानी आतंकवादी आज सरकार पर दबाव बना रहे हैं, लेकिन हमें एक महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को नहीं भूलना चाहिए। इंदिरा गांधी ने इन्हें अपनी जूती के नीचे कुचल दिया था। भले उन्होंने इस देश को कितनी भी पीड़ा दी हो, लेकिन उन्होंने अपनी जान की कीमत पर इन्हें मच्छरों की तरह कुचल दिया, लेकिन देश के टुकड़े नहीं होने दिए। उनकी मृत्यु के दशकों बाद भी आज भी उनके नाम से कांपते हैं, इनको वैसा ही गुरू चाहिए।’ कंगना ने कहा था- किसान आंदोलन में महिलाएं 100 रुपए में शामिल होती हैं किसान आंदोलन के वक्त कंगना ने 27 नवंबर 2020 को एक सोशल मीडिया पोस्ट की। जिसमें कंगना रनोट ने रात 10 बजे एक महिला का फोटो पोस्ट करते हुए लिखा था कि किसानों के प्रदर्शन में शामिल हुई यह महिला वही मशहूर बिलकिस दादी है, जो शाहीन बाग के प्रदर्शन में थी, जो 100 रुपए लेकर उपलब्ध है। कंगना ने जिस महिला की तस्वीर पोस्ट की, वह पंजाब में मानसा की किसान मोहिंदर कौर थीं। कंगना को बिलकिस बानो और मोहिंदर कौर को पहचानने में गलती हुई। हालांकि, कंगना ने बाद में यह पोस्ट डिलीट कर दी, लेकिन तब तक इसके स्क्रीनशॉट वायरल हो चुके थे। इसके बाद किसान मोहिंदर कौर ने कोर्ट में भी मानहानि का केस कर दिया। जिसकी सुनवाई चल रही है। कंगना के बयान पर CISF कॉन्स्टेबल ने जड़ा था थप्पड़ 3 महीने पहले कंगना रनोट जब चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर आईं तो यहां CISF की महिला कॉन्स्टेबल कुलविंदर कौर ने उन्हें थप्पड़ जड़ दिया। CISF कॉन्स्टेबल की वीडियो भी सामने आई थी, जिसमें वह कह रही थीं कि कंगना ने जब किसान आंदोलन में शामिल महिला को 100 रुपए में धरना देने वाली कहा था तो उसकी मां भी धरने पर बैठी थीं। थप्पड़ जड़ने के बाद एयरपोर्ट पर अधिकारियों ने कुलविंदर कौर को हिरासत में ले लिया था। इसके बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया।
चरखी दादरी में भाजपा सांसद ने ली वर्कर मीटिंग:जीत का मार्जिन घटने पर किया मंथन; पार्टी में भितरघात को नकारा
चरखी दादरी में भाजपा सांसद ने ली वर्कर मीटिंग:जीत का मार्जिन घटने पर किया मंथन; पार्टी में भितरघात को नकारा भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा से तीसरी बार भाजपा से सांसद बने धर्मबीर सिंह ने अपनी जीत व तीसरी बार अंतर कम होने पर पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ आज चरखी दादरी में मंथन किया। साथ ही उन्होंने पार्टी के लीडरों पर तंज कसते हुए कहा कि नेताओं से जनता स्याणी और जनता ने अपना फायदा देखते हुए भाजपा को वोट दी है। किसी नेता विशेष का कोई प्रभाव नहीं रहा बल्कि वोटर ने फैसला लेते हुए भाजपा को जिताया है। सांसद धर्मबीर सिंह ने बुधवार शाम को अपने दादरी निवास पर पार्टी कार्यकर्ताओं की मीटिंग ली। चुनावी रिजल्ट को लेकर मंथन किया। सांसद ने तीसरी बार अपनी जीत का अंतर मात्र हजारों में होने पर चर्चा की और आगामी दिनों में पिछले 10 सालों से किये कार्यों को आगे बढ़ाते हुए नये आयाम स्थापित करने की बात कही। सांसद ने मीडिया से बात करते हुए एक सवाल के जवाब में कहा कि जो नेता भितरघात का दावा करते हैं तो वे झूठे हैं, भाजपा में कोई भितरघात नहीं हुआ। कांग्रेस को जनता ने फिर से नकार दिया है, यहीं कारण है कि भाजपा की तीसरी बार भी जीत हुई है। दादरी-भिवानी जिलों में हार को लेकर धर्मबीर सिंह ने कहा कि पुराना भिवानी जिला से हारा नहीं बल्कि 2014 के मुकाबले बढ़त मिली है। वहीं उन्होंने जजपा व इनेलो पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उनका सबसे ज्यादा ग्राफ नीचे आया है, नैना चौटाला मात्र कुछ हजार वोट ही ले पाई है। विधायक सोमबीर सांगवान के कांग्रेस में आने के बाद दादरी से मिली हार को लेकर कहा कि विधायक के कांग्रेस में जाने से कोई फर्क नहीं पड़ा बल्कि विचारधारा से भाजपा को जीत मिली है।
