करनाल में पश्चिमी यमुना नहर में कटाव:शहर पर मंडराया बाढ़ का खतरा, ठीक कराने में जुटे सिचांई विभाग के अधिकारी

करनाल में पश्चिमी यमुना नहर में कटाव:शहर पर मंडराया बाढ़ का खतरा, ठीक कराने में जुटे सिचांई विभाग के अधिकारी

हरियाणा के करनाल में पश्चिमी यमुना नहर में कटाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। जिससे शहर पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। नहर पर करीब 200 फुट के हिस्से में कटाव शुरू हो गया है, जिससे सिचाई विभाग में हड़कंप मच गया। इसके चलते विभाग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए कटाव को रोकने का काम शुरू किया है। कटाव की स्थिति और उठाए गए कदम कटाव की सूचना मिलते ही सिंचाई विभाग ने मौके पर तुरंत मिट्टी के कट्टे लगाने का काम शुरू कर दिया। भारी मात्रा में मिट्टी के कट्टे नहर के कटाव वाले हिस्से में लगाए जा रहे हैं और जेसीबी मशीनों की मदद से मिट्टी डाली जा रही है। यह नहर करनाल के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है। क्योंकि इसके ऊपर से रेलवे लाइन गुजरती है और दूसरी तरफ अंडर पास भी है। इस स्थिति में कटाव के चलते करनाल शहर पर बाढ़ का गंभीर खतरा मंडरा गया है। नहर की पटरियों की स्थिति और मौजूदा हालात नहरी विभाग के अधिकारी मनोज कुमर ने बताया कि पश्चिमी यमुना नहर की पटरियों को कंक्रीट से पक्का किया गया था। लेकिन रेलवे लाइन ब्रिज के नजदीक से ही कंक्रीट का हिस्सा पानी के साथ बह गया। इस कारण कटाव और भी बढ़ गया है। स्थिति को संभालने के लिए डंफरों के जरिए मिट्टी मंगवाई गई है और नहर की पटरी को पक्का करने का काम लगातार जारी है। इसके अलावा, पत्थर भी पटरी पर डालकर उसे मजबूत बनाने का प्रयास किया जा रहा है। मौके पर मौजूद अधिकारियों ने दी जानकारी सिंचाई विभाग के अधिकारी रणबीर ने बताया कि लगभग 100 फुट हिस्सा पानी में कटाव के कारण प्रभावित हुआ है। विभाग की टीम इस हिस्से को ठीक करने के लिए युद्धस्तर पर काम कर रही है, और जल्द ही कटाव को नियंत्रित कर लिया जाएगा। रणबीर ने आश्वासन दिया कि स्थिति को संभाल लिया जाएगा और फिलहाल किसी तरह के बड़े खतरे की संभावना नहीं है। मौके पर मनरेगा मजदूर भी कार्य में जुटे हुए हैं, जो लगातार कटाव को रोकने के प्रयास में लगे हैं। हरियाणा के करनाल में पश्चिमी यमुना नहर में कटाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। जिससे शहर पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। नहर पर करीब 200 फुट के हिस्से में कटाव शुरू हो गया है, जिससे सिचाई विभाग में हड़कंप मच गया। इसके चलते विभाग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए कटाव को रोकने का काम शुरू किया है। कटाव की स्थिति और उठाए गए कदम कटाव की सूचना मिलते ही सिंचाई विभाग ने मौके पर तुरंत मिट्टी के कट्टे लगाने का काम शुरू कर दिया। भारी मात्रा में मिट्टी के कट्टे नहर के कटाव वाले हिस्से में लगाए जा रहे हैं और जेसीबी मशीनों की मदद से मिट्टी डाली जा रही है। यह नहर करनाल के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है। क्योंकि इसके ऊपर से रेलवे लाइन गुजरती है और दूसरी तरफ अंडर पास भी है। इस स्थिति में कटाव के चलते करनाल शहर पर बाढ़ का गंभीर खतरा मंडरा गया है। नहर की पटरियों की स्थिति और मौजूदा हालात नहरी विभाग के अधिकारी मनोज कुमर ने बताया कि पश्चिमी यमुना नहर की पटरियों को कंक्रीट से पक्का किया गया था। लेकिन रेलवे लाइन ब्रिज के नजदीक से ही कंक्रीट का हिस्सा पानी के साथ बह गया। इस कारण कटाव और भी बढ़ गया है। स्थिति को संभालने के लिए डंफरों के जरिए मिट्टी मंगवाई गई है और नहर की पटरी को पक्का करने का काम लगातार जारी है। इसके अलावा, पत्थर भी पटरी पर डालकर उसे मजबूत बनाने का प्रयास किया जा रहा है। मौके पर मौजूद अधिकारियों ने दी जानकारी सिंचाई विभाग के अधिकारी रणबीर ने बताया कि लगभग 100 फुट हिस्सा पानी में कटाव के कारण प्रभावित हुआ है। विभाग की टीम इस हिस्से को ठीक करने के लिए युद्धस्तर पर काम कर रही है, और जल्द ही कटाव को नियंत्रित कर लिया जाएगा। रणबीर ने आश्वासन दिया कि स्थिति को संभाल लिया जाएगा और फिलहाल किसी तरह के बड़े खतरे की संभावना नहीं है। मौके पर मनरेगा मजदूर भी कार्य में जुटे हुए हैं, जो लगातार कटाव को रोकने के प्रयास में लगे हैं।   हरियाणा | दैनिक भास्कर