हरियाणा के करनाल में चोरों ने दो मकानों को अपना निशाना बनाया और घर में रखी नकदी व लाखों रुपए के गहने लेकर फरार हो गए। घटना के वक्त दोनों परिवार छठ पूजा पर बाहर गए हुए थे।इसी दौरान चोर ताला तोड़कर घर के अंदर घुस गए और गहनों व नकदी पर हाथ साफ कर दिया। पीड़ित परिवारों ने मामले की शिकायत पुलिस को की है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। 12 हजार की नकदी और सोना पुलिस से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, वंदना नामक महिला अपने परिवार के साथ पूजा के लिए बाहर गई हुई थी और कल सुबह 7:30 बजे वापस लौटने पर उन्हें घर का ताला टूटा मिला। इस घटना में लगभग 12 हजार रुपए नकद, 2 से 2.5 तोला सोने के गहने और दो मोबाइल चोरी हो गए। वंदना ने पुलिस को जानकारी दी कि अज्ञात चोर उनके घर से ये सामान ले गए हैं। पड़ोसी के घर से भी चोरी वंदना के सामने वाले कमरे में रमेश राम नामक व्यक्ति रहते हैं, जो अपनी छठ पूजा के लिए बाहर गए हुए थे। रमेश ने पुलिस को बताया कि उनके कमरे से लगभग 70 हजार रुपए नकद, सोने की कान की टोपस जिसकी कीमत लगभग 25 हजार और मंगलसूत्र जिसकी कीमत 16 हजार है, गायब मिला। दोनों ही परिवार पूजा के लिए बाहर गए हुए थे और वापसी पर अपने घरों में चोरी का शिकार हो गए। अज्ञात चोरों पर केस दर्ज वंदना और रमेश ने सेक्टर-4 करनाल पुलिस चौकी में रिपोर्ट दर्ज करवाई, जिसके आधार पर पुलिस ने अज्ञात चोरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। जांच अधिकारी विकास ने बताया कि दो कमरों में चोरी की शिकायत मिली है। शिकायत के आधार पर अज्ञात चोरों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हरियाणा के करनाल में चोरों ने दो मकानों को अपना निशाना बनाया और घर में रखी नकदी व लाखों रुपए के गहने लेकर फरार हो गए। घटना के वक्त दोनों परिवार छठ पूजा पर बाहर गए हुए थे।इसी दौरान चोर ताला तोड़कर घर के अंदर घुस गए और गहनों व नकदी पर हाथ साफ कर दिया। पीड़ित परिवारों ने मामले की शिकायत पुलिस को की है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। 12 हजार की नकदी और सोना पुलिस से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, वंदना नामक महिला अपने परिवार के साथ पूजा के लिए बाहर गई हुई थी और कल सुबह 7:30 बजे वापस लौटने पर उन्हें घर का ताला टूटा मिला। इस घटना में लगभग 12 हजार रुपए नकद, 2 से 2.5 तोला सोने के गहने और दो मोबाइल चोरी हो गए। वंदना ने पुलिस को जानकारी दी कि अज्ञात चोर उनके घर से ये सामान ले गए हैं। पड़ोसी के घर से भी चोरी वंदना के सामने वाले कमरे में रमेश राम नामक व्यक्ति रहते हैं, जो अपनी छठ पूजा के लिए बाहर गए हुए थे। रमेश ने पुलिस को बताया कि उनके कमरे से लगभग 70 हजार रुपए नकद, सोने की कान की टोपस जिसकी कीमत लगभग 25 हजार और मंगलसूत्र जिसकी कीमत 16 हजार है, गायब मिला। दोनों ही परिवार पूजा के लिए बाहर गए हुए थे और वापसी पर अपने घरों में चोरी का शिकार हो गए। अज्ञात चोरों पर केस दर्ज वंदना और रमेश ने सेक्टर-4 करनाल पुलिस चौकी में रिपोर्ट दर्ज करवाई, जिसके आधार पर पुलिस ने अज्ञात चोरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। जांच अधिकारी विकास ने बताया कि दो कमरों में चोरी की शिकायत मिली है। शिकायत के आधार पर अज्ञात चोरों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में 10 करोड़ का घोटाला करने वाले गिरफ्तार:XEN-JE और ठेकेदार समेत 7 पकड़े; सफाई के लिए आई ग्रांट हड़पी, फर्जी बिल बनाए
