करनाल में फैमिली ID में छात्र को दिखाया मृत:सरकारी स्कूल ने 11वीं में एडमिशन देने से किया मना; बोले- पहले इसको जीवित करो

करनाल में फैमिली ID में छात्र को दिखाया मृत:सरकारी स्कूल ने 11वीं में एडमिशन देने से किया मना; बोले- पहले इसको जीवित करो

हरियाणा में करनाल के मुनक गांव के एक छात्र को परिवार पहचान पत्र में मृत घोषित कर दिया गया। छात्र व उसके परिजनों को इसका तब पता चला, जब 10वीं कक्षा तक प्राइवेट स्कूल में पढ़ा छात्र 11वीं कक्षा में सरकारी स्कूल में एडमिशन लेने के लिए पहुंचा। स्कूल ने छात्र का एडमिशन लेने से मना कर दिया, क्योंकि परिवार पहचान पत्र (PPP) में छात्र की मौत दर्ज है। छात्र और उसके परिवार को इससे बड़ा झटका लगा। जानकारी के अनुसार मुनक गांव का 17 वर्षीय छात्र विवेक कुमार पुत्र रतनलाल किसी प्राइवेट स्कूल में पढ़ता था। उसने 10वीं की परीक्षा 70 प्रतिशत अंकों के साथ पास की। वह अब गांव के सरकारी स्कूल में पढना चाहता था। रतन लाल ने बताया कि विवेक ने 11वीं कक्षा में एडमिशन लेने के लिए अप्लाई किया, लेकिन जब स्कूल प्रबंधन ने छात्र के दस्तावेजों की जांच की तो कह दिया कि आपको एडमिशन नहीं हो सकता। सरकारी स्कूल के स्टाफ से जब एडमिश्सन न होने का कारण पूछा गया तो स्कूल प्रबंधन ने बताया कि आपके बेटे विवेक को फैमिली आईडी में मृत दिखाया हुआ है और एक मृत का एडमिशन कैसे हो सकता है। फैमिली आईडी के बिना एडमिशन हो नहीं सकता। फैमिली आईडी में अपने बेटे को मृत घोषित सुनकर पिता का भी गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। उन्होंने फैमिली आईडी से छेड़छाड़ करने की जांच की मांग की है।्र यह मामला पुलिस में भी पहुंचेगा। हालांकि एडीसी कार्यालय की तरफ से कहा गया है कि यह त्रुटि ठीक हो जाएगी, इसमें घबराने की जरूरत नहीं है। परिवार के लिए परेशानी
अब परिवार के सामने यह परेशानी है कि जब तक फैमिली आईडी की यह त्रुटि ठीक नहीं होती, तब तक छात्र का 11वीं कक्षा में एडमिशन नहीं हो पाएगा। अप्लाई करने के कितने दिन तक त्रुटि ठीक होगी, यह भी स्पष्ट नहीं है। छात्र स्कूल नहीं जा पाएगा और उसकी पढ़ाई भी बाधित होगी। पहले भी कई लोग भुगत चुके है खामियाजा
फैमिली आईडी के कारण पहले भी लोगों को इस तरह की परेशानी का सामना करना पड़ चुका है। किसी फैमिली आईडी में इनकम बढ़ी तो बुजुर्ग की पेंशन कट गई और राशन कार्ड तक कट गए। फैमिली आईडी में होने वाली गलतियों के कारण लोग एडीसी कार्यालय के चक्कर काटने में लगे रहते है। आखिर इतनी बढ़ी गलतियां होती कहां से, उसका भी पता नहीं लग पाता और न ही उनके खिलाफ कार्रवाई होती। जिससे बार-बार इस तरह की त्रुटियां सामने आती रहती है। फैमिली आईडी की वजह से लोग परेशान हुए है और दुखी हुए है। उधर परिवार ने भी त्रुटि करने वाले की जांच की मांग की है। अब देखना है कि प्रशासन किस तरह की कार्रवाई करता है। एडीसी अखिल पिलानी ने कहा है कि इस गलती को ठीक करवाया जा सकता है। इसके लिए छात्र के पिता को आईडी व दस्तावेज लेकर हमारे कार्यालय में आना होगा, जिसके बाद इस गलती को ठीक करवा दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त किसी कॉमन सर्विस सेंटर से भी रिक्वेस्ट डलवाई जा सकती है। हरियाणा में करनाल के मुनक गांव के एक छात्र को परिवार पहचान पत्र में मृत घोषित कर दिया गया। छात्र व उसके परिजनों को इसका तब पता चला, जब 10वीं कक्षा तक प्राइवेट स्कूल में पढ़ा छात्र 11वीं कक्षा में सरकारी स्कूल में एडमिशन लेने के लिए पहुंचा। स्कूल ने छात्र का एडमिशन लेने से मना कर दिया, क्योंकि परिवार पहचान पत्र (PPP) में छात्र की मौत दर्ज है। छात्र और उसके परिवार को इससे बड़ा झटका लगा। जानकारी के अनुसार मुनक गांव का 17 वर्षीय छात्र विवेक कुमार पुत्र रतनलाल किसी प्राइवेट स्कूल में पढ़ता था। उसने 10वीं की परीक्षा 70 प्रतिशत अंकों के साथ पास की। वह अब गांव के सरकारी स्कूल में पढना चाहता था। रतन लाल ने बताया कि विवेक ने 11वीं कक्षा में एडमिशन लेने के लिए अप्लाई किया, लेकिन जब स्कूल प्रबंधन ने छात्र के दस्तावेजों की जांच की तो कह दिया कि आपको एडमिशन नहीं हो सकता। सरकारी स्कूल के स्टाफ से जब एडमिश्सन न होने का कारण पूछा गया तो स्कूल प्रबंधन ने बताया कि आपके बेटे विवेक को फैमिली आईडी में मृत दिखाया हुआ है और एक मृत का एडमिशन कैसे हो सकता है। फैमिली आईडी के बिना एडमिशन हो नहीं सकता। फैमिली आईडी में अपने बेटे को मृत घोषित सुनकर पिता का भी गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। उन्होंने फैमिली आईडी से छेड़छाड़ करने की जांच की मांग की है।्र यह मामला पुलिस में भी पहुंचेगा। हालांकि एडीसी कार्यालय की तरफ से कहा गया है कि यह त्रुटि ठीक हो जाएगी, इसमें घबराने की जरूरत नहीं है। परिवार के लिए परेशानी
अब परिवार के सामने यह परेशानी है कि जब तक फैमिली आईडी की यह त्रुटि ठीक नहीं होती, तब तक छात्र का 11वीं कक्षा में एडमिशन नहीं हो पाएगा। अप्लाई करने के कितने दिन तक त्रुटि ठीक होगी, यह भी स्पष्ट नहीं है। छात्र स्कूल नहीं जा पाएगा और उसकी पढ़ाई भी बाधित होगी। पहले भी कई लोग भुगत चुके है खामियाजा
फैमिली आईडी के कारण पहले भी लोगों को इस तरह की परेशानी का सामना करना पड़ चुका है। किसी फैमिली आईडी में इनकम बढ़ी तो बुजुर्ग की पेंशन कट गई और राशन कार्ड तक कट गए। फैमिली आईडी में होने वाली गलतियों के कारण लोग एडीसी कार्यालय के चक्कर काटने में लगे रहते है। आखिर इतनी बढ़ी गलतियां होती कहां से, उसका भी पता नहीं लग पाता और न ही उनके खिलाफ कार्रवाई होती। जिससे बार-बार इस तरह की त्रुटियां सामने आती रहती है। फैमिली आईडी की वजह से लोग परेशान हुए है और दुखी हुए है। उधर परिवार ने भी त्रुटि करने वाले की जांच की मांग की है। अब देखना है कि प्रशासन किस तरह की कार्रवाई करता है। एडीसी अखिल पिलानी ने कहा है कि इस गलती को ठीक करवाया जा सकता है। इसके लिए छात्र के पिता को आईडी व दस्तावेज लेकर हमारे कार्यालय में आना होगा, जिसके बाद इस गलती को ठीक करवा दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त किसी कॉमन सर्विस सेंटर से भी रिक्वेस्ट डलवाई जा सकती है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर