करनाल में महिला की हत्या का मामला उलझा:पति महेंद्र का भी नहीं लगा सुराग, पुलिस जांच में लव मैरिज, पारिवारिक कलह और जमीन विवाद के एंगल

करनाल में महिला की हत्या का मामला उलझा:पति महेंद्र का भी नहीं लगा सुराग, पुलिस जांच में लव मैरिज, पारिवारिक कलह और जमीन विवाद के एंगल

हरियाणा में करनाल के इंद्री क्षेत्र के कमालपुर रोडान गांव में महिला की हत्या की गुत्थी अभी तक सुलझी नहीं है। पुलिस घरेलू विवाद, बेटे की लव मैरिज और जमीन के झगड़े के एंगल से जांच कर रही है। महिला के पति महेंद्र का अब तक कोई सुराग नहीं लगा है, जिससे पुलिस की जांच अधूरी रह रही है। महेंद्र की तस्वीर आसपास के थानों में भेजी गई है ताकि उसके बारे में कोई जानकारी मिल सके। पुलिस का मानना है कि महेंद्र के मिलने के बाद ही पूरे मामले का खुलासा हो सकेगा। फिलहाल पोस्टमार्टम के बाद महिला के शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। पुलिस ने मृतका के बेटे को हिरासत में लेकर पूछताछ की है, लेकिन इस संबंध में अभी कोई ठोस जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है। पुलिस दावा कर रही है कि जल्द ही पूरे मामले का पर्दाफाश होगा। बेटे की लव मैरिज से था पारिवारिक विवाद, सात महीने से अलग रह रहा था ग्रामीणों के अनुसार, महेंद्र का बेटा हिम्मत एक साल पहले लव मैरिज हुई थी, जिससे परिवार में तनाव बना हुआ था। महेंद्र इस शादी से नाखुश था, जिसके चलते घर में अक्सर झगड़े होते रहते थे।करीब सात महीने पहले हिम्मत अपने परिवार से अलग होकर उचाना में पत्नी के साथ रहने लगा, लेकिन इसके बावजूद परिवार का तनाव खत्म नहीं हुआ। महेंद्र और उसकी पत्नी राजबाला के बीच भी रोजाना झगड़े होते थे, जिससे घरेलू कलह बनी रहती थी। पुलिस इस हत्याकांड को पारिवारिक विवाद से जोड़कर भी जांच कर रही है। सीसीटीवी में संदिग्ध गाड़ी आई नजर पुलिस को जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज में एक संदिग्ध गाड़ी नजर आई है। पुलिस को शक है कि हो सकता कि इसी गाड़ी में महिला के शव को ले जाया गया हो और नहर में फेंका हो। फिलहाल इस गाड़ी की पहचान करने की कोशिश की जा रही है। पुलिस यह भी मान रही है कि महिला की हत्या घर में ही की गई थी, क्योंकि वहां खून के निशान मिले हैं। इसके बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए गाड़ी का इस्तेमाल किया गया हो। जन सेवा दल के सदस्य ने बताई डेडबॉडी मिलने की कहानी ​​​​​​​पानीपत जन सेवा दल के सदस्य कपिल मल्होत्रा के अनुसार, 13 मार्च को होली के दिन सुबह 10 से 11 बजे के बीच डाहर और बिंझोल पुल के बीच एक महिला का शव मिला था। उस समय शव की पहचान नहीं हो सकी थी।प्राथमिक जांच में यह हत्या का मामला लगा क्योंकि महिला के चेहरे, गले और हाथों पर चोट के गहरे निशान थे। महिला पुलिसकर्मियों ने शव की जांच की तो उसकी छाती पर भी चोटें पाई गईं। बाद में जब कमालपुर की घटना के बारे में खबर सामने आई, तो शव की शिनाख्त राजबाला के रूप में हुई। महेंद्र का अब तक नहीं लगा सुराग ​​​​​​​महेंद्र के अचानक लापता होने के कारण पुलिस को शक है कि वह या तो किसी मुसीबत में है या फिर खुद इस वारदात से जुड़ा हो सकता है। ग्रामीणों के अनुसार, महेंद्र के दाहिने हाथ का अंगूठा और एक अंगुली बचपन से कटी हुई