करनाल के राजीव पुरम निवासी एक महिला ने अपने ससुराल वालों पर दहेज, मारपीट और गंभीर शारीरिक व मानसिक प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता ने बताया कि उसकी शादी 2 दिसंबर 2014 को करनाल में हुई थी। शादी के कुछ समय बाद ही उसके ससुराल वालों ने उसे ताने मारने शुरू कर दिए कि उसके पिता ने उसे कार क्यों नहीं दिलाई, कम से कम बुलेट मोटरसाइकिल के लिए पैसे तो दे देते। दबाव में आकर उसके पिता ने 80 हजार रुपए नकद दिए, तब भी उसे नौकरों जैसा व्यवहार सहना पड़ा। उसके ससुराल वाले कहते कि एक्टिवा लेकर आओ या घर बैठो। एक्टिवा मिलने के बाद भी ताने और गाली-गलौज बंद नहीं हुई। बेटा पैदा हुआ, फिर भी नहीं सुधरे हालात पीड़िता ने बताया कि 3 जून 2019 को बेटे का जन्म हुआ। लेकिन डिलीवरी से लेकर अस्पताल का पूरा खर्च उसके पिता से भरवाया गया। वहीं बच्चे का लॉकेट, महिला की बालियां, पति की चैन और परिवार के कपड़े, हर चीज मायके वालों से दिलवाई गई। लेकिन इसके बावजूद आए दिन मारपीट और ताने चलते रहे। पति विदेश गया, पहले 10 लाख मांगे फिर 2 लाख लेकर छोड़ा देश पीड़िता के अनुसार, 8 अक्टूबर 2022 को पति जर्मनी चला गया। जाने से पहले दस लाख रुपए मायके से लाने का दबाव बनाया गया। पिता की आर्थिक हालत खराब होने के कारण वो रकम नहीं दे सके, लेकिन फिर भी दो लाख रुपए ससुराल पक्ष को दिए। इसके बाद भी पीड़िता से लगातार पैसों की डिमांड होती रही और कहा गया कि पति विदेश में तंग है, खर्च भेजो नहीं तो घर छोड़ो। सीढ़ियों से गिराया, लोहे की रॉड से पीटा, पड़ोसी ने इलाज कराया 6 अगस्त 2023 को सास ने सीढ़ियों से धक्का दिया और जब महिला गिर गई तो ससुर ने लोहे की रॉड से पीटा, जिससे उसका हाथ टूट गया। इलाज की बजाय घर पर मालिश वाले से पट्टी कराई गई और धमकाया गया कि किसी को बताया तो अंजाम बुरा होगा। वहीं 24 जुलाई 2024 को देवर ने दोबारा लोहे की रॉड से महिला पर हमला किया और ससुर ने बेटे को पीठ पर मारा, जिससे उसकी कमर पर गहरा निशान पड़ गया। बीएस हार्ट केयर हॉस्पिटल कुरुक्षेत्र में इलाज कराया गया, जिसका खर्च पड़ोसी ने उठाया क्योंकि महिला के पास खुद पैसे नहीं थे। इस पूरे घटनाक्रम का मेडिकल रिकॉर्ड अभी भी ससुराल पक्ष के कब्जे में है। संबंध बनाने का दबाव और 8 लाख की मांग महिला ने बताया कि कुछ दिन मायके में रहने के बाद पंचायत की मदद से उसे वापस ससुराल भेजा गया। लेकिन ससुराल में उसे फिर से 8 लाख रुपए लाने का दबाव बनाया गया। इसके साथ ही आरोप लगाया गया कि सास और ससुर ने कहा कि उसका पति अब कभी लौटकर नहीं आएगा क्योंकि वह जर्मनी में गैरकानूनी तरीके से है, इसलिए उसे देवर से संबंध बनाकर यही सेटलमेंट करनी होगी। 