हरियाणा महिला आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया शनिवार को करनाल में शहीद लेफ्टिनेंट विनय कुमार के घर पहुंचीं। उन्होंने परिवार से मुलाकात की और शोक व्यक्त किया। इस दौरान वह भावुक हो गईं और उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े। मीडिया से बातचीत में रेणु भाटिया ने कहा कि वह भी कश्मीर की बेटी हैं और बचपन में उन्होंने भी आतंकवाद का दर्द झेला है। उन्होंने कहा कि बचपन में अपने माता-पिता को खोने का दर्द वह आज भी नहीं भूल पाई हैं। आज भी आतंकवाद का शिकार हो रही बेटियां रेणु भाटिया ने कहा कि मेरी बुआ ने भी भरी जवानी में आतंकवाद का दर्द सहा है। आज भी बेटियां आतंकवाद का शिकार हो रही हैं। अब इसे बंद होना चाहिए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से अपील करते हुए कहा कि आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री आतंकवादियों को नहीं छोड़ेंगे और अब उनका अंत निश्चित है। महिला अयोग के दरवाजे परिवार के लिए हमेशा खुले भाटिया ने कहा कि उन्होंने शहीद लेफ्टिनेंट विनय कुमार के पिता और दादा से मुलाकात की है। महिला आयोग के दरवाजे उनके परिवार के लिए हमेशा खुले रहेंगे। उन्होंने विनय की मां से कहा कि उनकी बेटी जब भी चाहे महिला आयोग से जुड़ सकती है और उसे पूरा सहयोग मिलेगा। हरियाणा महिला आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया शनिवार को करनाल में शहीद लेफ्टिनेंट विनय कुमार के घर पहुंचीं। उन्होंने परिवार से मुलाकात की और शोक व्यक्त किया। इस दौरान वह भावुक हो गईं और उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े। मीडिया से बातचीत में रेणु भाटिया ने कहा कि वह भी कश्मीर की बेटी हैं और बचपन में उन्होंने भी आतंकवाद का दर्द झेला है। उन्होंने कहा कि बचपन में अपने माता-पिता को खोने का दर्द वह आज भी नहीं भूल पाई हैं। आज भी आतंकवाद का शिकार हो रही बेटियां रेणु भाटिया ने कहा कि मेरी बुआ ने भी भरी जवानी में आतंकवाद का दर्द सहा है। आज भी बेटियां आतंकवाद का शिकार हो रही हैं। अब इसे बंद होना चाहिए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से अपील करते हुए कहा कि आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री आतंकवादियों को नहीं छोड़ेंगे और अब उनका अंत निश्चित है। महिला अयोग के दरवाजे परिवार के लिए हमेशा खुले भाटिया ने कहा कि उन्होंने शहीद लेफ्टिनेंट विनय कुमार के पिता और दादा से मुलाकात की है। महिला आयोग के दरवाजे उनके परिवार के लिए हमेशा खुले रहेंगे। उन्होंने विनय की मां से कहा कि उनकी बेटी जब भी चाहे महिला आयोग से जुड़ सकती है और उसे पूरा सहयोग मिलेगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