हरियाणा में 10 करोड़ का घोटाला करने वाले गिरफ्तार:XEN-JE और ठेकेदार समेत 7 पकड़े; सफाई के लिए आई ग्रांट हड़पी, फर्जी बिल बनाए हरियाणा के कैथल में करीब 10 करोड़ रुपए के सफाई घोटाले में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने मंगलवार को कार्रवाई की। घोटाले में शामिल पंचायती राज विभाग के एक्सईएन, जेई, अकाउंटेंट और ठेकेदारों समेत 7 को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही अन्य कर्मचारियों को हिरासत में लेने के लिए ACB की करीब 15 टीमें फील्ड में उतरी हैं। ACB की कार्रवाई के बाद कैथल में मामले से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। जानकारी के अनुसार 2021 में ग्रामीण क्षेत्र के विकास कार्यों को लेकर जिला परिषद में 16 करोड़ 64 लाख रुपए की ग्रांट आई थी। इसमें से करीब 10 करोड़ की राशि गांवों में स्वच्छता अभियान पर खर्च होनी थी। यह पैसे कागजों में तो खर्च हुए दिखाए गए, लेकिन गांव में सफाई नहीं हुई। यही नहीं फर्जी बिल तैयार कर 8 फर्मों को पैसे जारी कर दिए। भाजपा विधायक ने दी थी शिकायत
भाजपा के विधायक लीला राम की ओर से सरकार को इसको लेकर शिकायत दी गई थी। इसके बाद ACB को इस मामले की जांच सौंपी गई। ACB ने जांच के बाद अब कैथल में एसडीओ रहे रोहतक के पंचायती राज के एक्सईएन नवीन, कैथल में पंचायती राज के जेई रहे पिहोवा के जेई जसबीर सिंह, अकाउंटेंट कुलंवत, पंचायती राज के ठेकेदार गांव फरीदाबाद निवासी दिलबाग सिंह, गांव फतेहपुर निवासी अभय संधू, पूंडरी निवासी अनिल और राजेश को गिरफ्तार किया है। अधिकारी नवीन ने सबसे ज्यादा 78 लाख रुपए हड़पे थे। कैथल ACB के इंचार्ज महेंद्र ने बताया कि पूरे मामले के 15 आरोपी हैं। इसमें से 7 को गिरफ्तार कर लिया गया है। अब गिरफ्तार आरोपियों को बुधवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। पूर्व जिला पार्षद ने दिया था धरना
करीब 10 करोड़ रुपए के गोलमाल को लेकर वार्ड नंबर 7 से पूर्व जिला पार्षद बबली चंदाना ने अपने पति बिल्लू चंदाना के साथ सांकेतिक धरना देकर मामले को उठाया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि गांव में सफाई के नाम पर बड़ा गोलमाल किया गया है। सफाई तो हुई नहीं, लेकिन फर्जी बिल तैयार कर फर्मों के खाता में राशि डाली दी गई। इसके बाद कैथल के मौजूदा विधायक लीला राम व पूर्व मुख्य संसदीय सचिव रामपाल माजरा ने भी यह मुद्दा उठाया। आरोप लगाया था कि वैसे तो विजिलेंस जांच चल रही है, लेकिन अभी तक जांच कहां तक पहुंची इस बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं है। अब मामले में 7 की गिरफ्तारी हुई है।
हरियाणा में ननदों से परेशान होकर सुसाइड:घर में लड़कों को बुलाती थीं, भाभी ने विरोध किया तो भाई से कहा-इसके बुलाने पर आ रहे
हरियाणा में ननदों से परेशान होकर सुसाइड:घर में लड़कों को बुलाती थीं, भाभी ने विरोध किया तो भाई से कहा-इसके बुलाने पर आ रहे हरियाणा के पानीपत में महिला ने नाबालिग ननदों से परेशान होकर फांसी लगा ली। घटना 8 जून शनिवार की है, लेकिन मृतका के पिता की शिकायत पर पुलिस ने अब मामला दर्ज किया है। FIR में पति दलीप, चाचा राजेंद्र, चाचा योगेंद्र, योंगेंद्र की पत्नी और उनकी 2 नाबालिग बेटियों का नाम है। मृतका की पहचान नेहा रानी (26) के रूप में हुई है। परिवार का कहना है कि नाबालिग ननदें घर में लड़कों को बुलाती थीं। जब नेहा ने इसका विरोध किया तो पति के सामने उसके द्वारा लड़कों को बुलाने की बात कही गई। इसी से परेशान होकर उसने आत्महत्या कर ली। बिहार के सिवान जिले के रहने वाले शंभू शाह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उनकी बेटी नेहा पति दलीप के साथ पानीपत की थर्मल कॉलोनी के नजदीक सुंदर नगर में रहती थी। यही पर पति के चाचा-चाची, चाचा की 2 बेटियां, ससुर भी रहता है। पति को नेहा के खिलाफ भड़काया