हरियाणा बजट सत्र को लेकर कल कैबिनेट बैठक:तारीख तय होगी; लाडो लक्ष्मी योजना को मिल सकती है हरी झंडी, मिलेंगे 2100 रुपये
हरियाणा बजट सत्र को लेकर कल कैबिनेट बैठक:तारीख तय होगी; लाडो लक्ष्मी योजना को मिल सकती है हरी झंडी, मिलेंगे 2100 रुपये हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने कल (23 जनवरी) कैबिनेट की बैठक बुलाई है। इस बैठक में हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र की तिथि तय की जाएगी। दिल्ली में 5 फरवरी को विधानसभा चुनाव होने हैं, इसके मद्देनजर हरियाणा विधानसभा का बजट सत्र फरवरी के दूसरे सप्ताह में बुलाए जाने की संभावना है। मुख्यमंत्री नायब सैनी न केवल बजट को लेकर विभिन्न वर्गों के साथ लगातार बैठकें कर रहे हैं, बल्कि पहली बार वित्त विभाग ने आम जनता से विभिन्न श्रेणियों में ऑनलाइन सुझाव भी मांगे हैं। अच्छे सुझावों को बजट में शामिल किया जाएगा। हरियाणा सिविल सचिवालय चंडीगढ़ की चौथी मंजिल स्थित मुख्य सभा कक्ष में सुबह 11 बजे होने वाली कैबिनेट बैठक में कई अहम फैसले लिए जाएंगे। बजट को लेकर 3000 सुझाव मिल चुके हरियाणा में ये पहली बार है कि बजट को लेकर लोगों से ऑनलाइन सुझाव लिए जा रहे हैं। अब तक लगभग 2500 से 3000 सुझाव प्राप्त हो चुके हैं। विशेष रूप से महिला सशक्तिकरण पर सरकार फोकस कर रही है, जिसमें लखपति दीदी योजना से जुड़ी महिलाओं के विचारों को भी शामिल किया जा रहा है। सरकार ने बजट निर्माण प्रक्रिया के लिए एक पोर्टल भी शुरू किया है, जिसके माध्यम से आम नागरिक अपने सुझाव दे सकते हैं। मुख्यमंत्री सैनी यह स्पष्ट कर चुके हैं कि सरकार विपक्ष और विधायकों के सुझावों को भी महत्व देगी। लक्ष्मी लाडो योजना को मिल सकती है हरी झंडी मीटिंग में लाडो लक्ष्मी योजना को हरी झंडी मिल सकती है, जिसके तहत प्रदेश की महिलाओं को हर महीने 2100 रुपये दिए जाएंगे। इसके अलावा पिछले दिनों ओलावृष्टि से फसलों को हुए नुकसान के मुआवजे की घोषणा सरकार कर सकती है। साथ ही 34 स्थानीय निकायों के चुनावों पर सरकार के स्तर पर निर्णय लिया जा सकता है। कैबिनेट मीटिंग में चर्चा के बाद ही स्थानीय निकाय विभाग की ओर से राज्य चुनाव आयोग को निकाय चुनाव की सिफारिश की जाएगी, जिसके बाद अगले महीने के अंत या फिर मार्च की शुरुआत में चुनाव कराए जा सकते हैं। पहली कैबिनेट में CET संशोधन को मिल चुकी मंजूरी हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी की अध्यक्षता में सेकेंड टर्म की पहली कैबिनेट मीटिंग में कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) में संशोधन को मंजूरी मिली थी। स्क्रीनिंग टेस्ट के लिए 10 गुना ज्यादा शॉर्टलिस्ट कैंडिडेट बुलाए जाने का फैसला लिया गया था। ग्रुप C और D की भर्ती के लिए आर्थिक और सामाजिक आधार पर मिलने वाले 5 अंक को हटा दिया गया है। इससे पहले पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने भी इस पर रोक लगा दी थी।इसके अलावा, सेना और CRPF के शहीदों के परिवारों को मिलने वाला मुआवजा 50 लाख रुपए से बढ़ाकर 1 करोड़ रुपए कर दिया गया था। हिंदी आंदोलन-1957 के मातृभाषा सत्याग्रहियों के लिए मासिक पेंशन 15 हजार रुपए से बढ़ाकर 20 हजार कर दी गई थी।