112 पर कॉल की, लेकिन घर में नहीं घुसने दिया 25 फरवरी 2025 को महिला अपने माता-पिता के साथ कुरुक्षेत्र स्थित ससुराल गई ताकि पासपोर्ट, जेवर और सर्टिफिकेट ले सके, लेकिन वहां सास, बुआ सास और अन्य महिला रिश्तेदारों ने घर में घुसने नहीं दिया और कहा कि सारा सामान देवर की दोस्त रचना ले गई है। जब उसने गेट पर जबरन घुसने की कोशिश की तो दरवाजे पर खड़े हो गए और अंदर नहीं घुसने दिया गया। उसने 112 पर कॉल कर पुलिस को बुलाया, लेकिन जवाब मिला कि सारे लोग करनाल शादी में हैं। करनाल पहुंचे तो पहले से डंडों के साथ घात लगाए बैठे थे ससुराल वाले इसके बाद महिला जब करनाल स्थित देवर के ससुराल विकास नगर पहुंची तो वहां देवर, ससुर, मामा ससुर और 8-10 लोग पहले से डंडों के साथ खड़े थे। उसकी सास ने पहले ही फोन कर दिया था। वहां सब ने मिलकर महिला और उसके परिजनों पर हमला कर दिया। थाने में पहले से मारपीट की दरखास्त दी गई है और मेडिकल रिपोर्ट भी महिला थाने में जमा की गई है। मुकदमा दर्ज, महिला बोली- मेरे पास आय का कोई जरिया नहीं, इंसाफ चाहिए महिला का आरोप है कि ससुराल पक्ष के पास उसका पासपोर्ट, सर्टिफिकेट, दहेज के जेवर और नकदी है, जिसे वे कभी भी खुर्द-बुर्द कर सकते हैं। महिला थाना करनाल द्वारा की गई जांच के बाद पुलिस अधीक्षक करनाल के आदेश पर थाना सेक्टर 32-33 करनाल में आईपीसी की धारा 498A, 406, 506, 323, 34 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस मामले की आगे की जांच में जुटी है और ASI जगदेव सिंह को केस सौंपा गया है। करनाल के राजीव पुरम निवासी एक महिला ने अपने ससुराल वालों पर दहेज, मारपीट और गंभीर शारीरिक व मानसिक प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता ने बताया कि उसकी शादी 2 दिसंबर 2014 को करनाल में हुई थी। शादी के कुछ समय बाद ही उसके ससुराल वालों ने उसे ताने मारने शुरू कर दिए कि उसके पिता ने उसे कार क्यों नहीं दिलाई, कम से कम बुलेट मोटरसाइकिल के लिए पैसे तो दे देते। दबाव में आकर उसके पिता ने 80 हजार रुपए नकद दिए, तब भी उसे नौकरों जैसा व्यवहार सहना पड़ा। उसके ससुराल वाले कहते कि एक्टिवा लेकर आओ या घर बैठो। एक्टिवा मिलने के बाद भी ताने और गाली-गलौज बंद नहीं हुई। बेटा पैदा हुआ, फिर भी नहीं सुधरे हालात पीड़िता ने बताया कि 3 जून 2019 को बेटे का जन्म हुआ। लेकिन डिलीवरी से लेकर अस्पताल का पूरा खर्च उसके पिता से भरवाया गया। वहीं बच्चे का लॉकेट, महिला की बालियां, पति की चैन और परिवार के कपड़े, हर चीज मायके वालों से दिलवाई गई। लेकिन इसके बावजूद आए दिन मारपीट और ताने चलते रहे। पति विदेश गया, पहले 10 लाख मांगे फिर 2 लाख लेकर छोड़ा देश पीड़िता के अनुसार, 8 अक्टूबर 2022 को पति जर्मनी चला गया। जाने से पहले दस लाख रुपए मायके से लाने का दबाव बनाया गया। पिता की आर्थिक हालत खराब होने के कारण वो रकम नहीं दे सके, लेकिन फिर भी दो लाख रुपए ससुराल पक्ष को दिए। इसके बाद भी पीड़िता से लगातार पैसों की डिमांड होती रही और कहा गया