शंभू शाह ने बताया कि जब चाचा-चाची काम पर चले जाते थे तो उनकी दोनों नाबालिग बेटियां, बाहरी लड़कों को अक्सर घर पर बुलाती थीं। नेहा ने इस बात का विरोध भी किया था। उसने पूरी घटना की जानकारी अपने पति दलीप को दी। इसके बाद उसका और चाचा का विवाद रहने लग गया। कुछ समय बीतने के बाद दलीप की चाची और उसकी दोनों बेटियों ने बदलना लेने की भावना से दलीप को भड़काते हुए कहा कि नेहा ही घर पर लड़कों को बुलाती है। जिसके बाद नेहा और दलीप में भी मनमुटाव शुरू हो गया। सारा परिवार एक तरफ हो गया और नेहा पर आत्महत्या किए जाने का अक्सर दबाव बनाने लगे थे। बेटी को चाचा के घर खेलने के लिए भेज दिया
रोजाना की तरह उसका शनिवार को दलीप काम पर गया हुआ था। घर पर नेहा अपनी 7 साल की बेटी के साथ अकेली थी। सुबह करीब 11 बजे उसने पड़ोस में किसी महिला से रस्सी ली। इसके बाद उसने बेटी को पड़ोस में ही चाचा के घर खेलने भेज दिया। पीछे से उसने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। शाम करीब 6 बजे दलीप घर लौटा तो नेहा फंदे पर लटकी हुई थी। उसने अपने हाथ पर पेन से लिखा था- ‘मेरे मरने की जिम्मेदार मधु है, सिर्फ और सिर्फ मधु।’
पानीपत में 3 दोस्तों से 20 लाख की ठगी:खुद को हाइकोर्ट का जज बताया; सरकारी नौकरी के नाम पर थमा दिए फर्जी लेटर
पानीपत में 3 दोस्तों से 20 लाख की ठगी:खुद को हाइकोर्ट का जज बताया; सरकारी नौकरी के नाम पर थमा दिए फर्जी लेटर हरियाणा के पानीपत जिले के इसराना उपमंडल के रहने वाले 3 दोस्तों के साथ एक महिला ने खुद को हाईकोर्ट का जज बता कर ठगी कर ली। तीनों युवकों को सरकारी नौकरी दिलवाने का झांसा देकर 20 लाख रुपए ले लिए। इसके बाद उन्हें फर्जी ज्वाइनिंग लेटर, आईकार्ड थमा दिए। युवक ज्वाइनिंग करने पहुंचे, तो वहां इन लेटर और आई कार्ड के फर्जी होने का पता लगा। जिसके बाद मामले की शिकायत पुलिस को दी गई। पुलिस ने करीब 4 साल बाद केस दर्ज किया है। आधे पैसे पहले, आधे आईकार्ड मिलने पर देने की हुई थी बात इसराना थाना पुलिस को दी शिकायत में नवीन कुमार ने बताया कि वह गांव परढाना का रहने वाला है। उसकी मुलाकात सुनील निवासी रोहतक से नौकरी लगवाने के लिए हुई थी। सुनील ने उसकी मुलाकात ममता निवासी गांव बवाना दिल्ली से करवाई थी। जोकि खुद को हाईकोर्ट का जज बताती थी। ममता ने कहा कि वह उसे कृषि भवन में, उसके साथी मोनू को निर्माण भवन में व संजीत का ग्रुप डी में लगवा देगी। इसके लिए आधे रुपए पहले देने होंगे और आधे आईकार्ड मिलने के बाद। सहमति बनने पर 10 अक्टूबर 2019 को तीनों ने पांच-पांच लाख रुपए कैश इसराना पुल के नीचे उक्त महिला को दिए। 7 नवंबर को नवीन और मोनू को ज्वाइनिंग लेटर दे दिया और ड्यूटी ज्वाइनिंग करने को कहा। इसके बाद कुछ और रुपए की डिमांड की। तब उन्होंने 3 लाख रुपए नकद और डेढ लाख रुपए खाते में ट्रांसफर किए। ज्वाइनिंग लेटर और आईकार्ड निकले फर्जी 9 जनवरी 2020 को नवीन और मोनू का आईकार्ड दे दिया। साथ ही कहा कि संजीत का अभी और टाइम लगेगा। ममता और एक अन्य उसका साथी सुरेंद्र मलिक दोनों और रुपए लेने के लिए इसराना में अपनी स्विफ्ट कार में सवार होकर आए थे। जिनको उन्होंने 5.44 लाख रुपए नकद दिए। वे आईकार्ड लेकर कृषि भवन पहुंचे। जहां उन्हें कहा गया कि यह नकली है, यहां से चले जाओ, वरना मारे जाओगे। ममता को कॉल की, तो उसने फोन नहीं उठाया। फिर वे उसके घर गए तो वहां उसने कहा कि आपका काम पक्का हो जाएगा, तीनों 5 लाख रुपए और दे दो। फिर उन्होंने उसे 3 लाख रुपए 21 जनवरी को और 2 लाख रुपए 2 फरवरी को इसराना पुल के नीचे दिए। 15 मार्च 2020 को संजीत का ग्रुप डी का लेटर दिया गया। जिसे चेक करवाया, तो वह भी फर्जी निकला।