थी। इसी आधार पर उसकी तस्वीर को आसपास के इलाकों में सर्कुलेट किया गया है ताकि कोई भी शव मिलने पर उसकी पहचान की जा सके। होली के दिन से था घर में ताला ​​​​​​​परिवार के चचेरे भाई नफे सिंह के अनुसार, 13 मार्च को होली के दिन से ही महेंद्र के घर में ताला लगा हुआ था। उन्होंने सोचा कि शायद महेंद्र और उसकी पत्नी किसी रिश्तेदार के यहां गए होंगे। लेकिन जब दो दिन बाद भी वे नहीं लौटे, तो रिश्तेदारों से संपर्क किया गया। कहीं से कोई जानकारी नहीं मिली। जिससे शक बढ़ गया। 15 मार्च की शाम परिवार के एक सदस्य को दीवार फांदकर घर के अंदर भेजा गया, जहां बरामदे में खून बिखरा हुआ मिला। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। 16 मार्च को पुलिस को राजबाला का शव पानीपत मोर्चरी हाउस में मिला, और 17 मार्च को डॉक्टरों की टीम ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। एक से ज्यादा हत्यारे होने की आशंका, पुलिस की जांच जारी ​​​​​​​पुलिस को शक है कि महिला की हत्या में एक से ज्यादा लोग शामिल हो सकते हैं। शुरुआती जांच के अनुसार, महिला की हत्या तेजधार हथियार से घर में ही की गई थी। खून के निशान घर में मिलने से पुलिस इस एंगल पर काम कर रही है कि हत्या के बाद शव को गाड़ी में रखकर नहर में फेंका गया। इस तरह की वारदात अकेला व्यक्ति अंजाम नहीं दे सकता। वहीं, अभी तक महेंद्र का भी कोई सुराग नहीं लगा है, जिससे मामला और उलझ गया है। महेंद्र की तलाश के बाद खुलेगा राज ​​​​​​​थाना प्रभारी विपिन कुमार ने बताया कि महेंद्र की तलाश के लिए पुलिस की टीमें लगातार काम कर रही हैं। उसके मिलने के बाद ही पूरे मामले की सच्चाई सामने आएगी। फिलहाल सभी पहलुओं पर जांच जारी है, और जल्द ही हत्यारों की पहचान कर मामले का खुलासा किया जाएगा। हरियाणा में करनाल के इंद्री क्षेत्र के कमालपुर रोडान गांव में महिला की हत्या की गुत्थी अभी तक सुलझी नहीं है। पुलिस घरेलू विवाद, बेटे की लव मैरिज और जमीन के झगड़े के एंगल से जांच कर रही है। महिला के पति महेंद्र का अब तक कोई सुराग नहीं लगा है, जिससे पुलिस की जांच अधूरी रह रही है। महेंद्र की तस्वीर आसपास के थानों में भेजी गई है ताकि उसके बारे में कोई जानकारी मिल सके। पुलिस का मानना है कि महेंद्र के मिलने के बाद ही पूरे मामले का खुलासा हो सकेगा। फिलहाल पोस्टमार्टम के बाद महिला के शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। पुलिस ने मृतका के बेटे को हिरासत में लेकर पूछताछ की है, लेकिन इस संबंध में अभी कोई ठोस जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है। पुलिस दावा कर रही है कि जल्द ही पूरे मामले का पर्दाफाश होगा। बेटे की लव मैरिज से था पारिवारिक विवाद, सात महीने से अलग रह रहा था ग्रामीणों के अनुसार, महेंद्र का बेटा हिम्मत एक साल पहले लव मैरिज हुई थी, जिससे परिवार में तनाव बना हुआ था। महेंद्र इस शादी से नाखुश था, जिसके चलते घर में अक्सर झगड़े होते रहते थे।