कि पति विदेश में तंग है, खर्च भेजो नहीं तो घर छोड़ो। सीढ़ियों से गिराया, लोहे की रॉड से पीटा, पड़ोसी ने इलाज कराया 6 अगस्त 2023 को सास ने सीढ़ियों से धक्का दिया और जब महिला गिर गई तो ससुर ने लोहे की रॉड से पीटा, जिससे उसका हाथ टूट गया। इलाज की बजाय घर पर मालिश वाले से पट्टी कराई गई और धमकाया गया कि किसी को बताया तो अंजाम बुरा होगा। वहीं 24 जुलाई 2024 को देवर ने दोबारा लोहे की रॉड से महिला पर हमला किया और ससुर ने बेटे को पीठ पर मारा, जिससे उसकी कमर पर गहरा निशान पड़ गया। बीएस हार्ट केयर हॉस्पिटल कुरुक्षेत्र में इलाज कराया गया, जिसका खर्च पड़ोसी ने उठाया क्योंकि महिला के पास खुद पैसे नहीं थे। इस पूरे घटनाक्रम का मेडिकल रिकॉर्ड अभी भी ससुराल पक्ष के कब्जे में है। संबंध बनाने का दबाव और 8 लाख की मांग महिला ने बताया कि कुछ दिन मायके में रहने के बाद पंचायत की मदद से उसे वापस ससुराल भेजा गया। लेकिन ससुराल में उसे फिर से 8 लाख रुपए लाने का दबाव बनाया गया। इसके साथ ही आरोप लगाया गया कि सास और ससुर ने कहा कि उसका पति अब कभी लौटकर नहीं आएगा क्योंकि वह जर्मनी में गैरकानूनी तरीके से है, इसलिए उसे देवर से संबंध बनाकर यही सेटलमेंट करनी होगी। 112 पर कॉल की, लेकिन घर में नहीं घुसने दिया 25 फरवरी 2025 को महिला अपने माता-पिता के साथ कुरुक्षेत्र स्थित ससुराल गई ताकि पासपोर्ट, जेवर और सर्टिफिकेट ले सके, लेकिन वहां सास, बुआ सास और अन्य महिला रिश्तेदारों ने घर में घुसने नहीं दिया और कहा कि सारा सामान देवर की दोस्त रचना ले गई है। जब उसने गेट पर जबरन घुसने की कोशिश की तो दरवाजे पर खड़े हो गए और अंदर नहीं घुसने दिया गया। उसने 112 पर कॉल कर पुलिस को बुलाया, लेकिन जवाब मिला कि सारे लोग करनाल शादी में हैं। करनाल पहुंचे तो पहले से डंडों के साथ घात लगाए बैठे थे ससुराल वाले इसके बाद महिला जब करनाल स्थित देवर के ससुराल विकास नगर पहुंची तो वहां देवर, ससुर, मामा ससुर और 8-10 लोग पहले से डंडों के साथ खड़े थे। उसकी सास ने पहले ही फोन कर दिया था। वहां सब ने मिलकर महिला और उसके परिजनों पर हमला कर दिया। थाने में पहले से मारपीट की दरखास्त दी गई है और मेडिकल रिपोर्ट भी महिला थाने में जमा की गई है। मुकदमा दर्ज, महिला बोली- मेरे पास आय का कोई जरिया नहीं, इंसाफ चाहिए महिला का आरोप है कि ससुराल पक्ष के पास उसका पासपोर्ट, सर्टिफिकेट, दहेज के जेवर और नकदी है, जिसे वे कभी भी खुर्द-बुर्द कर सकते हैं। महिला थाना करनाल द्वारा की गई जांच के बाद पुलिस अधीक्षक करनाल के आदेश पर थाना सेक्टर 32-33 करनाल में आईपीसी की धारा 498A, 406, 506, 323, 34 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस मामले की आगे की जांच में जुटी है और ASI जगदेव सिंह को केस सौंपा गया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
