करनाल में सपा MP पर भड़का राजपूत समाज:लोकसभा सदस्यता रद्द करने की मांग; बोले-महाराणा सांगा साहस और स्वाभिमान के प्रतीक

करनाल में सपा MP पर भड़का राजपूत समाज:लोकसभा सदस्यता रद्द करने की मांग; बोले-महाराणा सांगा साहस और स्वाभिमान के प्रतीक

समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद रामजीलाल द्वारा महाराणा सांगा पर की गई विवादित टिप्पणी के खिलाफ करनाल के राजपूत समाज के लोगों में जबरदस्त आक्रोश है। राजपूत समाज ने सेक्टर 8 स्थित राजपूत भवन में उनके खिलाफ रोष व्यक्त करते हुए उनकी लोकसभा सदस्यता रद्द करने की मांग उठाई है। समाज के लोगों का कहना है कि सांसद ने अपने बयान से न सिर्फ राणा सांगा बल्कि पूरे क्षत्रिय समाज का अपमान किया है। करनाल राजपूत सभा के प्रधान नरेंद्र प्रताप सिंह सहित सभा के सदस्यों ने कहा कि महाराणा सांगा सिर्फ एक महान योद्धा नहीं, बल्कि साहस, स्वाभिमान और अदम्य पराक्रम के प्रतीक थे। उनके शरीर पर 80 से अधिक घाव थे, एक भुजा, एक आंख और एक टांग गंवाने के बावजूद वे रणभूमि में डटे रहे। समाज के लोगों ने कहा कि महाराणा सांगा पर अभद्र टिप्पणी करना केवल एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि संपूर्ण राजपूत समाज और देश के इतिहास का अपमान है। राष्ट्र नायकों की गरिमा को ठेस पहुंचाई राजपूत समाज के लोगों ने सरकार से मांग की कि राष्ट्र नायकों की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाले गैर-जिम्मेदाराना बयान देने वालों पर कड़ी कार्रवाई हो। उन्होंने कहा कि ऐसे बयान समाज को बांटने और इतिहास को तोड़-मरोड़कर पेश करने का प्रयास हैं। सरकार को इस तरह की टिप्पणियों पर सख्त कानून बनाना चाहिए, ताकि भविष्य में कोई भी महापुरुषों के सम्मान को ठेस पहुंचाने का दुस्साहस न कर सके। क्या है पूरा मामला दरअसल, समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन ने शनिवार को राज्यसभा में कहा था कि बीजेपी के लोग बार-बार कहते हैं कि इनमें बाबर का डीएनए है। मैं जानना चाहता हूं कि बाबर को आखिर लाया कौन? इब्राहिम लोदी को हराने के लिए बाबर को राणा सांगा लाए थे। अगर मुसलमान बाबर की औलाद हैं तो तुम लोग उस गद्दार राणा सांगा की औलाद हो। ये हिन्दुस्तान में तय हो जाना चाहिए कि बाबर की आलोचना करते हो, लेकिन राणा सांगा की आलोचना नहीं करते। समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद रामजीलाल द्वारा महाराणा सांगा पर की गई विवादित टिप्पणी के खिलाफ करनाल के राजपूत समाज के लोगों में जबरदस्त आक्रोश है। राजपूत समाज ने सेक्टर 8 स्थित राजपूत भवन में उनके खिलाफ रोष व्यक्त करते हुए उनकी लोकसभा सदस्यता रद्द करने की मांग उठाई है। समाज के लोगों का कहना है कि सांसद ने अपने बयान से न सिर्फ राणा सांगा बल्कि पूरे क्षत्रिय समाज का अपमान किया है। करनाल राजपूत सभा के प्रधान नरेंद्र प्रताप सिंह सहित सभा के सदस्यों ने कहा कि महाराणा सांगा सिर्फ एक महान योद्धा नहीं, बल्कि साहस, स्वाभिमान और अदम्य पराक्रम के प्रतीक थे। उनके शरीर पर 80 से अधिक घाव थे, एक भुजा, एक आंख और एक टांग गंवाने के बावजूद वे रणभूमि में डटे रहे। समाज के लोगों ने कहा कि महाराणा सांगा पर अभद्र टिप्पणी करना केवल एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि संपूर्ण राजपूत समाज और देश के इतिहास का अपमान है। राष्ट्र नायकों की गरिमा को ठेस पहुंचाई राजपूत समाज के लोगों ने सरकार से मांग की कि राष्ट्र नायकों की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाले गैर-जिम्मेदाराना बयान देने वालों पर कड़ी कार्रवाई हो। उन्होंने कहा कि ऐसे बयान समाज को बांटने और इतिहास को तोड़-मरोड़कर पेश करने का प्रयास हैं। सरकार को इस तरह की टिप्पणियों पर सख्त कानून बनाना चाहिए, ताकि भविष्य में कोई भी महापुरुषों के सम्मान को ठेस पहुंचाने का दुस्साहस न कर सके। क्या है पूरा मामला दरअसल, समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन ने शनिवार को राज्यसभा में कहा था कि बीजेपी के लोग बार-बार कहते हैं कि इनमें बाबर का डीएनए है। मैं जानना चाहता हूं कि बाबर को आखिर लाया कौन? इब्राहिम लोदी को हराने के लिए बाबर को राणा सांगा लाए थे। अगर मुसलमान बाबर की औलाद हैं तो तुम लोग उस गद्दार राणा सांगा की औलाद हो। ये हिन्दुस्तान में तय हो जाना चाहिए कि बाबर की आलोचना करते हो, लेकिन राणा सांगा की आलोचना नहीं करते।   हरियाणा | दैनिक भास्कर