करीब सात महीने पहले हिम्मत अपने परिवार से अलग होकर उचाना में पत्नी के साथ रहने लगा, लेकिन इसके बावजूद परिवार का तनाव खत्म नहीं हुआ। महेंद्र और उसकी पत्नी राजबाला के बीच भी रोजाना झगड़े होते थे, जिससे घरेलू कलह बनी रहती थी। पुलिस इस हत्याकांड को पारिवारिक विवाद से जोड़कर भी जांच कर रही है। सीसीटीवी में संदिग्ध गाड़ी आई नजर पुलिस को जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज में एक संदिग्ध गाड़ी नजर आई है। पुलिस को शक है कि हो सकता कि इसी गाड़ी में महिला के शव को ले जाया गया हो और नहर में फेंका हो। फिलहाल इस गाड़ी की पहचान करने की कोशिश की जा रही है। पुलिस यह भी मान रही है कि महिला की हत्या घर में ही की गई थी, क्योंकि वहां खून के निशान मिले हैं। इसके बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए गाड़ी का इस्तेमाल किया गया हो। जन सेवा दल के सदस्य ने बताई डेडबॉडी मिलने की कहानी ​​​​​​​पानीपत जन सेवा दल के सदस्य कपिल मल्होत्रा के अनुसार, 13 मार्च को होली के दिन सुबह 10 से 11 बजे के बीच डाहर और बिंझोल पुल के बीच एक महिला का शव मिला था। उस समय शव की पहचान नहीं हो सकी थी।प्राथमिक जांच में यह हत्या का मामला लगा क्योंकि महिला के चेहरे, गले और हाथों पर चोट के गहरे निशान थे। महिला पुलिसकर्मियों ने शव की जांच की तो उसकी छाती पर भी चोटें पाई गईं। बाद में जब कमालपुर की घटना के बारे में खबर सामने आई, तो शव की शिनाख्त राजबाला के रूप में हुई। महेंद्र का अब तक नहीं लगा सुराग ​​​​​​​महेंद्र के अचानक लापता होने के कारण पुलिस को शक है कि वह या तो किसी मुसीबत में है या फिर खुद इस वारदात से जुड़ा हो सकता है। ग्रामीणों के अनुसार, महेंद्र के दाहिने हाथ का अंगूठा और एक अंगुली बचपन से कटी हुई थी। इसी आधार पर उसकी तस्वीर को आसपास के इलाकों में सर्कुलेट किया गया है ताकि कोई भी शव मिलने पर उसकी पहचान की जा सके। होली के दिन से था घर में ताला ​​​​​​​परिवार के चचेरे भाई नफे सिंह के अनुसार, 13 मार्च को होली के दिन से ही महेंद्र के घर में ताला लगा हुआ था। उन्होंने सोचा कि शायद महेंद्र और उसकी पत्नी किसी रिश्तेदार के यहां गए होंगे। लेकिन जब दो दिन बाद भी वे नहीं लौटे, तो रिश्तेदारों से संपर्क किया गया। कहीं से कोई जानकारी नहीं मिली। जिससे शक बढ़ गया। 15 मार्च की शाम परिवार के एक सदस्य को दीवार फांदकर घर के अंदर भेजा गया, जहां बरामदे में खून बिखरा हुआ मिला। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। 16 मार्च को पुलिस को राजबाला का शव पानीपत मोर्चरी हाउस में मिला, और 17 मार्च को डॉक्टरों की टीम ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। एक से ज्यादा हत्यारे होने की आशंका, पुलिस की जांच जारी ​​​​​​​पुलिस को शक है कि महिला की हत्या में एक से ज्यादा लोग शामिल हो सकते हैं। शुरुआती जांच के अनुसार, महिला की हत्या तेजधार हथियार से घर में ही की गई थी। खून के निशान घर में मिलने से पुलिस इस एंगल पर काम कर रही है कि हत्या के बाद शव को गाड़ी में रखकर नहर में फेंका गया। इस तरह की वारदात अकेला व्यक्ति अंजाम नहीं दे सकता। वहीं, अभी तक महेंद्र का भी कोई सुराग नहीं लगा है, जिससे मामला और उलझ गया है। महेंद्र की तलाश के बाद खुलेगा राज ​​​​​​​थाना प्रभारी विपिन कुमार ने बताया कि महेंद्र की तलाश के लिए पुलिस की टीमें लगातार काम कर रही हैं। उसके मिलने के बाद ही पूरे मामले की सच्चाई सामने आएगी। फिलहाल सभी पहलुओं पर जांच जारी है, और जल्द ही हत्यारों की पहचान कर मामले का खुलासा किया जाएगा।   हरियाणा | दैनिक भास्कर